Pyar lafzo mein kaha - 1 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यार लफ्ज़ों में कहां - 1

मुंबई का मशहूर कपूर परिवार जिसका बस नाम ही काफी है ,लोगों पर अपना असर छोड़ने के लिए ...!!!!आज कपूर परिवार को इस लेवल तक पहुंचाने में जिसका हाथ था ,वह 28 वर्ष का अथर्व कपूर था....!!!! दिल्ली का टॉप बिजनेस टायकून जिसने 3 साल पहले अचानक से बिजनेस जॉइन कर लिया था और उसे इस लेवल लाकर खड़ा किया था ...!!!!!जिसके आगे सबकी नजरें नीचे होती थी....!!!

एक महीने बाद मुंबई वापस आकर अथर्व कपूर को एक ऐसा आर्डर दिया गया जिसे सुनकर उसके पैरों से मानों जमीन ही खींच ली हो किसी ने.....!!!!

क्या आर्डर किया गया है अथर्व कपूर को क्या मानेगा अथर्व कपूर ऑर्डर को जानने के लिए देखिए मेरी कहानी.... प्यार लफ्ज़ों में कहां"
PYAR LAFZO ME KAHA.....

सुबह का समय....

कपूर विला में-

ओम जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे ओम जय जगदीश हरे
जो ध्यावे फल पावे दुख बिन से मन का....

आरती की आवाज पूरे घर में गूंज रही थी और उसके साथ-साथ घंटियों की आवाज भी ....!!!!जो सोए हुए थे उन्होंने अपने कानों को बंद कर रखा था लेकिन वह लोग चाहकर भी अपने कान बंद नहीं कर सकते थे ....!!!!उन्हें इस आरती मैं शामिल होना ही था..!!! यह इस घर की परंपरा थी ,सभी लोग सोने की बजाए जल्दी जल्दी उठे और बाथरूम की तरफ भाग गए....!!!!

भगवान के सामने आरती की थाल पकड़े हुए विजय कपूर की पत्नी कामिनी कपूर जो अपने मधुर स्वर से आरती के बोल गाए जा रही थी उनके पीछे बुजुर्ग आदमी जिनकी उम्र 65 से 70 के बीच होगी सागर कपूर जिन्होंने अपने हाथ जो रखी थी और आंखें बंद करके खड़े हुए थे यह कपूर परिवार के मुखिया थे

प्रेम कपूर जल्दी जल्दी तैयार होकर बहुत ही धीमे कदमों से आरती में शामिल हो गया और आंखें बंद कर ली....!!!! प्रेम के आते ही आरती खत्म हो गई लेकिन प्रेम को लग रहा था कि उसे लेट आते हुए किसी ने देखा नहीं तो वह अपनी आंखें बंद और हाथ जोड़कर खड़ा रहा....!!!

काम जी ने सब को आरती दी और सागर जी के पैर छूते हुए बोली," प्रणाम पापा..."

"प्रणाम बहू.. पता चला अथर्व कब तक आ रहा है..??"

"जी पापा अथर्व की फ्लाइट 3 घंटे लेट है तो उसे आने में देरी हो जाएगी"

अथर्व कपूर.....

28 वर्ष, गोरा रंग, काली आंखें, मस्कुलर बॉडी, 6 फुट हाइट ,मोस्ट एलिजिबल बैचलर और साथ ही साथ एशिया का टॉप बिजनेस टाइकॉन अथर्व कपूर ,यूएसए से 4 साल पहले एमबीए की डिग्री ली थी और 4 साल पहले ही इंडिया वापस आया था।

उसके वापस आने के कुछ महीने बाद ही एक कार एक्सीडेंट में उसके पिता विजय कपूर का एक्सीडेंट हो गया और वह हमेशा के लिए पैरालाइज हो गए ।जिसकी वजह से पूरा कपूर एंपायर डूबने की कगार पर था।
तब अथर्व कपूर ने पूरी कंपनी की बागडोर अपने हाथ में ली ।उसने कपूर एंपायर को संभाला ही नहीं बल्कि उसे धीरे-धीरे टॉप 10 से लेकर top 1 तक का सफर किया और इसी के साथ एशिया के टॉप बिजनेस टायकून का अवार्ड भी जीता।

1 महीने पहले अथर्व कपूर एक टॉप बिजनेस डील क्रैक करने के लिए इंडिया से बाहर गया हुआ था और आज एक महीने बाद वही बिजनेस डील क्रैक करके इंडिया वापस आ रहा था। इसकी भनक मीडिया वालों को पहले ही लग चुकी थी और वह अथर्व कपूर का इंतजार एयरपोर्ट पर सुबह से ही कर रहे थे।

तो वही कपूर विला में एक महीने बाद वापस आने और एक टॉप बिजनेस डील ट्रैक करने की खुशी में बहुत बड़ी पार्टी रखी हुई थी । जिसका सेंटर ऑफ़ अट्रैक्शन सिर्फ और सिर्फ अथर्व कपूर ही होने वाला था।

एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही अथर्व को मीडिया वालों ने घेर लिया .... 1 महिने बाद अथर्व कपूर इंडिया वापस आया था ...तो मीडिया को अथर्व कपूर के वापस बारे में खबर तो लगनी ही थी... सभी मीडिया वाले अथर्व से कुछ ना कुछ पूछने की कोशिश कर रहे थे...

अथर्व ने आंखों पर ब्लैक चश्मा पहना हुआ था ...ब्लैक हैंड मेड सूट के साथ ब्लैक लेदर शूज पहने हुए वह बहुत ही चारमिंग और हैंडसम लग रहा था... उसने अपना एक हाथ अपने पेंट की पॉकेट में डाल रखा था...!!!!

अपने सामने मीडिया वालों को देखकर अथर्व ने अपने आंखों पर लगा हुआ चश्मा निकाला ...जैसे ही वह काला चश्मा अथर्व की आंखों से दूर हुआ... उसके आंखों को देखकर ही मीडिया वाले अपने माइक के साथ-साथ एक कदम पीछे हट गए ...अथर्व की आंखों में गुस्सा साफ साफ दिख रहा था ...जिसे देखकर अब मीडिया वालों में से कोई भी आगे आकर अथर्व से कुछ पूछने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था... पर अथर्व ने बहुत ही शांत आवाज में कहा..," पूछो क्या पूछना चाहते हैं आप लोग..??.."

अथर्व के इतने ही शब्द मीडिया वालों के लिए चेतावनी से कम नहीं थे ...उन लोगों ने अपनी जगह से हिलने तक की हिम्मत नहीं की ...अथर्व ने उस शांत माहौल को देखा और स्माइल की उसकी स्माइल ही बहुत ही खतरनाक साबित हो रही थी...!!!

"कपिल ...." उस शांत भरे माहौल से गुस्से भरी आवाज गूंजने लगे... सभी लोगों ने उस आवाज को अच्छी तरह से सुन लिया था ...और वह इस नाम को ही पहचान चुके थे.. यह अथर्व के असिस्टेंट कपिल थे... लेकिन अभी तक कपिल एयरपोर्ट पर नहीं आई थी ...उन्हें पहले ही मुंबई भेज दिया गया था ...कपिल को अच्छी तरह से पता था कि आज अथर्व इंडिया आने वाला है ...पर ना जाने आज वह लेट कैसे हो गए... अपने बॉस को एयरपोर्ट पर मिलने के लिए...!!!

5 मिनट के बाद दूसरी तरफ से एक आदमी दौड़ता हुआ आ रहा था ....वहां खड़े हुए सभी लोगों ने उस आदमी की तरफ देखा ....और देखते ही पहचान गए कि वह और कोई नहीं कपिल था.. उसकी रफ्तार इतनी तेज थी कि उसने अपनी रफ्तार पर ब्रेक नहीं लगाई ...और जाकर सीधे अथर्व से ही टकरा गया.... अथर्व से टकराते ही कपिल का दिमाग सुन हो गया.... मानो अब वह इस धरती को खोदकर उसी में समा जाना जाता था....!!!!

कपिल ने अपने आप को जल्दी से संभाला और अपने बॉस अथर्व की तरफ देखने लगा... जब उसे महसूस हुआ कि अथर्व का चेहरा अब शांत है ...तो उसने हिम्मत करके बोलना शुरू किया...," सर सब कुछ रेडी है.."

कपिल ने इतना कहा और मीडिया वालों को एक तरफ करके अथर्व को गाड़ी तक पहुंचने में मदद करने लगा ...तब तक अथर्व को ऑलरेडी सिक्योरिटी ने घेर लिया था ...अथर्व अपने लंबे-लंबे कदम से अपने गाड़ी के पास पहुंचा ...और उस पर बैठ गया ...सड़क पर यूसीबी दौड़ने लगी जिसके आगे और पीछे दोनों तरफ सिक्योरिटी की गाड़ियां ही चल रही थी ...!!!

"कपिल मैंने जो तुम्हें काम करने को कहा था क्या तुमने वह काम पूरा कर दिया है" अथर्व में सामने देखते हुए कपिल से पूछा....!!!!

"अभी यह इंसान या फिर कोई जिन जो काम मे ही रह्ते है मुझे तो इनका कुछ समझ में ही नहीं आता" कपिल अपनी सोच में ही बोल रहा था तभी फिर से उसके कानों में अथर्व की आवाज गूंजी जिसमें वही सवाल फिर से कपिल से पूछा था कपिल ने जल्दी में हा में जवाब दे दिया....!!!

जैसे-जैसे गाड़ी आगे जा रही थी वहां के दृश्य को देखकर अथर्व अपने यादों में खो रहा था और उसने कसके अपनी आंखें बंद कर ली मान लो कि वह इन सब को देखना बिल्कुल नहीं चाहता उसके आंखों में दर्द था जिसे वह किसी को दिखाना नहीं चाहता था कपिल जो अपने बॉस को इस तरह देख रहा था

"Boss!Are you ok" कपिल ने हिम्मत करके पूछा कपिल का सवाल सुनकर अथर्व ने अपनी आंखें उसी तरह बंद करते हुए अपने हाथों से उसे इशारा करके शांत होने को कह दिया...

पढ़ते रहिएगा....." प्यार लफ्ज़ों में कहां"

..... Writer:❣
Nisha rani✍