Meri Dusri Mohabbat - 11 books and stories free download online pdf in Hindi

मेरी दूसरी मोहब्बत - 11

Part - 11 Ex- Mangetar

अवनी अवस्थी के घर पर शादी की तैयारियाँ जोर शोर से चल रही है।

सुरेश प्रभु अपने बंगले के सभी सदस्यों को बुलाकर मीटिंग बुलाते हैं।

वीर भान प्रभु तुम्हें अवनी की शादी का इंतजाम अच्छी तरह देखना है।

भान प्रभु- प्रा जी आप चिंता ना करो। हमारे घर की यह पहली शादी है। अवनी का चाचा अपनी भतीजी की शादी में कोई कमी नहीं छोडेगा।

सुरेश प्रभु- मेहमान की लिस्ट बहुत लंबी है। सभी सांसद और शहर के जानी मानी हस्ती शादी में आएंगी। इंतजाम बहुत बढ़िया करना है।

भान प्रभु - आप चिंता ही ना करें प्रा जी। सब हो जाएगा। कनाडा वाले प्रा जी को शादी की सब रस्में बता दो । वह जल्दी आने की टिकट करा लें।

सुरेश प्रभु- हाँ वीरे मैंने रात प्रा जी से कनाडा बात की थी। वो एक हफ्ता पहले आ जाएंगे।

ठीक है प्रा जी मैं बुकिंग की लिस्ट तैयार कर रहा हूँ।

उधर पवन और अवनी अचानक से छत पर मिलते हैं।

पवन - देखो अब हमारी शादी हो रही है। अभी भी समय है यार अगर तुम मना करना चाहो‌ तो।

अवनी - (सोचते हुए) अरे! यार कब तक बैक गियर मारते रहोगे। हमेशा अपने बारे में ही नहीं सोचना चाहिए । तुमने महसूस किया ना सब कितने खुश हैं हमारी शादी से।

पवन - और तुम !

अवनी - मैं भी । अब परिवार की खुशी में ही मेरी खुशी है।

पवन - जबरदस्ती की शादी से हम खुश रह पाएंगे क्या?

अवनी - अरे! यार। तुम भी अकेले हम भी अकेले।

पवन - अकेलेपन के कारण मुझसे शादी कर रही हो।

अवनी - हाँ यार आलोक तो मुझे मिलेगा नहीं तुम ही सही।

पवन - ओके रात बहुत हो गई है ‌सोने जा रहा हूँ । गुड़ नाइट।

अवनी - गुड़ नाइट।

दोनों अपने - अपने कमरें में सोने चले जाते हैं।

उधर पवन अपने लैपटाप पर फेसबुक पर ऑनलाइन है।

तभी उसकी नज़र अवनी के प्रोफाइल पर पड़ती है। उसकी फैंड लिस्ट में तो आलोक अभी भी है। अवनी ने डिलीट नहीं किया है। इसका मतलब वो अभी भी आलोक से प्यार करती है। तभी तो घर छोड़कर भागी थी।

मुझे कुछ करना पड़ेगा ऐसे बेमन की शादी कहीं आगे बोझ न बन जाए।वो कुछ प्लानिंग करता है।

वो मेल आई डी पता करके आलोक को शादी का इनविटेशन भेजता है।लेकिन यह क्या इतने घंटो बाद भी आलोक ने मेल का कोई जवाब नहीं दिया।

पवन अवनी की बताता है।

अवनी( गुस्से में) - तुमने क्यों मेल की उसको ।

पवन -- अरे यार अब मैं तुम्हारे पापा को जानने लगा हूँ। वो तुम्हे बहुत प्यार करते है । तुम्हें दिखाते नहीं।तुम उन्हें सच सच बता दो।

अवनी - क्या बताऊंँ? जब आलोक अभी शादी के लिए तैयार ही नहीं है।

पवन - फिर तुम भूल जाओ उसे । ऐसे लोगों को जिंदगी से निकाल देना चाहिए जो तुम्हारे दुख का कारण है।

अवनी (पवन की ओर देखते हुए) - सही कहते हो तुम। मैं भी ना बिल्कुल पागल हूँ।

पवन - चलो तो इसी समय उसको अपनी फ्रेंड लिस्ट से रिमूव करो।

अवनी - आलोक को रिमूव कर देती है। अरे ! यार बड़ा रिलेक्स लग रहा है।

पवन - गुड़ ! चलो हम फ्रेंड तो बने। यह कहते हुए वह अवनी के रूम से चला जाता है। और सोचता है चलो कुछ तो लाइफ में क्लियर हुआ।

अब वो दिन है जब सगाई की रस्म की तैयारी है । बहुत से खास मेहमान फंक्शन में हैं।

चाचा भान प्रभु पवन को सभी से मिला रहे हैं।पवन को सभी रिश्तेदारों से मिलाया जा रहा है।तभी चाचा जी कहते हैं पवन ये हैं नितेश प्रताप हैं। इनके पिता भी सांसद हैं । दूसरे ये अवनी की चाची यानि मेरी वोटी के भतीजे।

एक और परिचय भी है इनका ।

पवन - क्या चाचाजी बताइए ना।

चाचाजी - ये अवनी के पहले मंगेतर हैं। लेकिन तुम्हें तो सब पता है, शादी हो न सकी।

पवन - ओह !

दोनों पवन और एक्स मंगेतर हाथ मिलाते हैं।

Hello ! Nice to meet you .

नितेश प्रताप - Congratulations friend for your new life

पवन - thanks friend.

तभी अवनी फंक्शन में enter होती है।

नितेश प्रताप - अरे! दोस्त आपकी अवनी आ गई।

पवन अवनी को देखता रह जाता है।

अब माहौल को आप समझ ही सकते हैं । फंक्शन में एक्स मंगेतर और होने वाला मंगेतर दोनों हैं। अवनी गुलाबी लहंगे में बहुत सुंदर लग रही है। दोनों ही प्यार भरी नजरों से अवनी को देख रहे हैं।

तभी अचानक से अवनी को देखते-देखते उसकी नज़र नितेश प्रताप पर पड़ती है। पवन मन ही मन सोचता लगता है की ये भी अवनी से प्यार करता है। यार ये लड़की है ही इतनी सुन्दर सुशील कि सबको ही इससे प्यार हो जाता है।

तभी अवनी को पवन के पास लाया जाता है।

पवन - और अवनी बहुत प्यारी लग रही हो कहीं नज़र न लग जाए ।

अवनी - चुप करो हमेशा ही मज़ाक करते हो।

पवन - अरे झूठ थोड़े ही ना नितेश से पूछ लो । मैं और नितेश तो तुम्हें देखते ही दंग रह गए।

नितेश - (झेंपते हुए) अरे यार क्या कह रहे हो। अब अवनी की शादी तुमसे होने जा रही है। मैं तो बस पुराना किस्सा हूँ।

पवन - यार कई बार पुराने किस्सों में भी रंग भर जाता है।

अच्छा सच बताओ तुम अभी भी अवनी से शादी करना चाहते हो।

नितेश प्रताप - क्या पवन जी आप भी ना । अब कैसे होगा उसकी शादी तो तुमसे होने वाली है।

अवनी ( गुस्से में घूरते हुए) - पवन क्या कहे जा रहे हो । चुप.....

अवनी दूसरे रिश्तेदारों से मिलने चली जाती है।

नितेश प्रताप भी दुख में डूबा हुआ उदास दूसरी तरफ चला जाता है।

तभी अवनी और नितेश प्रताप टकरा जाते हैं।

अवनी - I am sorry . कहकर झट से पवन के पास आ जाती है।

पवन - क्या हुआ तुम कुछ परेशान दिख रही हो।

अवनी - नहीं कुछ नहीं।

पवन - मैं इतने दिनों से देख रहा हूँ कि तुम्हारी चाची तुमसे बात नहीं करती। नाराज़ हैं।

अवनी - हाँ वो शादी के कारण ही ।

पवन - ओह अच्छा ! कुछ करना चाहिए। अवनी तुम अभी भी तो नितेश प्रताप से शादी कर सकती हो।

अवनी - पागल हो तुम! सारी तैयारियाँ हो चुकी हैं।

पवन - लेकिन अभी भी तो झूठ बोलकर शादी कर रहें हैं हम।

अवनी - लेकिन और कोई रास्ता भी नहीं हमारे पास।

पवन - है क्यों नहीं । तुम्हारे घरवाले अभी भी तुम्हारी शादी नितेश प्रताप से ही करना चाहते हैं। नितेश प्रताप से मैंने बात की है वो तुम्हे बहुत पसन्द करता है। अभी भी तुमसे शादी करने को तैयार है। आलोक अब तुम्हारी लाइफ में है नहीं तो फिर दिक्कत कहाँ है। तुम नितेश प्रताप से शादी क्यों नहीं कर लेती।

अवनी - लेकिन मुझे नितेश प्रताप पसंद नहीं। बिना प्यार और पसंद के शादी।

पवन - अरे वो तुम मुझे भी नहीं करती और न ही मैं.....

अवनी - ये अब कह रहे हो तुम। पहले कहते। ऐसे कैसे ???

पवन - अरे मैं तो सोच रहा था कि तुम हमारी सगाई से पहले कुछ न कुछ कर ही लोगी।

अवनी (चिढ़ते हुए) - तुम ऐसा क्यों कर रहे हो। तुम्हारे कहने पर आलोक को भी अपनी लाइफ से निकाल दिया। नितेश प्रताप मुझे पसंद नहीं तो अब मैं क्या करूँ।

पवन - कौनसा तुम मुझे पसंद करती हो वो तो तुम अपनी पापा की इज्जत के लिए कर रही हो।

अवनी - यह सब सुनकर हैरान भी है और परेशान भी।

पवन - मेरे हिसाब से नितेश प्रताप तुम्हारे लिए right choice है।

अवनी - नहीं नहीं...

क्या पवन इन सब बातों से नितेश प्रताप से शादी के लिए अवनी को हाँ करवाने में कामयाब हो जाएगा?