Galatee - The Mistake - 45 books and stories free download online pdf in Hindi

गलती : द मिस्टेक  भाग 45

परमार पोस्टमार्टम करने वाला डॉक्टर श्योर है कि पहले आत्महत्या की कोशिश हुई और फिर उन चारों का कत्ल हुआ है ? भौमिक ने प्रश्न किया।

सर मैंने ये बात पूछी नहीं थी। उसने तो बस रिपोर्ट दी और मैं लेकर आ गया। यहां आकर मैंने रिपोर्ट पढ़ी थी, फिर मुझे यह सब पता चला था। परमार ने जवाब दिया।

यह भी तो हो सकता है कि पहले हत्या की गई और फिर इसे आत्महत्या दिखाने के लिए इस तरह से वार किए गए हो ? भौमिक ने अंदाजा लगाते हुए कहा।

सर अगर ऐसा है तो आप एक बार उस डॉक्टर से बात कर लीजिए। परमार ने कहा।

हां मुझे भी लगता है कि एक बार डॉक्टर से बात करना चाहिए। चलो हॉस्पिटल चलते हैं। भौमिक ने कुर्सी से उठते हुए कहा।

पर सर इस बीच सुदीप शाह आ गया तो ? परमार ने कहा।

अरे हमें भी कहां ज्यादा देर लगेगी, अगर आ भी गया तो कुछ देर इंतजार कर लेगा। उसे भी कहां अभी लंदन की फ्लाइट पकड़ना है। हमने भी तो उसका इतना इंतजार किया था। भौमिक ने कहा।

ओके सर। मैं कॉन्सटेबल को बोल देता हूं कि यदि सुदीप शाह आ जाए तो उसे बैठाकर रखे जाने नहीं दें। आप कुछ ही देर में वापस आ रहे हैं। परमार ने कहा।

हां कह दो। और जल्दी चलो। भौमिक ने कहा।

भौमिक और परमार दोनों केबिन से साथ ही बाहर निकले। परमार ने एक कॉन्सटेबल को सुदीप शाह को रोकने की बात कही और फिर दौड़ते हुए गाड़ी पर पहुंच गया। भौमिक भी गाड़ी के पास ही खड़ा था। फिर उन्होंने अपनी कार को हॉस्पिटल की ओर मोड़ दिया। कुछ ही देर में भौमिक और परमार हॉस्टिपल पहुंच गए थे। जब वे दोनों वहां पहुंचे तो डॉक्टर एक और पोस्टमार्टम करने में व्यस्त था। करीब एक घंटे बाद डॉक्टर फ्री होकर बाहर आया और उसने भौमिक से हाथ मिलाया।

आइए एसीपी साहब। आज आपको हमारे पास आना पड़ा, कोई खास बात है क्या ? डॉक्टर ने कहा।

जी, हां बहुत खास बात है, इसलिए ही आना पड़ा। भौमिक ने कहा।

बताइए मैं क्या कर सकता हूं आपके लिए ? डॉक्टर ने प्रश्न किया।

आपको वो डॉ. अविनाश सक्सेना वाला केस तो पता ही है। जिनकी एक हवेली में रात के समय हत्या हो गई थी। उन सभी का पोस्टमार्टम आपने ही किया था। भौमिक ने कहा।

बिल्कुल याद है। डॉ. अविनाश सक्सेना हमारे शहर की बड़ी हस्तियों में शामिल थे। उनकी इस तरह से हत्या हो जाने का मुझे भी काफी दुख हुआ है। वैसे उनकी हत्या के बारे में अब तक कुछ पता नहीं चला है। क्या आपने अब तक कोई जानकारी जुटाई है ? डॉक्टर ने भौमिक से प्रश्न किया।

डॉक्टर साहब एक तो कातिल ने कोई सुराग नहीं छोड़ा है, दूसरा आपकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी हमें उलझाकर रखा हुआ है। भौमिक ने कहा।

क्यों साहब हमारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा क्या नजर आ गया आपको कि आप उलझ गए हैं ? डॉक्टर ने अपनी बात रखते हुए भौमिक से प्रश्न किया।

डॉक्टर साहब आप बुरा मत मानना पर मेरा एक सवाल है, बस मैं कन्फर्म करना चाहता हूं। भौमिक ने कहा।

मैं आपके सवाल का बुरा नहीं मानूंगा, बताइए क्या पूछना चाहते हैं आप ? डॉक्टर ने कहा।

मैं बस यह जानना चाहता हूं कि आपने जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिखा है, क्या उसके लिए आप श्योर है ? मेरा मतलब है कि आपने रिपोर्ट में लिखा है कि पहले चारों ने आत्महत्या की कोशिश की और फिर उनकी हत्या हुई है। कहीं ऐसा तो नहीं कि पहले उनकी हत्या हुई हो और फिर उसे आत्महत्या दर्शाने के लिए कातिल ने ऐसा किया हो ? भौमिक ने प्रश्न किया।

जी, नहीं मैंने जो रिपोर्ट में लिखा है बिल्कुल वैसा ही हुआ है। क्योंकि आत्महत्या के लिए जो कट उनके हाथों पर मिले हैं वे गले पर लगे कट से पहले ही बने थे। डॉक्टर ने कहा।

आप इतने यकीन के साथ कैसे कह सकते हैं ? भौमिक ने फिर से प्रश्न किया।

डॉक्टर अपनी पोस्टमार्टम रिपोर्ट को लेकर इतना श्योर कैसे हैं ? भौमिक को रिपोर्ट के गलत होने का जो शक है क्या वो सही है ? क्या वाकई डॉक्टर पोस्टमार्टम करने में कोई गलती कर गया है ? क्या सुदीप शाह भौमिक को कोई नई जानकारी दे पाएगा ? इन सभी सवालों के जवाब आगे कहानी में मिलेंगे, तब तक कहानी से जुड़े रहे, सब्सक्राइब करें और अपनी समीक्षा अवश्य दें व फॉलो करना ना भूले।