Unkahi Mohabbat - 4 in Hindi Love Stories by vikram kori books and stories PDF | अनकही मोहब्बत - 4

Featured Books
Categories
Share

अनकही मोहब्बत - 4

‎Part 4 :- 
‎कुछ हफ़्तों तक रोहन और सिमी की दुनिया प्यार, हँसी और उम्मीदों से भरी रही।
‎हर शाम उनके संदेशों में इमोजी होते—
‎❤️😊🌙✨
‎हर सुबह एक-दूसरे के "Good Morning" से शुरू होती और रात "Good Night, Take care" पर खत्म।
‎अब उन्हें एक-दूसरे के बिना दिन अधूरा लगता था।
‎उनकी ज़िंदगी में एक खूबसूरत रिदम बन चुका था…
‎लेकिन…
‎किस्मत जब प्यार देती है तो उसे आज़माती भी है।
‎और वह दिन आ गया—
‎जिसने सबकुछ बदल दिया।
‎🔹 उस शाम…
‎सिमी कॉलेज से लौटी, और जैसे ही घर में कदम रखा—
‎डाइनिंग टेबल पर बैठे लोग दिखे।
‎रिश्तेदार।
‎अजनबी चेहरे।
‎मुस्कानें…
‎और उसके पापा की सख़्त आँखें।
‎उसके दिल में जैसे किसी ने चाकू रखा हो।
‎उसकी माँ ने धीमी आवाज़ में कहा—
‎“Simmi, ये लोग तुम्हारे लिए रिश्ता लेकर आए हैं।”
‎उसकी साँस रुक गई।
‎हाथ काँप गए।
‎वो चुपचाप बैठ गई, पर उसका दिल चीख रहा था—
‎"नहीं… ये नहीं हो सकता!"
‎रिश्ते की बातें होने लगीं।
‎लड़का बड़ा बिजनेस करता है…
‎अच्छा परिवार…
‎अच्छी कमाई…
‎पर सिमी के लिए ये सब शोर जैसा था।
‎उसके कानों में सिर्फ एक आवाज़ गूंज रही थी—
‎रोहन। 💔
‎उस रात उसका दिल बहुत भारी था।
‎आँखों में आँसू थे।
‎वो खुद को रोक नहीं पाई और रोहन को मैसेज किया—
‎💬 "रोहन, मुझे तुमसे बात करनी है… अभी।"
‎रोहन घबरा गया—
‎💬 "क्या हुआ?? सब ठीक है?"
‎कुछ सेकंड की चुप्पी…
‎फिर एक मैसेज—
‎💬 "मेरे घर आज रिश्ता आया था…"
‎रोहन की स्क्रीन पर शब्द धुंधले होने लगे।
‎दिल जैसे सीने में धंस गया।
‎💬 "और…?"
‎सिमी ने टाइप किया—
‎💬 "Papa चाहते हैं मैं हाँ कह दूँ।"
‎रोहन की आँखें भर आईं।
‎उसकी उंगलियाँ कांप रही थीं।
‎💬 "और तुम…?"
‎सिमी ने तुरंत लिखा—
‎💬 "मैं सिर्फ तुमसे शादी करना चाहती हूँ। सिर्फ तुमसे।" ❤️
‎उस जवाब ने रोहन की टूटती साँसों को फिर मजबूती दी।
‎उसका दिल भर आया…
‎वो स्क्रीन को देखते-देखते रो पड़ा।
‎अगले दिन…
‎रोहन ने एक बड़ा फैसला लिया।
‎वह सिमी से मिलने गया।
‎उसने कहा—
‎“Simmi, हम भाग कर शादी नही करेंगे।हम लड़ेंगे।
‎लेकिन पहले… तुम अपने घरवालों से बात करो।”
‎सिमी डर रही थी…
‎पर प्यार डर से बड़ा था।
‎उस रात उसने साहस जुटाया और अपने पापा से कहा—
‎💬 “Papa… मैं उस लड़के से प्यार करती हूँ। उसका नाम रोहन है… और मैं उसी से शादी करना चाहती हूँ।”
‎कमरा खामोश हो गया।
‎उसके पापा ने मेज पर हाथ मारते हुए कहा—
‎“Bas! ये आख़िरी बार कह रहा हूँ—
‎हमारी जाति के बाहर शादी का सवाल ही नहीं उठता!”
‎सिमी रो पड़ी—
‎“लेकिन Papa, वो बहुत अच्छा है—”
‎उसके पिता चिल्लाए—
‎“मुझे नहीं जानना वो कौन है! तुम उसी से शादी करोगी जहाँ मैं कहूँगा!”
‎और उसी पल…
‎उन्होंने सिमी का फ़ोन छीन लिया।
‎📱💔
‎उस रात…
‎रोहन का फ़ोन बजना बंद हो गया।
‎मैसेज नहीं आए।
‎कॉल नहीं उठी।
‎हर बीतते मिनट में बेचैनी बढ़ती जा रही थी।
‎आँखें दरवाज़े की तरफ, पर मन… उसकी यादों में।
‎दिन बीतते गए…
‎अब बातचीत बंद थी।
‎दूरी बढ़ गई थी।
‎रोहन रातभर जागता…
‎और सिमी अपने कमरे में रो-रोकर सो जाती।
‎प्यार दोनों में था…
‎मगर बात किसी से नहीं कर पा रहे थे।
‎⏳ छह महीने बचे थे… सिमी की शादी के लिए।
‎और रोहन अब टूट चुका था।
‎ऑफिस जाना छोड़ दिया था।
‎खाना मुश्किल से खाता था।
‎लेकिन एक दिन…
‎अचानक उसके ऑफिस से कॉल आया।
‎उसे ऑफिस बुलाया गया—
‎और वहाँ एक बड़ी खबर उसका इंतज़ार कर रही थी।
‎🔔 रोहन को प्रमोशन मिला था।
‎उसकी मेहनत और काम को देखकर उसे नई जिम्मेदारी दी गई।
‎अब रोहन का मन काम में लगने लगा…
‎या शायद वो काम में खोकर दर्द भूलना चाहता था।
‎पर ज़िंदगी ने उसके रास्ते में एक और मोड़ रखा था…
‎एक दिन ऑफिस में…
‎उसके सामने आईं— टीना।
‎उसकी नई जूनियर मैनेजर।
‎मुस्कुराती हुई, आत्मविश्वासी… और बिल्कुल अलग।
‎शुरुआत में वो बस एक सहकर्मी थी…
‎पर धीरे-धीरे…
‎किस्मत उनके रिश्ते को एक नए रंग में ढाल रही थी।
‎🔥 To Be Continued…
‎👉 Part 5 में जानिए — क्या टीना रोहन की खाली जगह भर पाएगी?
‎क्या सिमी अपने प्यार के लिए लड़ पाएगी या हार मान लेगी?
‎✨ अगला हिस्सा पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें… कहानी अब और दर्दनाक लेकिन खूबसूरत मोड़ पर है। 💔📖
      Writer:- .............
                           ...............Vikram kori .