Ha yahi pyar hai - books and stories free download online pdf in Hindi

हा यही प्यार है... - 1

भाग 1
Dr : पेशन्ट कोमा मे चला गया है !!! राहुल जी,, उनको कब होश आएगा, कुछ कहे नहीं सकते, उसकी याददास्त, सब एक सवाल है, कब, क्या ओर कैसे? ये तर्क लगाना बहुत कॉम्प्लिकेटेड है,, dr ने एक गहेरी साँस ली ओर राहुल के कंधे पे हाथ रखा, ओर फिर चल दिये,, राहुल गहराई से सॉस लेता है ओर आंखो से जो पानी बहेरहा है, उसे पूछता है, वो ऐसे लग रहा है, जैसे कई रातो से सोया नहीं,, आँखे थोड़ी सूजी हुई,,है,, राहुल बेड पे ही प्रिया के पास बैठता है, उसका चहेरा देखता है, चहेरे पे गिरती उनकी जुल्फों को सवारने लगता है,, ओर उनके सामने पिछले दो साल की बाते नज़र समक्ष आजाती है,,, वो इठलाती, बलखाती प्रिया,, फर्स्ट डे,, पहेली नज़र का प्यार था वो, collage का पहेला दिन,, प्रिया की entry,, कुरता जीन्स, बालिया, कंगन, खुले बाल देशी टाइप प्रिया, का लुक,, राहुल को अपनी ओर खींच रहा था,, वो दोनों पक्के दोस्त बन गये थे |
राहुल.. राहुल..
चलोना कॉफी पीते है.. मे आज बहुत बोर हो गयी हु,, लेक्चर अटेंड करके... प्रिया ने लम्बी सांस ली ओर राहुल का हाथ पकड़ लिया,,, राहुल प्रिया को देखता रहा.. फिर पूछा.. क्यू.. प्रिया तुम्हे तो study अच्छी लगती है..फिर आज क्यू ऐसा,, प्रिया : पता नहीं, आज कुछ अजीब सी गभाराहट हो रही है,, राहुल :: अरे गभराहट तो सामने वाले को होनी चाहिए,, जो तुम्हारे भूतनी जैसे चहेरे को देखले,, हाहाहा... प्रिया :राहुल मज़ाक मत करो,, सच मे कुछ हो रहा है,,,, ओर प्रिया राहुल के कंधे पर सर रखके सोचने लगती है,,,राहुल :प्रिया.. कॉफी लेने तो जाने दो..
राहुल ओर प्रिया collage मे साथ पढ़ते है, राहुल उसे मन ही मन पसंद करता है, पर कभी प्रिया को बताया नहीं,, उसे सबसे पहले उसकी दोस्ती पसंद थी,, इसलिए कहने से गभारता था,, कही प्रिया नाराज न हो जाये.. प्रिया शायद उसे पसंद करती होंगी पर उसे खुदको इस बात का इल्म नहीं था. ,,
राहुल कॉफी लेकर आता है,,, राहुल :: प्रिया कॉफी टेस्ट करलो, डार्क बनवायी है,, बिलकुल तुम्हारे जैसी.... हाहाहा... प्रिया ::: Uuuuu . राहुल.. मे डार्क हु.. डार्क हु??? | राहुल :: नहीं तुम इतनी नहीं.. इस कॉफी से थोड़ासा.. ज्यादा.. हाहाहा.. प्रिया : राहुल जाओ मे तुमसे बात नहीं करती... राहुल.. प्रिया.. एक दूसरे से ज़गड़ते ज़गड़ते कॉफी का लुफ्त उठा रहे है.. राहुल उसे मनाता है,,हसता है,, रुलाता है,,, ये सिलसिला रोज का था,, राहुल को प्रिया बहुत पसंद थी,, शावली प्रिया, उसकी आदते,, बिंदास व्यवहार, राहुल को अंदर ही अंदर.. उसके लिए.. प्यार हो रहा था.. आज बताऊ,, कल बताऊ,, सोचने मे पुरे ढ़ाई साल निकल गये थे.. अब राहुल ने decide कर लिया था, की वो प्रिया को प्रपोज़ करदेगा.. मन ही मन खुश हो रहा था,, ओर प्रिया को देख रहा था,, प्रिया :: क्या सोच रहे हो राहुल..?? राहुल :: कुछ नहीं प्रिया.. बस युही,, ऐसा बोलके उठ जाता है,, राहुल :चलो प्रिया तुम्हे हॉस्टेल ड्रॉप करदु.. प्रिया :, ओके.. राहुल.. राहुल ओर प्रिया.. होस्टेल जाते है,,, राहुल :: bye.. मेरी प्रिये... !!!! प्रिया :: dont फ़्लर्ट हा.. गुस्सा दिखाती है. फिर हसती है.. ओर राहुल को एक प्यारा सा hug देती है.. ओर होस्टेल के गेट की ओर चलने लगती है... राहुल.. उसे जाते हुए..देख रहा है.. प्रिया मूड मूड के पीछे देखती जा रही है... राहुल तब तक खड़ा रहेता है,, जब तक प्रिया आँखों से ओजल नहीं होती.. !!
प्रिया, गांव से शहेर study के लिये आयी है.. उसके माँ ओर बाउजी.. गांव मे है,,, वो यहाँ गर्ल्स होस्टेल मे रहती है.. |