Majboor - 3 in Hindi Moral Stories by Shrikar Dixit books and stories PDF | मज़बूर (पार्ट 3)

मज़बूर (पार्ट 3)

ट्रेन के आने का announce शुरू हो चुका था,ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आने वाली थी,स्वाती दबे हुए स्वर में राहुल से :आपको क्या लगता है कहीं राजेश लेट तो ना हो जाएगा,
राहुल :- नहीं, आ रहा होगा,..
( तब तक ट्रेन प्लेटफॉर्म सीटी मारते हुए पहुंच गई थी) अभी तक राजेश का कोई पता नहीं था,चिंता का विषय इसलिये और भी था क्यूँकी ये प्लैटफॉर्म पर अधिक समय तक रुकने बाली नहीं थी...
प्लेटफॉर्म पर लगे speakers में जैसे जैसे announce हो रहा था,वैसे वैसे रााहुल की टेंशन बढ़ रही थी...
ट्रेन प्लेटफॉर्म से निकलने वाली ही थी कि तब तक राजेश हुआ प्लेटफॉर्म पर राहुल के पास पहुंचता है..
राजेश :- (राहुल के हाँथ में पैसे और टिकट देते हुए) जल्दी से निकलो!
बाकी बात कॉल पर करेंगे, जल्दी से 13 नंबर डिब्बा देखो,ओके..
राहुल और स्वाती सामान उठाते हुए 13 नंबर डिब्बे में चढ़ जाते हैं..
राजेश :- पहुंच कर कॉल कर देना..
राहुल :- ओके
राहुल (राजेश की तरफ bye का इशारा करता है) ट्रेन चल देती है...
राहुल और स्वाती सीट ढूंढते हुए सीट पर जाकर बैठ जाते हैं..
राहुल :- बेटा सो रहा है क्या?
स्वाती :- ह्म्म,
राहुल :-ओके..
(फैन को ऑन करते हुए राहुल सीट पर late जाता है)..
राहुल :- मुझे नींद आ रही है,जब प्लेटफॉर्म पर पहुँच जायें तो उठा देना मुझे..
स्वाती :ओके,सो जाओ...



(एक अजीब सी हलचल राहुल के कानों में गूँजती है..)
वो आँखें खोलता है तो देखता है कि स्वाती उसे जगा रही थी..
स्वाती :- कितनी देर से तुम्हें उठा रही हूँ इतनी गहरी नींद में कौन सोता है,उठो जल्दी प्लेटफॉर्म आ गया है,..
राहुल :- (उठता हुआ) ओके,थकान काफी थी इसलिए नींद गहरी आ गई..
चलो जल्दी.. (सामान उठाते हुए)..
राहुल और स्वाती प्लेटफॉर्म पर उतरते हुए..
स्वाती :- अब बात कर पूछो,कि कहाँ जाना है..
राहुल :- ओके..
(प्लेटफॉर्म पर भीड़ भाड़ बाली जगहों से दूर हटकर मल्होत्रा को कॉल करता है)..हैलो सर,मैं दिल्ली आ गया हूँ अब कहाँ आना है?
मेहरोत्रा :- ओके,मैं तुम्हें एड्रेस भेजता हूँ,
राहुल :- ओके सर,
(उधर से कॉल cut हो जाती है)..
राहुल :- (स्वाती से) बेटा क्यूँ रो रहा है...
स्वाती :- पता नहीं क्यूँ रोये जा रहा है..
राहुल :-(बेटे को अपनी गोद में लेते हुए) चलो कुछ चीज दिलाकर लाते हैं..
(station पर लगे इंस्टॉल से एक चिप्स का पैकेट और कोल्ड ड्रिंक की एक बोतल खरीदता है)..
राहुल और स्वाती स्टेशन से बाहर की तरफ जाकर ऑटो देखते हैं..
राहुल :-(ऑटो बाले से मोबाइल दिखाते हुए) इस एड्रेस पर चलना है,चलोगे?
ऑटो बाला :- जी बिलकुल चलूंगा,बैठिए..
राहुल :- कितने पैसे लोगे?
ऑटो बाला :- 200 रे जायेंगे साहब..
राहुल :- ये तो काफी ज्यादा है सही पैसे बताओ..
ऑटो बाला :- जी इतने ही लगेंगे,आपको चलना हो तो बैठिए..
राहुल :-(सामान ऑटो में रखते हुए स्वाती से) बैठो..
स्वाती :-ह्म्म!
(ऑटो बाला ऑटो लेके चल देता है)..
स्वाती :- कितना बड़ा शहर है..
राहुल :-ह्म्म वो तो है..
(ऑटो बाला ऑटो को गालियों में से घुमाते हुए ऑटो को एक मकान के सामने रोक देता है)..
ऑटो बाला :लो साहब आ गई आपकी मंजिल,ये सामने बाला मकान है..
राहुल :- जी हाँ,(राहुल ऑटो से उतर कर ऑटो बाले के पैसे देता है और सामान उतार लेता है.. सामान लेकर राहुल और स्वाती मकान के अंदर enter करते हैं..
मकान का ओनर :- हाँ भाई.. किस से मिलना है?
राहुल :- दरअसल,मुझे मेहरोत्रा जी ने ये एड्रेस भेजा था..
मकान मालिक :- ओके,ओके.. (चाबी राहुल की ओर बढ़ाते हुए) ये रूम नंबर 13 की चाबी है, 1500 रे आपसे हर month पड़ेंगे बाकी के पैसे मेहरोत्रा जी देंगे..
राहुल :- मगर मुझसे तो ऐसी कोई बात नहीं बताई मेहरोत्रा जी ने..
मकान मालिक :- मैंने तो बता दिया..
राहुल :- ओके,मैं बात कर लूंगा उनसे.. आप रूम दिखा दीजिए..
मकान-मालिक :- ओके,चलिये
(मकान मालिक 13 नंबर रूम की तरफ चल देता है)

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