Majboor - 5 in Hindi Moral Stories by Shrikar Dixit books and stories PDF | मज़बूर (भाग 5)

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मज़बूर (भाग 5)

आँखों पे ब्लू लाइट इफेक्ट का चश्मा लगाए हुए मेहरोत्रा चेयर पे बैठा हुआ कुछ फाइल देख रहा होता है,राहुल द्वारा अंदर आने के लिए पूछने पर...
मेहरोत्रा: - कम इन,
राहुल अंदर आके खड़ा हो जाता है..
मेहरोत्रा राहुल की तरफ देखते हुए..
मेहरोत्रा:- खड़े क्यूँ हो भाई.. बैठ जाओ (चेयर की तरफ इशारा करते हुए)..
राहुल :- जी.. जी... साब..
मेहरोत्रा (फाइल के पन्ने पलटते हुए...) :आपका परिचय...
राहुल :- सर मैं राहुल.. वो आपसे बात हुई थी..
मेहरोत्रा:- अच्छा.. अच्छा..,आने में कोई दिक्कत तो
नहीं हुई.. ( मुस्कराते हुए राहुल की तरफ देखते हुए..)
राहुल :- जी साहब कोई दिक्कत नहीं हुई..
मेहरोत्रा:- रुकने का इंतजाम हो गया है सही?
राहुल :- जी सर, मगर वो मकान मालिक कह रहा
था कि आधा Payment मुझे करना होगा,
मेहरोत्रा:- जी राहुल जी,आपका आधा Payment आपको करना पड़ेगा क्यूंकि आप फॅमिली के साथ अकेले रहेंगे,
हमारी कंपनी दो कामगारों पर एक रूम देते हैं,इसलिए आपको आधा Payment करना पड़ेगा..
राहुल :- मगर सर,फोन पर तो आपने ऐसी कोई बात नहीं बोली..,
मेहरोत्रा :- देखिए ये सारी हमारी कंपनी की पॉलिसी हैं..
हम कोई भी कंपनी की पॉलिसी को ऑन कॉल reveal नहीं कर सकते हैं..
राहुल :- और सर सैलरी कितनी मिलेगी...
मेहरोत्रा:- आपकी 12 घंटे की शिफ्ट रहेगी, डे या नाइट कुछ भी हो सकता है,काम रहेगा आपका मशीन operate करने का,सैलरी आपके अकाउंट में ट्रांसफ़र होगी 18000 जिसमें से आपको 14000 लेके बाकी कंपनी को वापस करना पड़ेगा, काम होने overtime रुकना पड़ सकता है जिसके लिए आपको कोई overtime नहीं मिलेगा.. अब आप अगर इन सारी policies को एक्सेप्ट करते हैं तो
आप कल से आ सकते हैं..
राहुल :- सर मैं सोच कर बताता हूं..
मेहरोत्रा :- ओके,और कुछ जरूरी Documents आपको लेके आने होंगे,आपको detail भेज दी है नंबर पर..
राहुल :- ओके सर,
राहुल उदासी सा चेहरा लेकर ऑफिस से बाहर निकल जाता है...
मेहरोत्रा वापस फाइल देखने लगता है,..
राहुल रूम पर पहुंचते हुए बिस्तर पर बैठ जाता है
स्वाती :- (जोकि कुछ बना रही होती है) क्या हुआ..?
क्या बोला मेहरोत्रा ने..
राहुल :- कुछ नहीं.. सब साले मौके का फायदा उठाते हैं..खून चूस लेंगे तब 14000 देंगे मात्र.. Overtime वो भी उसी मे, ऊपर से 12 घंटे तक काम काम..
स्वाती :- तो और क्या ऑप्शन है आपके पास?
जब तक कोई ऑप्शन नहीं है तब तक कर लीजिये..
राहुल :- और कर भी क्या सकता हूँ यहाँ ना तो कोई government रूल फालो हो रहा है ना ही कोई तरीका है...
स्वाती :- ( राहुल को चाय देते हुए) परेशान मत होइए, जब वक़्त बुरा होता है तो सब ऐसे मिलते हैं..सब ठीक हो जाएगा.., आप चाय पीजिये...
राहुल :- हम्म,
राहुल कप को उठाते हुए चाय की चुस्कियों के साथ सोच मे डूब जाता है..
स्वाती :- ( राहुल से) मैं कपड़े धुल कर डाल देती हूँ, आप बाबु (बच्चे) को देखे रहना,देखना जाग ना जाये,
राहुल :- हम्म,
स्वाती कपड़े धुलने के लिए चली जाती है.......
राहुल चाय लगता है..

शेष भाग जल्द ही आएगा....... आपकी टिप्पणी अवश्य दें,.........