HAPPY NEW YEAR.......2O21 (Part-4) books and stories free download online pdf in English HAPPY NEW YEAR.......2O21 (Part-4) (3) 627 3.2k अबतक आप पढे हैं की जानुआ अपनी भैया और भाभी को अपने प्यार के बारे में बताता हैं । वो दोनो इस बातपे राजी भी हो जाते हैं और सादी करवाने केलिए केहते हैं । अब आगे....... कुछ देर बाद जानुआ अपनी रूम् से आता है और बोलता है, भैया मैंने उसकी घरवाले से बात की वो भी राजी है कल सादी करने केलिए । बुढा बोलता है तेरा खुसी में मेरा खुसी । अगर तु चाहता है उस लेडकी से सादी करना तो में क्युं मना करूगां ? तु चिन्ता मत कर । जैसा तु चाहेगा वैसा ही होगा । जानुआ बोलता है हाँ भाई आप महान हो । आजतक यैसा कुछ भी नहीं है जो आप हमसे मना की हो । वो जो भी हो, आपके मुहँ से सीफ् हाँ ही सुना है मैंने । और भाभी आप.......आप भी कम् नहीं हो । हम सबका खेयाल अपनी बच्चों की तरहा रखते हो । कभी मेहसुस् होने भी नहीं देते हो की हम लोगों का मा-बाप इस दुनियां में नहीं है । बुढी बोलती है, यैसे क्युं बोलते हो ? तुम सब तो मेरी दुनियां हो । मेरी परिबार हो । फिर ये सब क्युं ? अब बस् भी करो केहके रोते हुये जानुआ को गले लगा लेती है । बुढी बोलती है, बस् बस् हाँ । अब रोना धोना बहत हो गेया यार । चलो में सबकी मुहँ मीठा करवाती हुं । ये केहके रषोइ से मिठाई लाके सबके मुहँ मीठा करती है । जानुआ बोलता है, ये कीस् खुसी में भाभी ? बुढी बोली तुम आज जो इतनी बडी खुसी का तोफा दिये हो उस खुसी में । बुढा बोलता है सारी मिठाई उसे ही खीलाती रहेगी क्या ? कुछ हमे भी खिलाउो भाई । आखीर हम भी इस खुसी का हिस्सा हैं । बुढी बोलती है, हाँ हाँ तुम भी लो । ओर लो, खायो । खुसी की माहोल है । जानुआ झट् से कुर्सी से उठगया और बोला आरे भाभी में आपीके चक्कर में भुलगई की आज DECEMBER 25 है । बुढी बोलती है, हाँ तो क्या हुआ ? जानुआ बोलता है, आरे भाभी मेरी दिन जो आ रही है । में बहत खुस हुं । बुढा दुःखी हो जाता है । फिर जानुआ ठीक् है भाभी, में आता हुं बोलके वहां से निकल जाता है । बुढी बुढा को उदास देखकर बोलती है, तुम मायुस् मत हो । जीतना दिन हमको सम्भालना था हम हमारे काम किये, अब किसी ओर की बारी है । हमको अभी जाना होगा । तुम समझ रहे हो ना में क्या केह रही हुं ? बुढा बुढी को पकडके रोता है । बुढी बोलती है, तुम रो मत । उनको उनकी दुनियां बसाने दो । बुढा सुबह बगीचा में पानी दे रहा था, बुढी उसको बोलती है सुनो तो ! में ज्यौतिष् को बोली थी आने केलिए । वो आते ही होगें, जरा देखना । और हाँ अगर जल्द आ गये तो उनको बिठाना में मन्दीर हो के आती हुं । बुढा बोलता है, हाँ में देखता हुं तुम जाउ । कुछ समय के बाद ज्यौतिष् आये । बुढा बोलता है, आरे लो ज्यौतिष् भी आ गये । बुढा ज्यौतिष् के पास जाता है और उनको घर के अन्दर बुलाता है । ज्यौतिष् को लेके बीठाता है । फिर ज्यौतिष् अपने कामपे लग जाते हैं । कुछ गिनतीयां कर रहे हैं ज्यौतिष् तभी बुढी आती है और बोलती है अच्छे से गिनना पण्ङिंत । ज्यौतिष् बोलता है, हाँ वही तो देख रहा हुं पर क्या कहुँ कुछ समझ में नहीं आ रहा है । बुढा बोलता है, सबकुछ ठीक् तो है ना पण्ङिंत जी । ज्यौतिष् बोलता है, हाँ सबकुछ ठीक् तो है पर आज सादी का मोहरत अच्छा नहीं है । दो दिन के बाद अच्छे दिन है, अगर चाहो तो उसदिन सादी करबा सकते हो पर आज नहीं । बुढी बोलती है तो ठीक् है 28 तारीख को सादी फिक्स् हुई । ज्यौतिष् बोलता है ठीक् है तो फिर में आता हुं । मुझे ओर कहीं भी जाना है । बुढी बुढा को बोलती है उनको उसके दक्षिणा दे दो । बुढा कुछ पैसे ज्यौतिष् के हात में थमा देता है फिर वो आर्शीबाद करके चला जाता है । बुढी बोलती है, अब सादी की तारीख भी पक्की हो गेयी । में जाती हुं उनको बता देती हुं तुम चाये पिउो । बुढी अन्दर चली जाती है । बुढा आसमान के ओर देखता है और बोलता है जैसी तेरी लीला प्रभु हम क्या करें ? TO BE CONTINUE....... ************** ‹ Previous ChapterHAPPY NEW YEAR.......2O21 (Part-3) › Next ChapterHAPPY NEW YEAR.......2O21 (Part-5) Download Our App More Interesting Options English Short Stories English Spiritual Stories English Fiction Stories English Motivational Stories English Classic Stories English Children Stories English Comedy stories English Magazine English Poems English Travel stories English Women Focused English Drama English Love Stories English Detective stories English Moral Stories English Adventure Stories English Human Science English Philosophy English Health English Biography English Cooking Recipe English Letter English Horror Stories English Film Reviews English Mythological Stories English Book Reviews English Thriller English Science-Fiction English Business English Sports English Animals English Astrology English Science English Anything Kalpana Sahoo Follow Novel by Kalpana Sahoo in English Fiction Stories Total Episodes : 8 Share NEW REALESED Love Stories वर्चुअल वर्ल्ड bhagirath Moral Stories वर्तमान का सिख पंथ ही क्षत्रिय रुपरेखा Ritin Pundir Horror Stories द्रोहकाल जाग उठा शैतान - 30 Jaydeep Jhomte Love Stories प्रेम गली अति साँकरी - 135 Pranava Bharti Fiction Stories साथिया - 72 डॉ. शैलजा श्रीवास्तव Anything दिल के जज़्बात दिनेश कुमार कीर Love Stories अरेंज मैरिज वाला प्यार - 2 Komal Patel Mythological Stories शिखंडी Renu Love Stories पहला प्यार - भाग 4 Kripa Dhaani Horror Stories भुतिया एक्स्प्रेस अनलिमिटेड कहाणीया - 18 Jaydeep Jhomte