HAPPY NEW YEAR....... 2021 book and story is written by Kalpana Sahoo in English . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. HAPPY NEW YEAR....... 2021 is also popular in Fiction Stories in English and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
HAPPY NEW YEAR...... 2021 - Novels
by Kalpana Sahoo
in
English Fiction Stories
एक बुढा खटीया के ऊपर शो रहा है । उसकी बुढी उसका पाऊं दबा रही है । बुढा बोल रहा है, नखु भाई केह रहा था जानुआ उसको फोन किया था । बुढी बुढा के बाते सुनकर खुसीसे बोलपडी सचमें क्या ? नाही आप मजाक कर रहे हैं मेरी साथ । बुढा बोला हाँ में सच बोल रहा हुं । तुझे झूठ क्युं बोलुगीं ? बुढी बोली क्या केह रहे थे नखु भाईसे ? बरषो से गये हैं, आजतक आने को मन नहीं कर रहे हैं । इतने दिनो के बाद हमलोग याद आये उनको । जबसे गये हैं घरसे ना कोई फोन, ना कोई चिठि ! मानो जैसे वो हमको भुल चुके हैं । अच्छा ये बताउो इतने दिन के बाद फोन तो किये थे, मगर क्या बोल रहे थे बोलोना ? बुढा बोला हाँ वही तो बता रही हुं तुझे । केह रहा था की वो कल घर अानेबाला है । बुढी बोली कल अायेगें ! बुढा बोला हाँ; तु कल उसके लिये उसका पसन्दीता खाना बनादेगी । बुढी बोलती है, आरे आरे तुम यैसे क्युं बोल रहे हो ? मुझे मालुम नहीं है क्या ? मेरी छोटा देबर इतने दिनो में घर लोट रहे हैं, तुम देखना में येसा कुछ बनाऊगीं वो उगंली चाटते रेहजायेगें । बहत कुछ खिलाऊगीं उनको ।
एक बुढा खटीया के ऊपर शो रहा है । उसकी बुढी उसका पाऊं दबा रही है । बुढा बोल रहा है, नखु भाई केह रहा था जानुआ उसको फोन किया था । बुढी बुढा के बाते सुनकर खुसीसे बोलपडी ...Read Moreक्या ? नाही आप मजाक कर रहे हैं मेरी साथ । बुढा बोला हाँ में सच बोल रहा हुं । तुझे झूठ क्युं बोलुगीं ? बुढी बोली क्या केह रहे थे नखु भाईसे ? बरषो से गये हैं, आजतक आने को मन नहीं कर रहे हैं । इतने दिनो के बाद हमलोग याद आये उनको ।
अबतक आप पढे हैं की जानुआ घरको लोटता है वो भी अकेला अच्छा बच्चे का तरहा । कोई बदमासी नहीं, नाही कोई लफडा । इसे सोचकर बुढा बहत खुस होता है और भगबान को धन्यबाद देता है । अब ...Read Moreचलते हैं....... बुढी रषोइ में है और खाना बना रही है । तभी जानुआ वहां जाके पहुंचता है और बोलता है, भाभी क्या बना रहे हो ? में देख सकता हुं क्या ? बुढी पिछे मुडके देखी फिर बोली, यैसे क्या पुछ रहे हो ? तुम बताउो
अबतक आप पढें है की जानुआ एक लेडकी से प्यार करता है और उसीसे सादी करना चाहता है । वो ये बात भैया को बोल नहीं सकता इसलिए भाभी को बता रहा है । ओर उनको बिना पुछे प्यार ...Read Moreऔर फिर सादी करने केलिए सोचा इसलिए वो सरमीन्दा मेहसुस् कर रहा था । पर जब वो ये सब उसकी भाभी को बताया तो वो उन्हे बेबकुफ कहे और फिर हसी । ये सब देखके जानुआ कुछ समझ नहीं पा रहा था । अब आगे......... बुढी बोलती है क्या
अबतक आप पढे हैं की जानुआ अपनी भैया और भाभी को अपने प्यार के बारे में बताता हैं । वो दोनो इस बातपे राजी भी हो जाते हैं और सादी करवाने केलिए केहते हैं । अब आगे....... ...Read More कुछ देर बाद जानुआ अपनी रूम् से आता है और बोलता है, भैया मैंने उसकी घरवाले से बात की वो भी राजी है कल सादी करने केलिए । बुढा बोलता है तेरा खुसी में मेरा खुसी । अगर तु चाहता है उस लेडकी से सादी करना तो में क्युं मना करूगां ? तु चिन्ता
अबतक आप पढे हैं की बुढा-बुढी ज्यौतिष् को बुलाके शुभ महुरत निकलबाते हैं । पण्ङिंत जी दो दिन के बाद सादी का महुरत देते हैं । अब आगे.......... ...Read More दो दिन के बाद जानुआ की सादी हो रहा है उसी लेडकी के साथ । सब खुस है मगर बुढा का मन थोडा दुःखी है । बुढी उसको उदास देखके पास आती है । बुढा को पकङ के साइट् में ले जाती है और बोलती है, क्या हुआ है तुम्हे ? क्युं इतना सोच रहे हो ? बुढा