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डीयर जिंदगी 2

डीयर जिंदगी की कहानी...

में मेरी लाईफ में खूब खुश था,मेरी जिंदगी खुश यो भरी थी,मे पढ रहा था मे जिंदगी मे हसी खुश मे रह था,
और दोस्तों के गुम ना फ़िरना और मस्ती कर था,एक दिन मेंने एक लड़की देखा, में उससे मन ही मन प्यार करने लगा, में उसे हर रोज़ देखता,अब रोज आदत होगयी,मे रोज उसको देख कें लिए उसकी गली में जाना लगा, फिर में ने अपने अपनी बात उसकी दोस्त को बताया, उसकी दोस्त बता ने बोला मेरे तेरी दोस्त के साथ चक्कर चलावो ना उसने कहा ठीक हैं, में ने बोल दिया अब उसकी राह देखता रहा,एक सप्ताह होग या, फिर भी कुछ जवाव नहीं आया ,फिर एक दिन उसकी दोस्त घर पे आयी,उसने बताया लेकिन मना कर दिया, मेंने उसकी राह देखना छाडीया, मे फिर से अपने दोस्त के साथ गुमने लगा,फिर एक दिन वो मेरे सामने आई,मेने उसको मेरी दिल बताई,लेकिन उसने मना कर दिया, फिर मेंरा दिल तोड़ दिया, फिर तो मेने उसको देख ना भी छोड़ दिया, फिर मेंरी जिंदगी अपने राते चलने लगी, धीरे-धीरे मैं जिंदगी खुश होने लगा, तब मेरे बाजू मे कुछ प्नसंग आया तब ओ मेरे मेरे घर आई मे उसे देखकर खुश हो गया, मेने उसे कोई बात नही कई नही फिर रात को हम फिर मीले और वो मेरे साथ मे बेठी हम दोनों की बात चीत होने लगी,
हंम दोनों खुशी रात भर साथ निकल गया, फिर हम उस रात के बाद मिले नहीं, एक महीने बाद वो खुद मुझको मिल को आयी में बाहर बैठा था, वो मुझे देखकर हंसने लगीं तब मेरे पास आकर बोली आप अपना नंबर दो मेने भी अपना नंबर एक चिट्ठी मे लिख कर दे दिया, वो चिट्ठी ले कर चलने लगी, मेने पूछा तुम कब फ़ोन करोगी उसने बोला मे घर पे अकेली रहूँगी तब फ़ोन करूंगी, !!!
वो नंबर ले कर गयी, एक दिन गया दो दिन हुवा टिन होय गये चोठे रोज उसका फोन आया, कोल कीया पर रात में किया लेकिन उसकी आवज भी नाया तो मुझे लगा अज़ान होगा, फिर दुसरे फोन आया फिर वो बोली में ने फोन रात में किया था आप बोल भी रहे थे मेने बोला मुझे पता नहीं था तु ने फोन किया था आप रात में बोली ना थी मुझे लगा अज़ान होगा उस लिए फोन काँट डाला फिर तो हमारी जिंदगी धीरे-धीरे चलने लगी और मेरी पढ़ाई खत्म हो गयी थी ,वो हर रोज पड़ने जाता थी , और शाम को घर आना जाना चलने लगा, धीरे-धीरे हमारा प्यार बढने लगा, वो रोज हमारे घर के आती मुझे उठा ने आती थी, मे उसे हर रोज़ उसे छोड़ ने लगा ,हमने बाहर बहुत गुम थे, हमारी जिंदगी खुशी चलती थीं, फिर एक उसने बोल के मेरा लास्ट दिन है मेरा आज स्कुल में मेने उसको पुछा उसके बाद हम तो मिल भी नही पायें गे उसने बोल आप चिंता मत करो उपर वाला सब देख रहा है , में बोल ठीक हैं मेरी जान,
नजातक से भरा हुवा मेरा दिल आपके पास है,

नजातक से भरा दिल तेरे पास है ..

हमारी फोन बात हो रही थी, एक दिन उसका फोन पे बोल मे जोब करने जाने वाली हु , मेने बोला कहा उसने बोला स्कुल में ठीक है तब मे भी जोब चालु कर दिया था, फिर मे सुबह आठ बजे निकल था वो भी निकल थी, मे उसको बेठा के लेने जाने लगा, एक दिन बोली मेरे फोन दो मेने कहा क्यु दु तेरे पास है उससे बोला मेरे पापा का है मै ने उसको बोल ठीक है मे दे दुगा, मेने उसके लिए नया फोन खरीदा मेने सुबह दे दिया, वो रह रोज फोन करती , एक दिन उसा हुवा उसकी मम्मी ने देख लिया और उससे पास से ले लिया, मे सोच मे पड गया क्यु की उसका फोन नहीं आता था , फिर एक उसका फोन आया , मे आपकी अब नहीं रह पावु गी, मेने बोला चलो हम भाग जाते है, वो भी बोली हम चलें जाते ठीक है , जैसे तेसे हमारे दिन कट रहे , एक दिन फिर रात में हम बात कर रहे उसी रात उसकी मम्मी सो यो नही तो उसकी मम्मी ने उसका आवाज सुन लिए वो पकडा गयी उसको ब होत मारा अगले दिन उसके मम्मी पापा मेरे घर पे आये मे जे कहने लिए मे बोल दिया आपकी लड़की मेरे से शादी करना चाहती तो आप करवा दो वो लोग भड़के लगे मे खरी खोटी सुनाडी फिर वो चल दिये , और उसका जोब भी बंध कर दिया, वो अब तरस ने लगी मे भी तरस ने लगा, फिर एक दिन फोन आया, उससे बोला मेरे लिए रिश्ता धुन लगे हैं, उसने बोल मे तो शादी तो आपकी साथ करूंगी, में भी उसको ऐसे बोला हमारी जिंदगी अब जैसे ते से कट रही थी फिर एक मे उसको घर के बाजू मे काम था उधर गया, वो घर के पिछे बेठी हुवी थी, और कीसी फोन बात कर रहीं थी मने उसको फोन किया, लेकिन नी जवाब नही दिया, तब मुझे उसकी दोस्त से पता चला उसकी शादी पक्की कर दिया है, वो शादी के लिए मान गई, मेने कभी पुछ भी नही क्यु मेरे को बताना नही समझ हमे लोगों जाने वाले थे , उसका फोन आया और मना कर दिया, मे अब तेरे साथ नही आवुगी तु जे जो कर ना है वो कर , मे उसका गम लेकर घर आया , मे बहुत रोया , और उससे शादी कर ली मुझे धोखा दे कर ????


भाई लोग उससे अच्छा की बुरा वो खुश है ना बस उतना चाहता हु वो जहाँ बी रहे ख़ुश रहें....❣❣

डीयर जिंदगी 2 ... कहानी 💔