Pyar - Ek dhokha - 2 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यार - एक धोखा - 2 - अंतिम भाग

हैलो दोस्तों मेरा नाम गुरप्रीत सिंह है। आज मैं अपने दोस्त कमल की स्टोरी आपके साथ सांझा कर रहा हूं। मुझे उम्मीद है। आपको स्टोरी का पहला भाग पसंद आया होगा
तो चलिए इस कहानी को आगे बढ़ाते है।
कमल रुचिका को बहुत चाहने लगा था दोनो मे प्रेम प्रसंग काफ़ी
भाड़ चुका था

तभी कमल की जिंदगी मे एक नया मोड़ आता है।

रुचिका बिना कुछ बताए कमल की जिंदगी से गायब हो जाती है।
कमल उसको हजारों वाट्सअप
मैसेज करता है।
हजारों कॉल्स करता है।
पर रुचिका न तो किसी मैसेज का जवाब देती है।
न ही किसी कॉल्स का
और तो और उसने कॉलेज आना भी बंद कर दिया था
कमल ने उसको बहुत तलाश
पर उसको रुचिका कही न मिली।

कमल ने दुबारा उसको हजारों मैसेज किए पर रुचिका ने उसके किसी मैसेज का कोई जवाब नही दिया ।
ये सब देख कर कमल का दिल बहुत दुखा।
अब कमल दिन भर परेशान रहने लगा था।
उसका किसी काम में मन नहीं लगता था।
पूरी पूरी रात कमल जागता रहता था।
कमल रुचिका को हजारों कॉल्स करता था ।
पर रुचिका किसी एक का बी जवाब नही देती थी।

फिर एक दिन अचानक कमल शिव मंदिर जाता है।
और उसको वहा पर रुचिका नज़र आती है।
पर रुचिका उसको देख कर बाग
जाती हैं।

कमल उसका काफी देर तक पीछा करता है।
और उसको पकड़ लेता है।
और पूछता है।
तुम कहा थी। इतने दिनो से
मैने तुमको इतने कॉल्स मैसेज किए और तुमने किसी का जवाब नही दिया।
रुचिका कमल की बातो पर चुप रहती है।
और बोलती है।
मै अभी तुमरी बातो का जवाब नहीं दे सकती
इस पर कमल बोलता है।
अभी क्यों नही बोल सकती तुम

क्या बात है। बताओ तुम मुझे अभी
इस पर रुचिका रोते हुए।
बोलती है मैं तुमको दो दिन बाद यही मिलूंगी
इस पर कमल बोलता है
ठीक है। पर तुम दो दिन बाद पक्का मिलना
मे तुमसे बात किए बिना रह नहीं सकता हु।
तुम समझा करो मेरी बात को मिस रुचिका
इस पर बिना कुछ बोले रुचिका चुप चाप वहा से
चली जाती है।

तीन दिन बाद कमल के पास रुचिका का मैसेज आता है।
की सुनो कमल तुम जल्दी से मंदिर वाले रोड के पास आ
जाओ । ये मैसेज पढ़ कर कमल अपनी बाइक स्टार्ट करके
मंदिर वाले रोड के पास आ जाता है।
और रुचिका तभी उस से रो रो कर माफ़ी मांगने लगती है।

कमल पूछता है। क्या बात है।
जो तुम रो रही हो।
कमल उसका रोता हुआ देख कर
उसको माफ़ कर देता है।
और बोलता है। कोई बात नही।
और इसके बाद दोनों में
दो दिनों तक बाते होती रही।
कमल बहुत खुश था ।
पर जैसे ही तीसरा दिन हुआ
रुचिका ने फिर से बात करनी बंद कर दी।
ये सब देख कर कमल बहुत दुखी हुआ
इस बार वो बहुत दुखी था ।

उसकी मानसिक हालत बी खराब हो चुकी थीं।
इस बार उसको गहरा सदम लगा था।
उसने काफी दिनों से खाना नही खाया
और घर से बाहर आना बी बंद कर दिया था ।
और मुझे उसके बारे मे सब कुछ पता था ।
क्युकी वो मेरे बचपन का साथी था ।
और मुझ से उसके ये हालत देखे नही जा रहे थे।
तो मैने उसकी हेल्प करने की बात सोची की।
मैं रुचिका के बारे मै सब जानकारी एकत्रित
करूंगा।
मैने हफ्ते भर बहुत मेहनत की।
उसके बारे में पता करने के लिए
और मैं उसके बारे मे सब कुछ जान
चुका था ।
और मुझे ये पता चला कि रुचिका पिछले कुछ महीनों
से गलत लोगो की संगति मे रह रही है।
उसने गलत संगति को अपना लिया था।
और गलत लड़कियों के साथ मिल कर नशा भी करना चालू कर दिया था ।
ये सब लड़कियां शहर से जुड़े एक इलाके में रूम मे रहती थी
और सब मिल कर उलटे सीधे काम करती थी।
और जब मैने रुचिका से पूछा तुम कमल से प्यार नही करती तो उसका जवाब था वो सब टाइम पास था कोन सा प्यार मैं नही जानती कुछ।
ये सब मे जनता था ।
पर मेरी हिम्मत नही हुई की मैं ये बाते कमल
को बता सकू। पता नही कमल जैसे और कितने लडको की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हुआ होगा soooooo
प्यार एक धोखा है।.................
और कुछ नही।...................
The end.

Written BY-GURPREET.SINGH