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रात का खेल चले भाग-३

हमणे देखा कि कोइ तो बोलता हे मे अवोगा तो चलो देखे क्या होता है एक गाव मे दो पती पत्नी जा रहे थे तबी एक आदमी बोलता हे कहा जाना है तब वो बोलते है पुणे तब रस्ते पे पोस्टर लगे थे कि राम आएगा तब वो बोलता हे ये राम कोण हे तब रिक्षा वाला बोलता हे मे हु तब राम उन्हे मार देता हे तब वो घर जाता है वाहा पे उसकी दोसरी बेबी थी तब वाहा पे एक लडकी आती है और बोलती हे ये हवेली मेरी हे तुम याहा से चली जावो तब वो बोलती हे नही तब वो लडकी उसको मार देती है तब राम कि बेबी चिलाती हे राम तब राम बोलता हे मे नही आसकता जबतक वो नही आएगी जबतक राणी घरको चोह ना ले तबतक तब बोहत हवा चलती है तब अरणव और उसकी बेबी रोहीनी आती है तब गाडी से उतरती हे उनकी बेटी राणी तब वो बोलती हे वाव बोहत अच्छी हे हवेली तब रोहीनी बोलती हे याहा तुम्हारी शादी होगी तब सब अंदर जाते हे तब राणी घरको चोह लेती हे तब घर शापमुक्त हो जाता है तब राणी अरणव से बोलती हे याहा शिवमंदिर कहा से आया तब वो बोलता हे ये मंदिर अचानक से स्थापन होवा हे तब राणी तलाव के पास जाती हे तब झुला हिलता हे तब तालव मे राणी को राम की आत्मा दिखती हे तब राणी बोलती हे आवो राम मे तुम्हे पेहचनती हो तब राणी बोलती हे तोम इतने आसानीसे नही मरोगे तबी तो वो आरही हे जो तुम्हे मार सकती हे ये मंदिर अचानक से यहा आना और तुम नही मरणा लेकिन वो आएगी तब दोसरे दिन राणी कि शादी हो जाती है तब राणी बोलती हे हम यहा रोकते हे तब आती है अरण्या और बोलती हे राणी तब अरणव बोलता हे तुम्हारा पती कहा हे तब वो बोलती हे तब वो लडकी आती है और बोलती हे हा तेरे पती और उस बोढी को मेणे मार दिया तब राम आता हे और उसे मार देता हे तब राणी शिवमंदिर जाती हे और बोलती हे मुझे जानना हे क्या रहस्य हे तब शिव बोलते है तोम एक शेतान थी लेकिन ‌‌‌‌‌‌‌तोम अब एक आधी देवी हो तब तुम्हे इस‌ काहणी को पुरा करना है तब राम फिरसे आता हे और उन्हे डरता हे तब ‌‌‌‌‌‌एक तरफ से उजाला आता हे तब ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌राम चला जाता है लेकीन इस मंदिर का रहस्य क्या है तब राणी मंदिर मे तांडव करती है तब आती है नागराणी शुभांगी और बोलती हे मे तुम्हे बताती हो इस मंदिर का रहस्य ये मंदिर सोसाल पुराना हे ये याहा अचानक से स्थापन होगया लेकिन तुम्हे उस राम को मिटाना हे लेकिन ये लो त्रिशुल इससे तुम्हे उसे मारना हे लेकिन उसके जन्म दिन के दीन मारना हे लेकिन रात को तो राणी घर आती है तब उसका पती कुणाल बोलता हे चलो अंदर तब दोसरे दिन राणी को एक किताब मिलती है तब उसमे लिखा था की राम का जन्म १ जानेवारी १९४५ मे होवा था तब राणी बोलती हे वो दिन कल हे मे उसे मार सकती हू तब राम अरण्या को मार देता हे तब राणी आदी देवी बन जाती है तब बोहत लढाई होती हे तब अचानक से रात हो जाती है चांद निला हो जाता है तब राणी उसे त्रिशुल से मारडालती हे तब राणी बोलती हे अब याहा से चलो सब याहा पे कभी भी आना नही तब राणी घरको शाप देती है ये कभी भी शापमुक्त नही होगा तब वाहा से शिवमंदिर गायब हो जाता है तब राणी बोलती हे काहाणी का अंत होवा तो चलो तब सब अमेरिका जाते हे राणी को बच्चा हो जाता है . THE END