Kavya Sangrah - 1 books and stories free download online pdf in Hindi

काव्य संग्रह - भाग 1 - माँ

मातृ दिवस विशेष माँ पर लिखी मेरी कुछ कविताओं का संग्रह है जिसे आप जरूर पढ़े वैसे अगर बात की जाए तो दुनिया का हर रिश्ता बहुत कीमती होता है पर मां का एक ऐसा रिश्ता जो सबसे अलग होता है वैसे तो जिंदगी में हर रिश्ते की बहुत अहमियत होती है पर सच बात बताएं तो माँ की बात कुछ अलग होती है. मातृ दिवस पर मां पर लिखी मेरी कुछ कविताओं का संग्रह मैं आपके साथ साझा करना चाहूंगी.

वैसे तो मां शब्द ऐसा है जिसके प्यार को बयां कर पाना बहुत मुश्किल है, पर फिर भी मैं कुछ अपने जज़्बात आपके साथ बांटना चाहूंगी.

1. एक छोटा सा शब्द

एक छोटा सा शब्ब्बद जिसमे मेरी जान बसती है,
रोते हुए भी मेने मुस्कुराया हे जब मेरी माँ हसती है ,
नो महीने वह हमें अपने कोख में रखती है,
अपनी जान से भी ज्यादा वो हमारा ख्याल रखती है ,
लोग कहते हैं प्यार अंधा होता है मानती हूं मैं क्योंकि
हमे बिना देखे भी वह अपने बच्चे से प्यार करती है,
दर्द सहे कर भी वह हमें इस खुबसुरत दुनिया में लाती है,
अपना पुरा प्यार ओरी जिन्द्गगी हम पर वो लुटाती है,
अपनी जान पर खेलकर भी वो हमें ये दुनियां दिखाती हे,
हर पल हमेशा वो हमे अपने सीने से ल्गाए रखती है ,
अपने सरीर के अंश से वो हमारी भुख् मिटाती है,
हम्हारे अंदर संस्कारों का सिन्चन करके वह हमें दुनिया में अच्छा बनाती है,
हमारा पालन-पोषण वह करके हमें बड़ा करती है,
अपनी जिंदगी गवा कर भी वह में काबिल बनाती है,
कभी शिक्षक कभी सहेली कभी डॉक्टर तो कभी सलाहकार बन जाती है,
एक माँ ही है जो एक इंसान होकर भी सारे रिश्ते निभाती है,
कभी मां कभी बेटी कभी बहू कभी पत्नी कभी नण्द हर रिश्ता बखूबी निभाती है,
हर काम माँ करती है फिर भी नाम पिता का जाता है
तब भी वह कोई सवाल नहीं करती है
खुद का ख्याल ही नहीं पर सब की फिक्र वो हर पल करती है,
अपने घर को अपनी दुनिया और परिवार को अपनी जिंदगी समझती है,
अपनी छोटी सी दुनिया में वो शिकायतें कम और खुशियां ज्यादा ढूंढती है ,
घर में सब की फरमाइश होती है पर वह अपनी जरूरत तक जरूरी नहीं समझती है,
मेरी मां मेरी जान वही मेरा अभिमान है,
और वह मेरी दुनिया वो ही मेरी जिंदगी जहान है.


2.मेरी माँ

मां आप पर मै क्या लिखूं मेरे शब्दों में इतना जोर नहीं,
आपके प्यार को बयां कर पाऊं यह मेरे बस में नहीं,

आपका प्यार दुनिया में सबसे ज्यादा लाजवाब है,
आपका प्यार ,स्नेह ,फिक्र और स्वभाव सब बे जवाब है,

कुछ सवाल जो मेरे मन में अक्सर आया करते हैं,

एक इंसान होकर भी कैसे सारे रिश्ते निभा लेते हो?
हजारों गमों के बीच भी आप कैसे मुस्कुरा लेते हो?

हमारी जरूरतों को बिना कहे ही पूरा कर देते हो,
पर अपने लिए आप कभी कुछ मांगा नहीं करते हो,

सारे काम आप करती हैं फिर भी नाम पिता का आता है,
फिर भी आप कभी किसी से कोई सवाल नहीं करते हो,

उतना ही प्यार उतना ही स्नेह आदर और उतना ही प्यार करते हो,
फिर भी आपके मन में ना कोई घमंड ना बदलाव आता है,

आपका यही स्वाभाव आप को इंसान से भगवान बनाता है.
love u mamma.
Mom word is enough.


3.एक माँ का हृदय

एक मां का हृदय बहुत ही निर्मल और कोमल होता है ,
मां के लिए उनकी औलाद ही सब कुछ होता है,

उदास रहे अगर बच्चे तो मां को दुख सबसे ज्यादा होता है ,
और अपने बच्चों की खुशियों में उन्हें सुख महसूस होता है ,

चोट लगे अगर बच्चे को तो दर्द मां को ज्यादा होता है,
बच्चे कामयाबी के शिखर पर पहुंच जाए तो अभिमान मां को होता है,

अपने बच्चों पर जिंदगी लुटाना उनका असूल होता है ,
हमारी छोटी-छोटी खुशियों के लिए उन्होंने कई दर्द सहा होता है,

बच्चों का दर्द एक पल भी मां से देखा नहीं जाता है,
इसलिए सबसे कमजोर ह्रदय मां का पाया जाता है ,

और इसलिए यह दुनिया का सबसे मजबूत रिश्ता माना जाता है.



4.माँ

एक छोटा सा शब्द है जो मेरे चेहरे पर मुस्कान ले आता है,
कुछ और नहीं नाम जब मेरी मां का आता है,

मां शब्द रोते हुए चेहरे पर भी मुस्कान ले आता है,
और मां के सर पर हाथ फिरआने से ही सारा दर्द खत्म हो जाता है,

हजारों तकलीफ सहकर वह हमें इस दुनिया में लाती है,
हमारी खुशियों को वह अपनी जिंदगी बना लेती हैं,

खुद दुखी होकर भी वह हमें मुस्कुराना सिखाती है,
एक मां ही तो है जो हमसे बेमतलब का प्यार करती है,

घर में वह जो सबसे पहले उठ जाती है,
छोटे से लेकर बड़े सबका वह ख्याल रखती है,

घर की रसोई से लेकर घर के हॉल तक सारा सामान व्यवस्थित करती हैं,
बच्चों के टिफिन से लेकर बुजुर्गों की दवाई तक का वक्त से ख्याल रखती हैं,

छोटी सी छोटी खुशी में भी वह बहुत खुश हो जाती हैं,
आज बड़ी से बड़ी तकलीफ मैं वह बड़ी आसानी से लड़ जाती है,

घर के हर एक इंसान का वह हर पल ख्याल रखती है,
और इसी बीच वह अपने आप को तो भूल जाती है,

सब की खुशी का ख्याल वह हर पल रखती है,
पर अपनी जरूरतों का तो वह याद तक नहीं करती है,

बिना कहे घर के सारे सदस्यों की बात वह जान जाती है,
परिवार की खुशियों में ही वह अपनी खुशी ढूंढ लेती है,

मां वह है जो अपने बारे में कभी नहीं सोचती ,
हर एक इंसान होकर भी सारे रिश्ते निभा लेती है,

बिना किसी शिकायत के वह अपने सारे फर्ज निभाती हैं,
अधिकार नहीं जताती कभी बस वो अपने फर्ज निभाती:


5.दुनिया का सबसे सुंदर शब्द है -
"मां"
मां क्या लिखूं मैं आप पर मेरा यह सवाल बिल्कुल ही बेजवाब है ,

आप का आंचल और आप की गोद वाकई काफी लाजवाब है,

जिसके सर पर हो मां का हाथ वह दुनिया का सबसे बड़ा नवाब है,

मां के प्यार को अल्फाजों में लिख सकूं इतना मुझ में कहां रुबाब है ,

कितना लीखू मैं आपके लिए यह सवाल ही बेजवाब है,

आपके प्यार का तो क्या कहूं वह तो दुनिया में सबसे लाजवाब है