Khat wala PYAAR - 4 books and stories free download online pdf in English

खत वाला PYAAR - 4

( लड़की मन में ही सोचती हैं कि क्या इस से बात करना ठीक होगा.......... )
एकबार बात करके देखती हूँँ....... कुछ लिखनेे ही जा रही होती हैं और तुरंत ही उसके दिमाग की घंटी बजने लगी और खुद से ही सवाल कर बैठी.......अरे रुक....... कर क्या रही हो तुम १ उसको जानती नहींं....
पहचानती नहीं...... और उसको खत क्यों भेज रही हो थोड़ा ठंडे दिमाग से सोचो और बाद में खत भेजो.......

( अब लड़की सोचती हैं कि चलो थोड़ा सा ही सही पर उस के साथ मजाक किया जाए और आगे लिखती हैं......)
तुम्हारा खत मिला और ऐसा जवाब सुनकर बहुत अच्छा लगा जिस तरह मुझे जवाब दिया ।
आगे लिखती हैं कि...........,
मैं छोटे से गांव की रहने वाली हूं और हांँ हर कोई लड़का खूबसूरत सी मतलब कि चांद सी लड़की की चाहत रखता है तो तो मैं बता दूंं तुम्हेंं कि मैं बिल्कुल ऐसी नहीं हूं.....मैं चांद तो नहीं हूं.....
पर हां,
चांद में जो दाग है बस, उससे ज्यादा ना गोरी हूं और ना उससे ज्यादा काली हूँ बस वैसे ही हूं..... और हां अपने बारेे मैं भी कुछ लिखकर बताना भेजना जरूर.........


लड़का लिखता है........... कि,
तुम्हारा खत मिला और बहुत अच्छा भी लगा तुम्हारी सच्चाई सुनकर....... अगर तुम चाहती तो गलत भी लिख सकती थी पर तुमने ऐसा नहीं किया ।

( लड़का भी मन में ही सोचता है कि.... चलो मैं अपने सच्चाई को छुपाऊ...... इस लड़की को थोड़ा आजमा कर देखते हैं...)
आगे लिखता है...... कि,
हर कोई लड़की अमीर घरों के बेटों की चाहत रखती होती है पर मैं बता दूंं तुम्हें कि..... मै मैं छोटेेे घर से हूँ ।
मेरा नाम राहुल है और बस छोटे से गांव में एक छोटी सी नौकरी हैं........ मैंने तो ऐसे ही उस पते पर खत लिख दिया था मुझे भी खबर ना रही कि, मैंनेे किस पते पर खत लिख दिया....१
मेरे दिल नेे कहा तो मैंनेेे लिख दिया.......
ओई सुन.......,
अपना नाम तो बता ..... आगे खत में अपना नाम लिखकर भेजना जरुर..... अब तुम्हारे खत का इंतजार नहीं रहेगा बल्कि तुम्हारे नाम का इंतजार रहेगा ।आगे कुछ लिखकर भेजना जरूर….... क्योंकि तुम्हारे खत का इन्तजार बहुत रहता हैं.....।

लड़की लिखती है.........कि,
तुम्हारा यह सच बोलना मुझे अच्छा लगा । अगर तुम चाहतेे तो तुम गलत लिख सकतेेेेेेे थे पर तुम ने ऐसा नहीं किया । यह तेरी बात मुझे बहुत अच्छी लगी मैं अपने बारे में क्या लिखूं पर हाँ, तुमसे बात करना मुझे बड़ा अच्छा लगता हैैं ....।
मैंने आज तक कभी भी किसी का भी इंतजार नहीं किया......।
पर हांँ..... अब तुम्हारे खत का इंतजार जरूर रहता है ..।
पोस्टमैन के आने से पहलेे ही बाहर आ जाती हूँ ......

अरे...अरे....एक बात तो दिमाग से ही निकल गई तुमने तो मेरा नाम पूछा था ना पिछले खत में ......🤔
अरे...... मेरा नाम जानकर तुम क्या करोगे मैं अपना नाम नहीं बताऊंगी...... अभी हम एक दूसरे को जानते ही क्या हैैै कि मैं नाम बता दूूँ........
नाम भी बताऊंगी पर अभी नहीं सही वक्त आने पर... अपना ख्याल रखना ।
( तुम्हारे खत का इंतजार रहेगा......राहुल)