Dusari Aurat - 2 books and stories free download online pdf in Hindi

दूसरी औरत - 2

कंवल ने आखिर थोड़ी हिम्मत कर के श्रेयस से पूछ ही लिया कि क्यों वो उससे दूर भाग रहा है। शुरुआत में श्रेयस इस सवाल पर हैरान तो हुआ पर जल्द ही उसने अपने आप को सामान्य करते हुए जवाब दिया कि ऐसा कुछ नहीं है। वो तो बस अपने बिजनेस की वजह से कंवल को वक्त नहीं दे पा रहा है। और थोड़ा प्यार से उसने कंवल के हाथों में अपना हाथ रखते हुए कहा कि वो तो बस हमेशा से ही उसका है और रहेगा बस कुछ दिनों की बात है एक बार सब कुछ सेटल हो जाए फिर बस मेरा पूरा वक्त तुम्हारे लिए रहेगा मेरी जान।
इतना सुनते ही कंवल की आंखों में से आंसू आ गए और वो श्रेयस के गले लग गई। और इन आंसुओं के साथ साथ उसके श्रेयस के प्रति जो भी गीले शिकवे थे सब बह गए।
अब कंवल भी स्त्री है और स्त्री जो की बिल्कुल बर्फ़ की तरह होती है ऊपर से तो उसका सर्द व्यवहार सबको भयानक लगता है पर जैसे ही उसके सामने थोड़ी इमोशनल की तपन लगाई वैसे ही वो पिघल सी जाती है। अब यही हालत कंवल की थी श्रेयस के हाथों की छुअन से जैसे वो सब कुछ भूल गई थी और ऐसे ही बातें करते करते वो दोनों सो गए। कंवल अब निश्चिंत थी कि ऐसी वैसी कोई बात नही है वो भी कुछ ज्यादा ही सोचती है। श्रेयस तो बस अपने काम की वजह से थोड़े परेशान है इसलिए मुझे टाइम नहीं दे पा रहे है।
और उधर दूसरी तरफ श्रेयस भी अब सुकून में था कि इस कंवल नाम की मुसीबत से तो में बचा वरना ये मुझे सवाल पर सवाल कर कर के परेशान कर देती। और मेरा सच इसके सामने आ जाता। खैर कुछ दिनों की बात है फिर ये भी इसके रास्ते और में भी रीमा के साथ अपनी अलग ही जिंदगी जिऊंगा और कंवल को डायवोर्स दे दूंगा। यही सब सोच कर उसके चेहरे पर कुटिल मुस्कान आ जाती है और वो सुकून से सो जाता है।
रीमा जो की कुछ दिनों पहले ही श्रेयस के ऑफिस में आई है।एक खूबसूरत मॉडर्न और आज के ज़माने की लड़की है। रीमा का ऑफिस में जब पहला दिन था तब वो अनजाने में श्रेयस से टकरा जाती है और श्रेयस के ऊपर गिर जाती है श्रेयस तो बस उसकी खूबसूरती में खो जाता है । रीमा के बाल श्रेयस के गालों को छू रहे होते है जिससे श्रेयस को गुदगुदा एहसास होता है उसकी भीनी भीनी खुशबू श्रेयस को मदहोश कर देती है उसे दुनिया जहान की कोई फिक्र नहीं रहती है रीमा के होठों पर जो उसकी निगाहें ठहर सी जाती है उसे होश तब आता है जब रीमा उससे सॉरी कहते हुए उठ जाती है और जाने लगती है तब वो रीमा को हाथ पकड़ कर रोक लेता है अचानक हुए इस तरह के व्यवहार से रीमा चौंक जाती है पर अपने आप को सामान्य बनाते हुए आंखों से सवाल करती है की क्या हुआ। श्रेयस तो बस उसकी इसी अदा पर मर मिटता है।