Pyari Duniya - 25 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यारी दुनिया... - 25 - खाने के लिए कुछ भी...

एपिसोड 25 ( खाने के लिए कुछ भी ... )
सब घर पहुंच चुके थे | पर कनिका को अबीर पर बहुत गुस्सा आया था | क्यूंकि अबीर उन सब को उसके घर लेकर आया था | रिया भी ये सब देख ... दंग रह गई थी | उसे तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था की क्या हो रहा है | पर वो कुछ बोली नहीं | वीर तो मन ही मन बा हसे ही जा रहा था |
वीर :: ( मन ही मन ) :: “ बॉस .. क्या बात है | एक तीर से दो निशाने ?... मन्ना पड़ेगा आपको | कनिका मैम को सचाई पता लगने से भी रोक लिया ओर शादी भी कर ली ... बहुत बढिया ...”
वीर को खुश देख .... रिया ने उससे पुछा .... वो सभी इस वक्त अबीर के घर पर थे | कनिका .. कायर ,,, कायर्व ओर अबीर एक कमरे में थे | ओर रिया ओर वीर निचे हॉल में थे |
रिया :: “वीर सर ... क्या मैं आपसे कुछ पूछूँ ?”
वीर :: “हाँ क्यूँ नहीं .. तुम एक क्यूँ 10 सवाल पूछो ...”
रिया :: “सर ये हम सब यहाँ क्यूँ आए हैं ?”
वीर :: “क्यूंकि बॉस ने कनिका मैम से शादी कर ली .. इसलिए ...”
वीर की बात सुन .. मनो रिया को झटका लगा हो | वो जोर से चीखते हुए वीर के कानों में बोली ...
रिया :: “क्या ....पर ऐसा कैसा हो सकता है ...”
वीर :: “अरे अरे .. चीखना बंद करो ...”
रिया :: (आराम से वापिस सोफे पर बैठते हुए ) “ओह! सॉरी सर ... पर ऐसा कैसा हो सकता है ...”
वीर :: “क्यूँ नहीं हो सकता ...”
वीर के इस सवाल का कोई जवाब रिया के पास नहीं था | रिया को बस यही समझ नहीं आ रहा था की ... कनिका ने यूँ अचानक से अबीर बॉस .. जो की रिया के बिग बॉस थे .. उनसे शादी क्यूँ कर ली | ओर रिया मन ही अमन अभी सिर्फ यही सोच रही थी ... “तो क्या इसका मतलब ये है की कनिका अब उसकी लेडी बॉस हैं |” ये ख्याल मन में आते ही ... रिया के चेहरे पर डर ओर मुस्कान दोनों के भेव एक साथ दिखाई देने लगे थे | फिर रिया ने फ़ोन में टाइम देखा .. ओर वीर से बोली |
रिया :: “तो सर .. मैं लेट हो रही हूँ ... मुझे जाना होगा ..”
वीर :: “ इतनी भी क्या लह्दी है ..? किसी से मिलने जाना हिया ?”
रिया :: “अरे नहीं नहीं सर ... वो बस आज मोम गावं से आ रही हैं ...तो बस इसलिए ...”
वीर :: “ओह! ... तुम कहो तो मैं तुम्हे छोड़ दूँ ?”
रिया :: “नहीं नहीं सर ... मैं चली जाउंगी ..”
ये कह रिया वहां से चली गई , ओर वीर बस रिया को पीछे से जाता देखता रह गया |
उपर कमरे में ...
कायरा अब उठ चुकी थी | ओर उसे ये सब कुछ भी समझ नहीं आ रहा था | कायरा मासूमियत से कनिका से बोली |
कायरा :: “ममा ... तो आप कह रहीं हो की ... अब से मेरे पापा नीली आँखों वाले अंकल हैं ?”
कनिका :: “हाँ बच्चा ... क्यूंकि ...”
कनिका आगे कुछ बोल पति ... उससे पहले ही कायरा बोली |
कायरा :: “तो क्या ये मुझे टॉफीज़ देंगे ...”
कायरा की ये बात सुनते ही कायर्व ने अ[न सर पीट लिया | अबीर की हसी निकलगे .. ओर कनिका का तो मन कर रहा था की .... बस कायरा को खूब पिटे ...
कायर्व ने खुद को शांत करते हुए ... कायरा से बोला |
कायर्व :: “अच्छा ... ठीक हैं ... तो अब से ये हमारे पापा हैं कायरा ... ओके ?”
कायरा :: “ ठीक है .... पर ..”
कनिका :: “पर वर कुछ नहीं.. तुम आब आराम करो .. मैं तुम्हारे लिए डिनर तैयार कर देती हूँ ...”
कनिका के मुह से खाने का नाम सुनते ही .. कायरा की आँखें किसी मोती की तरह चमकने लगीं | जिसे देख कायर्व मन ही मन सोचने लगा ... “खाने के लिए तो मेरी बहन मुझे भी छोड़ सकती है ...”
ओर अपना सर हिलाते हुए ... वहां से अबीर के साथ निकल गया |
क्या होगा आगे इस कहानी में .. जानने के लिए बने रहिये मेरे साथ |