The Trial Web Series Review books and stories free download online pdf in Hindi

द ट्रायल वेब सीरीज रिव्यू

काजोल इस वेब सीरीज की आन, बान और शान हैं, काजोल की अदाकारी देखकर ये नहीं लगता की एक लंबा ब्रेक लेकर आईं हैं, बस ये बड़े पर्दे को छोड़ कर अब छोटे पर्दे तक पहुंच गईं हैं और उन्हें दर्शकों का ज्यादा प्यार मिलने वाला है। सीरीज में एक नहीं अनेक कानूनी ट्रायल हैं क्योंकि वकीलों के परिवार और उनके व्यवसाय पर बनी सीरीज है। एक महिला विपरीत परिस्थितियों में कैसे अपने परिवार को संभालती है उसकी कहानी है।

सीरीज की शुरुआत होती है एक जज पर लगाए आरोपों से, को सीरीज में काजोल के पति हैं। उनपर आरोप है उनके पद का दुर्पयोग करके भ्रष्टाचार करने का और साथ ही उनका अश्लील वीडियो भी इंटरनेट पर वायरल हुआ जिसे उनके भ्रष्टाचार का ही एक हिस्सा बताया जाता है। न चाहते हुए भी काजोल अपने पति के साथ रहती है और उन्हें कानूनी तौर पर इस केस से छुटकारा दिलवाने के प्रयत्न करती है।

सीरीज में अनेक ट्रायल हैं मतलब कोर्ट रूम ड्रामा का एक बड़ा डोज दर्शकों को देने की अच्छी कोशिश की गई है। आजकल कोर्ट रूम ड्रामा बहुत ही प्रचलित हुआ है। क्रिमिनल जस्टिस सीरीज, जय भीम फिल्म, जोली एल एल बी १ और २, आर्टिकल ३७५ , गार्गी, दामिनी , पिंक , ओह माय गॉड, रुस्तम और अब द ट्रायल सीरीज। ये सभी फिल्म या सीरीज ने दर्शकों को अच्छी तरह से जकड़ के रखा और कानूनी करवाही से भी परिचित करवाया। सामान्य नागरिक यह फिल्में देखकर न केवल मनोरंजन प्राप्त करता है पर कानूनी तौर तरीके भी सीखता है।

इस सीरीज में एक महत्वपूर्ण बात दिखाई गई और वह है मिडिया ट्रायल और पब्लिक ट्रायल। कोई भी ऐसा केस जिसमे कोई जानी मानी हस्ती सम्मिलित है उसमे सामान्य जनता और न्यूज चैनल भी जुड़ जाते हैं जैसे शहद की बूंद पर मक्खियां। एक तरफ कोर्ट केस चल रहा होता है और दूसरी तरफ मीडिया यह केस प्रेक्षकों के साथ अपने प्राइम टाइम पर चलाती है। मीडिया अपने गवाह, अपनी छानबीन करना शुरू कर देती है। अपना जजमेंट सुनाती है, और इन सबका किसी भी कानूनी प्रक्रिया से दूर दूर तक कोई लेना देना नहीं होता। मीडिया चाहे तो बेकसूर को कसूरवार और कसूरवार को बेकसूर बनाकर प्रेक्षकों को फैसला सुना देती है। और इन सब में भुक्तना पड़ता है आरोपी के परिवार वालों को। समाज उन्हें भी दोषित मानता है और उन परिवारों को सामाजिक बहिष्कार शुरू हो जाता है। कई परिवार आत्महत्या जैसे कदम भी उठा लेते हैं।

अब बात करते हैं एक महिला वकील की जिसने अपनी वकालत अपने परिवार की देखभाल करने की प्राथमिकता के कारण छोड़ दी। अक्सर यह देखा गया है की जब व्यवसाय में आगे जाना हो,विवाहित स्त्री पुरुष दोनों ही अपने व्यवसाय में सक्षम और सम्मानित हों तभी एक दिन कोई एक आगे जाता है और दूसरा वहीं रुक कर परिवार के लिए अपने व्यवसाय से विराम लेता है। यहां स्त्रियों को ही घर परिवार को संभालना पड़ता है और पुरुष अपने व्यवसाय से परिवार को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा देता है। सवाल यह है की क्या परिवार और बच्चों के उत्तरदायित्व को व्यवसाय के साथ नहीं संभाला जा सकता? क्या विवाहित पुरुष और स्त्री दोनो अपने व्यवसाय के साथ अपने पारिवारिक उत्तरदायित्व को नहीं संभाल सकते? क्यों केवल महिला ही अपने व्यवसाय से विराम ले?.

कहानी में एक और सामाजिक विषय है विवाहेतर संबंधों का। सीरीज में दर्शाया गया है की पति जब पावर और पैसे के नशे में अंध होता है तो उसे विवाहेत्तर संबंधों में रुचि जागती है। तब तक बच्चे समझदार हो चुके हैं पत्नी को पति की संबंधों के विषय में दी गई सफाई और वादे पर कोई भरोसा नहीं। इस विषय पर बहुत बढ़ी चर्चा हो सकती है। पत्नी का विवाहित संबंधों में रुचि का कम होना या फिर पति का पत्नी से असंतुष्ट होकर अन्य रिश्तों को ढूंढना, आखिर क्या कारण है की पूरे विश्व में विवाहित जीवन 40 की उम्र के बाद टूटते और बिखरते दिखाई देते हैं?

सीरीज के प्रत्येक प्रकरण में अदालत है और एक केस की सुनवाई है। बहुत दिलचस्प कह सकें ऐसी दलीलों का दौर बहुत ज्यादा नहीं है पर थोड़ा बहुत है। क्योंकि अदालत और सुनवाई है, वकीलों की दलीलें हैं इसलिए एपिसोड आपको बांधके रखेगा।

काजोल की अदाकारी सर्वश्रेष्ठ है, साथी वकील विशाल भी बहुत अच्छा अभिनय कर लेते हैं, कुब्रा सैंत अब वेब सीरीज विशेषज्ञ कलाकार बन गई है। काजोल के साथ उनकी अदाकारी भी सविशेष रही। जिशु सेन गुप्ता को आपने शकुंतला देवी फिल्म में देखा होगा, बंगाली पति के रूप में अब वे निर्विकल्प चुने जाते हैं।

कहानी अंग्रेजी किताब और सीरीज ’ गुड ’ वाइफ का आधिकारिक पुनः निर्माण है। यह दौर अब चलने वाला है जब अंग्रेजी सामग्री को भारतीय मसाले में मिलाकर प्रस्तुत किया जाएगा।

सीरीज बुरी नहीं है, कुछ दृश्य छोड़ दें तो अश्लील भी नहीं है। काजोल के लिए यह सीरीज आपको देखनी चाहिए। हॉटस्टार पर पूरी सीरीज उपलब्ध है।

– महेंद्र शर्मा 07.08.23