Sath Zindgi Bhar ka - 58 books and stories free download online pdf in Hindi

साथ जिंदगी भर का - भाग 58

आए आई लव यू टू कुंवरजी आस्था ने उसकी आंखों में देखते हुए कहा और जवाब में एकांश ने फिर से एक बार उसके उन होठों के पंखुड़ियों को अपने लबों में समा लिया एकांश के होंठ ना जाने कितनी देर तक आस्था को चूमते रहे

आस्था ने आवाज की और एकांश ने उसे छोड़ दिया और वह जोर-जोर से सांस लेने लग गई एकांश ने उसे एक पल देखा और अगले पल अपने बाहों में समा लिया अपनी बाहों में उठा लिया डरकर आस्था ने उसके गले मैं अपनी बाह डाल दी क्या कर रहे हैं आप कुंवर जी आस्था ने किसी तरह उससे पूछा वह शर्म से गुलाबी हो चुकी थी

उसने अपनी नजरें झुका ली आस्था की हरकत देखो एकांश को उस पर और ज्यादा प्यार आने लगा और उसने वैसे ही अपने लबों की मोहर उसके माथे पर दे दी और बेड पर लिटा दिया और खुद उसके पास लेट कर उसे अपनी बाहों में समा लिया यूनो जान हमें सोना है यहां आपके पास आपकी बाहों में सुकून के साथ वरना तो एकांश कहते हुए रुक गया वरना क्या कुंवर जी आस्था जब से आप हमें छोड़ कर चली गई है ना हम 1 दिन भी नहीं सो पाए हैं

आपकी फिक्र में आपकी याद ने हमारी रात हर रातों की नींद चुरा ली थी क्यों चली गई थी आप आस्था आपको अंदाजा भी नहीं है और अंदाजा लगा भी नहीं सकती कि हमारा क्या हाल हुआ था आपके बिना एकांश को एकांश के आंखों में नमी छा गई आस्था ने अपने होठों से उसके आंसू साफ किए और उसके सीने पर सर रखकर अपनी बाहें पैक कर लें

जैसे उसे यकीन दिलाना चाहती हो कि वह ठीक है और अब हमेशा उसके साथ हैं बताइए ना क्यों चली गई थी आप आपके जाने की खबर से कितनी बुरी हालत हो गई थी हम ने कहां-कहां नहीं ढूंढा आपको लेकिन आप हमें एकांश ठीक से आगे का बोल भी नहीं पाया उसने अपनी पकड़ आस्था पर कस ली वो हमें रेवा ने आस्था ने रेवा कि कहीं हर बात उसे बता दी एकांश काफी हद तक गुस्सा हो चुका था

आपको हमें दूर करना हम इतने बीमार होने के बावजूद ना मिलना यहां तक कि आपने या फिर घर में से किसी ने भी हमें कॉल नहीं किया आप उनकी बातों से हमें सच लगा ऐसा लगा कि आप लोगों कि जिंदगी में हमारी कोई जरूरत नहीं है उनका हमारे पेरेंट्स को बुरा कहना हर्ट हो गए थे हम

आस्था का गुस्सा और बढ़ गया था और चले गए हम वहां से आस्था ने रोते हुए कहा एकांश ने उसके आंसू साफ किए और उसके सर पर अपने लबों की मोहर दे दी आस्था ने अपनी आंखों अपनी आंखें बंद कर ली आस्था आप रेवा से दूर रहिए

हमारे आपको दूर भेजने के पीछे कहीं ना कहीं वही वजह थी एकांश उनकी वजह से मतलब आस्था के पूछते ही एकांश ने उसे सारी हरकतें बता दी आस्था है राम जी सब कुछ सुनकर रेवा का उसके और रूद्र के रिश्ते पर सवाल उठाना उसे बहुत बुरा लग रहा था और कुंवर जी सच में हम और रुद्र दा एसा कुछ भी नहीं था अगर आपको ऐसा लगा हम दूर रहेंगे दा से आस्था ने रोते हुए कहा वह काफी हद तक घबरा गई थी

आप क्यों दूर रहेंगे आस्था हमें आप पर और हमारे छोटे से भाई पर पूरा भरोसा है आपको लगता है हम आप दोनों को इतने पाक साफ रिश्ते पर शक करेंगे एकांश ने उसकी आंखों में देखते हुए कहा आस्था ने ना में सर हिलाया और उससे और लिपट गई आई लव यू कुंवर जी अब प्लीज हमें दूर मत कीजिए

आस्था ने रोते हुए कहा जान अब मत रोए ना एकांश ने उसके आंसू सांस की और उसे अपने ऊपर ले लिया कुंवर जी और एक बात है हमें आपको बतानी है इट्स इंपॉर्टेंट आस्था के चेहरे पर की गंभीर भाव देखकर एकांश परेशान हो गया उसने उसे ठीक से बिठाया और खुद उसके पास बैठ गया क्या हुआ है एकांश ने आस्था के हाथों को अपने हाथों में ले लिया

कुंवर जी उस वक्त आस्था में क्या कहा कि आपको आगे पता चल जाएगा फिलहाल इसे सीक्रेट ही रखते हैं

आस्था की बातों से एकांश को बहुत ज्यादा हैरानी नहीं हुई जैसे वह पहले से सब कुछ जानता हो उसके चेहरे पर दर्द भरे भाव आ गए कुंवर जी आप नाराज मत हो गए शायद हमें गलतफहमी हुई है आस्था ने कहा लेकिन वह जानती थी कि उसकी कहीं हर एक बात सही है

आपको गलतफहमी नहीं हुई है आस्था यह सब सच है एकांश ने कहने पर आस्था चौक पर उसे देखने लगी

आस्था उसके गले लग गई जान एकांश में प्यार से उसे पुकारा नहीं नहीं नहीं नहीं अब और जी सकते हम आपके बिना नहीं पहले ही आपसे इतनी साल दूर दूर रहकर हम बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं और अब नहीं करना चाहते हमें आपसे और दूर नहीं रहना है

आस्था झट से रोते हुए उसके गले लग गई आस्था सुनिए तो सही एकांश उसे समझाने की कोशिश कर रहा था लेकिन आस्था लगातार ना ........ ना ......... ना ......... ही बोले जा रही थी

उसने आस्था के बालों में अपने हाथों में पकड़ कर उसका चेहरा ऊपर किया और फिर एक बार उसके होठों को अपने होठों में ले लिया और वह काफी पैशनेटली आस्था को किस कर रहा था दोनों को भी एक दूसरे से दूर रहना जान पर बन आई थी फिर एक बार दूर होने का ख्याल से यह दोनों बेचैन हो उठे और वह सारी बेचैनी एक दूसरे के होठों पर निकल रहे थे ना जाने कितनी देर वो इसी तरह एक दूसरे मे खोए हुए थे और उन्हें पता ही नहीं चला कि बैठे हुए वह दोनों कब बेड पर लेट गए

एकांश में उसे अब उसके होठों को छोड़ उसके गले पर अपने होंठ रख दिए थे कुंवरजी आस्था ने सिहर कर उसकी पीठ पर अपने नाखून चुभो दिए

दोनों के लिए यह एहसास इस तरह की छुअन बिल्कुल नई नई थी एकांश पहले ही अपने साइंस सेंसस में नहीं था और आस्था का इस तरह से उसका नाम पुकारना उसे और भी ज्यादा मदहोश कर रहा था वह अब जल्दी-जल्दी आस्था के गले को चूमने लगा पहले आस्था की छोटी उम्र की वजह से उसने अपनी सारी फिलिंग पर अपने आप पर कंट्रोल रखा हुआ था और अपने और आस्था के बीच एक दायरा बनाया हुआ था

लेकिन इतनी साल की दूरी और फिर आस्था की इस तरह की करीबी ने उसे मजबूर कर दिया था अपने सारे फिलिंग्स को अपने टच से बनाकर करने का उनके बीच का यह दायरा मिटने का आस्था के गले पर चेहरे पर किस किए जा रहा था और आस्था से सिहर कर उससे और भी ज्यादा लिपट रही थी

एकांश ने फिर एक बार उसके होंठों को अपने होठों में समा लिया आस्था के हाथ भी उसके बालों में घूमने लगे अलार्म की तेज आवाज से उनके बीच की मदहोशी भरी ख़ामोशी टूटी आस्था में डर के एकांश को अपने आप से दूर किया एकांश एकांश थोड़ा जल्दी जल्दी उठ कर बैठ गया और अलार्म को बंद कर दिया आस्था शर्म से पूरी तरह गुलाबी हो चुकी थी

उसमें जरा सी भी हिम्मत नहीं थी कि वह एकांश से नजरे मिला सके हमारी और देखिए आस्था एकांश के कहने पर आस्था ने जोर से ना में सर हिलाया और उठकर जाने लगे एकांश ने उसका हाथ थामा खींचकर उसे अपने पैरों के पास बैठा दिया जाने दीजिए ना कुंवरजी आस्था ने दोनों हाथ से अपना चेहरा ढक लिया

अब आप हमारी तरफ देखेंगी भी नहीं बताइए जरा एकांश ने उसका चेहरा ऊपर उठाते हुए अल्फाज पर अपने अल्फाज पर जोर देते हुए कहा और आस्था उसी से बचने के लिए उसी के बाहों में छुप गई दोनों भी कुछ देर खामोश रहे आई विल मिस यू आस्था ने उसकी ओर देखते हुए कहा हम भी बहुत मिस करेंगे आपको

एकांश और कितने दिन दिन दूर रहना होगा आपसे आस्था का फिर एक सवाल बस कुछ दिन और एक बार रूद्र और सारा की शादी अच्छे से हो जाए उसके बाद हम सब को सब कुछ बता देंगे और आपको हमेशा हमेशा के लिए अपने साथ अपने पास रखेंगे

एकांश ने आस्था पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए कहा और 6 महीने कुंवर जी इतने दिन हम दूर नहीं रह सकते कुछ कीजिए ना आस्था आस्था हम मजबूर हैं जान एकांश की आवाज में बेबसी साफ साफ झलक रही थी अगर दोनों का बस चलता तो इस रात को कभी ना गुजर ने भी नहीं देते और ना ही सूरज को निकलने देते अच्छा एक बात तो बताइए सुबह 3:00 बजे का अलार्म क्यूँ लगाया था आपने एकांश में उसका माइंड डाइवर्ट करने के लिए कहा धत्त तेरी कुंवर जी छोड़िए

आस्था ने उसकी बाहों से छूटने की कोशिश की क्यों क्या हुआ एकांश में अपनी पकड़ उस पर और ज्यादा मजबूत कर ली हो कुंवर जी आप आज आज आज आप सब लोग जाने वाले हैं ना तो हमें सबकी पसंद का नाश्ता बनाना है

और रुद्र दा के लिए उनके फेवरेट लड्डू कुँवर जी चलिए अब छोड़िए हमें

आस्था आसानी से एक बार फिर छूटने की कोशिश की इस काबिल भी मन नहीं कर रहा था आपका को छोड़ने का फिर भी उसने उसे छोड़ दिया कुंवर जी आज हमारे साथ शिवजी की पूजा करेंगे प्लीज आस्था ने इतने प्यार से कहा कि एकांश मना ही नहीं कर पाया

आस्था में उसके सिर पर अपने लबों की मोहर दे दी और बाथरूम में भाग गए एकांश में उसके कमरे में चला गया दोनों ने एक साथ शिवजी की पूजा की और उन्हें थैंक्यू कहा आस्था किचन में चली गई और सबका फेवरेट नाश्ता बनाने लग गई

एकांश को उससे दूर रहना बिल्कुल मुश्किल हो रहा था बहुत ज्यादा मुश्किल हो रहा था फिर भी उससे दूर उसे देख रहा था आस्था का भी ध्यान रह रह कर उसी की तरह ही जा रहा था एकांश उसके पीछे आकर रुक गया और उसे अपनी बाहों में ले लिया

आई विल मिस यू अलॉट आस्था एकांश कुछ देर वैसे ही खड़ा रहा एक साइड से आस्था के सर पर किस की और उसने उसे छेडा और बिना पीछे देखे वहां से चला गया था आस्था सिर्फ बेचाारी सी बन के उसे देख ही रही थी नाश्ता बन कर उसने सबको आवाज दी सभी नाश्ते की और जाने की तैयारी की आस्था बेटा चलिए ना वापस मृणाल ने प्यार से उसके सर पर हाथ रखा

बड़ी मां हम नहीं आ सकते हैं प्लीज आप sad मत होइए आप आस्था लेकिन कब तक आप ऐसे ही रहेंंगी मृणाल जी का चेहरा उतर गया बड़ी मां हम खुश है बहुत खुश है प्लीज आप अब उदास सा फेस मत बनाइए हमें बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा है आस्था ने कहा और एक-एक करके सब से मिलने लगी आस्था का एकांश को इग्नोर करना उसके लिए बहुत ज्यादा मुश्किल हो रहा था फिर भी उसने किसी तरह उसे इग्नोर किया और मुस्कुराते हुए सब को एयरपोर्ट पर छोड़ने आ गई एक दूसरे को दूर से ही देखे दोनों ने अलविदा कहा और अपने अपने रास्ते निकल पड़े

मिलकर भी वह दोनों बिछड़ गए क्योंकि उन्हें बिछड़ कर फिर से मिलना जो था

वो आज का पार्ट आई नो थोड़ा लेट है लेकिन लिख दिया है मैंने बहुत ही ज्यादा उम्मीद से सो कीप कमेंटिंग एंड गिव रेटिंग और हां लास्ट पार्ट की तरह इस पाठ को भी बहुत-बहुत बहुत सारे कमेंट कीजिए थैंक यू सो मच