Unknown world- 4 in Hindi Adventure Stories by Vaibhav Surolia books and stories PDF | अनु देखी दुनिया - 4

अनु देखी दुनिया - 4

**अन देखे दुनिया **

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अजय, याशिका और जिन तीनों ही हुमायूं को देखकर डर चुके थे | वह सोच में पड़ गए थे कि राजा को क्या जवाब दें कि हम यहां क्यों आए हैं । तभी याशिका को आइडिया आया ।

याशिका बोली वो ... वो हम यहां के तालीम घर मैं रहने आए हैं सुना है यहां का तालीम घर बहुत अच्छा है ।

हुमायूं ने कहां यहां का तालीम घर तो अच्छा है ही साथ ही साथ यहां पर जो गलतियां करता है उसकी सजा भी बहुत अच्छी होती है ।

याशिका बोली नहीं नहीं हम यहां कोई गलतियां नहीं करेंगे आपको कोई शिकायत का मौका नहीं मिलेगा बस आप हमें यहां पर तालीम घर में रहने की इजाजत दे दीजिए ।

राजा हुमायूं ने कहा ठीक है इजाजत मिली लेकिन अगर कोई भी चालाकी या यहां से भागने की कोशिश की वरना... I इतने में यशिका बोली ।

नहीं नहीं हम यहां से भागने की कोशिश बिल्कुल नहीं करेंगे ।

तीनों को तालीम घर में भेजा गया।

तालीम घर एक हॉस्टल की तरह होता है जहां कई बच्चों को रहने का खाने का और तरीका सिखाया जाता है और साथ ही साथ ज्ञान की बातें भी सिखाई जाती है ।

सलीम घर के अंदर पहुंचने के बाद अजय ने बोला ओ तेरी की क्या तालीम घर है ।

तभी तालीम घर के बच्चों का ध्यान रखने वाली और उन्हें पढ़ाने वाली खालीब आई । और उन तीनों से पूछा ....

कौन हो तुम तीनों और यहां क्यों आए हो ।

अजय ने कहा हम यहां तालीम घर में रहने आए हमें यहां के राजा हुमायूं ने भेजा है । यह सुनकर खालीब ने सैनिकों की तरफ देखा और अपना सिर हिलाया तो सैनिकों ने भी अपना सिर हिलाया ।

खालिब ने कहा ठीक है आ जाओ लेकिन यहां के कुछ तौर तरीके हैं पहले तुम्हें वह सीखने होंगे । अगर तुमने उन तौर-तरीकों का पालन नहीं किया तो तुम तालीम घर से निकाल दिए जाओगे । समझ में आई बात ।

याशिका ने कहा हम आपके सारे तौर-तरीकों का पालन करेंगे और आपको और शिकायत का मौका नहीं देंगे क्यों है ना अजय । कहकर उसने अजय की तरफ देखा तो वह क्या देखती है कि अजय तो साइड पर पड़ी बोरी पर सो रहा है जल्दी से उसको उठाकर बोलती है अरे उठो आलसी शहजादे वो... मेरा मतलब अजय |

अजय जग जाता है और खालीब की तरफ देखना है ।

खालीब ने अजय की तरफ देख कर कहा कि यहां सुबह सोना मना है ।

अजय ने कहा गलती हो गई आगे से नहीं सोऊंगा मां वो .... मेरा मतलब खालीब । अजय मन ही मन सोचने लगा कि मैंने इनको मां क्यों बोला ।

खालीब वहां से जा चुकी थी । याशिका ने अजय से कहा अजय तुमने उनको मां क्यों कहा । वो खालीब है ।

अजय ने कहा मुझे पता है पर पता नहीं क्यों मेरे मुंह से निकल गया । आगे से ध्यान रखूंगा ।

जिन ने कहा अरे वाह यह तो बढ़िया तालीम घर है चलो यहां रहने का बंदोबस्त तो हो गया लेकिन आगे क्या करना है आका ।

अजय ने कहा आगे का सफर बहुत मुश्किल होने वाला है अब पता नहीं है खतरनाक राजा का ताज कैसे चुराएंगे मैं तो बोलता हूं कि यहां से चलते हैं ।

यशिका ने कहा रहती मुश्किल से तो यहां रहने के लिए मिला है तुमने सुना नहीं उस राजा ने क्या कहा कि यहां से भागने की कोशिश मत करना वरना ... I तभी अजय बोला

हां ठीक है ठीक है यही रहेंगे । और तीनों तालीम घर के अंदर गए और देखा कि वहां पर बहुत सारे बच्चे हैं । उन्हें वह तालीम घर बहुत अच्छा लगा लेकिन अजय को नहीं लगा वह बोल रहा था कि ऐसा भी कोई तालीम घर होता है । तभी खालिब उसके सामने आ जाती है और अजय अपनी बात पलट कर बोलता है ....

वह मेरा मतलब यह तालीम घर कितना अच्छा है इससे अच्छा तालीम घर तो हमने आज तक नहीं देखा ।

तीनों की मुश्किल है अब और भी बढ़ने वाली थी लेकिन उनको नहीं पता था कि हुमात सल्तनत का राजा माय यू इनके साथ क्या करने वाला है अगर आपको जानना है तो पढ़ते रहिए " अन देखी दुनिया "


TO BE CONTINUED.......

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Nand Kr

Nand Kr 3 years ago

DHANJIBHAI POSIYA
Anshika

Anshika 3 years ago

Great story vaibhav..

Vanshika

Vanshika 3 years ago

I am waiting for next part.....

Kirtipalsinh Gohil