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Popcorn: Review - Drishyam-2: The Resumption

Movie: Drishyam-2: The Resumption (2021)
Language: Malayalam (with English Subtitles)
Cast: Mohanlal, Meena, Ansiba Hassan, Esther Anil
Writer & Director: Jeethu Joseph
Where to watch: Amazon Prime Video

दृश्यम फ़िल्म 2013 में आई मलयालम की सुपरहिट मूवी है। इसी फिल्म की रिमेक बॉलीवुड में साल 2015 में बनी थी, जिसमें अजय देवगन हीरो थे। उम्मीद करता हूं आप सभी ने ये मूवी देखी होगी। अगर नहीं देखी तो original movie यू-ट्यूब पर हिंदी में dubb version available है और वो भी बिल्कुल free.

संक्षिप्त में अगर पहले पार्ट की कहानी बताऊ तो, Georgekutty नामक हीरो की फैमिली खुशी से अपनी ज़िंदगी जी रहे है, पर उनकी बेटी Anju के पीछे Varun नामक एक लड़का, (जो I.G. का बेटा है) पड़ जाता है। उसके पास मोबाइल में Anju की नहाते समय की video होती है जिससे वो Anju को blackmail करता है। उस mobile को तोड़ने के चक्कर में Anju के हाथों Varun का गलती से खून हो जाता है। इस समस्या से बचने के लिए Georgekutty, जो movie देखने का शौक़ीन है और उसकी video parlour है, सारे दांव पेंच लड़ाता है। अंत में Georgekutty और उसकी फैमिली इस मुसीबत से बच जाते हैं क्योंकि Varun की dead body Georgekutty ने under construction police station में ही गाड़ दी होती है।

अब बात करते है 2nd पार्ट की,

कहानी: दूसरे पार्ट की कहानी वही से शुरू होती है जहां पहली फ़िल्म खत्म होती है। Georgekutty को उस under construction police station में एक आदमी Jose, जो क़त्ल कर के भाग रहा होता है, देख जाता है। उसके पश्चात Jose को पुलिस पकड़ ले जाती है। इसके बाद कहानी इस घटना से 6 साल बाद की आती है। जहां Georgekutty अब अमीर आदमी बन चुका है, उसका एक movie theater है। अब उसका सपना है एक फ़िल्म produce करने का। फ़िल्म बनाने के लिए वो Vinaychandran नाम के एक screen writer को अपनी कहानी सुनाता है और उस कहानी के copyright issue ना हो उस लिए एक बुक भी publish करवा लेता है।

दूसरी तरफ Georgekutty अपने दोस्त के साथ दारू पीने लगा है। जिससे उसकी बीवी Rani परेशान है। वो उसके पति की इस आदत और फ़िल्म बनाने की चाहत से परेशान तो है ही पर अब उसके पड़ोसी लोग भी उसकी family से जलन करने लगे है। सिर्फ उसकी एक पड़ोसी Saritha ही है जो Rani को साथ देती है। Saritha का पति Sabu अपनी पत्नी से दारू और पैसों के लिए मारपीट करता रहता है। उसे Rani और Georgekutty बचाते है और ऐसा ना करने की धमकी देते है। Georgekutty का दिल अभी भी बड़ा है, वो एक गरीब परिवार की बेटी के पढ़ने और शादी का खर्चा भी उठाता है। Anju अभी भी उस सदमे से बाहर नहीं आ पाई है, वो पुलिस को देखकर अब भी घबरा जाती है और उसे दौरे आने लगते है। Anu(Anju की छोटी बहन) अब बड़ी हो गई है, उसका एक दोस्त उसे एक स्टोरी उसके play के लिए सुनाता है, जो बिल्कुल उसकी बहन Anju के साथ हुई घटना जैसी है।

Varun की माँ ex-IG Geetha अब भी चाहती है कि Georgekutty और उसकी family को उसके किए की सज़ा मिले। जब कि उसका पति Prabhakar, Georgekutty से Varun के अंतिम संस्कार करने के लिए उसकी dead body मांगता है पर Georgekutty उसे मना कर देता है। इन सब के बीच IG Thomas इस केस की re-investigation करता है और Varun की dead body ढूंढना जारी रखता है। सोने पे सुहागा तो तब होता है जब Jose 6 साल की अपनी सजा काटकर बाहर आ चुका है वो Georgekutty के पड़ोसीओ की बातें सुनकर अंदाजा लगा लेता है कि उसकी गिरफ्तारी वाली रात police station में Georgekutty ही था। Jose पैसा कमाने के लिए IG Thomas के पास जाता है और उसे बताता है कि जिस police station में जहां वो लोग बैठते है उसी police station में Varun की dead body गाड़ दी गई है। IG police station की जमीन खुदवाता है और उसमें से एक कंकाल निकलता है। अब हर तरफ से Georgekutty और उसकी family फंस जाती है। अपनी फैमिली को बचाने के लिए Georgekutty ये इल्ज़ाम अपने सर ले लेता है और खुद को गिरफ़्तार करवा लेता है।

फ़िल्म यही पर ख़त्म हो जानी चाहिए पर हम सभी जानते है कि Georgekutty और उसकी family ने जान बूझकर कोई गुनाह नहीं किया है पर हर गुनाह की सज़ा तो होती ही है और इस गुनाह की सज़ा ये है कि Georgekutty और उसकी family अपनी पूरी ज़िंदगी डर डर के ही जिएंगे। अंदर से तो सभी चाहते है कि Hero और उसकी फैमिली बच जाए। और अंत में ऐसा ही होता है और दिल खुश हो जाता है। ज़्यादा तो नहीं बता सकता पर इतना जरूर कहूंगा कि जो कंकाल police station में मिलता है वो varun के dna से match नहीं होता और Georgekutty कानून के शिकंजे से फिर से बच जाता है। Georgekutty ने ये कैसे किया? क्या क्या दांवपेंच लगाए ये सब करने के लिए इसके लिए आपको ये फ़िल्म देखनी होगी।

Goosebumps: फ़िल्म में कई सारी घटनाए आपको रोमांचक फील कराएगी पर जब court में ये पता चलता है कि कंकाल Varun के dna sample से match नहीं करता वो scene आपके रोंगटे खड़े कर देगा। (और मेरी तरह फ़िल्म देखने के शौक़ीन है तो सीटियां और तालिया भी बजाएंगे)

Final Verdict: यूं तो ये फ़िल्म धीमी गति से आगे बढ़ती है, और कई जगहों पर boring सी हो जाती है, पर अंत के एक घंटे में ये फ़िल्म आपको हिलने की भी वजह नहीं देगी। अंत ही आगे की slowpace story telling को justify करती है। इस फ़िल्म में कुछ भी बेवजह नहीं डाला गया है। हर एक character को बहुत अच्छी तरह से लिखा गया है (ऊपर दर्शाए गए सारे character का अपना एक अलग ही राज़ निकल कर सामने आता है।) ये फ़िल्म मेरी राय में अवश्य देखें। अगर आप Mass Cinema से ज़्यादा Class Cinema पसंद करते है और सस्पेन्स/थ्रिलर फ़िल्म के प्रसंशक है तो ये फ़िल्म आपके लिए है।

Rating: ⭐⭐⭐⭐⭐ (5/5 stars)

मैं कोई बहुत बड़ा फ़िल्म समीक्षक नहीं हूं, हां पर एक बहुत अच्छा दर्शक जरूर हूं। इस फ़िल्म को देखकर मैं ये लिखने से अपने आप को नहीं रोक पाया। बहुत कम ऐसी फिल्में बनती है भारत में जिसे देखकर आपको Indian Cinema पर गर्व हो, ये फ़िल्म उन में से एक है। अगर आपको ये समीक्षा पसंद आए तो अवश्य मुझे बताए, ना पसंद आए तो क्या कमी है ये भी बतलाए। उम्मीद करता हूं इस कोशिश को भी आप लोगो का ढेर सारा प्यार मिले।

✍️ Anil Patel (Bunny)