Ek Ladki - 7 books and stories free download online pdf in Hindi

एक लड़की - 7

पंछी दरवाजा खोलती है। उसकी मम्मी ओर झील सामने ही सोफे पर बैठे हुए थे वो दोनों पँछी की चोट देख कर बोल उठते हैं - पंछी तुम्हारे सिर पर चोट किसकी लगी है । तुम्हारी पहले की चोट भी अभी तक ठीक नहीं हुई और आ सिर पे चोट लग गयी। पँछी बोलती हैं - मम्मा ! मैं जान बूझ कर थोड़ी करती हूं जो। आज तो कॉलेज में रिपेरिंग का काम चल रहा था तो वही चोट लग गयी । मम्मी - ओह ! मेरा बच्चा , तू थोड़ी कुछ करती हैं तेरे ये चोट तो ऐसे ही चलते फिरते लग जाती हैं। पँछी - यार मम्मा , मैं क्या करू। मम्मी - तू कुछ मत कर ! तू हर रोज घर पर चोट तो ऐसे लेकर आती हैं जैसे कि रास्ते में 10 रुपये किलो बिक रही हो ओर तू जाकर बोल पड़ती हैं कि - भैया थोडी सी मुझे भी दे दो । पँछी बोलती हैं - यार मम्मा ऐसे क्या बोल रहे हो। सॉरी अगली बार ध्यान रखूंगी अपना। मम्मी - रखना तो पड़ेगा वरना अगली बार ऐसी चोट लेकर आयी तो उसका तो पता नहीं पर मैं तुम्हारा सिर जरूर फोड़ दूँगी, अभी रूम में जा ओर आराम कर। पँछी नज़रे झुका कर रूम में चली जाती हैं। झील भी पीछे पीछे जाती है। पंछी बैग को साइड में रख कर अपने बिस्तर पर सो जाती हैं। झील उसके पास चेयर रख कर बैठ जाती है और पुछती है - क्या हुआ? पँछी बोलती है - कुछ नहीं , दीदी । झील - कुछ तो हुआ है कॉलेज जाये हुए अभी कुछ दिन हुए है और 2 बार तुम्हें चोट लग गयी। पहले तो स्कूल जाते टाइम कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ। पँछी कहती है - दी !! आप ज्यादा ही सोच रही हैं कुछ नहीं हुआ है। आप तो ये बताओ कि जतन का क्या किस्सा हैं। झील बोलती है - तूने भी किसका नाम ले लिया । जतन ,जहाँ मैं काम करती हूं उसी ऑफिस में काम करता है । पंछी - वो तो ठीक है पर गर्लफ्रैंड बॉयफ्रेंड वाला क्या चक्कर है । तुझे क्या सब आज ही जानना है क्या ? चल अभी तू आराम कर । पंछी - हा ! दी ,सो जाती हूं। और दोंनो अपने अपने बिस्तर पर सो जाते है। कुछ दिन बीत जाने के बाद पंछी की चोट ठीक हो जाती है और वो सुबह सुबह ही कॉलेज जाने के लिए तैयार हो रही होती हैं , तभी झील आती है और कहती हैं - तुझे पता है ना आज क्या है , आज जतन का बर्थडे है इसलिए आज तू कहि नही जाएगी। आज हम शॉपिंग करने जाएंगे । पँछी कहती हैं - पर दी मेरे पास कपड़े हैं आप शॉपिंग पर जाकर आ जाना । झील - नहीं ! तू भी चलेगी और तेरे ये सलवार सूट नही पहनने है वहाँ पर, अच्छी सी ड्रेस लेकर आएंगे। पंछी के मना करने के बाद भी झील नही मानती है और दोनों शॉपिंग पर जाती हैं दोनों के लिये एक एक ड्रेस लेकर आ जाती है । श्याम को दोनों तैयार होती हैं और मम्मी को बोल कर जतन के घर जाती हैं। वहाँ पार्टी हो रही थी। झील उसे अंदर ले जाती है। पंछी भी वहाँ उन लोगों के बीच आज अच्छा महसूस कर रही थी। आज वो उन लोगों के बराबर की लग रही थी या फिर बहुत ज्यादा सुंदर ।और लगती भी क्यों नहीं आखिर उसकी बहन ने जो तैयार किया था दोनों जतन के पास जाती हैं। और उसे बर्थडे विश करके गिफ्ट दे देती है। कुछ देर बातें करने के बाद उनके पास एक लड़का आता है जतन परिचय करवाता है कि वो उसका भाई है 'निल' । ये भी उसी कॉलेज में पढ़ता है जहाँ पंछी पढ़ती है ।पंछी तुमने निल को देखा होगा।? पंछी कहती है - नहीं! मैने नही देखा । निल दोनों को हेल्लो बोलता है पंछी और झील भी हेल्लो बोल कर दूर पार्टी एन्जॉय करने चली जाती है। निल उनके पास आता है और पंछी को साथ में डांस करने के लिए पूछता है लेकिन पंछी ने कभी किसी लड़के के साथ डांस नही किया था तो वो मना कर देती है। निल दुबारा पूछता है- क्या हुआ पंछी, डांस ही तो है चलो? लेकिन पंछी फिर मना कर देती हैं। उसके मना करने से निल को गुस्सा आने लगा था जो उसके चेहरे पर साफ दिख रहा था लेकिन फिर भी आराम से पूछता है । पंछी !चलो डांस करते हैं ? उस समय पंछी को उसका व्यवहार बहुत अजीब लग रहा था लेकिन पंछी कहती है - सॉरी निल ! लेकिन मैं डांस नही कर सकती । मुझे पसंद नहीं है। निल को कोई मना करे वो उसे पसंद नहीं था गुस्से में वो पंछी का हाथ पकड़ कर डांस के लिये खिंचने लगता है पंछी को इतना गुस्सा आता है कि वो हाथ छुड़ा कर निल को जोर से थप्पड़ मार देती हैं। लेकिन गानों की आवाज की वजह से किसी को पता नहीं चलता क्योंकी सब डांस करने में बिजी थे। झील को भी निल कि ये हरकत देख बहुत गुस्सा आता है और पंछी को उससे दूर कर देती है। जतन ने भी निल की ये हरकत देख ली थी वो उनके पास आता है और निल को थप्पड़ मार देता है। और कहता है - अपने मैनर्स भूल गये हो क्या? समझ नहीं आता एक लड़की के साथ कैसा व्यवहार करते हैं। अगर लड़की ने मना कर दिया तो उसे एक्सेप्ट करना सीख लो। अपनी ईगो पर मत लिया करो। ये सब देख निल तिलमिला उठा और बोल पड़ा - भैया आपने इसकी वजह से मेरे पर हाथ उठाया । ये लड़की भी कोई दूध की धुली नहीं है आपको पता है इसकी वजह से कॉलेज में क्या क्या हुआ है और रही बात हाथ पकड़ने की तो गलती हो गयी मुझसे जो इसे डांस के लिए पूछ लिया वरना ये तो इस लायक ही नहीं है कि कोई डांस के लिए पूछे । इससे भी बहुत अच्छी अच्छी लड़कियां है इस कॉलेज में। ये किसी की गर्लफ्रैंड तो क्या किसी लड़के के साथ रहने के भी लायक भी नहीं है । बीच में ही जतन बोल पड़ता है - बस करो निल! तुम कुछ ज्यादा ही बोल रहे हो ,जानते ही कितना हो पंछी को , अपने गुस्से पर कंट्रोल करो। निल कहता है- क्या बस करू! इसने जो थप्पड़ मारा है ना इसके लिए तो इसे पछताना पड़ेगा । कॉलेज में मिलते हैं कल। ऐसा बोल कर वो वहां से चला जाता हैं । जतन उसकी इस बतमीजी के लिए पंछी से सॉरी बोलता है। थोड़ी देर बाद पार्टी ख़त्म हो जाती हैं। जतन दोनों को घर छोड़ कर वापिस आ जाता हैं। पंछी और झील दोनों अपने कमरे में जाते है। पंछी बहुत घबरायी हुई होती हैं। उसे देख झील कहती हैं - पंछी शांत हो जाओ कुछ नहीं होगा , और वो निल कॉलेज की क्या बोल रहा था ? तुम्हारी वजह से कॉलेज में क्या हुआ? पंछी पहले दिन से लेकर आज तक कि सारी बातें डिटेल में बता देती है। पंछी की बात सुन झील के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है उसे देख पंछी कहती है - दी आप मेरा मज़ाक बना रही हो ? झील - नही! पागल , तेरी प्रॉब्लम का सोल्युशन मिल गया । पंछी आश्चर्य से झील कि ओर देख कर बोलती हैं - मतलब ? झील उत्साहित होते हुए बोलती हैं - देख पंछी , वो तुझे कॉलेज में परेशान करेगा और तूने बताया है कि ऋषि से कॉलेज में सब डरते हैं उनसे पन्गा लेने से पहले ही सब डर जाते हैं तो क्यों ना तू ऋषि को बोलना की निल के सामने बॉयफ्रेंड बनने का नाटक करे । ऋषि की वजह से निल कुछ कर भी नहीं पाएगा । झील की बात सुन कर पंछी अचानक से बोल पड़ती है - दी आप क्या बोल रही है, ऋषि मेरा बॉयफ्रेंड बनने का नाटक क्यों करेगा । झील कहती है - तूने ही तो कहा है कि तुम्हारे बीच सब ठीक हो गया तो प्रॉब्लम क्या है ? नाटक ही तो करना है । पंछी कहती है- क्यों कि मुझे उनसे दूर ही रहना है , मुझे किसी चक्करों में नही पड़ना है । झील कहती है- ठीक है तुम्हारी मर्ज़ी, जो करना है कर, मैने तो एक तरीका बता दिया है। और ऐसा बोल कर वो अपने बिस्तर पर जाकर सो जाती है। पंछी रात भर सोचती है कि मैं कल क्या करूँगी अगले दिन वो कॉलेज के लिए तैयार हो जाती है। और कॉलेज के लिए निकल जाती हैं। जैसे ही पंछी कॉलेज पहुँचती है । निल सामने ही खड़ा था उसे देख पंछी घबरा जाती है लेकिन उसे नज़र अंदाज करते हुए निकल जाती हैं। निल उसे देख लेता है ओर वो उसके पीछे पीछे जाने लगता हैं। पंछी जिधर भी जा रही थी निल उसके पीछे पीछे जा रहा था। पंछी बगीचे में पहुच जाती हैं जहाँ वो देखती है कि ऋषि राज ओर हर्ष वहीं चेयर पर बैठे हुए है ।ऋषि को देख उसे झील की रात वाली बात याद आ जाती है फिर वो पीछे देखती है निल उसी की तरफ आ रहा था उसे आता देख पंछी ऋषि की और जाने लगती है । ऋषि की नज़र अचानक से पंछी की ओर पड़ती है पंछी को देख ऋषि के होठों पर एक बहुत ही प्यारी सी मुस्कान आ जाती हैं और आंखे तो उसकी पंछी को बिना पलक झपकाये देखे जा रही थी क्योंकि बहुत दिनों के बाद जो देखा था । देखते ही देखते पंछी ऋषि के सामने आ खड़ी होती है। पंछी को अचानक से सामने देख ऋषि कुछ बोल ही नही पाता है । पंछी दूसरी तरफ देखती है निल उसके पास ही थोड़ा दूर आ रहा था लेकिन ऋषि को देख वही रुक जाता है। पँछी फिर ऋषि की तरफ़ देखती है और हिम्मत करते हुए बोल जाती है - क्या तुम मेरे बॉयफ्रेंड बनोगे ? ये सुन कर ऋषि के होश ही उड़ जाते है फिर उसे लगा शायद कुछ गलत सुन लिया वो फिर पूछता है - क्या ? क्या बोला तुमने? पंछी फिर बोलती है - क्या तुम मेरे बॉयफ्रेंड बनोगे ? ऋषि बस देखता ही रह जाता हैं।