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झूलती मौत - व्हाट्सएप का धोखा

जी! यहाँ मिस्टर आशीष चतुर्वेदी कौन हैं? आँफिस के अन्दर घुसती हुई पुलिस में से इन्सपेक्टर ने पूछा।।
लेकिन इन्सपेक्टर साहब बात क्या है? आँफिस के एक सज्जन ने पूछा।।
पहले आप टी. वी. पर इस शहर की लोकल न्यूज का चैनल लगाइए,इन्सपेक्टर साहब बोले।।
लेकिन आप बात तो बताइए,आँफिस के दूसरे सज्जन ने पूछा।
मैनें कहा ना! लोकल न्यूज चैनल लगाइए,इन्सपेक्टर साहब बोले।।
और फिर उस सज्जन ने रिमोट उठाकर लोकल न्यूज चैनल लगया जहांँ पर ब्रेकिंग न्यूज कुछ इस तरह से चल रही थी और न्यूज रिपोर्टर कुछ इस तरह से रिपोर्टिंग कर रहा था.....
ये देखिए...यही है वो घर ,जहाँ उस कातिल...उस हत्यारे ने अपनी पत्नी को चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी....
ये खबर सुनकर पूरा आँफिस सन्न रह गया और आँफिस के लोगों में एक सज्जन फिर से बोले....
अरे! ये तो मिस्टर आशीष का घर है,आशीष ने अपनी बीवी को मार डाला और किसी को कुछ पता ही नहीं चला....
जी! हाँ! न्यूज देखकर ही तो हम उन्हें गिरफ्तार करने आएं हैं,इन्सपेक्टर साहब बोले....
आशीष को उसके केबिन से बुलाया गया और फिर पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी....
कात़िल आशीष के तो जैसे पसीने ही छूट गए और वो पुलिस के सामने गिड़गिड़ाते हुए बोला....
इन्सपेक्टर साहब! मैनें कुछ नहीं किया,मैं तो अपनी बीवी से बहुत प्यार करता हूँ,ये खबर झूठी है...
पहलेपहल सभी कातिल ऐसा ही कहते हैं,दो दिन जेल की हवा खाओगें और पिछवाड़े में डण्डे पड़ेगे तो सारी सच्चाई अपनेआप बाहर आ जाएगी,इन्सपेक्टर साहब बोले....
फिर पुलिस हथकड़ियाँ लगाकर आशीष को आँफिस के बाहर लाई और तभी लोगों में खुसर-पुसर शुरू हो गई....
हमने तो समझा था कि ये शरीफ़ आदमी है,लेकिन ये तो अपनी बीवी का हत्यारा निकला,कहीं अफेयर चल रहा होगा तभी तो वीबी को ठिकाने लगा दिया...एक बोला।।
हाँ...हाँ...मैनें भी इसे कई बार बाहर किसी लड़की के साथ घूमते देखा है,दूसरा बोला।।
मुँह मारता फिरता होगा ,बीवी ने देख लिया होगा तभी तो मार दिया उसको,तीसरा बोला।।
इतनी सुन्दर और सुशील बीवी थी,बेचारी...इस कातिल के हत्थे चढ़ गई,चौथा बोला।।
इसकी शकल देखो लंगूर दिखता है,बीवी तो हूर थी,कदर ही नहीं कर पाया बीवी की,मार दिया बेचारी को,लंगूर के हाथों हूर लग गई थी,पाँचवा बोला....
अभी दो साल ही तो हुए थे शादी को,अभागन बेचारी,छठाँ बोला...
आशीष ये सब सुन रहा था और उसे बहुत शरम महसूस हो रही थी और फिर पुलिस ने उसे अपनी गाड़ी में बैठाया और पुलिसस्टेशन आ पहुँची,वहाँ आशीष से पूछताछ और उस पर डण्डे बरसने शुरू हो गए लेकिन आशीष कहता रहा कि उसने कुछ नहीं किया है....
लेकिन पुलिस ने उसकी एक ना सुनी...
पुलिस तब भौचक्की रह गई जब आशीष की बीवी सिद्धि पुलिसस्टेशन पहुँची और इन्सपेक्टर से बोली....
मेरे पति निर्दोष हैं उन्होंने कुछ नहीं किया,मैं आप सबके सामने जिन्दा खड़ी हूँ...
अगर आप जिन्दा है तो फिर ये खबर मिडिया तक कैसे पहुँची?इन्सपेक्टर ने पूछा....
तब सिद्धि बोली....
ये आँफिस को निकल रहे थें,तभी मैं इनका टिफिन लगा रही थी,सलाद काटते वक्त मेरी ऊँगली में चाकू लग गया,घाव काफी गहरा था,लेकिन जैसे तैसे मैनें इनका टिफिन लगाकर इन्हें दे दिया,ये आँफिस जाते हुए बोले कि डाक्टर के पास जरूर चली जाना,टिटनेस का टीका लगवा लेना और पट्टी भी करवा लेना,कामवाली के आने का भी वही समय रहता है,इसलिए मैनें अपनी पड़ोसन को व्हाट्सएप पर मेसेज कर दिया कि चाकू लग गया है और मैं डाक्टर के पास जा रही हूँ....
मेरी पड़ोसन ने बातों बातों में मिसेज चोपड़ा से कह दिया तो उन्होंने किसी और से कह दिया कि मुझे किसी ने चाकू मार दिया है...
बात आगें बढ़ी तीसरे के पास पहुँची तो सवाल खड़ा हुआ कि मुझे चाकू किसने मारा होगा,तो औरतों ने अटकलें लगा ली कि पति-पत्नी ही साथ में रहते हैं तो पति ने ही चाकू मारा होगा...
फिर बात और आगें बढ़ी किसी औरत के पति मिडिया में होगें तो लोकल न्यूज चैनल तक बात पहुँची फिर आप जानते हैं कि मिडिया किस तरह से कर्म को काण्ड बना देती है,ये लोकल ब्रेकिंग न्यूज बनकर चैनल पर स्क्राँल होने लगी,आपने भी न्यूज देखी तो इन्हें गिरफ्तार करने इनके आँफिस पहुँच गए.....
बस इतनी सी बात का बतंगड़ बन गया,व्हाट्सएप से इस खबर ने हत्याकाण्ड का रूप ले लिया और बेचारे मेरे पति निर्दोष होते हुए भी फँस गए उनको उनके सामने उनकी मौत झूलती नजर आई,केवल ये सब व्हाट्सएप का धोखा था,
सिद्धि की बात सुनकर पुलिस ने आशीष को छोड़ दिया फिर सिद्धि आशीष के साथ उसके आँफिस भी गई सफाई देने।।😀😀
सो भइया कहानी खतम ,पइसा हजम।।

समाप्त....
सरोज वर्मा....