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रूठा हुआ मन

सुबह सुबह कॉफ़ी का कप हाथ मे लेकर में खिड़की के बाहर देख रही थी,
इतने में पिहू जाग गई पिहू मेरी 5 साल की बेटी मेरे पास आकर मुझसे लिपट गयी बोली मा आपने मुझे क्यों नही उठाया मुझे सिया के साथ घर घर खेलने जाना है.....,
चली जाना लेकिन पहले नहा लो अच्छेसे तैयार हो जाओ, उसे सिया के घर छोड़कर में दफ्तर चली गयी शाम को जब घर वापस आयी तो देखा पिहू मुँह फुलाये घर बैठी थी पूछा क्या हुआ लाडो?
सिया के पापा उसे ऑस्ट्रेलिया ले जा रहे है छुट्टियों में, और मेरे पापा कब आएंगे माँ बोलो...... ,
में कुछ बोल न सकी किसी तरिकेसे उसे समझाके सुला दिया पर मुझे नींद नही आयीं कुछ गलतियां हो जाती है अतीत में हमसे उन लोगो की वजह से जो खुशी के लायक ही नही होते.....,
ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ में २४ साल की थी तब मेरी शादी रोहित जे साथ हुई love marriage ही हुई थी हमारी लेकिन मेरे मम्मी पापा दोस्त कोई तैयार नही था इस शादी के लिए , मैन ज़िद की बहोत सबसे लड़ी उसके लिए, सब ने समझाया था वो तेरेलिये ठिक नही है मत कर शादी लेकिन फिर भी किसी की नही मानी, वो होता है ना अंधापन कुछ ज्यादा था मुझमे, हमेशा लड़ाई झगड़ा होता रहता अपने किये पे पछतावा बहोत होता था लेकिन कुछ कर नही सकती ये पता था इसलिए सिर्फ चुप रहती, सब सहती चली गयी, फिर पिहू के आ जाने के बाद लगा थोड़ा सुधर जाएगा लेकिन नही अब तो बात मारपीट तक आ गई, कई बार दिल में खुद को जान से मारने का खयाल भी आया लेकिन फिर सोचती मेरी पिहू का क्या होगा? मेरे गलती की सजा उसे क्यों दु?
फिर 6 महीने बाद वो हम दोनो को छोड़कर चला गया किसी और के पास कुछ दिन चुपचाप गुजरे फिर अपने घर चली गयी पिहू को लेकर सोचा मा पापा ताने देंगे लेकिन जैसे ही में घर के चौकट तक पोहची पापा दौड़कर चले आये और पिहू को गले से लगाया मा भी खुदको रोक न सकी पास आई बोली " रिया तुझे हम पराये लगते है तू एकबार भी हमे मिलने नही आयी" में फुटफुट कर रोने लगी , कुछ दिन ऐसे ही बीत गए एक corporate company में मुझे job मिल गयी ज़िंदगी अच्छी चल रही थी धीरे धीरे पिहू भी बड़ी हो गयी, मैंने तब ये कहा सोचा था कि मेरी एक गलती की सजा मेरी बेटी को भी मिलेगी , काश उस वक़्त खुदको रोका होता आज मुझे ये एहसास हो रहा था कि मेरे साथ जो लोग मुझे रोहित से शादी करने के लिए मना कर रहे थे उन्हें कैसे लग रहा था.......,
प्यार में थी में कुछ और न देख पायी, ज़िन्दगी एक ऐसे मुकाम पे आ पहुंची हैं कि अब खुदसे डर लग रहा है, पिहू वो वजह है जिसके साथ मे मुस्कुराती हु खेलती हु लेकिन उसे फिर भी पापा वाला प्यार नही दे सकी , single mother होना कोई आसन काम नही लेकिन मैंने ये किया अपनी बेटी के लिए वो हर चीज़ देनी है उसे लेकिन अब सच कैसे बोलू मेरी लाडो तू समझ पायेगा या अपनी माँ को ही दोषी ठहराएगी ऐसे सोच से भी दिल काप उठता है ......,
इतने घड़ी का alarm बजा देखा तो सुबह के 5:30 बजे है, पूरी रात सोचने में चली गयी पता ही नही चला कब सुबह हो गयी.....,
मेरी लाडो बहोत सुकून से सो रही थी , सोचा उसके पसंद के chocolate crunch बना दु तो खुश हो जाएगी, पिहू उठकर किचन में आ गयी खुशी से नाचने लगी मम्मा आपने chocolate crunch बनाये बड़े प्यार से खा रही थी, हम बाते कर रहे थे इतने में door bell बज गयी दरवाजा खोला तो पिहू खुशी से झूम उठी नानी yeee......,
मुझे भी अच्छा लगा मा पाप को देख, पिहू बहोत खुश थी, में office जाने के लिए निकल ही रही थी कि पापा बोले रिया आज जल्दी घर आना बेटा बात करनी है, में दिनभर की थकान से घर वापिस आयी तो देखा पाप मा पिहू के साथ खेल रहे थे, खाना खाने के बाद पापा और में बाहर बैठे पिहू नानी के साथ बैठी थी, पापा कुछ देर चुप थे शायद उन्हें बात कह से सुरु करनी है ये समाज नही आ रहा फिर कुछ देर बाद बोले बेटी कब तक अकेली रहोगी हमारा क्या है आज नही तो कल, और पिहू भी तो है........,
एक रिश्ता आया है कल बुला लू छुट्टी लोगी दफ्तर से में मौन थी बिल्कुल चुप क्या बोलू कुछ समझ नही आया लेकिन मे कुछ बोल ना पायी क्यूकी बहोत सारे questions थे दिमाग मे, फिर पापा बोल पडे देखो जब तक हम दोनो है हम आप दोनो देख सकते है हमारे बाद क्या होगा, ये सोच के दिल काप उठता है बेटी गलत मत समझना.....,
पापा चले गये मे अकेली बैठी रही सोचती रही जिंदगी भी अजिब है जिसके साथ रेहना था, वो उसके काबील नही था, और अब अकेले रेहना सिख लिया तब समाज के कुछ रितिरिवाज आ गये, दिल इस बात के लिये तैयार नही था लेकिन फिर लाडो सामने आ गायी मम्मा चालो ना बहोत निन्नि आ राही है, चलो बेबी i m sry, रातभर निंद नही आयी ये सोचते सोचते की क्या करू लेकिन ये भी बात थी की मेरी परी को पापा की भी जरुरत है पर क्या वो शक्स मेरी बेटी को अपनायेगा....,
हिलाया,चाई के समय पापा से पूछ लिया पापा क्या उन्हे पता है मुझे एक बेटी है, पापा हसकर बोले पता है और उन्हे कोई ऐतराज नही है , अच्छा तो बुलये उन्हे मा ने कहा मैने बस हा मे सर हिलाया......
पापा ने call भी कारलीया और तैयारी शुरु हो गयी, मा ने मेरे सामने सादियो का ढेर सा लागा दिया, पेहनो जो तुमको पसंद हो बेटा मा की आँखे खुशी से भरी थी, ये देखकर दिल बहोत भर गया बीती बाते याद आ गयी बस ये सोचकर की मैने कितनी बडी ग़लती की थी मेरे मा पापा का दिल दुखाया था एक ऐसे इन्सान के लिये जो इसके लायक ही नही था, मा पापा के भी कुछ अरमान थे मेरी शादी को लेकर जो अब पुरे होने वाले थे......
मे तैयार हो गयी मा ने तो नजर भी उतर दी और पिहू तो बहोत खुश कि, बाहार हॉल मे सब चले गये बादमे मा मुझे लेने आयी मैने देखा वो लोग बैठे थे, मे सामने आ गयी तो सब की निगाहे मुझे ही देख राही थी,
Hii I m navin ऐसि आवाज आयी तो मैने देखा blue shirt मे एक लडका और उसके मम्मी पापा, मैने भी सबसे बात की पिहू तो नवीन की गोद मे ऐसे बैठी थी मनो उस पेहले से जाणती हो,
जैसे तैसे वक्त बीता सब लोग चाले गये उनके जाने के बड पिहू भागते हुये मेरे पास आयी और बोली मम्मी ये देखो मुझे नवीन अंकल ने इतने सारे chocolates दिये, वो हमारे यहा रोज आयेंगे मम्मा मेरी पिहू को आज इतना खुश देखकर बहोत अच्छा लग राहा था,
शाम को जब मे garden मे बैठी थी तो मा पास आले बोली बेटा कैसा लगा नवीन, मा मे और एकबार बात ना चाहती हू नविन से हा तो लेना,
अगले Sunday मिलना fix हुआ evening 4pm समज नही आ राहा था की बात क्या करू वो bachelor है और मे ...... फीर भी मुझसे शादी क्यू कारना चाहता था कई सारे सावाल दिमाग मे थे ,
मे 4 pm गार्डन पोहोच गयी देखा तो नवीन पेहलेसेही वहा होगा इंतजार कर रहे थे मेरे जाते ही कहा well come gorgeous, मे थोडा शर्मा गयी फीर इधर उधार की बाते हुयी , मुझसे राहा नही गया तो मैने उच लिया , नवीन अपने मुझे क्यू पसंद किया आप तो bachelor हो फीर भी,
अरे तो क्या हुआ क्या तुम्हे जिने का कोई हक्क नही है और इतनी बहाद्दूर और independent girl और इतनी best मॉम मुझे और कहा मिल सकती है, देखो तुम जैसी भी हो मेरेलिये perfect हो अपने आप को इतना कम मत समझो, नवीन की ये बात सुनकर मुझे हसी आ गयी, कैसा है ये सब जनता है फीर भी.....
मैने फीर पुछा मुझे थोडा और वक्त देदो सोचने के लिये,
नवीन ने एकनजर मेरी तरफ देखा और बोला मॅडम 1 साल से वक़्त ही तो दिया था,
क्या लेकिन मे तुमसे अभि मिली हू,
हा मगर मे तो 1 साल से देखता हू आपको I was shock, क्या बोल रहे हो आप.......,
नवीन जी
तुम्हारे ऑफिससोचो party मे जब पेहली बर तुम्हे रेड ड्रेस मे देखा तबसे तुम्हे चाहा है, फिर तुम्हारे बरे मे पाटा चला लेकिन फिर भी प्यार कम नही हुआ ,
तुमसे प्यार हो गया था
फिर तुम्हारे मम्मी पापा से बात की तो उन्होने तुम्हारी परेशानी बतायी और फिर हमारी बात हो गयी,
रिया ये मत सोचो की पीछे क्या हुआ आगे और जिंदगी बाकी है और एक और जरुरी बात,
मुझे ये corporate company मे जॉब करने वाली most intelligent girl तो पसंद है ही पर उससे भी कई ज्यादा रिया की मा बहोत पसंद है,
मेरे तो होश उड गये ये सुनकर कोई इतना अच्छा कैसे हो सकता है, मे कभी सोच भी नही सकती, मे घर वापस आ गयी तो देखा मा और पापा देखकर मुस्कुरा रहे थे उन्हे सबकुछ पता था ........
हम कभी कभी इतनी मुश्किले देखते है की अपने बरे मे अच्च सोचना भूल जाते है मेरी बच्ची को अब कभी पापा की कमी मेहसूस नही होगी ये सोचकर मैने नवीन को शादी के लिये हा बोल दिया मा पापा भी खुश हो गये,
अब सोचती हू की ये रुठा हुआ मन अब नवीन की वजह से खिल उठा..........!


piyu