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एक अनोखी प्रेमकहानी

राज का कोलेज में फर्स्ट डे था ।उसे वहा अजीब सा लग रहा था नए नए लोग थे ,नई जगह थी।
फिर हफ्ते में कई दोस्त बन गए ।ग्रुप में जुड़ने लगा, उसे कोलेज में मजा आने लगा एक हफ्ते बाद उसके क्लास में एक लड़की ट्रान्सफर लेकर आई थी ।सर ने उसका परिचय करवाया ,उसका नाम नेहा था । बाद में वो अपनी जगह पर जाकर बैठ गई ।सर ने उससे कहा कि किसी से नोट्स लेकर आगे का बाकी है वो लिख लेना ।नेहा दिखने में बहोत खूबसूरत थी उसकी हिरनी जैसी आंखे देखकर लोग उसपे मर मिटते थे । खूबसूरत बाल और वो ही इतनी खूबसूरत थी ।हर कोई उसकी तरफ ही देख रहा था ।वो हर तरफ ही छाई थी । लगता है कोलेज में कोई परी आ गई हो।
राज उससे देखते ही दिल बैठा था।मगर कहने से डरता था नेहा किसी ग्रुप में अभी जुड़ी नही थी मेरे दोस्त राहुल को मैने बोला को उससे अपने ग्रुप में जुड़ जाए। एक दिन दिशा जो मेरी फ्रेंड थी वो उसे लेकर आई। दिशा बोली की नेहा ग्रुप में जुड़ना चाहती है। राज तो खुशी से पागल हो गया
मगर सब के सामने अंजान बनके खड़ा रहा दिशा ने सबके साथ मुलाक़ात करवाई।हम सब ग्रुप में होने के कारण सब साथ में स्टडी एंड एन्जॉय करते थे ।राज उससे बात करने का मोका ढूंढ रहा था।एक दिन हम सब केजीएफ 2 देखने गए थे। नेहा ने कहा कि रात बहोत हो गई है मुझे कोई घर छोड़ सकता है कोई ।राहुल मेरे दिल के हाल जानता था इसलिए राहुल बोला की राज तुम्हे घर छोड़ देगा ।नेहा ने कहा ठीक है राज खुशी से फूला नहीं समा रहा था। राज ने बाइक चालू की और नेहा उसके पीछे बैठ गई , न तो राज कुछ बोल रहा था न तो नेहा कुछ बोल रही थी ,फिर राज ने उससे घर का पता पूछा , नेहा ने घर का पता तो दिया मगर नेहा ने पूछा की तुम्हे मेरे घर का पता नही मालूम है।
राज ने अंजान बनते हुए मना किया की मुझे नहीं मालूम है , राज और नेहा ने फिर बाइक पे घर आने तक खूब सारी बाते की । राज ने कहा काश तुम्हारा घर और दूर होता । नेहा ने भी अंजान बनते हुवे कहा क्यूं ? राज और नेहा एक दूसरे से प्यार कर बैठे थे।मगर कहने से डरते है।
राज और नेहा ने अपने मन में ही एक दूसरे को जिंदगी का साथी चुन लिया था।राज के ग्रुप में भी सब को पता चल गया था
राज ने कहा बस ऐसे ही, फिर राज और नेहा ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर लिया । हररोज कॉल और एसएमएस से बात करने लगा।अब कोलेज में भी साथ घूमने लगे।रात देर तक बाते करते थे । कॉलेज के कैंटिन में बैठे रहते थे ।राज ने कहा बस ऐसे ही, फिर राज और नेहा ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर लिया । हररोज कॉल और एसएमएस से बात करने लगा।अब कोलेज में भी साथ घूमने लगे।रात देर तक बाते करते थे । कॉलेज के कैंटिन में बैठे रहते थे ।
फर्स्ट ईयर के इम्तिहान भी आने वाले थे ।राज और नेहा अब इम्तिहान की तैयारी करने लगे।राज ने आखरी पेपर के दिन नेहा को प्रपोज करने का प्लान बनाया राज खुशी से फूला नहीं समा रहा था।राज ने लास्ट पेपर के दिन नेहा को प्रपोज किया । नेहा ने भी राज को हा कर दिया ।राज और नेहा दोनो खुश थे।राज और नेहा अब हर जगह साथ रहने लगे । सच ही कहा है किसी ने प्यार में ताकात बहोत होती है।