Pyaar ka Zeher - 7 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यार का ज़हर - 7

महेर : ये दो पल पूरे हुए अब देखो और याद करो वो मेरे मम्मी पप्पा का हिस्सा जो तुमने मारा था. आज में उसका बदला लूंगी याद है. तुमने उस भयानक जगह में हम तीन लोगों को मारने छोड़ दिया था. मम्मा पप्पा तो मर गए लेकिन में बच गए. उनका बदला लेने के लिए अब तुम्हारा खात्मा जल्दी होगा ये लो. और लो ताकि तुम जल्दी उपर जाओ.अब तुमको ऐसे घुमा कर फेकेंगे की जहा से आए हो वहा वापस भेज देंगे देखो अब तुम.

काला पेड: आ आ आआआ बचाओ बचाओ हमें आ.

महेर : तुम्हे कोई नहीं बचाएगा क्यू की सच्चाई में बचाव होता है बुराई में नहीं.

प्रणाली : अरे महेर बेटा ये सब तुमने कैसे किया में तो शॉक रह गए मुझे तो अब तुमसे डर लगने लगा है.

महेर : अरे मम्मी डरने की कोई बात नहीं है. ओके मेरे में शक्तियां है. जो कि मुझे पता नहीं थी तो इसलिए मैने ये आजमाया तो मुझे पता भी चल गया मेरी शक्तियों के बारे में.

《 कुछ देर बाद... 》

राज : अरे हायती कितनी देर लगा दी आने में पता है. कितनी देर से यहा पे खड़ा हूं. और तुम आराम से आ रही हो.

हयाती : ओ सॉरी ना बाबा.

राज : जाओ और दूर रहो चिपको मत ओके थोड़ी जगह बनाके रखो.

हयाती : ऐसा क्यों कर रहे हो पास आओ ना प्लीज.

राज : नहीं में जा रहा हूं मुझे अब नहीं रुकना.

हयाती : अरे रुको बाबा अरे र कहा जा रहे है. मुझे यहा अकेला छोड़ कर कमाल है.

राज : जी नहीं अब में जा रहा हुआ अब नहीं रुकना मुझे.

हयाती : हा जाओ अगर जाना ही था. तो आए क्यू थे मिलने हद है. यार इतना मनाने कि कोशिश की लेकिन इनके नखरे तो अलग ही है. यार कसम से मुझे अकेली रख कर चला गया.

अंजान चाचा : अरे बेटा तुम यहा पे क्या कर रही हो. वो भी अकेली यहा पे अकेले मत घूमो ठीक है. यहा पे अकेली लड़की देख कर कुछ गुंडे लोग उसे छेड़ने लगते है. इस लिए बेटा में आपको बता रहा हूं. कि कृपया करके आप यहा से चले जाओ वरना वो गुंडे आते ही होंगे.

गुंडे : चचा आते ही होंगे नहीं आ गए हाहाहा अब इस लड़की की खैर नहीं अरे ओ मोटू उठालो इस लड़की को.

हयाती : अरे कोन हो तुम लोग और मुझे क्यू ले जा रहे हो छोड़ो मुझे.

अंजान चाचा : अरे छोड़ो लड़की को वरना पुलिस को बुला दूंगा छोड़ो.

राज : चचा रुको इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी. इन गुंडों के लिए तो में अकेला ही काफी हू. मेरी प्रेमिका पे हाथ डालेगा अब तुम लोगो की खैर नहीं. हयाती चचा को उठाओ तो.

अंजान चाचा : बेटा इन गुंडों को छोड़ना मत इन गुंडों ने बहुत सी मासूम सी लड़कियों की इज्जत लूटी है. ये लोग जीने के लायक नहीं है. इन लोगो को जान से मार दो जेल में चला जाऊंगा बेटा लेकिन इन गुंडों को आज जिंदा मत छोड़ो क्या है. अगर जेल चले ये लोग तो फिर इनकी बेल हो जाएगी किसी ना किसी दिन पर. अगर इन लोगो को जान से मार दिया तो फिर कोई दिक्कत ही नहीं रहेगी. क्यू की ऐसे लोगो को जीना का कोई हक नहीं.

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