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कुल देवी

ये कहानी आज की नहीं सादिया से चली आ रही है!
एक ऐसे कुल की देवी की जो हमेशा उस परिवार की रक्षा करते हुए आ रही है इस कहानी की शुरवात यूपी के मऊ जिला के एक छोटे से कस्बे से हुई! जहा चौहान समाज का एक परिवार बड़े ही अजीबो गरीब बीमारी से गुजर रहा था ना कोई वेद की दवाई काम कर रही थी और ना ही कोई दुआ बोहोत कोशिश के बाद भी उस घर का कोई ठीक नहीं हो रहा था बस उस परिवार का एक बुजुर्ग जिसे इस बीमारी से कुछ भी नहीं हुआ उसने हिम्मत ना हरते हुए वहां चले गए जहा कभी उनके पिता जी और पिता जी के भी पिता जी पूजा करने
जाते थे जैसे ही वो उस जगह पर बैठ कर अपनी कुल देवी का नाम को याद किया तो आवाज आई बेटा तू आ ही गया तेरे पूर्वज ने तुझे दिखाया था पर तूने अपने बच्चो को बताया नहीं मां मुझसे गलती हो गई माफ करना अपने बच्चे को फिर पेड़ की जड़ से एक लाल कपड़े में बंदी मिट्टी निकली जो उस बुजुर्ग ने अपने घर जा कर देखा और जैसा का जैसा कुल की देवी ने कहा था वैसा ही करने लगे पर बच्चो को कुछ पता ही नहीं था कि उन के पिता जी क्या कर रहे है जाभी उन के ही लड़के ने पूछ ही लिया पिता जी आप ये क्या कर रहे है घर मै किसी की तबीयत ठीक नहीं है और आप पता नहीं इस मिट्टी का क्या कर रहे है ये सून कर उस के पिता ने उसे सारी बात बताई और यह भी बताया कि अपने घर मै कोई बीमारी नहीं है किसी ने अपने घर पर काला जादू किया है और इस मिट्टी को अपने को अपने घर के हर कोने पर गड़ा खोद कर गणना है ऐसा ही अपनी कुल देवी मां शीतला का केहना है और ऐसा ही करने से अपना परिवार इस परेशानी से निकल पाए गए गा ऐसा कहते ही बेटे ने पूछा क्या पिताजी ऐसा करने से अपने घर की परेशानी ख़तम हो सकती है बड़े बड़े वेद मंदिर सब कर के देख लिया इस मिट्टी से ऐसा कुछ हो जाए गा हा बेटा मेरे पिताजी और उन के भी पिताजी जब्बी कोई परेशानी होती थी तो वहीं जया करते था पर तेरे दादा जी के पिता जी तो रोज ही वहां कुछ ना कुछ चड़ावा ले जाया करते थे यह सून कर बेटा बोला तो पिताजी आप हमें तो कभी वहा नहीं ले गए और ना ही कभी बताया आप ने पिता बेटा यही तो गलती है मेरी जो मै वहा नहीं गया पर कल तू भी चलना और अपने बेटे ऋषि को भी ले चलना! फिर ठीक है पिताजी हम भी कल से रोज वहा जया करे गए ऐसा केह कर वो अपने पिता जी के साथ मिट्टी को घर के चारो कोनो मै दबाने के लिए मदत करने लगा एक कोने से दूसरे और दूसरे से तीसरे और तीसरे से चोथा कोना सब जगह मिट्टी को दबा दिया सुबह होते होते तक कुछ सही सा लग रहा था सब को आगे क्या हुआ केसे कुल देवी के स्थान गए और मां ने कोन कोन से चमत कार किए आगे पढ़िए गा मा के चमत्कार की कहानी