Ek Darabna Safar - 1 books and stories free download online pdf in Hindi

एक डराबना सफ़र - 1

हेल्लो!!! कुछ राज सुलजे हुए होते है तो कुछ राज उतने ही उल्जे हुए होते हैं । जिसको शायद उल्जे हुए ही रहने देने चाहिए, क्योंकि वैसे राज को सुलजाने का कोई फायदा नही हैं। आज की हमारी कहानी भी ऐसी ही खौफनाक और डराबनी हैं । जिंदगी का सफर तो जब हम समझदार होते है तभी से शरू हो जाता है और फिर जब तक हम नही मरते तब तक खत्म नही होता , लेकिन कुछ जिंदगी के सफर ऐसे भी होते है जो कुछ पाने की इच्छा के साथ शरू होते है और उस इच्छा.के साथ ही खत्म होते है । और इच्छा तो अमर है वो कभी भी खत्म नही होती । मानव देह जब तक जीवित है तब तक कुछ ना कुछ पाने की इच्छा मन मैं होती रहती है.

ये बात बहुत साल पहले की है। कुछ अनकही और अनसुनी बातो को लेकर अब भी वहाँ रहस्य छुपे है। शहर से करीब 80 किलो मीटर दूर एक गाँव है। जो बेहद ही खूबसूरत और प्रख्यात है। वहाँ लोग दूर दूर से उसकी खुबसुरती देखने आया करते थे। करीब बीस साल पहले वहाँ मेला लगता था। वहाँ की बाजार तो पुरा दिन लोगो की चहल पहल से भरी हुई हुआ करती थी। बच्चे के खिलखिलाट से गलिया गुंज़ उठती थी। त्योहार मैं तो गाँव तो चार चाँद लग जाते थे। शहर से कई ज्यादा रोशनी इस गाँव मैं दिखाई देती थी।

उसी गाँव गायत्री नाम की लड़की रहती थी । जो अभी गाव से दूर शहर मैं अपने परिवार के साथ रहती है। जब गायत्री छोटी थी तब बीस साल पहले कुछ हादसे की वज़ह से वो गाव छोड़ के स्तर आ गए। चलिए तो आज मैं आपको गायत्री और उसके परिवार और दोस्तो से मिलवाती हु। गायत्री जो अभी इक्कीस साल की है और अब बाइस साल की होने वाली है। वो वही शहर की शाह कॉलेज मैं पढ़ती है। उसकी कॉलेज का अब ये आखरी वर्ष था। उसके बाद वो सब दोस्त अलग होने वाले थे। गायत्री कॉलेज मैं बेंच पर बैठ कर सोच रही होती हैं उतने मैं राहुल आ जाता है और गायत्री को डराता है। गायत्री डर जाती है तभी राहुल बोलता है, ' अरे चिल गायु ' । गायत्री को कॉलेज मैं सब प्यार से गायु कहकर पुकारते हैं। राहुल जो गायु का एक अच्छा दोस्त और उसका बॉयफ्रेंड था। वो गायु से बेहद प्यार करता था। गायु के लिए वो कुछ भी करने के लिए तैयार था। बस, वो गायु को खुश देखना चाहता था।

गायु और राहुल दोनों बैठे होते है उतने मैं उसके सभी दोस्त वहाँ आ जाते है। उसके ग्रुप मैं वह पांच मेंबर होते है। गायु, राहुल, निक्की, जॉन और रिया। सब लोग गायु के आने वाले बर्थ डे के लिए उत्सुक थे। गायु का बर्थ डे सात दिन के बाद ही आने वाला था और राहुल उसे सरप्राइस देने वाला था। राहुल गायु को क्या सरप्राइस देने वाला था ए जानने के लिए आपको आगे की कहानी पढ़नी होगी सिर्फ और सिर्फ matrubharti पे ' एक दरबना सफ़र '।।।।।