Sath Zindgi Bhar ka - 29 books and stories free download online pdf in Hindi

साथ जिंदगी भर का - भाग 29

वाओ उतरा दीदी आप कितनी खूबसूरत दिख रहे हैं रुकिए आपको काला टीका लगाते हैं

कहीं हमारी ही नजर ना लग जाए आपको आस्था ने गुलाबी जोड़े में सजी उतरा को देखते हुए कहा आज उसकी इंगेजमेंट थी

अपने प्यार का ग्लो उस पर बहुत ही खूब चढ़ा हुआ था खुशी तो उसके चेहरे से भर भर के बाहर आ रही थी

हमारा ठीक है भाभी सा आप अभी तक रेडी क्यों नहीं हुई उतरा हमारा क्या है बस 10 मिनट में अभी तैयार होकर आते हैं

आस्था में उसके सर पर चुनरी डाल दी ऐसे कैसे भाभीसा आज आप की ननंद की इंगेजमेंट है

तो आप आज फुल मेकअप करेंगे ऐश्वर्या को देखिए कब से तैयार होने में लगी हुई है उतरा

उत्तरा आप हमें कुछ मत कहिए और भाभी सा आप जाइए चेंज करके आइए नीता आपको तैयार कर देगी

ऐश्वर्या जी नहीं हम अपने आप तैयार हो जाएंगे वैसे भी यह सब हमें पसंद नहीं है

आस्था ने कहा जिस पर दोनों ने उसे घूर कर देखने लगी जरूरी है यह सब आस्था ने मासूम सी शक्ल बनाते हुए कहा

जी ऐश्वर्या और उतरा नहीं जो देते हुए कहा और आस्था को चेंजिंग रूम में भेज दिया

अच्छा सुनिए तो सही हमारा सामान हमारे रूम में है अभी लेकर आते हैं आस्था जल्दी आइएगा उत्तरा

आस्था अपने कमरे में आ गई और अपना जोड़ा उठा लिया हमें यही तैयार होते हैं वहां गए तो पता नहीं वह क्या क्या करेंगे हमारे चेहरे पर

आस्था कहते हुए तैयार होने लग गई रॉयल ब्लू कलर का हेवी लहंगा फुल नेटेड स्लीव का ब्लाउज और वन साइड ली हुई है वी ओढ़नी गला भर के हार और उस उस पर के बड़े-बड़े झुमके सामने से हेयर स्टाइल करके खुले छोड़े हुए बाल हाथ भर के चूड़ियां छन छन बजती पाजेब होंठों को लगाई हुई हल्की सी लिपस्टिक आस्था बेहद हसीन दिख रही थी ओढनी हैवी होने की वजह से बार-बार कंधे पर से सड़क रही थी

उसे ही संभालते हुए आता बाहर आई और एकांश से टकरा गई

संभाल के आस्था एकांश ने उसे गिरने से बचाया और उसके लुक को देखकर उस में ही खो गया कुंवरजी आस्था की रोती हुई आवाज आई

क्या हुआ एकांश पैनिक हो गया यह ओढनी संभल ही नहीं रही है आस्था ने अपनी ओढ़नी दिखाते हुए कहा और एकांश को और भी खूबसूरत नजर आई

लाइए हम हेल्प करते हैं आपकी एकांश उसे कमरे में ले गया आपको आता है आस्था ने कहा

सिर्फ तुम ही तो सेट करनी है इतना मुश्किल भी नहीं है अकाउंट ने उसकी ओढ़नी कंधे पर डाल दी और दो-तीन जगह पर इनसे सेट कर दी

आस्था उसका और अपना अश्क सीखे में निकाल रही थी रॉयल ब्लू कलर की शेरवानी में उसका गोरा रंग और निखर रहा था वैल्सेट हेयर ट्रिम बीयर्ड रॉयल एक्स वॉच और

उसका वह मदहोश करता परफ्यूम आस्था ने उसके नासमझ गहरी सांसे लेकर उसके मेल को अपने अंदर समा लिया और वह बस उसमें खो ही गई

आस्था ठीक है एकांश ने कहते हुए शीशे में से ही उसे देखा और अपनी और इस तरह देखता पाकर उसके चेहरे पर स्माइल आ गई आस्था एकांश ने बेहद प्यार से उसे पुकारा और आस्था के रोंगटे खड़े हो गए

Do I look handsome एकांश ने उसके कान के पास हल्के से कहा और उसकी गर्म सांसों से आस्था ने अपनी आंखें बंद कर ली आस्था के मासूम से चेहरे को निहारते हुए

एकांश उससे दूर हुआ और मुस्कुरा दिया यह सब उसका हमेशा का काम हो चुका है आस्था के करीब जाकर उसे थोड़ा सा परेशान करना और फिर कुछ नहीं किया इस तरह दूर जाकर खड़े हो जाना

क्या हुआ आस्था कहां खो गई आप एकांश में किसी तरह अपनी स्माइल छुपाते हुए कहा और आस्था ने जोर से ना में सर हिला कर वहां से भाग गई एकांश फिर जोर से हंस पड़ा

सॉरी आस्था आई नो कि हमें आपको इस तरह परेशान नहीं करना चाहिए लेकिन हम क्या करें अब यह फीलिंग हम से कंट्रोल नहीं हो रही हैं हमें पता है प्यार तो आप भी हमसे बहुत करती हैं

लेकिन पता नहीं क्यों आप यह छुपा रहे हैं कब आप हमसे खुलकर कहेंगे अब और इंतजार नहीं होता हमसे प्रॉमिस कि जब तक आप पूरी तरह मैच्योर नहीं हो जाती तब तक लिमिट क्रॉस नहीं करेंगे हां लेकिन आपको परेशान करना भी नहीं छोड़ेंगे एकांश ने अपने आप से कहा और बाहर चला गया

यह क्या हो रहा है हमें हर बार कुंवरजी दूर होते हैं और हम उन्हें करीब हमारे महसूस करते हैं

और पता नहीं क्या-क्या सोचते हैं अगर ऐसा ही रहा ना तो हमें यकीन है हम पागल हो जाएंगे लेकिन आज वह कितने हैंडसम दिख रहे थे अपने आप से सोचते हुए उसकी नजर एकांश पर रुकी

एकांश में उसे इशारे से ही कहा था जिस पर आस्था नैना में सर हिलाया तभी रेवा एकांश के करीब आकर खड़ी हो गई

और आस्था के चेहरे पर उदासी छा गई रे वा ने एकांश को गले लगाया और आस्था की शक्ल देखने लायक हो गई रूद्र और स्वप्न उसके चेहरे को देखकर उसके पास आ गए और वह जहां देख रही थी उधर देखा

एकांश भाई सा को रेवा से इतना क्लोज नहीं जाना चाहिए है ना स्वप्न रूद्र

कुंवर जी थोड़ी उनके करीब जा रहे हैं वहीं चिपक रही है उनसे आस्था ने थोड़ा चिढ़कर कहा

आर यू फील jealous स्वप्न

नहीं लेकिन हमें बहुत बुरा लग रहा है वह हमारे कुंवर जी है ना फिर भी वह उनके इतने पास क्यों जाती है

आस्था की आंखों से आंसू आ गए क्योंकि आप भाई सा से दूर रहते हैं पर आप उनके साथ होती तो रेवा थोड़ी वहां होती स्वप्न

आप कीजिए ना उन्हें दूर आस्था वह हम कैसे कर सकते हैं भाभीसा उनकी वाइफ तो आप है ना स्वप्न

तो हम क्या करें स्वपन भाई साहब आस्था

यह मत सोचिए सुबह स्वप्न ने कहा और वहां से चला गया

रूद्र दा आस्था ने उम्मीद भरी नजरों से कहा छोटी सी भाभी सा हमें ऐसे मत देखिए हम कुछ नहीं कर सकते रूद्र भी वहां से स्वप्न के पास चला गया