The Unknown Planate:-2 books and stories free download online pdf in Hindi

दी अननोन प्लेनेट: - 2

दी अननोन प्लेनेट:

ज़रूरी सूचना -

यह कहानी केवल कल्पना पर आधारित हैं किसी भी वास्तविकता से इसका मेल केवल संयोग मात्र है,केवल मनोरंजन की दृष्टि से ही अध्ययन करें।

भाग - 2

जूलिया - हां… शुरू से… सबकुछ

जैकोल - वह सिर ऊपर करके कुछ याद करने लगता है फिर एकाएक ऊपर की ओर देखते हुए ही अपनी कहानी शुरू करता है -

जैकोल धीरे धीरे होंश में आ रहा था उसे बस अपनी तेज़ चलती सांसे सुनाई पड़ रही थी उसने सूट पर लगे टाइमर में देखा उसमे 43:00 दिख रहा था जिसका मतलब था कि जैकोल का सूट 43:00 मिनट्स में पिघलने वाला था अचानक उसका ध्यान गया कि उसकी गर्दन में बहुत दर्द हो रहा है उसने झट से अपनी गर्दन में हाथ रख दिया दर्द इतना तीव्र था कि उसकी चीख निकल गयी और उसकी सांसे और तेज़ चलने लगी उसने यहां वहां नज़र घुमाई दूर दूर तक कोई नज़र नही आ रहा था लेकिन जब उसने पीछे मुड़के देखा तो उसे एक छोटा सा स्पेसक्राफ्ट नज़र आया वो तेज़ी से उस ओर बढ़ चला नज़दीक जाकर उसे कुछ नही मिला क्योंकि वो स्पेसक्राफ्ट जैसी चीज उन्ही के स्पेसक्राफ्ट का पिछला हिस्सा था जिसमें विस्फोट होने की वजह से उसके साथी उसे वही छोड़ गए थे वो समझ गया था कि उसके साथी उसे छोड़ गए हैं लेकिन उन्होंने ऐसा किया क्यो? कहीं वो उसकी कामयाबी से तो नही जल रहे? सूर्य में मैने कदम रखकर इतिहास बनाया था कही उसी के जलन की वजह से तो वो मुझे नही छोड़ गए? उसके अंदर गुस्से की ज्वाला फुट गयी उसकी आंखें लाल हो गयी उसका दिल जोरो से धड़क रहा था और उसकी सांसे तेज़ चल रही थी उसने अपने पल्स मीटर की तरफ नज़र घुमाई अरे??? वो आष्चर्यचकित होता हुआ खुद से बोला,यह पल्स मीटर में तो पल्स रेट शून्य दिख रहा है ओह्ह…।।सारा खेल उसके समझ में आगया था उसकी पल्स मीटर में हुई खराबी के कारण उसके साथियों ने उसे मृत मान लिया था यह बात वह समझ गया मैंने अपने दोस्तों पे शक किया?? वो खुद से घृणित स्वर में बोला तभी फिरसे उसके कंधे और गर्दन में जोर से पीड़ा उठने लगी और जैकोल वहीं घुटनों के बल बैठकर चीखने लगा।

विलियम - फिर क्या हुआ,वह जिज्ञासु स्वर में उससे पूछा।

जैकोल - कॉरिडोर में हुए धमाके के शॉक की वजह से मैं बेहोश हो गया था और शायद उसी दौरान मैं कॉरिडोर के पिछले दरवाजे से टकरा गया था जिसकी वजह से मुझे काफी पीड़ा हो रही थी उसके कुछ देर बाद ही मेरे सूट में लगे टाइमर ने अल्टीमेट काउंटडाउन शुरू कर दी और जैसे ही वह काउंटडाउन खत्म हुई मेरी केस्टीन से बने स्पेससूट में छोटे छोटे कई छेद होने शुरू हो गए मैं समझ गया कि ये मेरा अंतिम समय है कुछ ही देर में मैं पिघल जाऊंगा।

जूलिया - तुम्हे काफी दर्द हुआ होगा न?

जैकोल - शब्दों में बयान करना शायद असंभव है उन छोटी छोटी छेद के होते ही मानों मेरे शरीर मे कोई कीलें गाड़ रहा हो और अगले ही पल मेरी चीख उठनी शुरू हो गयी मैं कभी यहाँ वहां भागता या उन छेदों में हाथ रखकर उनको बंद करने की कोशिश करता अजीब सी हालत थी मेरी।

विलियम - तो फिर आप बचे कैसे??

जैकोल - नहीं मैं बच नही सका और तड़प तड़प कर आखिर में मेरी मृत्यु हो गई।

जूलिया - मृत्यु??तो फिर क्या तुम भूत हो? वह हस्ते हुए बोली।

विलियम - सर मृत्यु के बाद भला आप कैसे जीवित हो सकते हैं? यह तो सुनने में मज़ाक लगता है।

जैकोल - हाँ बिल्कुल… अच्छा बताओ पृथ्वी पर इंसान वापस जीवित नही हो सकता हैं ना? वह विलियम की तरफ उंगली दिखाते हुए बोला।

विलियम - जी हां।

जैकोल - देखो…तुम्हारी यह बात बिल्कुल गलत है…हाँ तुम कह सकते हो कि हम ऐसा नही कर सकते लेकिन ऐसा होता ही नही है यह बोलना तो मूर्खता का सूचक है। जैकोल पास रखे अलमारी की तरफ बढ़ता है और उसमें से कई पन्नों वाली एक खास फ़ाइल निकलता है और उस फ़ाइल को जूलिया ओ दिखाते हुई कहता है -

यह फ़ाइल मेरी थ्योरी पर आधारित है और इस थ्योरी का नाम है द लाइफ थ्योरी जो मैंने ही लिखी है।

लेकिन कैसे - जूलिया उसकी ओर देखते हुए कहती है।

जैकोल - अच्छा बताओ कि स्पिरिट यानी कि आत्मा क्या हैं?

जूलिया - मुझे तो कुछ समझ नही आ रहा तुम ही बताओ… वो अपनी कंधे उचकाती हुई बोली।

जैकोल - अच्छा वो छोड़ो तुम यह बताओ कि तुमने एक कहावत सुनी है?

जूलिया - कौन सी कहावत?

जैकोल - की आत्मा अमर है?

जूलिया - हाँ सुनी तो है,लेकिन उसका इससे क्या सम्बन्ध??

जैकोल - सम्बन्ध है…असल मे हम यह समझ ही नही पा रहे थे कि इंसानी शरीर कैसे चलती है और कुछ सालों बाद वह कैसे काम करना बंद कर देती है और हम उसे मृत्यु मान लेते हैं लेकिन मेरी रिसर्च से मुझे यह पता चला की स्पिरिट इस एन एनर्जी आत्मा एक ऊर्जा है जो हमारे शरीर को चलाती है वो एक निश्चित अवधि के लिए हमारे शरीर को चलाती है और उस अवधि के पूरे होते ही हमारे शरीर से निकल जाती है और उस एनर्जी को न ही बनाया जा सकता हैं और ना ही उसे नष्ट किया जा सकता हैं इसी लिए कहते हैं कि आत्मा अमर है क्योंकि आत्मा एक ऊर्जा है मैं इस बना भी नही सकता और खत्म भी नही कर सकता हैं…लेकिन मैं इसे नियंत्रित कर सकता हूँ और इसमें कोई बड़ी राकेट साइंस नही है इंडिया और चाइना के ऐसे बहूत से साधु हैं जो आध्यात्म और योग की शक्ति से अपने शरीर से उस एनर्जी को निकाल सकते हैं और उसे नियंत्रीत भी कर सकते है लेकिन इसको समझने में काफी समय लगता है और थोड़ी सी भी चूक होने पर मृत्यु भी हो सकती है।

जूलिया - तो तुम वापस जीवित हो गये है ना?

जैकोल - जीवित नही हुआ बल्कि जीवित किया गया था और वो भी दूसरों की उन्नत तकनीकों द्वारा।

जूलिया - क्या??? सूर्य पर तो तुम अकेले ही छूटे थे तो वहां तुम्हे किसी और ने कैसे जीवित किया?

जैकोल - एजेरियन्स ने।

जूलिया - एजेरियन्स? कौन एजेरियन्स? और वो वहां कैसे गए? तुम ज़रा साफ साफ बताओ।

जैकोल वापस अपनी कहानियों में खो गया और कुछ याद करते हुए बोलने लगा -

जैकोल की आंखे खुली उसे महसूस हो रहा था कि शायद वो लंबे समय से सोया हुआ था बहुत अजीब हालत थी शरीर की उसने अपने शरीर पर हुए छालों पर नज़र घुमाई उसमे कुछ नारंगी रंग का क्रीम लगा हुआ था जिसमे से भयानक गंध आ रही थी और उसे अहसास हुआ कि उसके हाथ और पैर बंधे हुए हैं वो वापस तकिये में सर रखकर सो गया लेकिन अचानक उसके दिमाग मे विचारों का भयानक विस्फोट हुआ वह तो मर चुका था?वह तो सूर्य पर था?वह यहां कैसे आगया? यह कौन सी जगह थी? उसके साथी तो उसे छोड़ के जा चुके थे? उसने आश्चर्य से सोचते हुए अपना सर तकिये की उल्टी दिशा में घुमाया और डर के मारे उसकी चीख निकल गयी उसके सिर के बगल में एक विचित्र सी औरत बैठी थी जो उसे निहार रही थी उसकी विचित्र सी पोशाक थी बड़ा सा पेट था हाँथ पैरों में सांप के चमड़ी के समान रेखाएं बनी हुई थी जिनमे से हल्की हल्की प्रकाश निकलकर बाहर आ रही थी उसका चेहरा और विचित्र था गाल की चर्बी बिल्कुल पतली थी आंखें हल्की धंसी हुई थी चेहरे का रंग भूरा था कान इंसानों की तरह ही थे लेकिन इंसानों से काफी बड़े थे होठों के नीचे हल्का सा गड्ढा था और गुच्छेदार घुंघरालेबाल मानो उसे और डरावना बना रही हो उसकी चीख से वह भी डर गई और दूर जाने लगी वह समझ गया कि इसे डराने से यह नज़दीक नही आएगी वो और जोर से चीख पड़ा और उसकी तरकीब काम कर गयी वो औरत उलटे पांव भागी उसने चैन की सांस ली लेकिन उसे नज़र आया कि उसका हाँथ तो बंधा हुआ है और पैर भी और वो यहां से कैसे बाहर निकलेगा लेकिन कुछ ही देर में उसे अपने कमरे के बाहर बहोत सारे लोगो की चीखने चिल्लाने और जोर जोर से बातकरने की आवाज़ें उसे स्पष्ट सुनाई दे रही थी है ईश्वर तुने मुझे बचाया फिर से मारने के लिए? वो गिड़गिड़ाता हुआ खुद से बोला कि दरवाज़ा खुला और बोहोत से लोग अंदर आगये सभी उसकी औरत की तरह ही थे लेकिन कुछ के सिर पे बाल नही थी उनका सिर बिल्कुल सपाट था इसका मतलब शायद वो नर है? उनको देखकर जैकोल शांति से अपनी जगह में बैठा रहा शायद वो भी जैकोल से डर रहे थे इतने में एक विचित्र सा आदमी आया था वह भी देखने उन्ही लोगों जैसा था लेकिन केवल उसके शरीर में कई जगह बड़े बड़े बाल थे और उसकी लंबी दाढ़ी थी देखने से लगा कि शायद वो उनके सबसे बुजुर्ग व्यक्ति है और वो मुझसे ज़ुबान हिला हिला कर और दांत चटका कर कुछ बात करने की कोशिश करने लगा लेकिन जैकोल की समझ मे कुछ नही आ रहा था काफी देर तक कोशिश करने के बाद उसने गहरी सांस लेकर पास खड़े एक एलियन को कुछ इशारा किया और वो उठकर चला गया कुछ ही देर में वो एक चमकदार डिब्बे में कुछ लाया और उस बूढ़े आदमीं ने अपने हाथ को उस बक्से में डालकर एक लंबी सी रस्सी निकाली जिसके शुरुआत और आखिर में एक चमकदार धातु चिपकी हुई थी और उन्होंने जैकोल के सिर के ठीक बीचोबीच उस चमकदार धातु को गाड़ दिया और एक धातु अपने सिर में गाड़ दिया और जैकोल के पलको को छूकर बन्द करने का इशारा किया लेकिन जैकोल एक टक पास खड़े लोगों को देख रहा था वो बुजुर्ग आदमी जैकोल क्या कहना चाह रहा है यह समझ गए और सबको बाहर जाने का इशारा किया और सब लोग बाहर चले गए उसके बाद वे दोनों आंखें बंद करके बैठे रहे कुछ देर ऐसे ही बैठे रहने के बाद जैकोल को अपने सिर में कुछ महसूस हुआ उसने झट से आंखें खोली वह बूढा उसके सिर से वो धातु को निकाल रहा था धातु निकालकर उन्होंने वापस बक्से में रख दिया और जैकोल कि तरफ देखते हुए बोले -

“जैकोल नाम है तुम्हारा?”

“जी हां”जैकोल सहमे हुए स्वर में बोला।

मैं तुम्हारे बारे में सबकुछ जान चुका हूँ तुम कैसे सूर्य पर आए कैसे तुम्हारे साथी तुम्हे मरा हुआ समझकर यहीं छोड़ गए।

और वो बूढा आदमी जैकोल के बंधे हुए हांथों को खोलने लगा।

आप? जैकोल उसके तरफ देखते हुए पूछा

“रिवीयन अर्षू” मेरा नाम है,मैं रिवीयन साम्राज्य से हूँ।

जैकोल - अच्छा लेकिन मैं यहां कैसे आगया?

अर्षू - तुम सूर्य पर मरे पड़े थे हमारे साथियों ने तुम्हे देखा और तुम्हे ले आये… तुम मर चुके थे लेकिन हम लोगों ने तुम्हे वापस जीवित कर दिया।

जैकोल - तो आपलोग एलियंस है?

अर्षू - हाँ…तुम्हारे लिए हम एलियन हैं और हमारे लिए तुम।

जैकोल - हाँ यह तो सही कहा आपने।

अर्षू बाहर खड़े लोगों को आवाज़ लगा कर अपनी भाषा मे अंदर आने का आदेश देता है ,लेकिन ये क्या जैकोल उनकी भाषा कैसे समझ रहा है? उसे खुद भी आश्चर्य हो रहा था “मैं आप लोगों की भाषा समझ पा रहा हूँ जैकोल अर्षू की तरफ देखते हुए कहता है।

हाँ मैने तुम्हारे दिमाग मे हमारी भाषा डाल दी है अब हमारे लोग तुमसे जो कुछ पूछेंगे तुम सब सच सच बता देना और तुम जो पूछोगे वो हम लोग सच बताएंगे।

विलियम - वाह कहानी तो काफी इंटरेस्टिंग है।

जैकोल - हाँ बिल्कुल।

जूलिया - फिर क्या हुआ? वह अपने पैर में दूसरा पैर रखते हुए बोली।

जैकोल - कुछ नही,बस मैं उन्ही के साथ रहने लगा और सूर्य के ऊपरी हिस्से में मैंने अपनी खुद की लैब यानी जैकोल्स लैब भी बनाई थी।

जूलिया - हां इसके बारे में तो मैंने भी सुना था कि सूर्य में तुम्हारा कोई लैब था सर एलन ने तुम्हारी जीवनी पर किअब भी लिखी थी सर एलन ही तो हमारे सीनियर हैं, तो तुम वापस सूर्य आये?

जैकोल - मतलब?

जूलिया - तुम उनके ग्रह से वापस सूर्य आये?

जैकोल - नही नही…वो लोग सूर्य में ही रहते हैं सूर्य में हमेशा लावा बहता रहता है वो लोग अपने स्पेसक्राफ्ट मे ही रहते हैं जो उस लावे के नीचे है।

जूलिया - स्पेसक्राफ्ट? तो क्या वो लोग भी दूसरे ग्रहों में जाते है?

जैकोल - एजेरियन्स यानी कि वो एलियन्स मूल रूप से एजेरिया नामक ग्रह के निवासी हैं और उनकी जनसंख्या बहुत अधिक है क्योंकि वो अपने लोगों को मरने नही देते वापस जीवित कर देते है एजेरिया में जनसंख्या बढ़ने की वजह से रहने की जगह कम पड़ने लगी इसीलिए ये लोग अलग अलग ग्रहों में रहने लगे जैसे ये लोग सूर्य में रह रहे हैं वैसा ही इनके कुछ साथी मंगल ग्रह और चन्द्रमाँ में भी है ये लोग पृथ्वी का भी जायजा ले चुके हैं अक्सर पृथ्वी पर जो युएफओ देखे जाने का दावा किया हैं वो इनकी ही युएफओ होती है।

जूलिया - तो क्या ये विज्ञान भी जानते हैं?

जैकोल - मुस्कुराने लगता है और कहता है - असली विज्ञान तो मुझे इन्होंने ही सिखाई पृथ्वी पर जो चीजें केवल कल्पना मात्र है वो चीजें ये लोग चुटकी बजाते ही कल्पना से सच्चाई बना सकते हैं जैसे - टाइम मशीन,वर्महोल, और भी ऐसी कई चीजें हैं।

जूलिया - क्या वो लोग बहुत बुद्धिमान होते हैं?

जैकोल - उनके बच्चे पृथ्वी के लोगों से ज्यादा बुद्धिमान होते हैं उनके बच्चे मज़ाक मज़ाक में टाइम मशीन बनाके खेलते हैं।

जूलिया - तो ये एजेरियन्स कहते क्या हैं भला इन्हें सूर्य और मंगल में क्या मिलता होगा?

जैकोल - असल में ये लोग कुछ नही खाते इनका शरीर आसपास की ऊर्जा से चलता है परंतु मैं तो मनुष्य हूँ भला मैं बिना खाये जीवित कैसे रह सकता हूँ? इसी लिए इन्होंने मेरे लिए एक मशीन का आविष्कार किया जिसकी मदद से आसपास की ऊर्जा से मनुष्य के नसों में प्रोटीन और न्यूट्रिएंट्स को शरीर के नसों में पहुचाया जा सके इसके बाद मुझे कभी भी खाने की आवश्यकता नही पड़ी मुझे जब भी भूख लगती है इस मशीन से में अपने लिए ऊर्जा बनाना शुरू कर देता हूँ।

विलियम - तो तुमने भी कोई अविष्कार किया होगा है ना?

जैकोल - हाँ बिल्कुल आइये मेरे लैब में और वो आगे आगे चलने लगता है कुछ ही देर में वो लैब के अंदर खड़े होते हैं -

ये मेरी पहली अविष्कार है जिसे मैने ब्रेन कंट्रोलर का नाम दिया है अगर इस छोटी से गोली जैसी डिवाइस अगर किसी के पेट में पहुच दी जाए तो उसके दिमाग के विचारों को सुना ,समझा,पढ़ा,और देखा भी जा सकता है मेरी दूसरी अविष्कार है नोज़ पाइप अगर यह दो छोटी छोटी पाइप को अगर हम अपने नाक में लगा लें तो उसके बाद हम मंगल ग्रह और चांद में भी बिना ऑक्सीजन के सांस ले सकते है इसके अंदर से गुजरने वाली कोई भी गैस ऑक्सीजन में परिवर्तित हो जाती है मेरी तीसरी अविष्कार है इन्विसिबिलिटी इसके उपयोग से हम कहीं भी मनचाहे समय तक अदृश्य रह सकते हैं और चौथी अविष्कार है लाइट स्पीड यह एक खास तरह का जूता है जिसे पहनने के बाद प्रकाश की गति से दौडा जा सकता है।

जूलिया - वाओ बहुत बढ़िया अगर तुम इन अविष्कारों को पृथ्वी पर ले जाओगे तो वहां के लोगो का बहुत भला होगा।

जैकोल - हाँ बिल्कुल।

जूलिया - वैसे तुम इस ग्रह पर क्यों आये? तुमने अभी तक नही बताया। वो जैकोल की तरफ देखती हुई बोली।

जैकोल - हज़ारों साल पहले एजेरियन्स लोगों के कुछ अंश इस ग्रह पर रहते थे इस ग्रह में उनके घर अभीभी हैं उनके बहुत बड़े बड़े महल के समान घर थे लेकिन एस्टरॉयड गिरने की वजह से उनको तुरंत यह ग्रह छोड़कर भागना पड़ा अर्षू ने सोचा कि वापस इस ग्रह पर आया जाए और और अर्षू आधे एजेरियन्स को सूर्य पर ही छोड़कर 7 - 8 स्पेसक्राफ्ट में लाखों एजेरियन्स को लेके वो लोग इस ग्रह में आये लेकिन यहां दूसरे एलियंस और जानवरों का कब्ज़ा था उन्होंने एजेरियन्स पर हमला कर दिया मजबूरन उन्हें वापस लौटना पड़ा लेकिन जब वो लोग सूर्य में पहुचे तब उन्हें ज्ञात हुआ कि अर्षू उनके साथ नही है वो लोग अर्षू को इसी ग्रह में छोड़ आये थे जब मुझे ये बात पता चली मैं यहां आने के लिए तैयार था लेकिन मेरे साथ आने के लिए कोई तैयार नही था इसी लिए मैं अकेला ही आगया था और मैं यहां 7 सालों से हूँ।

जूलिया - तो अर्षू को तुम क्यों बचाना चाहते हो?

जैकोल - तुम जानते नही अर्षू कौन है उनकी अविष्कारों की सूची पढ़ते पढ़ते हम मार जाएंगे उन्होंने इतने आविष्कार किये है वो एक महान वैज्ञानिक हैं जो लगभग हर चीज़ कर सकते हैं अभी मुझको उनसे बहुत कुछ सीखना बाकी था वो मेरे विज्ञान के गुरु थे वो ऐसी गुप्त तकनीकें जानते थे जिससे पूरे ब्रह्मांड का कल्याण हो सकता था उन्ही के वजह से मैं अपनी खास अविष्कारों को सफल कर पाया और हमलोग कई बड़ी बड़ी अविष्कारों में काम कर रहे थे जैसे की इंसान को अमर करना हालांकि वो तकनीक मैंने ढूंढ ली लेकिन अर्षू के साथ मैं इससे बड़े बड़े अविष्कार कर सकता हूँ।

विलियम - तुम इंसानों को अमर कर सकते हो? वह आष्चर्यचकित होता हुआ बोला।

जैकोल - हां अमर कह सकते है लेकिन मेरी तकनीक से इंसान अपने जीवन को 10 हज़ार साल तक बढ़ा सकता है और 10 हज़ार साल बाद फिर से इसी तकनीक को अपनाने से फिर आप 10 हज़ार साल तक जीवित रह सकेंगे और यह साईकल चलता रहेगा।

जूलिया - वो कैसे?

जैकोल - यहां इसी ग्रह में एक खास तरह के कीड़े होते हैं जिनका नाम मैनें पिटाबोन्स रखा है वो काफी ज़हरीले होते है अगर सही नस में उनके ज़हर की नियमित मात्रा डाली जाए तो वो हमारे जीवनकाल को 10 हज़ार वर्ष या उससे भी अधिक बढ़ा देगा मैंने यहां आने के लगभग 3 सालों बाद इस कीड़े की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी और 1 साल पहले ही उसके ज़हर को अपने शरीर मे डाल चुका हूँ।

जूलिया - तो तुम यहीं रुकोगे, लेकिन हम यहां से कैसे जाएंगे?

जैकोल - तुम लोग अब यहां से नही जा सकते,वह गहरी सांस लेता हुआ बोला।

जूलिया - भला वो क्यों?? जूलिया हड़बड़ाते हुए पूछ पड़ी।

जैकोल - यहां के ज़मीन में कई सारी अज्ञात बल है जिसके बारे में मुझे अभी भी ठीक से जानकारी नही है और उन्ही बलों के कारण अगर यहां के जमीन से लगभग 75 किलोमीटर की ऊँचाई के ऊपर ही उड़ा जा सकता है लेकिन अगर आप 75 किलोमीटर के नीचे आते हैं तो यहां कि ज़मीन आपको अपनी ओर आकर्षित करेगी और आपका स्पेसक्राफ्ट यहां के ज़मीन से टकरा जाएगा।

जूलिया - ओह…!!तो इसी लिए हमारा स्पेसक्राफ्ट जमीन में आ गिरा था,वह कुछ सोचते हुए बोली।

जैकोल - मुझे यहां आने से पहले यहां के बारे में लगभग 40% जानकारी थी इसी लिए मैंने अपने स्पेसक्राफ्ट के क्रैश के बारे में सारी तैयारी करके आय था और रही बात खाने पीने की तो मैं अपने साथ एजेरियन्स के द्वारा बनाई वो मशीन अपने साथ ले आया था मैं लगभग 7 सालों से बिना अन्न खाये जीवित हूँ और अगर आपलोगों को वापस पृथ्वी जाना है तो अर्षू को ढूंढना होगा।

विलियम - वो क्यों?

जैकोल - क्योंकि अर्षू ही एक मात्र है जो इस जमीन में उड़ने वाले स्पेसक्राफ्ट बना सकते हैं।

जूलिया - तो वो स्पेसक्राफ्ट बना कर चले क्यों नही गए?

जैकोल - उस स्पेसक्राफ्ट को चलाने के लिए 5 लोगों की आवश्यकता होती है वरना वो कबके वापस सूर्य पहुच गए होते।

विलियम - लेकिन तुम तो अकेले हो दो लोग उस स्पेसक्राफ्ट को चला सकते है?

जैकोल - नही उसे चलाने के लिए 5 लोगों की ही आवश्यकता होगी लेकिन मेरा काम है अर्षू को ढूंढना और फिर एजेरियन्स को खबर करना और उन लोगों की एक टीम आएगी लेकिन अब हमलोग बहुत सारे लोग हो गए हैं इस लिए हमें एजेरियन्स की जरूरत नही हम यहीं से सीधे अर्षू के साथ वापस सूर्य जा सकते हैं।

विलियम - तो अब हमें यहीं रुकना पड़ेगा?? वो झल्लाते हुए बोला।

जैकोल - बिल्कुल।

जूलिया - तो इसमें कितना समय लगेगा??

जैकोल - हम्म्म्म… कुछ… कह तो नही सकते, बस कोशिश कर सकते हैं?

जूलिया - खैर…यह ग्रह कितना बड़ा हैं?

जैकोल - पृथ्वी से 8 गुना बड़ा,वो उनके तरफ मुंह करके बोला।

जूलिया - यह तो बहुत मुश्किल हैं।

जैकोल - हां घांस के ढेर में सुई ढूंढने से भी ज्यादा मुश्किल है और मैं तो पिछले 7 सालों से यही काम कर रहा हूँ।

जूलिया - सच कहा तुमने।

जैकोल - ठीक है…रात हो चुकी है यहां लगभग 52 घंटे और रात रहेगी आप लोग कभी भी यहां आ सकते हैं फिलहाल के लिए आ सब अपने स्पेसक्राफ्ट लौट जाइये आराम करने के बाद आप लोग यहां वापस आएंगे तब मैं आपलोगों को आगे का प्लान बताऊंगा और आपलोग अपने हेडक्वार्टर में ये खबर दे सकते हैं की आपके स्पेसक्राफ्ट में दिक्कतें आने की वजह से आप यहां फंस गए हैं लेकिन आप उनको यह नही बताएंगे कि आप जैकोल यानी मुझसे मीले हैं ठीक है? सबलोगों ने हाँ में सिर हिलाया।

स्पेसक्राफ्ट में सबलोग सो चुके है चारों तरफ सन्नाटा है बस जूलिया ही करवटें बदल रही थी अचानक वो उठी और इधर उधर चहलकदमी करने लगी उसे बहुत अजीब सा अनुभव हो रहा था लगभग 15 मिनट के बाद वो सब ठीक है या नही इसका निरीक्षण करने लगी सभी लोग सोये हुए है यह जानकर वो एक टेबल में बैठकर इधर उधर देखने लगीं उसको खुद समझ नही आ रहा था कि उसको क्या हो रहा है वो उठी और एकाएक जैकोल के अंडरग्राउंड घर की तरफ रवाना हो गयी वो चल रही थी चारो तरफ सन्नाटा था अचानक जूलिया को एहसास हुआ कि उसके आसपास कोई हैं उसने यहां वहां नज़र दौड़ानी शुरू की लेकिन उसे कुछ नज़र नही आया वह वापस चलने लगीं तभी पीछे से किसी की तेजी से दौड़ने की आवाज़ आयी वो झट से पीछे मुड़ गयी सामने एक कद्दावर गेंडे जैसा वीभत्स लार टपकाता हुआ जानवर उसकी ओर दौडा चला आ रहा था जूलिया के समझ में कुछ नही आया कि अब वो क्या करे? वो तेज़ी से जैकोल की गुफा की तरफ भागने लगीं ओह्ह जीसस…वह हताश स्वर में खुद से बोली सामने 2 और बिल्कुल वैसे ही जानवर थे उसके कदम ठिठक के रह गए यह अकस्मात उसके साथ क्या हुआ? दोनों तरफ से दौड़ते आरहे उन जानवरों को देखकर उसने अपनी आंखें बंद कर ली धीरे धीरे उनकी दौड़ने की आवाज़ नज़दीक आ रही थी वह समझ गयी कि ये उसका अंतिम समय है तभी अचानक उसे महसूस हुआ कि कोई चीज़ उसके शरीर से लिपटी हुई है उसने झट से अपनी बन्द आंखे खोलीं जैकोल था वह उससे लिपटा हुआ और उसके कपड़े की बदबू से अच्छे अच्छे को चक्कर आ जाये वो उसे गले लगाए खड़ा था और वो तीनो जानवर नज़दीक आकर रुक गए उनकी चेहरे देखकर जूलिया के पसीने छूट रहे थे उसकी सांसे तेज़ हुई जा रही थी तभी वो तीनो जानवर उनके नज़दीक आकर उन्हें सूंघने लगा जैकोल ये…चुप रहो जैकोल जूलिया को बीच मे ही टोंकता हुआ बोला जैकोल जितना हो सके उसे कसके दबाए रखने की कोशिश कर रहा था वो तीनो जानवर उनकी शरीर की गंध लेने लगे जैसे ही उन जानवरों ने जूलिया की तरफ अपना सिर बढ़ाया भय के मारे उसकी चीख निकलने ही वाली थी कि तभी जैकोल ने उसके मुंह मे हाथ रख दिया शशशश……।। चुप रहो जैकोल गुस्से से बोला।

कुछ देर परीक्षण करने के बाद वो तीनो जानवर एक दिशा में भाग गए जैकोल ने इधर उधर देखा और झट से जूलिया का हाँथ पकड़ कर अपनी गुफा में चल गया जूलिया अभी भी डरी हुई थी जैकोल उसे एक पास रखे कुर्शी में बिठा दिया -

जैकोल - किसने कहा था तुमसे बेवकूफी करने के लिए?? वह उसे फटकारता हुआ बोला।

जूलिया - मैं तो बस…

जैकोल - कोई बहाना नही अभी तुम्हे कुछ हो जाता तो?

जूलिया जैकोल को एकटक देख रही थी उसकी आवाज़ में बहुत अपनापन था।

जूलिया - तुम्हे मेरी इतनी फिक्र कबसे होने लगी? वह शरारती अंदाज़ में जैकोल से पूछ रही थी।

जैकोल सकपका गया उसे सचमें समझ नही आया कि एकके उसके मुंह से ये शब्द कैसे निकल गए?

जैकोल - ज़िंदगी में पहली बार किसी की फिक्र हुई है मुझे वह खुद पे हंसता हुआ बोला।

जैकोल - वैसे तुम रातको कहाँ घूम रही थी??

जूलिया - पहले तुम बताओ तुम रातको क्यों घूम रहे थे? उसने जैकोल पे पलटवार किया

जैकोल - मैं तुम सबलोगों को ही देखने आ रहा था कि तुम ठीक तो हो?

जूलिया - सबलोग?? वह हल्के से गुस्से से बोली।

जैकोल - मतलब तुम्हे…वह सिर खुजाता हुआ बोला।

जूलिया खिलखिलाकर हंस पड़ी

जैकोल - अब तुम बताओ तुम क्यों घूम रही थी??

जूलिया - मैं भी तुम्ही से मिलने आ रही थी पता नही क्यों तुमसे मिलने का दिल किया इस लिए आ रही थी।

जैकोल - देखो यहां के माहौल को समझे बिना कोई ऐसा कदम मत उठाना तुम जानती हो अगर उन्हें तुम्हारी गंध मिल जाती तो तुम सोचने की कोशिश भी मत करो कि तुम्हारा क्या होता।

जूलिया - वैसे वो चले क्यों गए?

जैकोल - इन जानवरों की नजरें बहोत कमज़ोर होती हैं और अपने साथियों को उनकी गंध लेकर पहचानते है मेरे ऊपर जो कपड़ा था उसमें मैंने नेबालियन्स क्रूट नामक एलियन के शरीर से मिलता जुलता गंध वाला स्प्रे छिड़का था इसी लिए हम बच गए।

जूलिया का ध्यान अचानक सामने टंगे तस्वीरों की तरफ गया एक ग्रुप फोटो को देखते हुए वो बोली

जूलिया - जैकोल… ये तो सर एलन की तस्वीर है।

जैकोल - कौन सी आ…… देखने दो हैं ये तो हमारी ट्रेनिंग के टाइम की तस्वीर है इसमें मेरा सबसे अच्छा दोस्त एलन है।

जूलिया - तुम्हे अपने दोस्तों की बहुत याद आती होगी न?

जैकोल - हाँ बहुत…एलन की तस्वीर देखते ही उसकी आंखें नम हो आयी।

जूलिया - क्या हुआ?

जैकोल - मैं अकेला था क्या कुछ नही सहा मेरे इस शरीर नें मेरे साथी मुझसे दूर हो गए बिल्कुल अकेला वह अपनी आंसू साफ करते हुए बोला अब बस तुम हो जूलिया अगर तुम मुझे छोड़ के चली गई तो मैं कैसे जी सकूंगा??

जूलिया - किसने कहा मैं तुम्हे छोड़के जा रही हूँ? मैं तो हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगी आखरी सांस तक।

जैकोल - सच…वह मुस्कुराते हुए जूलिया की तरफ देखने लगा और उनकी आंखें अपलक एक दूसरे को निहारने लगीं जैकोल जूलिया के आंखों में डूब जाना चाहता था उसकी नीली आंखे मानों उसे दीवाना बना रहीं हो उसके कोमल होंठ जैकोल को उकसा रहे थे जैकोल कि धड़कन बढ़ रही थी उसके हाथ पैर कांपने लगे उसकी सारी चेतना लुप्त हो गई और आखिर उसने अपने थरथराते होंठों को जूलिया के होठों में रखते ही अपना भूत भविष्य वर्तमान सब भूल गया जूलिया भी अपने आपको बहुत अलग महसूस कर रही थी जैकोल सोच रहा था कि जहां जीने मारने का कोई भरोसा नहीं वहां यह सुख??? उसमे अजीब सी खुशी भर रही थी जूलिया का रोम रोम काम रस की मांग करने लगा जैकोल कि छुअन मानों उसे रोमांचित कर रहा हो उसने अपनी आंखें बंद करके जैकोल को अपने आपको सौंप दिया और जैकोल उसे दीवानों की तरह प्यार करने लगा।

विलियम की आंखें खुलीं उसने स्पेसक्राफ्ट की खिड़की से बाहर झांक कर देखा अभी भी रात ही थी तभी उसे याद आया कि जैकोल ने कहा था कि यहां 52 घंटे और रात रहेगी, क्या किया जाए???वो खुद से पूछा वह उठकर स्पेसक्राफ्ट में यहां वहां घूमने लगा तभी उसकी नज़र चौथे कमरे की ओर गयी जो कमरा जूलिया का था दरवाजा और जूलिया अंदर नही थी लेकिन जूलिया इस समय कहाँ गईं होगी उसने बिना देरी करते हुए सभी को उनके कमरे में जा जाकर जगाना शुरू किया और उन्हें बताया की जूलिया स्पेसक्राफ्ट में नही है सभी को आश्चर्य हुआ उन्हें लगा उन्हें तुरंत जैकोल से मिलना चाहिए।

स्टूअर्ट - मैं जाता हूँ और जैकोल से मिलके आता हूँ।

विलियम - नहीं…अकेले जाना ठीक नही हमें इस जगह के बारे में पता ही क्या है? सब जाएंगे,वह स्टूअर्ट को बीच मे ही टोकते हुए बोला।

सभी चलने लगते हैं तभी लूसी रुक गयी मानों उसे सब पता चल गया हो -

हमें वहां नहीं जाना चाहिए।

स्टुअर्ट - क्यो नहीं जाना चाहिए।

लूसी कुछ नही कहती।

स्टुअर्ट - ओह…तो यह बात है स्टुअर्ट सबकुछ समझ गया

मुझे तो ये बात सूझी ही नही चलो उन्हें रंगे हाथों पकड़ लेते हैं जूलिया तो बड़ी सख्त और कैप्टेन बनी फिरती है जरा उसे भी तो पता चले उसके अंदर भी सामान्य लड़की है वह जूलिया का उपहास उड़ाते हुए बोलता है और उसके साथ सभी हंसने लगे वो जैकोल की गुफा में उतरने लगे बिना आवाज़ किये सतर्कता से चलते हुए वो आखिरकार दरवाज़े तक पहुंच गए और जैसे ही दरवाज़ा खोल वे आष्चर्यचकित रह गए सामने जैकोल और जूलिया एक साथ बिस्तर में पड़े हुए है एक दूसरे की बाहों में, वो लोग ये देखके ज़ोर ज़ोर के हंसने लगे है हँसने की आवज़ से जूलिया और जैकोल उठ जाते है जूलिया के चेहरे और आंखों में शर्म स्पष्ट देखी जा सकती थी ये उससे क्या हो गया? उसे भयानक आत्मग्लानि होने लगी उसने कितनी मेहनत से अपने सदस्यों के सामने अपनी ऐसी छवि बनाई थी अब वो लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे? यही सवाल उसके मन मे दौड़ रहा था।

स्टुअर्ट - क्यों कैप्टेन साहब अभी क्यों शर्मा रहीं हैं आपके रातको शर्म नही आईं वह ठहाके लगाता हुआ बोला।

विलियम - स्टुअर्ट, बिहेव योरसेल्फ वह कड़क और गुस्से भरे स्वभाव में स्टूअर्ट की तरफ देखता हुआ बोला, वो हमारी कप्तान है तो ज़रा इज्जत से पेश आओ।

स्टुअर्ट - अरे छोड़ो यार,मैं तो सिर्फ मज़ाक कर रहा था डोंट बी सीरियस वह सफाई देते हुए बोला।

बिल - विलियम, स्टुअर्ट का स्वभाव मजाकिया है उसका वो मतलब नही था बिल उसकी तरफदारी करता हुआ बोला।

विलियम की नज़र जूलिया के चेहरे पर पड़ी जिसमें शर्म के बादल छाए हुए थे।

विलियम - जूलिया आप शर्मा क्यों रहीं हैं अपने कोई गलत काम या अपराध तो नहीं किया? जैकोल एक बुद्धिमान व्यक्ति है और देखने में भी आकर्षक है उसके प्रति आकर्षित होने सामान्य बात है इसमें शर्माने की कोई बात नही क्यों जैकोल वह जैकोल की तरफ देखता हुआ बोला।

जैकोल - बिल्कुल मैं तो जूलिया से बहुत प्यार करता हूँ और शादी भी करूँगा।

स्टुअर्ट - उसके लिए हमारा यहां से जाना भी तो आवश्यक है। वह बात पलटते हुए बोला।

जैकोल - हां वो तो है…लेकिन कब जाएंगे उसका तो कोई भरोसा नहीं इसी लिए मैंने सोचा कि जो काम शादी के बाद होना था वो अभी ही सहीं वो हंसते हुए बोला।

विलियम - अच्छा चलो अब उठो हमें यहां से जाने के लिए कुछ बातें करनी है तुम दोनों फ्रेश हो लो फिर बात करते है और वो दोनों उठ कर अंदर के दो अलग अलग कमरों में चले जाते हैं कुछ देर बाद जूलिया आ जाती है फिर कुछ देर बाद जैकोल भी आ जाता है जैकोल उनके लिए कॉफ़ी बना कर लाया था।

विलियम - यहाँ कॉफ़ी?? तुम कहाँ से लाये।

जैकोल - मुझे कॉफ़ी पीने की आदत थी इस लिए मैंने यहां कॉफ़ी का उत्पादन शुरू किया।

विलियम - अच्छा वो सब बात छोड़िए आगे क्या करना है यह सोचिए। वह अचानक गंभीर होता हुआ बोला।

जैकोल - जब मैं सूर्य से यहां आ रहा था तब मुझे इस ग्रह के बारे में पूरी जानकारी नही थी और बाकी मैने यहां आकर इकट्ठा की और मुझे पता चला कि यहां लगभग 274 प्रकार के एलियंस रहते हैं जो मांस खाते हैं उनके पास भी अपनी सोचने समझने की क्षमता है, यही कारण हैं कि मैंने उन्हें एलियंस की श्रेणी में रखा है ना कि जानवरों की…… यहाँ सबसे खतरनाक एलियंस की प्रजाति है नेबालियन क्रूट्स की नेबालियन क्रूट्स, वैंड साम्राज्य के सबसे खतरनाक एलियंस की प्रजाति इनकी उत्पत्ति डिज़ीब नामक ग्रह से हुई थी इन्हें मारना बहुत मुश्किल यहां तक कि यहां की दूसरे एलियंस की प्रजाति भी नेबालियन क्रूट्स के बच्चों को मारने से डरते है तो हम यह कह सकते हैं नेबालियन क्रूट्स इस ग्रह के मालिक है इनके दो पैर होते है सिर अंदर झुका हुआ, एक विशालकाय हाथी के समान बलिष्ठ लंबे लंबे बाल गोल सिर चमडीयों में बड़े बड़े सुराख होते है और ये बहुत बुद्धिमान होते है और जिस बर्बरता से ये दूसरे एलियंस को मार कर उनका मांस खा लेते है उसे शब्दों में बताना काफी मुश्किल है वह कुछ देर के लिए रुकते हुए आगे बोला -

यहाँ 72 घण्टे दिन और 72 घंटे की रात होती है और नेबालियन क्रूट्स रातको शिकार नही करते बलकी वो पूरे 72 घण्टे सोते है यहां लगभग केवल 10 प्रजातियां हैं जो रातमें शिकार करते हैं और वो भी आकार में कुत्ते या ज्यादा से ज्यादा घोड़े जितने होते हैं और वो छोटे छोटे एलियंस को मार कर खाते है,कल रात जूलिया में ग्रेटामोल्डस नामक एक जानवर की वजह से मरते मरते बची है ग्रेटामोल्डस बहुत शांत जानवर होते हैं और ये पूर्ण रूप से शाकाहारी होते हैं इनकी सूरत बिल्कुल गेंडे से मिलती है बस इनकी आकार भैसे जैसी होती है और सिर पर घुंघराले बाल होते है जिसके कारण ये काफी वीभत्स व डरावने लगते है कल रात एक ग्रेटामोल्ड अपने बच्चो के साथ खान खाने निकले थे और गलती से जूलिया बच्चों के बीच आ गयी इस कारण उनकी माँ को लगा कि जूलिया उनके बच्चों को कोई नुकसान न पहुचा दे इस लिए उन्होंने जूलिया को मारने की कोशिश की लेकिन जैसे ही उन्हें मेरे शरीर से नेबालियन क्रूट्स की शरीर की गंध आयी वो फौरन भाग खड़े हुए क्योंकि नेबालियन क्रूट्स पर हमला करने की किसी भी जानवर या एलियंस में हिम्मत नही है यहाँ घूमते जीवों में केवल 5% जानवर ही ऐसे हैं जिनकी आंखें तेज़ है लेकिन बाकी जीव केवल अपने नाक की वजह से ही दूसरे को पहचान सकते हैं तो मुझे इनसे बचने का सबसे आसान तरीका लगा नेबालियन क्रूट्स की शरीर के गंध जैसा स्प्रे बनाना।

विलियम - ओह्ह… तो इसका मतलब रातमें बहुत कम जानवर घूमते है?

जैकोल - रातमें घूमने वाले आधे से ज्यादा जानवर शाकाहारी होते है और दिन में खतरनाक एलियंस उन्हें ही मार कर खा जाते है इसी लिए वो रातको ही खाने के लिए निकलते है।

जूलिया - इसका मतलब हम रातको ही अर्षू को ढूंढ सकते है?

जैकोल - हाँ बिल्कुल क्योंकि अर्षू भी ये जानते हैं कि रातको घूमने वाले जीवों से उन्हें कोई खास खतरा नहीं इसी लिए हमे रातको ही अर्षू को ढूंढना होगा,लेकिन मेरे पास एक तरकीब है जिसके जरिये हम हम अर्षू को दिन रात कभी ढूंढ सकते हैं।

वो कैसे जूलिया आश्चर्य से उसकी ओर देखते हुए बोली।

जैकोल - लेकिन हमें उसके लिए आर या पर की लड़ाई लड़नी होगी, हम सबसे पहले नेबालियन क्रूट के किसी बच्चे पर हमला करेंगे फिर उसे मार कर उसके शरीर के अनुसार उसके अंदर रोबोट को फिट करेंगे रोबोट की आंखों में हम कैमेरास लगा देंगे उसके बाद हम आजाद हैं इस ग्रह में कहीं भी घूमने के लिए।

विलियम - एक्सेलेन्ट आईडिया लेकिन हमें काफी सावधानी बरतनी होगी और अच्छे से प्लान भी बनाना पड़ेगा।

जूलिया - मुझे भी यही तरीका सही लग रहा है।

जैकोल - लेकिन मुश्किल की बात ये है कि नेबालियन क्रूट्स अकेले बहुत कम ही घूमते है लगभग ना के बराबर तो ऐसे में अगर वो अपने दल के साथ हुए तो उसमें से एक को भी मरना मुश्किल हो जाएगा लेकिन अगर हम अच्छे से प्लान बनाकर काम करें तो यह सम्भव है।

स्टूअर्ट - इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नही है हम तैयार हैं बताओ कब करना है ये सब?

जैकोल - अभी लगभग 16 घंटे हैं उसके बाद दिन हो आएगा नेबालियन क्रूट्स दिन में ही शिकार करते हैं तो हमारे पास 16 घण्टे हैं प्लान बनाने के लिए तो प्लान बनाना शुरू करें? जैकोल सबकी तरफ एक नज़र डालते हुए बोला।

लेखक

- राघव शर्मा

“कुछ अन्य बातें -

यह कहानी मेरी पिछली कहानी दी लॉस्ट एस्ट्रोनॉट का दूसरा भाग है और उस कहानी में जैकोल नामक एस्ट्रोनॉट सूर्य में जाने के पश्चात रहस्यमय ढंग से गायब हो चुका होता है यदि आपने मेरी पिछली कहानी नही पढ़ी तो अवश्य पढ़ें तभी यह कहानी आपको समझ आएगी और इस कहानी का अगला भाग मैं जल्द ही अपलोड करूँगा,यदि आपको इस कहानी में कोई गलती दिखाई पड़े तो कृपया अनदेखा कर दें क्योंकि यह कहानी केवल मनोरंजन के दृष्टि से ही अध्ययन योग्य है कहानी पढ़ने के बाद अपने अनुसार रेटिंग्स दें और कमेंट करके अवश्य बताएं कि आपको यह कहानी कैसी लगी?”