Rashami Aur Mehul Ka Yaran - 3 books and stories free download online pdf in Hindi

रश्मी और मेहुल का याराना - 3

ओके आइये

सम टाईम लेटर...

हेय हेल्लॉ डीयर फाइनली हम मिल रहे है वोव इट्स ग्रेट

मेहुल प्लीज हग मी इ एएम नोट वेटिंग प्लीज

सेम टू यू डीयर आखिर बहुत टाईम के बाद और पेहली बार मिले है सो इस दिन को इस मोमेंट को हम कभी नही भुलेंगे क्यू की ये दिन हमारे लिये बहुत खाश होगा रियली इ एएम वेरी हैप्पी नोव

आप हमसे मिलने नही पर हमारी लाइफ से जुड़ने आये है ऐसा लग रहा है यू नो मेरि लाइफ अब तक बहुत बोरिंग सी थी फैमिली तो है पर कोई ऐसा दोस्त नही था मेरे पास और जो हमे चाहिये था वो हमे मिल गया और अब हमे कुच नही चाहिये

अरे पगली ऐसे नी बोलते आपकी जिन्दगी मे और भी ऐसे मोमेंट्स आने वाले है जो आपको उस मोमेंट मे खुशी मिल सक्ता है और फिर हम तो सिर्फ दोस्त है सो हमसे आप ज्यादा उमीद ना ही रखे तो बेहतर है वरना बरदास्त नही कर पायेंगे ना ही मे और नाही आप इसे तो अच्छा है

कुच मत बोलो अब ओके चलो घर चले अब

हा चलो आपका शहर भी तो देखना है यहा की हवा पानी सब मेहसूश करना है हमे तो हमे बताओ गे ना आपके शहर के बारे मे

अरे जरुर बतायेंगे पर इसे पहले घर चलो और थक गये होंगे थोडा आराम करके फिर थोडी बाते करेंगे और फिर आपको हमारी फैमिली से मिलवाएंगे ओके

ठीक हा बाबा जैसा तुम चाहो पर हा एक और बात। मेने ये तो सोचा नही की अगर मे आपके घर आऊंगा तो आपके घर वाले क्या सोचेंगे और हम उन्हे क्या बतायेंगे ओह गोड प्लीज गोड मे सिर्फ अपनी दोस्त के लिये आया हू पर अब मेने येतो सोचा ही नही की मे इस तरह मिलने जाऊंगा तो मेरि दोस्त पे क्या आशार पडेगा और लोग कई कई तरह की बाते करेंगे यार रश्मी मे तुम्हे मिलने तो आगया पर अब यहा से ही लौट जाऊंगा क्यू की तुम्हारे घर नही आ सक्ता मे क्यू अगर मे इस तरह आया तो पहले तो तुम्हारे मॉम डेड सवाल करेंगे रश्मी सॉरी यार मे इस तरह तुम्हे छोड के जा रहा हू बट कोई ऑप्शन भी नही है

तुम कुच ज्यदा ही सोच रहे हो मेहुल और ये क्या लगा रखा है की लोग क्या कहेंगे क्या सोचेंगे तुम्हे लोगो की पडी है मेरि नही वोव और रही बात मेरे मॉम डेड की उन्हे मे बता दूंगा की तुम मेरे दोस्त हो और जहां तक लोगो की बात है तो डोंट वरि वो मे संभाल लुंगी ओके और उं सबको हम सच बता देंगे और हम किसीसे क्यू डरे जबकी हमने तो दोस्ती ही तो की है

ओके रिलैक्स बट कसम से अगर मेरि वजह से तुम्हे किसिने कुच कहा तो हम बरदास्त नही कर पायेंगे और तुम्हे सब पता है अगर हमे गुस्सा आगया तो मेरे गुस्से का कही भी ठिकाना नही रहता इस लिये कोई कुच ना बोले तो सही है वरना क्या होगा आगे वो हमे भी पता नही है

अब ये अपनी हीरो गिरि बाद मे दिखाना अब घर चलो ओके कुच नही होगा इ एएम विथ यू ओके हमेशा

ओके चलो तो चलते है

पढ़ना जारी रखे...
पर इसके लिये इन्तज़ारि है जरुरी...