Diwangi - 3 books and stories free download online pdf in Hindi दीवानगी - भाग 3 (5) 2.1k 5.1k आगे...............अराध्या और उसकी मां कमरे में आती है । अराध्या का चेहरा पूरी तरह से उतर चुका होता है । उसकी मां कुछ कहने ही जा रही होती हैं कि अराध्या चुपचाप रोहन की लाई हुई ड्रेस लेकर बाथरूम में चली जाती है।उसकी मां बस देखते रहतीं हैं।अराध्या बाहर आतीं हैं ।वो उन कपड़ों में बहुत ही असहज महसूस करती है। वो एक नीले रंग की मिनी शोर्ट ड्रेस होती है जो घूटनो से ऊपर तक और ऊपर कंधों पर बस पतली स्टिरप होती है। और पीछे से बैकलेस होती है।वो अपने बालों को खुला ही छोड़ देती है ताकि उसकी कमर ना दिखे। फिर उसकी मां उसके पास आकर कहती हैं- बेटा तुम इतना क्या सोचती हो??? आजकल सब ऐसे कपड़े पहनते हैं। फिर इसमें इतना क्या घबराना।अराध्या दर्द भरी आवाज में- सब पहनते हैं लेकिन ,,,,,,, मैं नहीं पहनना चाहती।सुनैना जी-बेटा ,,,,,, तुम इधर बैठो । मैं तुम्हें बढ़िया से तैयार करतीं हूं।फिर वो आइने के आगे बैठा कर उसका मेकअप करतीं हैं। और उसके होंठों पर डार्क रेड कलर की लिपस्टिक लगाती है और फिर उसे तैयार करके अपने साथ बाहर लातीं है।बाहर बैठे रोहन की नजर उस पर पड़ते ही पलकें झपकाना तक भूल जाता है।सुनैना जी उनके पास आकर कहती हैं - देखो बेटा,,,,,अब ठीक है ना।रोहन- ठीक नहीं आंटी,,,,,,अब तो बहुत ही बढ़िया है । अच्छा अंकल-आंटी ,,,,,अब हम चलते हैं । पहले ही 11 बज चुके हैं मेरे दोस्त इंतजार कर रहे होंगे । आप चिंता मत करना ,,,,, अराध्य का मैं ध्यान रखूंगा। और ये बोलकर वो अराध्या का हाथ पकड़ कर उसे बाहर ले कर आता है।बाहर आते ही वो अराध्या को कमर से पकड़ कर अपने करीब कर के उसे किस करने की कोशिश करता है।मगर उसके ऐसे पकड़ने पर अराध्या एकदम घबरा कर उसे धक्का दे देती है।रोहन- तुम्हारी परेशानी क्या है अराध्या??? हमारी शादी होने वाली है ,,,,,,अब इसमें भी तुम्हें गलत लगता है।अराध्या रोने लगती है- सोरी रोहन ,,,, लेकिन मैं सहज नहीं हूं प्लीज कभी ,,,,,,,, मुझे समझने की कोशिश करो।रोहन खीज कर- तुम्हारी बकवास सुनता रहा तो यही सुबह हो जाएंगी। चलो अब।फिर वो दोनों गाड़ी में बैठ कर निकल जाते हैं।करीब आधे घंटे बाद ,,,,,,,,रोहन एक बार के आगे अपनी कार रोकता है। और वो दोनों बाहर आतें हैं फिर वो गाड़ी की चाबी गार्ड को देकर अराध्या को लेकर अंदर की तरफ बढता है।रोहन अंदर जाते हुए अराध्या से कहता है- अंदर चलकर मेरे दोस्तों के आगे अपनी बकवास बातें और हरकतें मत करना। जो मैं कहूं बस वो करना चुपचाप......... समझ गईं।अराध्या बस हां में सिर हिलाती है।रोहन अराध्या का हाथ थामे अपने दोस्तों की तरफ जाता है। और उसके दोस्त उसके जैसे क के लडके और क्या लड़कियां सभी नशे में झुल रहें थे।रोहन के जाते ही सब जोर से चिल्लाने लगते हैं और बारी बारी से उसके गले मिलते हैं।बार में बहुत लाउड म्यूजिक बज रहा होता है इतना कि कुछ भी सुनाई ना दें। वो सब से अराध्या को मिलवाता है।फिर वो अपने दोस्तों के साथ ड्रींक करने लगता है । उसके दोस्त अराध्या को भी पीने के लिए कहते हैं।अराध्या फौरन मना कर देती है । अराध्या का वहां दम घुट रहा होता है।जारी है......... ‹ Previous Chapterदीवानगी - भाग 2 › Next Chapterदीवानगी - भाग 4 Download Our App More Interesting Options Hindi Short Stories Hindi Spiritual Stories Hindi Fiction Stories Hindi Motivational Stories Hindi Classic Stories Hindi Children Stories Hindi Comedy stories Hindi Magazine Hindi Poems Hindi Travel stories Hindi Women Focused Hindi Drama Hindi Love Stories Hindi Detective stories Hindi Moral Stories Hindi Adventure Stories Hindi Human Science Hindi Philosophy Hindi Health Hindi Biography Hindi Cooking Recipe Hindi Letter Hindi Horror Stories Hindi Film Reviews Hindi Mythological Stories Hindi Book Reviews Hindi Thriller Hindi Science-Fiction Hindi Business Hindi Sports Hindi Animals Hindi Astrology Hindi Science Hindi Anything Sona Follow Novel by Sona in Hindi Love Stories Total Episodes : 5 Share NEW REALESED Moral Stories किस्से - कहानियां दिनेश कुमार कीर Fiction Stories साथिया - 73 डॉ. शैलजा श्रीवास्तव Mythological Stories जयद्रथ Renu Love Stories द मिस्ड कॉल - 1 vinayak sharma Love Stories कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 24 Mini Book Reviews भारत रत्न रविशंकर ramgopal bhavuk Spiritual Stories मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 1 Sonali Rawat Mythological Stories हिडिम्बा Renu Philosophy मैं जाग उठी हूँ. Ashish Khare Anything मां कब आयेगी - भाग 1 Dr.Dixit