Noukrani ki Beti - 48 books and stories free download online pdf in Hindi

नौकरानी की बेटी - 48




फिर रीतू स्टेज पर पहुंच गई और फिर एक बाक्स में दो अंगुठी लेकर अन्वेशा और चेतन को खड़े होने को कहा।


फिर दोनों ने एक दूसरे को अंगूठी पहना दिया।
शना एक केक लेकर पहुंच गई।

फिर दोनों ने एक साथ मिलकर केक काट कर एक दूसरे को खिलाया।
और फिर आनंदी, कृष्णा, रीतू, शैलेश भी स्टेज पर आ गए और सबने दोनों को केक खिलाया और बधाई दी।

फिर चेतन के दोस्त, अन्वेशा के सारे दोस्त सब स्टेज पर पहुंच कर खुब मस्ती करने लगे।
फिर सब मिलकर डांस करने लगे। डांस काफी देर तक चल रहा था।

अन्वेशा के ये बहुत ही खूबसूरत पलों को आनंदी ने विडियो रेकॉर्डिंग करवाया।

फिर आनंदी के सहकर्मी भी आने लगें उसके एनजीओ के सभी सदस्यों को बुलाया था आनंदी ने ये सब एक परिवार की तरह थे आनंदी के लिए।

फिर सभी पार्टी इन्जाय करने लगे।

कुछ मेहमान खाना खा कर जाने लगें। खाने में सब तरह का खाना बना था। क्यों कि आनंदी को लगा था कि अलग-अलग लोगों की अलग-अलग पसंद।

अन्वेशा के सारे दोस्त उसके साथ ही थे।

फिर धीरे धीरे सारे मेहमान चले गए।

आनंदी ने फिर सबको लेकर खाना खाने बैठ गई।

अन्वेशा,चेतन, कृष्णा, रीतू, शैलेश,शना।

आनंदी ने कहा कि आज मेरा सपना पुरा हो गया।

मैंने शायद कुछ अच्छे कर्म किए थे कि आप लोगो का साथ मिला।

फिर सभी एक एक गाड़ी में बैठ कर बंगलें लौट आए।

आनंदी ने कहा चेतन बेटा आज यहां रुक जाओ।
शैलेश ने कहा हां चेतन आज हमारे साथ सो जाओ।
हम-दोनों बहुत सारी बातें करेंगे।

चेतन बोला हां मौसा जी।

फिर सभी अपने कमरे में जाकर सो गए।

आनंदी अपने कमरे में जाकर फे्श होने के बाद आराम कुर्सी पर बैठ गई और फिर सोचने लगी। एक कक्षा छठी की लड़की आज कहा से कहा पहुंच गई।

आज खुद को मैं बहुत ही सुकुन सा महसूस कर रही हुं।

समर्पण एनजीओ को आज आगे बढ़ते देख मैं बहुत खुश हूं।

आनंदी ये सोचते हुए वहीं सो गई।

लंदन में एक नई सुबह के साथ आनंदी उठ कर तैयार हो कर नीचे पहुंच गई।
सभी ने एक साथ आनंदी को गुड मॉर्निंग कहा।

आनंदी ने कहा ओह।गुड मॉर्निंग और चाय पी लिया क्या?
सभी एक साथ बैठ कर चाय पीने लगे।
शना ने तभी सगाई की विडियो रिकॉर्डिंग की सीडी आॅन कर दिया।

सभी उत्साहित होकर देखने लगें।
फिर सभी ने मिलकर नाश्ता किया और चेतन से बातचीत करने लगे।

रीतू ने कहा आनंदी अब तो वापस चली जाओगी। शादी कहां से करवाओगी ।

आनंदी ने कहा इंडिया से ही।ये चेतन और अन्वेशा की इच्छा है कि शादी भारत जाकर ही हो।
रीतू ने कहा अच्छा ठीक है।

आनंदी ने कहा हमें तो जान ही होगा पर अन्वेशा की एम डी की पढ़ाई हो जाने के बाद ये दोनों वापस आ जायेंगे।
शैलेश ने हंसते हुए कहा कि हां हम सब साथ आ जायेंगे।
फिर बातें करते करते समय निकल गया।
अन्वेशा और चेतन निकल गए।
फिर रात को डिनर करने बैठ गए।

आनंदी ने कहा दीदी कैसे समय बीत गए पता नहीं चल पाया।

रीतू ने कहा हां आनंदी, अच्छा तेरी कहानी का का कैसा चल रहा है?
आनंदी ने कहा हां दीदी सब लोग बहुत ही पसंद कर रहे हैं।।

आनंदी ने कहा सगाई हो गई अब शादी भी हो जायेगी।
कृष्णा ने कहा हां पर अन्वेशा और जमाई राजा हमारे साथ रहेंगे या यहां?
आनंदी ने कहा मां वो जो फैसला लेंगे मैं उनका साथ दुंगी

रीतू ने कहा हां ठीक है। चलो अब कुछ देर टीवी देखते हैं।
फिर सभी टी वी देखने लगें

और आनंदी का समर्पण से काॅल आ गया।।

क्रमशः