two sisters - 13 books and stories free download online pdf in Hindi

दो बहने - 13

Part 13
अब तक आपने देखा निशा ओर नीयती को हिना ओर मिहिर ने भेजा हुआ शादी का लहंगा बहुत पसंद आया अब आगे की कहानी देखते है।
रात हो चुकी थी, आज निशा ओर नियती की आखरी रात उनके घर में थी,खिमजी की आंखो मे आसू आ गए जिस घर में बेटियां इतने साल रही कल वो उसी घर को छोड़ कर चली जाएगी। यह सोच कर सब लोगो की आंखो मे आसू आ गए।तब नियती ने कोई बात नही मां पिताजी यह तो ज़िन्दगी है वह एक जगह थमी नहीं रहती जिवन मे अलग अलग पड़ाव आते रहते है ,तब निशा ने कहा हा मां पिताजी नियती सही केह रही है आप ऐसे रोये मत कल इतना बड़ा दिन है हमारे लिए हमे हसी खुशी विदा किजिए।तब सरला ओर खिमजी ने कहा हा तुम दोनो सही के रही हो, अब हमे सो जाना चाहिए कल बहुत बड़ा दिन होने वाला है हमे जल्दी उठना भी होगा।
सब लोग सोने चले गए निशा ओर नियती अपने कमरे मे गई वह दोनो पूरा कमरा अच्छे से देख रही थी क्युकी कल तो वह यहा से जाने वाली थी दोनो बहने एक दूसरे को शुभ रात्रि कह कर सो गई।अगले दिन एक अच्छी सी सुबह हुए सब लोग पांच बजे ही उठ गए क्योंकी शादी का महुरत सुबह के नौ बजे था। निशा ओर नियती जल्दी से तैयार होने लगी दोनो मिल कर तैयार होने लगी दोनो ने अपना अपना मेकअप किया ओर शादी के जोड़े मे तैयार हो गई, दोनो आज काच की गुड़िया लग रही थी इतनी सुंदर की चांद भी शर्मा जाए, मिहिर ओर हिना ने शादी एक बड़े फार्म हाउस में रखी थी , सरला ने कहा अरे वाह मेरी दोनो बेटियां कितनी सुंदर लग रही है किसी की नजर ना लगे तुम दोनो को( थू थू थू) खिमजी ने कहा हा मेरी बच्चियां कितनी प्यारी लग रही है। निशा ओर नियती ने कहा धन्यवाद मां पिताजी , खिमजी कहता है चलो हमे फार्म हाउस पोहचना है वरना देर हो जायेगी।
उन सब को लेने हिना ओर मिहिर ने गाड़ी भेजी आज पहली बार गांव में किसी को लेने गाड़ी आने वाली थी सब गांव वाले निशा ओर नियती को दुल्हन के रूप में देख कर बहुत तारीफ कर रहे थे , खिमजी के परिवार की तरफ से गांव के आधे लोगो को शादी मे आने का न्योता दिया हुआ था। गांव वाले ओर खिमजी के परिवार फार्म हाउस पहुंचे ओर वहा निशान ओर निवान ,मिहिर ओर हिना भी पहुंच गए।निशा ओर नियती को देख कर निशान ओर निवान तो दंग ही रह गए आज दुलहन के लहंगे में वह दोनो इतनी सुंदर जो लग रही थी।हिना ने कहा वाह आज मेरी दोनो होने वाली बहुएं कितनी सुंदर लग रही है किसी की नजर ना लग जाए तुम दोनो को।
यह कह कर सब लोग अंदर गए उन सब का स्वागत बहुत अच्छे से किया गया,लड़की वाले ओर लड़के वाले सब लोगो के कमरे अलग अलग थे।थोड़ी देर बाद दूल्हा दुल्हन की माला पेहनाने की रसम शुरू हुआ निशा ओर नियती एक तरफ से माला लेकर आ रही थी ओर दूसरी तरफ निशान ओर निवान माला लेकर आ रहे थे दोनो जोड़ी ने एक दूसरे को माला पहनाई सब लोगो ने खूब फूल फेंके। मंडप बहुत अच्छा सा सजाया गया था दोनो जोड़ी का।



कहानी का Part 14 जल्द ही आयेगा।😊