Pyaar ka Zeher - 16 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यार का ज़हर - 16

महेश : अरे नहीं समदी जी इतनी बड़ी तकलीफ़ हम आपको क्यू दे लीजिए हम आ गए.

रवि शंकर : अरे बहुत खूब समदी जी खूब अब आप अपनी जो भी इच्छा हो वो बताओ.

महेश : जी में राज का पापा महेश जोशी में ये जाहिर करता हूं. कि मेरी होने वाली बहू कुछ दिन हमारे घर रहेगी. और राज आपके घर रहेगा इसे हमारी जो भी शक शिकायत होगी. वो दूर हो जाएगी हम जो भी इन बच्चो में ढूंढ रहे है. वो हमें मिल जाएगा ठीक है.

रवि शंकर : क्या बात है महेश जी आपने लाखों की बात कर डाली इसमें कोई दिक्कत वाली बात नहीं है. बात हमे मंजूर है. हमारी हा है.

महेश : अब आप सब लोग बताओ आप लोगो को ये बात मंजूर है अदलाबदली वाली.

रवि शंकर : जी हम सबको मंजूर है. क्यू राज और हयाती बेटा आप लोगो को मंजूर है ना.

राज : हा हम दोनों को मंजूर है क्यू मंजूर है ना हयाती.

हयाती : हा हमें मंजूर है लेकिन इस तरह तो हमारा मिलना भी बंद हो जाएगा.

दया : अरे वाह तुम्हे ती बहुत पड़ी है. मिलने कि कमाल है.

महेश : हा हो समदन जी आपने सही कहा है. शादी होने तक तो इनको अलग ही रहना पड़ेगा.

महेर : मुझे तो किसीने कुछ पूछा ही नहीं.

रवि शंकर : ओ मेरा बच्चा यहा आओ आप बताओ क्या आपको आपकी चाची पसंद है.

महेर : अरे ये तो बहुत अच्छी है. गोरी है भोली है. और भी बहुत सारी खूबियां है इनमें.

हयाती : शुक्रिया चोटी हमारी तारीफ के लिए. और अब में तुम्हारे पास रहूंगी ठीक है.

महेर : ठीक है चाची लेकिन वादा करो आप हमें किसी भी तरह की परेशानी नहीं दोगे.

हयाती : में आपसे वादा करती हूं. कि आपसे कोई धोके बाज़ी नहीं दूंगी.

दया : अब भत्रीजी और चाची जी की प्यार भरी बाते ख़तम हुई हो तो हम राज को लेजाए.

राज : में वहा जाऊंगा लेकिन में चोटी को भी साथ ले जाऊंगा वरना में वहा अपने आप को कैसे रखूंगा.

हयाती : अरे बिल्कुल नहीं राज जी चोटी मेरे पास रहेगी अगर ये चली गए तो हमारा मन कैसे लगेगा.

महेश : अरे लेकिन तुम लोगो की मन कि बात नहीं है. तुम लोगो खाली फोकट का यहा और वहा पड़े नहीं रहना है. तुम लोगो को समय दिया जाएगा उसमे तुम लोगो को हम सभी घर वालो को इस रिश्ते में रुचि/रस दिखाना है. तब जाकर ये शादी हो पाएगी ठीक है.

प्रणाली : लेकिन राज बेटा अगर हयाती बेटी को महेर के साथ रहना है. तो रहने दो ना क्या दिक्कत है. वैसे भी तुम वहा बिजी रहोगे.

राहुल : यहा पे क्या हो रहा है कोई बताएगा.

प्रणाली : अरे राहुल बेटा आप आगए वैसे कितनी देर लगा दी आने में कितना लेट किया. अब देखो यहा तो सारी तैयारी हो रही है तेरे भाई की शादी की.

राहुल : अच्छा लेकिन आप लोगो ने मेरा थोड़ा सा भी इंतजार किया? नहीं ना तो फिर अब मुझे क्यू बता रहे हो मुझे सिर्फ फ़ोन कर लिया होता वो तो मेरा थोड़ा काम था इस लिए यहा पर आ गया वरना मुझे तो पता ही नहीं चलता कि यहा पे मेरे भाई की शादी की बात हो रही है. खैर कोई बात नहीं आप ये शादी एन्जॉय करिए में अपना काम करके निकलता हूं क्यूंकि मेरा यहा कोई काम नहीं तो करो अपना जो भी कम कर रहे हो वही.

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