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The Accidental Marriage - 6


अरूण अपने कैबिन में बैठा काम कर रहा था तभी उसके कैबिन का डोर नॉक होता है।,,
अरूण अपने हाथों में पकड़ी हुई फाईल को पढते हुए
कम ईन कहता है ,,, एक शख्स जिसने नेवी ब्लू कलर का थ्री पीस सूट पहना हुआ था देखने में काफी हैंडसम था। वो शख्श अरूण के सामने आकर खड़ा हो जाता है।,,,
मयंक - सर, वो आपकी सेक्रेटरी मिस कनिका का मेल आया था वो कुछ दिनों तक ऑफिस नहीं आयेगी। उसने अपनी लीव को एक्सटेंड करवाया है, मयंक जो रोहित का मैनेजर है।आप लोग सोंच रहे होंगे मेने मयंक को हीरो की तरह इंट्रूड्यूज क्यों करवाया है, तो दोस्तो मयंक भी हमारी स्टोरी का एक इंपोर्टेंट कैरेक्टर है, वो कैसे ये आपको आगे पता चलेगा।
अरूण मयंक से कहता है : आई डोंट नो तुम क्या करोगे? कैसे करोगे ?
मुझे कल तक एक न्यू सेक्रेटरी चाहिए। वो भी कनिका की तरह अपने काम पर्फेक्ट होनी चाहिए। इज देट क्लेयर ?मयंक : ओके सर कहते हुए अपना सर हिलाता है, और वहां से चला जता है।
मयंक : अपने कैबीन में आते हुए कहता है, अब कल तक ऐसी सेक्रेटरी कहा से लाऊं जो अपने काम में पर्फेक्ट हो।वो थोड़ी देर ऐसे ही अपने कैबिन में चक्कर लगाते हुए कुछ सोचता है, वो अपने असिस्टेंट को कॉल करता है, और उससे कहता है आज जो इंटरव्यू हुआ था उसमे सेलेक्ट किए हुए लोगों की लिस्ट लेकर उसके कैबीन में आए।
थोड़ी देर बाद मयंक का असिस्टेंट उसे लिस्ट वाली फाईल लाकर देता है,
मयंक उस फाईल को अच्छे से पढ़ता है, उसमे उन लोगो कि सारी डिटेल्स थी जो इंटरव्यू में सेलेक्ट हुए थे। मयंक फाईल में एक जगह पॉइंट करते हुए अपने एसिटेंट से कहता है - कल जैसे ही ये ऑफिस आए इसे मेरी कैबिन में लेकर आना एसिस्टेंट ओके सर कह कर वहां से चला जाता है।,,,,,
अरूण जो अभी तक अपने काम में डुबा हुआ था फोन के रिंग होने से हाथ में पकड़ी हुई फाईल टेबल पर रख कर दुसरे हाथ से कॉल पिक करता है, सारी बाते सुनने के बाद अरूण ओके बोलकर कॉल कट कर देता है। पाखी किसी को कॉल करते हुए फ्लैट की बालकनी से बाहर का नजारा देख रही थी, कॉल रिसीव होते ही दुसरी तरफ से आवाज आती है, हम बस यहां से निकल ही रहे है, तुम रेडी रहना काव्या पाखी से कहती है,,,,थोड़ी देर बाद काव्या अपने फ्लैट पहुंच जाती है, दोनों ही रेडी होकर घर से निकलती है, कैब में बैठी पाखी काव्या से पुछती है, हम लोग जा कहा रहे है,,,,,
काव्या पाखी से कहती है-अरे यार तुझे जॉब मिली है सेलिब्रेशन तो करना बनता है....... हमे एक क्लब पता है वो क्लब दिल्ली के फेमस क्लबों में से एक है हम दोनों वहीं जा रहे है। पाखी थोड़ा घबराते हुए काव्या से कहती है-हमे कुछ सही नही लग रहा हमारा ऐसे क्लब जाना।
काव्या पाखी को समझाते हुए कहती है-पाखी हम दिल्ली में है चील यार कुछ नही होगा। हम हमारे ऑफिस के लोगों के साथ पहले भी जा चुके है वहा, दिस प्लेस इज परफेक्टली सैफ फॉर गर्ल्स अब ज्यादा मत सोंचो कहते हुए काव्या अपने फ़ोन में देखने लगती है, और दुसरी तरफ पाखी जिसके चेहरे पर घबराहट अभी भी है। पाखी खुदसे ही कहती है कैसे बताए तुम्हें काव्या हमे थोड़ी अजीब सी फीलिंग आ रही है बतायेंग भी तो तुम नहीं समझोगी । हमें खुद समझ नहीं आ रहा हम ऐसा क्यों फील कर रहे है।
कैब एक बड़े से क्लब के बाहर आ कर रुकती है कैब से उतरते ही पाखी की नजर वहा खड़े बॉडीगार्ड्स पर जाती है, जो बड़ी सावधानी के साथ सबको चेक कर रहे थे । पाखी समझ गई थीं इस क्लब की सिक्योरिटी बहुत हार्ड है, कोई भी अननोन पर्सन आसानी से एंटर नही हो सकता। पाखी ये सब सोंच ही रही थी। तभी काव्या पाखी का हाथ पकड़ते हुए बॉडीगार्ड को अपने फोन में एंट्री पास दिखाते हुए क्लब के अंदर चली जाती है। पाखी और काव्या के अंदर जाते ही वहा रॉल्स रॉइज ब्रांड की एक कार आकर रुकती है, वहा खड़े बॉडीगार्ड जल्दी से आकर कार का डोर ओपन करते है, जिसमे से अरूण और रोहित बाहर आते है। वो क्लब अरूण का ही था ।
वो दोनों क्लब के अंदरआते ही वीआईपी रूम में चले जाते है, जहां उनके कुछ फ्रेंड्स उनका पहले से ही वैट कर रहे थे। अंदर जाते ही अभिषेक, कुनाल, राज एक साथ तीनो ही अरूण को विश करते है, वो सारे वही बैठे बाते कर रहे थे । तभी राज कहता है-क्या हम यही बैठे रहेंगे। कुनाल उसे देखते हुए कहता है-समझ रहा हु तु क्या कहना चाहता है। राज कुनाल की बातो का जवाब देते हुए कहता है- भाई शादी तेरी हुई है मेरी नही तु बना रहे पत्नीव्रता पति । ये सुनते ही सारे हंसने लगते है, कुनाल बस मुंह बना कर सबको देखते हुए कहता है । तुम लोगों की शादी होने दो फिर बताता हु में तुम लोगों को ये कहते हुए कुनाल अपनी वाईन का ग्लास खाली कर देता है, अभिषेक - भाई थोड़ा आराम से पी अगर ज्यादा चढ़ गई तो भाभी तुझे घर में अंदर आने नही देंगी। फिर करते रहना बाहर खड़े रहकर चोकेदारी घर की। ये सुनते ही एक बार फिर से सब हंसने लगते है। जिसे देख कुनाल पुरी तरह से चीड़ जाता है। अरूण और रोहित जो कुनाल को देख रहे थे। एक-दुसरे को इशारे करते है और कुनाल के कंधे पर हाथ रखते हुए उससे कहते है-वो दोनों तेरी टांग खींच रहे है, कुनाल दोनो की तरफ देखते हुए कहता है तुम दोनो भी वही कर रहे हो इसलिए ज्यादा स्मार्ट मत बनो मेरा टाईम भी आएगा। तब देख लुंगा में सभी को । रोहित खड़े होते हुए कहता है-कितने टाईम बाद हम सब मिले है आज और यहां ऐसे बैठे है चल कर बाहर थोड़ा चिल करते है। राज अभिषेक कुनाल हां करते हुए खड़े होते है अरूण भी उनके साथ ही चला जाता है ।
अरूण बार काउंटर पर जाकर खड़ा हो जाता है और वाईन पीते हुए उन चारो को डांस करते हुए देखता है।
अरूण सभी को डांस करते हुए देख ही रहा था की अचानक उसकी आंखे बड़ी हो जाती है और वो धीरे से कहता है-राजधानी एक्सप्रेस कहते हुए अरुण डांस फ्लोर की तरफ आने लगता है तभी उसके सामने रोहित आते हुए कहता है कहा जा रहा है ? अरूण - उसे ही राजधानी एक्सप्रेस को ।
रोहित - तुझे चढ़ गई है भाई, वो यहां कैसे हो सकती है ।
अरूण - मेने उसे अभी क्लब से बाहर की तरफ जाते हुए देखा है।
रोहित - लेकीन ऐसा कैसे हो सकता है, वो तो लखनऊ में है ना फिर यहां कैसे ? अरूण - वो सब मुझे नहीं पता। लेकीन मैने उसे अभी देखा।
रोहित - ये भी तो हो सकता है ये तेरा वहम हो। सुबह ही हमने उसके बारे में बाते की थी, और तुने अभी थोड़ी ड्रिंक भी की है, शायद इसलिए तुझे वो दिख रही हो ?
अरूण रोहित की बाते सुनकर खुदसे ही कहता है रोहित सही कह रहा है वो यहां कैसे हो सकती है ये शायद मेरा वहम ही है। थोड़ी देर पहले :
काव्या पाखी को डांस फ्लोर की तरफ खींचते हुए कहती है- क्लब में आए है थोड़ा एंजॉय नहीं किया तो क्या किया। पाखी मना करती है, लेकिन काव्या उसकी एक नहीं सुनती, पाखी काव्या का मन रखने के लिए वही खड़ी हो जाती है और उसे डांस करते हुए देखती है। कुछ टाईम बाद पाखी काव्या को घर जानें के लिए कहती है लेकीन काव्या उसकी एक नहीं सुनती। दो तीन बार कहने के बाद काव्या मान जाती है, जब दोनों वहा से जानें लगते है, इसी दौरान काउंटर पर खड़े अरूण को बहार जाती हुई पाखी दिख जाती है पाखी को देखते ही उसके चेहरे के भाव बदल जाते है और उसकी आंखे बड़ी हो जाती है।