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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय देश का एक बड़ा विश्वविद्यालय है। पंजाब के तत्कालीन राज्यपाल चंद्रेश्वर प्रसाद नारायण सिंह ने भारतीय संस्कृति और परंपरा को पोषित करने के लिए 11 जनवरी 1957 को इसकी स्थापना की थी। तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया था। उस वक्त संस्कृत विभाग ही था।
आज के टाइम में uni मे सभी डिपार्टमेंट हे
जैसे कि पंजाबी भाषा डिपार्टमेंट हिंदी भाषा और इंग्लिश भाषा डिपार्टमेंट law department इतिहास डिपार्टमेंट और सभी तरह के डिपार्टमेंट यूनिवर्सिटी मे एड हे
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय हरियाणा से भी पुराना इतिहास संजोए हुए है। 1 जनवरी 1957 को इसकी स्थापना हुई थी। आज इसका 63वां स्थापना दिवस है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र प्रदेश से भी पुराना इतिहास संजोए हुए है। यहां पर पढ़ लिखकर युवा प्रदेश व देश ही नहीं कई दूसरे देशों में बड़े पदों पर आसीन हैं। एक समय में संस्कृत विभाग से शुरू विश्वविद्यालय में आज 10 फैकल्टी हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालय ने ए-प्लस ग्रेड घोषित किया है। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत गत वर्ष ही एक हजार करोड़ रुपये दिए हैं। कुवि शनिवार 11 जनवरी को अपना 63वां स्थापना दिवस मना रही है। सादे समारोह में हवन यज्ञ कर आहुति डाली जाएगी।
कुवि का प्रांगण लगभग 425 एकड़ में फैला हुआ है। यहां कई बड़े विभाग हैं। इसके साथ विश्वविद्यालय पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे रही है। 30 एकड़ में ग्रीन जोन है। इसमें पौधे लगाए गए हैं। इसके अलावा 300-400 एकड़ जमीन शहर से बाहर है। इस पर खेती की जा रही है। यह जमीन एक तरह से विश्वविद्यालय के लिए इनकम का भी सोर्स है।
कुवि के अंतर्गत सात जिलों के 265 कॉलेज जुड़े हुए हैं। इनमें कुरुक्षेत्र, अंबाला, पंचकुला, यमुनानगर, कैथल, करनाल व पानीपत जिले शामिल हैं। करीब 10 लाख विद्यार्थी सीधे जड़े हैं। राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के अंतर्गत एक हजार करोड़ की बड़ी राशि गत वर्ष मिली है
कुवि के जनसंचार विभाग के निदेशक डॉ. तेजेंद्र शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय में 13 हजार विद्यार्थी हैं। 10 फैकल्टी और 47 विभाग हैं। 180 से अधिक कोर्स कराए जा रहे हैं। कुवि में 23 हॉस्टल हैं। यहां शिक्षा प्राप्त करने वालों में लड़कों से लड़कियां अधिक हैं। इनकी संख्या करीब 60 फीसद है। 2500 लोगों की क्षमता का बड़ा ऑडिटोरियम है। उस वक्त यह एशिया का सबसे बड़ा ऑडिटोरियम होता था। इसके बाद दूसरे बड़े ऑडिटोरियम अस्तित्व में आए।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय भारत का एक विश्वविद्यालय है। यह भारत के हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र में स्थित है। इसकी स्थापना ११ जनवरी १९५६ को की गयी थी। यह विश्वविद्यालय पंजाब के तत्कालीन राज्यपाल चन्द्रेश्वर प्रसाद नारायण सिंह का सपना था जो भारतीय संस्कृति और परम्परा को पोषित करने वाले एक संस्थान की स्थापना चाहते थे। जब डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने इस विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया था तब यहाँ केवल संस्कृत विभाग ही था। इस विश्वविद्यालय का प्रांगण लगभग ४०० एकड़ में फैला हुआ है।
उत्कृष्टता के लिए अपनी प्रतिबद्धता के आधार पर, विश्वविद्यालय को NAAC द्वारा A ग्रेड से सम्मानित किया गया है और मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) द्वारा श्रेणी-I में देश के राज्य विश्वविद्यालयों में 8वें स्थान पर रखा गया है और इसे प्रदान भी किया गया है। शैक्षणिक स्वायत्तता।
Kuk University विश्वविद्यालय के परिसर को अक्सर भारत में सबसे खूबसूरत परिसरों में से एक के रूप में दर्जा दिया गया है। यह लेक्चर थिएटर, स्मार्ट क्लास रूम, वाई-फाई कैंपस, 24 घंटे पुस्तकालय सुविधा, प्रयोगशालाओं, परिसर में छात्रावास आवास, कैफेटेरिया, कैंटीन, बाजार, स्विमिंग पूल, व्यायामशाला, बैंक, एटीएम, के साथ एक बड़े, आत्मनिर्भर शैक्षिक गांव जैसा दिखता है। डाकघर और विश्व स्तरीय खेल सुविधाएं। परिसर की सबसे उल्लेखनीय विशेषता प्रकृति और निर्मित पर्यावरण का एक सहज अंतर्संबंध है। कई हरे-भरे बगीचे, पानी के फव्वारे और फुटपाथ हैं जो अध्ययन और अवकाश के लिए परिसर में एक आदर्श वातावरण प्रदान करते हैं।
विश्वविद्यालय के विशाल परिसर में वर्तमान में 25 छात्रावास (लड़कों के लिए 11, विदेशी छात्रों के लिए 1 और लड़कियों के लिए 13) हैं। इन छात्रावासों में 2700 लड़कों और 3000 लड़कियों को समायोजित करने की क्षमता है। छात्रों को एक आरामदायक और सुरक्षित वातावरण प्रदान करते हुए, परिसर में छात्रावास की सुविधा छात्रों को अपने घरों से दूर घर खोजने में आसान बनाती है।

लड़कियों के छात्रावास परिसर के भीतर सभी महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान करते हैं। इनमें
कॉमन जिम, कॉमन रीडिंग हॉल, एटीएम, फोटोकॉपी सुविधाएं, कंप्यूटर लैब शामिल हैं। आदि। परिसर में प्रत्येक छात्रावास एक विविध मेनू के साथ स्वच्छ और पौष्टिक भोजन प्रदान करने के लिए अपनी मेस संचालित करता है। अधिकांश छात्रावासों में वाचनालय, कंप्यूटर लैब, कॉमन रूम और इनडोर और आउटडोर खेलों की सुविधा है।

विश्वविद्यालय ने पुरुष छात्रावासियों को उनके छात्रावास के पास केंद्रीय पार्किंग में अपने वाहनों को पार्क करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई है। लड़कियों के छात्रावासों में चौबीसों घंटे एंबुलेंस सेवा और एक डिस्पेंसरी भी प्रदान की जाती है।


प्रदेश भर के काफी कॉलेज इस kuk University के अंडर आते हे जिनमे मुख्य यमुना नगर अंबाला करनाल पिहोवा
कैथल पानीपत जिंद आदि जिलों के सभी कॉलेज आते है

आज के टाइम में uni मे सभी डिपार्टमेंट हे
जैसे कि पंजाबी भाषा डिपार्टमेंट हिंदी भाषा और इंग्लिश भाषा डिपार्टमेंट law department इतिहास डिपार्टमेंट
साइंस डिपार्टमेंट और सभी तरह के डिपार्टमेंट यूनिवर्सिटी मे एड हे
लेखक के बारे में कुछ शब्द -Mr Gurpreet Singh(Law student)
मेरा नाम गुरप्रीत सिंह है और मे खुद इस यूनिवर्सिटी के कॉलेज का छात्र रहा हु मेरा कॉलेज यमुना नगर जिले में आता है जिसका नाम गुरु नानक खालसा कॉलेज है
जो की सिटी के बीचों बीच मे बना हुआ है इस कॉलेज मे भी लगभग सभी तरह के डिपार्टमेंट बने हुए हे हमारा डिपार्टमेंट पंजाबी भाषा का था जिसके हेड ऑफ डिपार्टमेंट (DR_Narender Pal singh) जी है जो की काफी ज्ञानी किसम्म के व्यक्ति है और उनके साथ साथ डिपार्टमेंट में Dr
(तिलकराज) और प्रो (सुनील) अपनी सेवाए निभा रहे है

और मेरी स्कूल स्कूल की पढ़ाई कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा में हुई है मेने पहली कक्षा से लेके १२ (12) तक की पढ़ाई
1 ही स्कूल में की हे जिसका नाम सीडी शिक्षा निकेतन हे
जो की पिहोवा मै हे स्कूल का माहोल अरम्ब से काफी अच्छा रहा है स्कूल के प्रिनिसिपल मिस्टर रोहित शर्मा है जो की काफी अच्छे इंसान हे उनसे पहले स्कूल के प्रिंसिपल श्रीमती सरोज शर्मा थी और इस स्कूल में श्री मती ऊषा संधू मेम और अन्य टीचर्स काफी समय से स्कूल में सेवा निभा रहे हे
सच में स्कूल में बच्चों को काफी अच्छी शिक्षा दी जातीहैं।

और अब मेरी शिक्षा एशियन लॉ ऑफ कॉलेज में चल रही है जो की उत्तर परदेश के अंडर आता है इस कॉलेज के लॉ डिवार्टमेंट के हेड Dr (Udayveer tyagi) है जो काफी अच्छे इंसान हे और काफी टाइम से कॉलेज मे अपनी सेवाए दे रहे है।