009 SUPER AGENT DHRUVA - 15 books and stories free download online pdf in Hindi

009 सुपर एजेंट ध्रुव (ऑपरेशन वुहान) - भाग 15

कुछ देर बाद 'रॉ' मुख्यालय में

"सर,चांग ली अपने खतरनाक मिशन के अंतिम पड़ाव को पार कर रहा है.....वायरस की हद में अब सारा देश आ चुका है, और वह बहुत तेजी के साथ देश के अलग अलग हिस्सों में रैबिट्रोजोंम कैमिकल का सम्पर्क इस वायरस से करवा कर इस वायरस को जानलेवा भी बनाता जा रहा है.....हमनें चांग ली के उस इंडियंस मददगार कन्नूस्वामी कांगा का पता लगा लिया है,जिसने उसे हमारी ही धरती पर यह सारा षडयंत्र रचने के लिए संसाधन उपलब्ध करवाए।........सर चांग ली को काबू में करने के लिए हमें उसको पकड़ना बहुत जरूरी है.....पर उसने अपना ठिकाना कर्नाटक के घने जंगलों में किसी बेहद सुरक्षित स्थान पर बना रखा है,और इतने कम समय में हम उस तक नही पहुंच सकते।"

कैप्टन विराज द्वारा डॉक्टर देसाई को वर्तमान स्थिति से रूबरू कराया जा रहा था।

"हम्म.....पर कोई तो तरीका होगा.....इस समय हमें किसी भी हद को पार करते हुए चांग ली को शिकंजे में लेना है....नही तो अगर इस वायरस के प्रकोप से हम में से कोई जिंदा बच भी गया तो शर्मिंदगी से जीवन भर घुट घुट कर मरता रहेगा।"

विराज की बात सुनकर डॉक्टर देसाई ने भविष्य के प्रति चिंता व्यक्त की।

विराज-"सर, इस वक्त सिर्फ एक शख्स है जो हमारी मदद कर सकता है.....कर्नाटक के इन जंगलों के चप्पे चप्पे से उसका नाता है....वैसे तो वह खुद भी अवैध कामों में लिप्त है,पर है वह सच्चा देशभक्त ....यदि वह हमारी मदद कर दे,तो मैं गारन्टी से कह सकता हूँ कांगा कुछ ही घण्टो में हमारे कब्जे में होगा"

डॉक्टर देसाई-"गुड़....अगर ऐसा है,तो मदद लो उसकी......किस बात का इंतजार है?"

विराज-"सर.....ही इज प्योर मेंटल.....वह तब तक किसी की मदद नही करता जब तक उसका दिल न करें......और सबसे खास बात यह कि वह कभी भी किसी प्रेशर में नही आता,कितना भी टॉर्चर करो.....पर सर.....हमारी फोर्सज का एक बंदा है....जिसकी रिक्वेस्ट को वह कभी नही टालेगा......"

डॉक्टर देसाई-"हमारी फोर्सज का...?.....कौन है वह?"

विराज-"ध्रुव......एजेंट 009.......ध्रुव और मैं एक ऑपरेशन के दौरान तमिलनाडु में थे......उस समय एक पुलिस अधिकारी एक सुनसान जगह पर उसका एनकाउंटर करने ही वाला था कि तभी अचानक से ध्रुव वहां आ गया.....और फिर ध्रुव ने किसी तरह उसकी जान बचाई......तब उसने ध्रुव को प्रॉमिस किया था कि देश के लिए कभी भी उसकी जरूरत हो,उसे इन्फॉर्म जरूर किया जाए।"

"हम्म....और ध्रुव से तुम कॉन्टेक्ट करोगे नही....क्योंकि वर्षो पुराने उस हादसे के बाद से अभी तक तुम दोनों ने एकदूसरे के लिए गलतफहमियां पाल कर रखी है।"
डॉक्टर देसाई ने शिकायत भरे लहजे में विराज पर तंज कसते हुए कहा,तो विराज ने नजरें झुका ली।

शायद ध्रुव के साथ उसका कोई पुराना व्यक्तिगत मसला था।

विराज-"सर.....प्लीज ,आप कैसे भी ध्रुव तक यह मैसेज पहुचाइए"

डॉक्टर देसाई-"कैप्टन.....इस समय उस से कॉन्टेक्ट करना किसी अनजानी मुसीबत को मोल लेना है......अगर उसको भेजा गया हमारा कोई भी मैसेज चाइनीजो ने कैच कर लिया, तो न सिर्फ हमारे सारे मिशन पर पानी फिर जाएगा, साथ ही हमारा बेस्ट ऑफीसर्स ध्रुव पर भी बहुत बड़ा खतरा मंडराने लगेगा ....बहुत बड़ा रिस्क है इसमें।"

"यस सर......बट तुरंत कांगा तक पहुंचने का यही एक रास्ता है।" विराज ने डॉक्टर देसाई से रिक्वेस्ट करते हुए कहा।
गम्भीर मुद्रा में थोड़ी देर विचार करने के बाद डॉक्टर देसाई ने जबाब दिया-
"ओके कैप्टन...कोशिश करूंगा ध्रुव तक यह मैसेज पहुंच जाए।"

और फिर कुछ ही देर में प्राइवेट हैलिकॉप्टर में कैप्टन विराज तथा मेजर बख्शी कुछ अन्य कमांडोज के साथ दिल्ली से कर्नाटक की ओर उड़ान भर चुके थे।

उधर सैटेलाइट फोन के माध्यम से डाक्टर देसाई का सन्देश ऑपरेशन वुहान को सफल बनाने की तैयारी में जुटे ध्रुव तक पहुंच गया था, और उस सन्देश के प्रतिउत्तर में ध्रुव ने भी तुरन्त ही अपनी जिम्मेदारी भी निभा दी ।

ध्रुव अपने अन्य सभी साथियों के साथ इस वक्त नेइयांग शहर के सेफ हाउस पर मौजूद था,सिर्फ जेनियांग इस वक्त यहां मौजूद नही था।

"We are ready to start our Plan Bro."

जॉन ने ध्रुव को अपनी तैयारी के पूर्ण हो जाने की पुष्टि करते हुए पूरे कॉन्फिडेंस के साथ कहा।

"यस,हम सब रेडी है,बस आपके ऑर्डर का वेट है,मिस्टर ध्रुव"
जेनिफर ने भी मुस्कुराते हुए ध्रुव को अपनी तैयारी से वाफिक कराया।

"I am also Ready for Supporting All of you" पीछे से आई इस आवाज को देख कर सभी ने मुड़ कर देखा, तो वहां वैशाखी का सहारा लेकर कैल्विन खड़ा हुआ था......

कैल्विन अभी कुछ दिन पहले ही कोमा से बाहर आया था,बेहतर इलाज और देख रेख के चलते वह अब पहले से काफी स्वस्थ नजर आ रहा था।

"Kalvin....You are a true patriot, salute to your bravery and courage"

जेनिफर ने अपने इस पुराने साथी की तारीफ करते हुए उसकी हौंसला आफजाई की।

"Yes,Trust me, Calvin, you will also have an important contribution in this operation, but it will be of a different kind."
ध्रुव ने कैल्विन को भरोसा दिया कि इस ऑपरेशन में एक महत्वपूर्ण योगदान उसका भी रहेगा।

तभी ध्रुव के फोन पर एक मैसेज ब्लिंक हुआ,जिसको पढ़ने के बाद ध्रुव ने सभी को को सूचना दी।

"फ्रेंड्स, जेनियांग की ओर से ग्रीन सिग्नल मिल चुका है, वह वुहान में सारे जरूरी अरेजमेंट कर चुका है....
लोकल टाइम के अनुसार अभी शाम के ठीक 5 बजे है.....रात 8 बजे हम नेइयांग से वुहान के लिए रवाना होंगे..."

फिर ध्रुव ने गौर से कैल्विन की ओर देखा फिर अपनी बात जारी रखी...
"और कैल्विन.....तुम इसी जगह रुकोगे.....तुम्हारी जरूरत पड़ेगी हमें.....मेरे मैसेज का वेट करना।"

बदलें में केल्विन ने स्वीकृतिस्वरूप अपना सिर हिलाया।

उधर चाइनीज खुफिया एजेंसी एम .एन.एस के हेडक्वार्टर में कमांडर चिन ची द्वारा सुरक्षा एजेंसी की एक आपातकालीन बैठक को संबोधित किया जा रहा था

अपने सम्बोधन के दौरान चिन ची काफी बौखलाया हुआ नजर आ रहा था,साथ ही वह अपने अधीनस्थों को लगातार कुछ जरूरी दिशानिर्देश भी दे रहा था।

(मन्दारिन भाषा से हिंदी में रूपांतरण)👇

"अब से कुछ देर पहले हमारे 'सैटेलाइट सिग्नल्स सिक्योरिटी सिस्टम' ने कुछ ऐसे सिग्नल्स कैच किये है जिनके माध्यम से कुछ विशेष संदेशों का आदान प्रदान इंडिया के साथ हुआ है.....यह कुछ बेहद सुरक्षित सैटेलाइट फोन कॉल्स थी जिनको अभी तक हम पूरी तरह डिकोड नही कर पाए.....यह कॉल्स सैटेलाइट फोन से किये जाने के कारण इनकी एक्यूरेट लोकेसन्स भी अभी तक ट्रेस नही हो सकी है.....पर इन कॉल्स के बाद एक्टिव हुये हमारे विभिन्न सोर्सेज से हमे पता चला है कि इंडियंस हमारे ही देश मे आकर किसी खास ऑपरेशन को अंजाम देना की कोशिश कर रहे है..…...अगले कुछ दिनों में घुटनों पर झुकने जा रहें इंडिया के लिये इस वक्त खुद को बचाने से बड़ा ऑपरेशन और कुछ नही हो सकता है......हो सकता है,वह इसी वायरस की जड़ तक पहुंचना चाह रहे हो......पर कुटिलता में वह हमारा मुकाबला नही कर सकते....आप सब अलर्ट रहिए.....और साथ ही वुहान समेत इस वायरस से जुड़ी हुई सभी जगहों की निगरानी बढ़ा तुरन्त बढ़ा दो.....हमें हर तरह से भारत को कमजोर करना है.....और तभी पूरा हो पायेगा चाईना के विश्व विजेता बनने का सपना भी....."

शायद डॉक्टर देसाई की आशंका सच साबित होती हुई प्रतीत हो रही थी......बदकिस्मती से उनके द्वारा ध्रुव को भिजवाया गया वह सन्देश जिसको बेहद सुरक्षित माने जाने वाले सैटेलाइट माध्यम से भेजे जाने के बाद भी चाइना द्वारा कैच कर लिया गया था.....और तुरंत वहां की फोर्सज अलर्ट हो चुकी थी।

कहानी जारी रहेगी।












.....................................................................