Pyar ek anokha rishta - 25 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग २५

कुछ देर बाद ही वो डेकोरेशन वाले आ गए और राज ने कहा कि छत पर कुछ मरम्मत करवाना है बरसात से पहले।।
परी ने कहा अरे बाबा मैं जा रही थी छत पर।।
राज ने कहा कोई जरूरत नहीं है तुम यहां बैठो,वो सब कारीगर है मैं नहीं चाहता कि तुम उनके सामने जाओ।
राज ने ये सब बिना सोचे समझे बोल दिया उसे क्या पता था कि पीछे ही हिना खड़ी थी।
फिर राज ने कहा अरे बाबा रे मर गए।।
सुनील ने कहा अरे यार चलो जल्दी से।
फिर दोनों उन डेकोरेशन वाले के साथ चले गए।
छत पर पहुंच कर ही जल्दी से सारा काम समझा दिया और फिर सुनील ने कहा अरे यार तू भी कभी कहता है कि परी को कुछ नहीं समझता है और कभी तो उसके लिए यह सब बोल जाता है समझ नहीं आता कि क्या बोलता है तू।
राज ने कहा अरे बाबा मुझे क्या पता कि वो हिना पीछे ही आ जाएगी मैं तो सिर्फ इसलिए बोला कि सरप्राइज पार्टी था तो।

सुनील ने कहा हां पर सब गरबड़ हो गया। पता नहीं क्यों मुझे परी बहुत अच्छी लगती हैं।
राज ने कहा अरे वाह सच ।।
ये तो अच्छा हुआ।
सुनील ने कहा पता नहीं।
आज रात को बारह बजे के बाद ही परी को छत पर लाना है।
राज ने कहा हां और क्या?
और फिर शाम को एक पार्टी घर पर।
फिर दोनों नीचे पहुंच गए।
देखा तो सब काम पर लगें थें।
कुछ देर बाद ही मिनल ने पार्लर से एक लड़की बुलाया था क्योंकि परी को मेहंदी लगाना था।
परी खुशी से झूम उठी और फिर बैठ गई वो सोफे पर।
राज ने कहा अरे वाह क्या बात है परी किसके लिए मेहंदी हां?
परी ने कहा अरे बाबा सिर्फ खुद के लिए ओके।
तुम्हें तो पता है मुझे मेहंदी बहुत पसंद हैं।
राज ने कहा हां,मन में सोचा कि किसी और को भी तो बहुत पसंद हैं पर वो है कहां? लगता है गुस्सा गई है।
मिनल ने कहा अरे बाबा लड़कियों को बुला लो जिसे लगवाना है।
आभा ने कहा हां और क्या।।
हिना और जीनत को भी बुला लो मालती।
मालती ने कहा पर वो।।
मिनल ने कहा अरे बाबा कोई बात नहीं।
मालती ऊपर गईं और फिर हिना के रूम के बाहर से बोली मैडम आप दोनों को बुला रही है।

हिना ने कहा हां ठीक है।
फिर दोनों नीचे पहुंच गई।
आभा ने कहा आओ तुम लोग भी मेहंदी लगा लो।
हिना ने कहा अरे मम्मी जी मैं कैसे लगा सकती हुं?
आभा ने कहा अरे बाबा हिना तुम अब बेटी हो हमारी।
हिना ने कहा नहीं, नहीं मैं ये नहीं कर सकती हूं। मुझे माफ कर दीजिए।
जीनत ने कहा अरे हिना आंटी तो ठीक बोल रही है तुम्हारी गलती क्या है?
हिना ने कहा बस करो मैं एक विधवा हुं और यह कहते हुए हिना वहां से सीधे सीढ़ी चढ़ते हुए ऊपर चली गई।
रमेश ने कहा अरे रूला दिया ना।
राज ने मन में कहा पता था मुझे यह सब करेंगी। मुझे तकलीफ़ देने के लिए करती है वो।
फिर हिना काफी देर तक रोती रही और फिर सो गई।
शाम को जब परी शापिंग करने चली गई तो सुनील और राज जाकर केक भी लेकर आ गया।
हिना ने देखा पर वो कुछ नहीं बोली।
फिर सब बातें करने लगे तो हिना को पता चला कि सब परी के बर्थडे पार्टी की प्लानिंग कर रहे हैं।
हिना बस चुपचाप देख रही थी।
फिर सब डिनर करने बैठ गए।
खाना खाने के बाद सब लोग अपने-अपने कमरे में चले गए।
सुनील कुछ देर बाद जाकर सबको बता दिया कि बारह बजे से पहले छत पर जाना होगा।
सुनील ने हिना को भी बताया।
और फिर सब कमरे में चले गए।
जब बारह बजने में दो मिनट बाकी था तो सुनील ने परी को एक मेसेज दिया कि छत पर आ जाओ कुछ जरूरी बात करना है।
परी ने कहा हां ठीक है ।।
फिर परी छत पर चली गई और फिर सबने मिलकर एक साथ बोला कि हैप्पी बर्थडे टू यू।।
और सारे लाइट जल गए और फिर परी तो देखती रह गई और बोली अरे वाह क्या बात है तुम सबको याद था।
राज ने कहा हां और क्या। पागल हो क्या।
परी ने कहा बुआ आप भी।
मिनल ने कहा हां,।सब हंसने लगे।
चलो अब केक काटे।
परी ने कहा हां, हां।
परी ने केक काटा और सबसे पहले राज को खिलाया।
राज ने परी को भूत बना दिया और बोला भूतनी।।
अब चलो सबको खिला दो।
हिना ने कहा परी हैप्पी बर्थडे यूं यार सो लकी।


फिर सबको खिलाने के बाद थोड़ा सा डांस हो जाएं।
परी और सुनील और राज ने मिलकर डांस किया और उसके बाद सब नीचे आ गए।
परी ने कहा राज यूं आर ओलवएज इन माई हार्ट।
राज ने कहा मी टू

फिर सब सोने चले गए।
कमरे में आ कर हिना ने कहा जीनत तुम यहां किसी को नहीं बताना कि मेरा जन्मदिन कब है।
जीनत ने कहा हां, बाबा ठीक है।


फिर दूसरे दिन सुबह सबने गिफ्ट्स दिया परी को।
परी तो बहुत ही खुश हो रही थी।
राज ने कहा शाम को एक पार्टी है।
परी ने कहा थैंक यू।
मेरे हाथों कि मेहंदी कैसी है?
राज ने कहा हां ठीक है।
सुनील ने कहा अरे वाह क्या बात है।
कौन है वो?
परी ने कहा अरे बाबा कोई भी नहीं।।
फिर इस तरह से शाम की तैयारी हो चुकी थी।
राज के कुछ दोस्त और रिश्तेदार आ गए थे।
सब एक ही बात बोल रहे थे कि ये परी कौन है?
राज से क्या रिश्ता है?
राज ने जब यह बात सुना तो उसको गुस्सा आया पर वो खुद को सम्हाल लिया।
परी नीचे आ गई और फिर उसने केक काटा ये केक सुनील की तरफ से था।
परी ने केक काटा और फिर एक गाना गाने लगी।
ऐ दिल लाया है बाहर अपनों का प्यार क्या कहना।।

फिर सब ने ताली बजाकर खुशी जाहिर किया।
मालती ने केक काट कर सबको दे दिया।
कुछ देर बाद ही राज और सुनील ने मिलकर परी को एक दूसरे छुपाएं हुएं केक से भूत बना दिया।।

परी ने कहा हां,बस इसकी कमी थी हर साल ये तो करता है तू।
हिना और जीनत एक दूसरे को देख रही थी।
फिर मिनल मासी में कहा अरे बाबा अब बहुत हुआ जा जल्दी से ड्रेस चेंज कर लें।।।

परिणिति ने कहा हां ठीक है।
हिना और जीनत कुछ देर तक खामोश हो गई थी।
फिर कुछ देर बाद ही परी एक गाउन पहन कर आ गई।
राज ने देखते ही कहा अरे वाह क्या बात है।
परी ने कहा थैंक्यू देव।
राज ने कहा हां ठीक है चलो अब डांस करना है।
फिर तीनों मिलकर डांस करने लगे।
फिर सुनील ने ज़ीनत और हिना को भी बुलाया।

क्रमशः