Secret Admirer - Novels
by Poonam Sharma
in
Hindi Love Stories
**इंद्रजीत मैहरा** एक जाने माने लॉयर और एक लॉ फर्म भी चलाते हैं। उनकी पत्नी **सुमित्रा मैहरा** एक हाउस वाइफ लेकिन किटी पार्टीज़ में जाना और शॉपिंग करना उन्हे बहुत पसंद है। उन दोनो के तीन बच्चे हैं, तीनो लड़के। सबसे बड़ा **कबीर मैहरा** जो एक बहुत बड़ी रिप्यूटेड कंपनी में फाइनेंस हेड की हैसियत से नौकरी करता है और तीनो भाइयों में सबसे ज्यादा कमाता है। दूसरा बेटा **इशान मैहरा** जो लॉयर है और अपने पिता के साथ ही काम करता है। तीसरा बेटा **साहिल मैहरा** वोह भी लॉयर है और अपने बड़े भाई की तरह ही अपने पिता
**इंद्रजीत मैहरा** एक जाने माने लॉयर और एक लॉ फर्म भी चलाते हैं। उनकी पत्नी **सुमित्रा मैहरा** एक हाउस वाइफ लेकिन किटी पार्टीज़ में जाना और शॉपिंग करना उन्हे बहुत पसंद है। उन दोनो के तीन बच्चे हैं, तीनो ...Read Moreसबसे बड़ा **कबीर मैहरा** जो एक बहुत बड़ी रिप्यूटेड कंपनी में फाइनेंस हेड की हैसियत से नौकरी करता है और तीनो भाइयों में सबसे ज्यादा कमाता है। दूसरा बेटा **इशान मैहरा** जो लॉयर है और अपने पिता के साथ ही काम करता है। तीसरा बेटा **साहिल मैहरा** वोह भी लॉयर है और अपने बड़े भाई की तरह ही अपने पिता
"मॉम, ये तो सरा सर ब्लैकमेलिंग है। आप हमेशा एक ही बात लेकर क्यों बैठ जाती हैं? आपको बात करने के लिए कोई और टॉपिक नही मिलता? आप जानती हैं ना ये नही हो सकता।" कबीर अपनी नाराजगी जता ...Read Moreथा। "मैं तेरी मां हूं। तुझे ब्लैकमेल करूंगी? कबीर की मां सुमित्रा बोली। "तोह फिर क्या है ये सब मॉम? "तुझसे बात ही तो कर रही हूं।""पर मुझे नही करनी।""तुझे करनी पड़ेगी। बहुत हो गया तेरा।""मॉम!""सिर्फ एक बार मिल ले बेटा। शायद तू अपना फैसला बदल दे।""यह कभी नही हो सकता, मॉम, कभी भी नही। इतना कह कर कबीर अपनी
"क्योंकि मैं नही चाहती तुम अपनी इच्छा के बिना उससे शादी करो। और शायद यह हो सकता है की उससे मिलने के बाद तुम मना कर दो।""मैं क्यों अब मना करूंगा? जब मैं उससे बिना मिले ही शादी करने ...Read Moreतैयार हूं तो क्या दिक्कत है। अब चाहे वोह गूंगी, बहरी या फिर लंगड़ी हो, मैं शादी के लिए तैयार हूं।" कबीर अब इरिटेट होने लगा था। "उसका नाम अमायरा है," सुमित्रा जी ने कबीर से नज़रे चुराते हुए कहा। "क्या? अमायरा? आप मज़ाक कर रहीं है ना? आप...आप प्लीज सीरियस नही हो सकती मां?" कबीर ने हैरत से पूछा।
"आपको पता है, मैं यह सिर्फ आपके लिए ही कर रहा हूं," इशान ने अपनी नीली आंखों से देखते हुए कहा। "ओह! पर तुम्हे पता है की मैं तुम्हारा बिलकुल भी आभारी नही हूं," कबीर ने तीखेपन से कहा। ...Read Moreसाल हो चुके हैं, भाई। कब तक आप अपने अतीत में ही जीते रहेंगे।""मैं उन यादों के साथ अपनी पूरी जिंदगी बिता सकता हूं। अगर तुम यह समझते तोह मुझे कभी फोर्स नही करते।""वोह अच्छी लड़की है। और आपको बहुत खुश रखेगी," इशान ने आत्मविश्वास से कहा। "क्या हो अगर मैं ही उसे खुश ना रख पाऊं? तुम्हे गिल्टी फील
तभी वेटर आ गया और उन्हे अपीटाइजर सर्व करने। अमायरा ने वेटर को थैंक्स कहा अपीटाइजर सर्व करने के लिए और उसे बताने लगी की यह डिश उसे बहुत पसंद आई। उन दोनो के बीच छोटी सी बातचीत से ...Read Moreचिढ़ने लगा। अमायरा ने को मुस्कुरा का वाटर को थैंक्स कहा उससे कबीर को गुस्सा आ गया। *हम यहां अपनी लाइफ का इतना इंपोर्टेंट हिस्सा डिस्कस करने आए हैं ना की ये फालतू की बातें*, कबीर ने मन ही मन कहा। *मुझे सोचना पड़ेगा इसके जैसी एमेच्योर और यंग लड़की को अपनी वाइफ बनाने से पहले।*"मैने ऐसा नहीं कहा। अगर
"क्या? आप पागल तोह नही हो गए हो दी?" अमायरा ज़ोर से चिल्लाई। "क्यों? मैने बस उनके साथ डेट पर जाने को ही तोह कहा है। इसमें क्या गलत है?" "मैं उनके साथ डेट पर क्यों जाऊं?" अमायरा ने ...Read Moreऔर अपने आपको कंबल में अच्छे से ढकने लगी। "क्योंकि तुम उनसे अगले हफ्ते शादी कर रही हो। तोह यह तोह ऑब्वियस नही है? इशिता ने उसका कंबल हटाते हुए कहा ताकी वोह उसे बैड से बाहर निकाल सके। "मैं उनसे शादी कर रही हूं। अब इसमें डेट पर जाने की क्या जरूरत है?""कम ऑन, अमायरा। जाओ ना डेट पर
पूरा घर खुशियों से भरा हुआ था। सुमित्रा जी तोह सातवे आसमान पर थी। और वोह इधर से उधर भागने में बिज़ी थी। असल में वोह मेहमानो को खाना खिलाने का काम कर रहीं थी। बस खातिर दारी में ...Read Moreकमी ना रह जाए इसका पूरा ध्यान रखे हुए थी। उनके लिए यह कोई छोटी बात नही थी की उनके बेटे ने फाइनली शादी कर ली है वोह भी उनकी चॉइस की लड़की से। और अब जब शादी अच्छी तरह से संपन्न हो चुकी थी और वोह अपनी बहुओं को घर भी ला चुकी थी, तोह वोह थोड़ा रिलीफ महसूस
मैं..... म..... मुझे उम्मीद है की तुम मुझसे कोई वैडिंग गिफ्ट तोह एक्सपेक्ट नही कर रही होगी," कबीर ने अपने कमरे में अंदर आने के बाद दरवाज़ाबंद करने के बाद कर्कश भरी आवाज़ में कहा। "क्यों नही?" अमायरा ...Read Moreअपनी भौंहे उच्चका के पूछा। "मैं आपकी लीगली वेडेड वाइफ ️ हूं। और हर पत्नी का अधिकार होता है की अपनी सुहाग रात पर अपने पति से तौफा ले।" अमायरा के कहते ही कबीर थोड़ा सेल्फ कॉन्शियस हो गया। "वैसे तोह इतना बड़ा नाम है आपका फाइनेंस वर्ल्ड में, आपसे मुझे ये उम्मीद नही थी। एक छोटा सा
"तुम्हे जाना नही है साहिल? आज तुम्हे कोई काम नही है क्या?" कबीर बातों का रुख बदलने की कोशिश कर रहा था लेकिन साहिल इतनी आसानी से चिढ़ाने का काम छोड़ना नहीं चाहता था। "ओह भईया, मैं नाश्ते के ...Read Moreचला जाऊंगा। तोह हम कहां थे भाभी? मुझे उम्मीद है आप कल रात ठीक से सोए होंगी? "ओह येस। आई डिड। मेरा मतलब है की मुझे लगा था की नींद नहीं आएगी क्योंकि यह नया बैड है ना। पर वोह मैट्रेस तोह बहुत ही कंफर्टेबल था बैड पर लेटते ही नींद आ गई। और सुबह भी मुझे अपनी इतनी अच्छी
"हां। क्या? वैडिंग गिफ्ट?" इशान शक भरी निगाहों से देखते हुए बोला। "अब यह मत कहना की आपने कुछ नहीं खरीदा भाभी के लिए क्योंकि मैंने आपको कई बार याद दिलाया था और जब मैं खुद इशिता के लिए ...Read Moreलेने जा रहा था तब भी याद दिलाया था।" और फिर इशिता की तरफ देख कर आगे बोला, "बाय द वे इशिता, अपनी रिंग दिखाओ जो मैं तुम्हारे लिए लाया हूं।" दे *"तोह फिर क्यों बोल रही थी? मुझे गिल्टी फील कराने के लिए?"* *"नही। बस ऐसे ही बात कर रही थी, जिससे आपको कल मदद मिलेगी।"* *"क्या?"* *"कुछ नही।"*
"बेटा, अकेले कहां जा रही हो?""अंकल, वोह...वोह...।""अपनी मॉम के घर जा रही हो ना।""हान जी।""कबीर!, कबीर कहां है? वोह तुम्हारे साथ नही आ रहा?""वोह वाशरूम में हैं। मैने सोचा मैं पहले चली जाती हूं वोह बाद में आ जाएंगे।""शादी ...Read Moreबाद पहली बार जा रही हो मायके। अकेली नहीं जाओगी, कबीर भी जायेगा। कहीं उसने मना तोह नही कर दिया?" इंद्रजीत जी ने पूछा।"नही। ऐसी बात नही है। मैं... मैं जाती हूं अंदर। उन्हे लेकर ही जाऊंगी।" मायरा ने जवाब दिया।"हम्मम! मैं और सुमित्रा थोड़ी देर बाद एक फ्रेंड के घर पर डिनर के लिए जा रहें हैं। आने में
तभी उनके घर की डोरबैल बज गई। नमिता जी ने दरवाज़ा खोला और सामने खड़े इंसान को देख कर दंग रह गई। "कबीर!""नमस्ते आंटी," कबीर ने नमिता जी के पैर छूते हुए कहा। "नमस्ते बेटा! मुझे लगा तुम अपनी ...Read Moreकी वजह से नही आओगे पर मैं बहुत खुश हूं की तुम आ गए। आओ अंदर।""आह! हां! मैने अमायरा को कहा था की अगर टाइम पर मीटिंग खतम हो गई तोह मैं आने की कोशिश करूंगा। उसे लगा होगा की मैं शायद नही आ पाऊंगा।" कबीर तुरंत बात संभालते हुए कहता है। "ओह! कोई बात नही। तुम अब आ गए
"डैड और मॉम को लगता है की हम दोनो एक साथ खुश नही है।" "क्या? उन्हे ऐसा क्यों लगता है?"रात का डिनर खतम करने के बाद कबीर और अमायरा अपने कमरे में आ गए थे। और आते ही कबीर ...Read Moreबताने लगा की मॉम ने उससे आज क्या कहा था। "उन्हे लगता है की मैं तुम्हे खुश नही रखता। की तुम चाहती हो की मैं महिमा को भुल जाऊं और इस शादी को स्वीकार कर लूं।""क्या यह सब उन्होंने आपसे कहा?""हां। उन्हे लगता है की हम दोनो उनके सामने अच्छे बनने का नाटक करते हैं। "तभी वोह मुझे अजीब सी
"तोह फिर तुम्हे यह भी पता होगा की उनके लिए तुम एक आउटसाइडर हो। और वोह तुम्हे बिलकुल भी आने नही देंगे। और यह पैसे भी तुम्हे कोई काम नही आने वाले।""हां। पता है मुझे। काश मैं उन्ही की ...Read Moreहोती। मैं वहीं रहती और कितना आराम और शांति मिलती मुझे वहां।" अमायरा ने अपने ख्वाबों में खोए हुए कहा। उसकी आंखे फिर टिमटिमाने लगी थी। "पर और भी तोह कितने सारे आइलैंड हैं, जहां तुम जा सकती हो, जहां तुम्हे शांति मिलेगी।" कबीर ने उसे सुझाव देते हुए कहा। "अच्छा, तोह आपको कोई प्राब्लम नही है, अगर मैं आपको
"यह सब मेरा कैसे हो सकता है, जब आप ही मेरे नही हो।" अमायरा ने बिना सोचे समझे एक झटके में कह दिया। "मैं.... उउह्ह..." कबीर सदमे में था। उसे समझ नही आ रहा था की उसकी सच्चाई पर ...Read Moreरिएक्ट करे। "देखिए, मिस्टर मैहरा, मैं आपसे आपकी शिकायत नही कर रही हूं या फिर आपको गिल्टी फील करा रही हूं। मुझे पता है आप मुझे खुश देखना चाहते हैं। और उसके लिए आपसे जो बल पड़े वोह आप कर रहें हैं। और इसके लिए मैं आपसे शुक्रियामंद भी हूं। पर जब मैंने शादी के लिए हां कहा था, मैं
मैं हमेशा ही अपने फ्रेंड्स को कहती थी की मेरी मॉम आपकी मॉम की फ्रेंड है और मैं आपसे बचपन में मिली हुई हूं। इसलिए वोह हमेशा मुझसे अंदर की बाते जानने के लिए पूछते रहते थे। क्योंकि मैं ...Read Moreआती रहती थी यहां मॉम और दी के साथ इसलिए मुझे आसानी से खबरे पता चल जाति थी।" वोह बोलते बोलते अपने इस राज़ का भी खुलासा कर गई। "रियली?" यू स्टॉकर। आई कांट बिलीव इट। मुझे यह सब क्यों नही याद आ रहा। आई मीन मुझे नही याद की तुम्हारे डैड के जाने के बाद मैं तुमसे कभी मिला
"अमायरा।" कबीर ने अपनी पत्नी को पुकारा अपनी सीट पर बैठने के बाद ताकि सब का ध्यान इस ओर जाए। "हां।" अमायरा ने किचन से बाहर आते हुए कहा। "तुम सब के साथ ब्रेकफास्ट क्यों नही कर रही हो?" ...Read Moreके पूछते ही सब की आंखें हैरानी से फैल गई, कबीर का कंसर्न देख कर। और अमायरा वोह ऑकवर्ड फील करने लगी। "मैं.... मैं थोड़ी देर में कर लूंगी। मैं अभी परांठा बना रही थी।""उसके लिए हमारे पास कुक है। तुम यहां आओ और बैठो। और सबके साथ ही ब्रेकफास्ट करो।""पर मैं....""अपना ब्रेकफास्ट करो अमायरा। मेरे पास पूरा दिन नही
"देखी कौन कह रहा है। जो भी मैं कहता हूं या करता हूं उससे तुम्हे प्रॉब्लम होती है। पर तुम्हे उससे कोई प्रॉब्लम नही होती जो बाकी के लोग तुमसे कहते हैं और करते हैं।" कबीर हल्का गुस्सा होने ...Read Moreथा। "आपका कहने का क्या मतलब है? आप किसके बारे में बात कर रहे हैं? अमायरा ने अपनी एक आईब्रो ऊपर उठाते हुए पूछा। "किसी के नही। और अगर तुम कभी रियल आर्गेनाइजेशन में काम करना चाहो तोह तुम्हारा स्वागत है मेरे सीएसआर ब्रांच में। हमारे यहां भी कुछ इंटर्न्स हैं तुम्हारी उम्र के, तुम्हे उनके साथ एक टीम की
"मैं ऐसी किसी भी चीज़ के बारे में नही सोचती जो मेरे कंट्रोल में है ही नही, यह पॉसिबल ही नही है।" "यह सही जवाब नही है।" "यही बात है। मैं एक नेगेटिव सोच वाली लड़की हूं। और अपने ...Read Moreही खुश रहना जानती हूं। मैं पहले ही अनुमान लगा लेती हूं की इससे बुरा और क्या क्या हो सकता है और तुरंत ही अपने आपको कनविंस कर लेती हूं सबसे आसान अवेलेबल सॉल्यूशन के लिए। इसी डर से की शायद इससे बेहतर सॉल्यूशन मुझे बाद में नही मिला तोह। और जब मैं वोह काम कर लेती हूं तोह फिर
कबीर और अमायरा की यह नई दोस्ती उन्हे आने वाले दिनों में बहुत काम आने वाली थी। वोह दोनो अब एक दूसरे के साथ रिलैक्स महसूस करते थे। उन्होंने एक दूसरे से एक दूसरे के बारे में काफी बात ...Read Moreथी जो वोह किसी और से शेयर नही कर सकते थे। कबीर ने उसे महिमा के बारे में और दोनो के बारे सब कुछ बता दिया था। उसने बताया की महिमा और उसकी शादी से रिलेटेड सब कुछ डिसाइड हो चुका था। अमायरा जानती थी की उसके बाद महिमा मर गई थी इसलिए उसने बात आगे बढ़ाना ठीक नही समझा
"तब तोह तुम मुझे जानती ही नही हो, अभी तक। आओ किडडो, अपने रिच और हैंडसम हसबैंड को शो ऑफ करो।" कबीर ने आंख मारते हुए कहा और अपना हाथ अमायरा के कमर पर रख दिया और फिर उस ...Read Moreचल पड़ा जहां सब लोग थे। अमायरा को यकीन ही नहीं हो रहा था की कबीर को सबसे मिलवाने पर उसे इतना अच्छा लगेगा, वोह भी वोह लोग जो कभी उसके अच्छे दोस्त हुआ करते थे और अब उस से जलते है। अमायरा के लिए कबीर को सिर्फ थैंक यू कहना काफी नही था, यहां उसके साथ होने के लिए।
उस कन्वोकेशन डे ने कबीर को बहुत कुछ रियलाइज करवाया था। वोह चाहता था की अमायरा हर समय उसके आस पास ही रहे और वोह खुद भी उसके पास रहे। वोह जनता था की उसे खुद को अमायरा के ...Read Moreके सामने इंट्रोड्यूस कराने की जरूरत नहीं है, पर फिर भी, उसने किया। शायद इसलिए की वोह चाहता था की लोग उसे उसके साथ जाने। उसे अच्छा लगता था जब वो उसको सबके सामने अपनी वाइफ कह कर इंट्रोड्यूस कराए। और उसे तब भी प्राउड फील होता था जब अमायरा सबके सामने उसे उसका हसबैंड कहती थी। लेकिन वोह जनता
"मुझे लगा इशान तोह पहले से ही अंदर है। अगर आंटी को किसी चीज़ की जरूरत हुई तोह वोह देख लेगा।" कबीर ने बिना अमायरा की आंखों में देखे कहा। क्योंकि इसमें अमायरा बेहतर थी, वोह उसकी आंखों से ...Read Moreजाती की कबीर सच बोल रहा है या झूठ। "बात इसकी नही है की मॉम को किस चीज़ की जरूरत है। बात है की अगर मुझे आप की जरूरत होती, आपके साथ की तोह?" अमायरा ने अचानक कबीर को देखते हुए सवाल पूछ दिया। जबकि सिचुएशन इतनी टेंसड थी फिर भी कबीर अपने आप को मुस्कुराने से रोक नही पाया।
"हम्मम। जब उन्होंने अपनी आंखे खोली तोह उन्होंने अपने आस पास देखा। मैं उनके पास ही बिलकुल सामने बैठी थी। उन्होंने मुझे देख कर स्माइल तक पास नही की। और इशिता दी के बारे में पूछने लगी। क्यों? क्योंकि ...Read Moreउनकी बेटी हूं और दी उनकी ज़िमेदारी? वोह उनके साथ नाइंसाफी नहीं कर सकती लेकिन मेरे साथ कर सकती हैं, वोह भी इस कंडीशन में भी? जब मैने आज उन्हे बेहोश देखा तोह मैं बहुत डर गई थी। यह उनका सेकंड अटैक था और डॉक्टर ने कहा है की कोई गारंटी नहीं है की वोह ठीक हो पाएंगी की नही।
ऐसे ही दिन बीतने लगे। कभी अमायरा रुकती हॉस्पिटल में अपनी मॉम के पास तोह कभी इशिता रुकती। दोनो खूब ध्यान रख रहे थे अपनी मॉम का। कबीर भी अमायरा को पीछे से साइलेंट सपोर्ट दिए हुए था जिसकी ...Read Moreबहुत ज्यादा जरूरत भी थी। यह पहली बार था इतने सालों में की अमायरा ने यह महसूस किया था की कोई तोह है उसके साथ, जो उसे सपोर्ट करता है, और उससे कुछ एक्सपेक्ट भी नही करता बिना किसी चीज़ के बदले। उसने सोच लिया था की वोह उसके लिए कुछ खरीदेगी, उन्हे थैंक यू कहने के लिए, एक थैंक
"सही कहा। यह शादी असल में कोई मायने नहीं रखती। हम दोनो ही के पास कोई ना कोई वजह थी एक दूसरे से शादी करने की पर मुझे लगता है अब वोह वजह नही रही।" कबीर ने बहुत कोशिश ...Read Moreके बाद आखिर कहा। "क्या?""जैसे की तुम मेरे लिए कुछ लाई हो, मैं भी तुम्हारे लिए कुछ लाया हूं।" कबीर ने बिना अमायरा की तरफ ध्यान दिए जवाब दिया। कबीर उसके हाथ में एक फाइल पकड़ा दी। अमायरा ने कन्फ्यूज्ड होक उस फाइल को पकड़ लिया और उत्सुकता से उसे खोल कर पढ़ने लगी। पर जैसे ही उसने पढ़ना शुरू
"क्या?" कबीर ने थोड़ी देर बाद पूछा जब वोह वाशरूम से बाहर निकाला और उसने देखा की अमायरा सामने काउच पर बैठी उसे गुस्से से उसे घूर रही है। "कुछ नही।""बताओ भी।" कबीर उसके पास जा कर बैठ गया ...Read More"मैं गुस्सा हूं।" अमायरा ने सीधे कहा। "क्यों?" कबीर ने हैरानी से पूछा। "आपने ऐसा कैसे सोच लिया की मैं चली जाऊंगी और गौरव से शादी कर लूंगी?""मैं.....उउह्ह्ह्ह....मैने सोचा की वोह एक अच्छा लड़का है। तुम उसके साथ रहना चाहती थी पर तुम्हे मेरे साथ शादी करने के लिए फोर्स कर दिया गया था हालातों की वजह से। जब मैं
"पर इशिता तोह ऑफिस में बिज़ी होगी। तुम सब अकेले कैसे मैनेज करोगी?" सुमित्रा जी ने आगे कहा। "कौन कहता है की मैं अकेली हूं? आप सब हैं मेरे साथ। आप चिंता मत कीजिए और सब काम मुझ पर ...Read Moreदीजिए। आखिर मैं इस घर की बड़ी बहू हूं। और मिस्टर मैहरा ने मुझसे कहा था की मुझे जिस चीज़ की भी जरूरत होगी वोह मेरी हेल्प करेंगे।""उसने कहा?" सुमित्रा जी ने अपनी एक भौंह को ऊपर चढ़ा कर पूछा। अमायरा अपनी ही कैलकुलेशन में थी इसलिए उसने नोटिस ही नही किया की सुमित्रा जी के चेहरे के भाव क्या
अगला दिन कबीर के लिए पूरा खुलासे से भरा हुआ था। अमायरा ने उसे पूरा शहर घुमाया और अपनी सभी पसंदीदा जगह घुमाई। उन्होंने रोडाइड के छोटे कैफे पर खाना खाया, बिना की वजह के समुद्र तट पर घूमते ...Read Moreवोह किसी लोकल टूरिस्ट की तरह इधर उधर घूमते रहे और उसके बाद कबीर ने रियलाइज किया था की वाकई में उसने बहुत एंजॉय किया था। उसने यह भी महसूस किया था की अमायरा एक ऐसी लड़की है जो जानती है की छोटी छोटी चीजों से अपने आप को कैसे खुश रखा जा सकता है। उसको खुश रहने के लिए
"क्या तुम्हे उससे कुछ नही कहना? कबीर ने अमायरा से पूछा। "हां। कहना है। मैं जानती हूं की आप दोनो एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं। मैं आप दोनो की यह बताना चाहती हूं की मैं कभी भी ...Read Moreदोनो के प्यार के बीच नही आऊंगी। कोई भी किसी से इस तरह प्यार नही करता। मुझे खुशी है की मैं आप दोनो के प्यार की गवाह बनी। और मुझे उम्मीद है की आप दोनो हमेशा एक दूसरे से ऐसे ही प्यार करते रहेंगे। मैं कभी भी तुम्हारी जगह लेने की कोशिश नही करूंगी, महिमा।" अमायरा ने कहा तोह महिमा
"तुम थकी हुई दिख रही हो। मैं तुम्हे मसाज दे देता हूं।" अमायरा के कुछ बोलने या करने से पहले ही कबीर ने अपने हाथ उसके कंधे पर रख दिए। वोह हल्के हाथों से उसकी गर्दन और कंधे की ...Read Moreकरने लगा और धीरे धीरे अमायरा रिलैक्स फील करने लगी। कबीर के लिए तोह यह इलेक्ट्रिफाइंग एक्सपीरियंस था। वोह कोई नौसिखिया नही था जब बात फिजिकल टच या इंटीमेसी की बात आती है पर अमायरा के साथ, उसके कुछ हगस और सादे पवित्र किस्सेस ही थे। अचानक ही उसे और की चाहत बढ़ने लगी थी। अब वोह जनता था की
तभी गाना बदला और आवाज़ धीमे हो गई और साथ ही लाइट भी डिम हो गई। कबीर ने अमायरा को अपने करीब खीच लिया। उन दोनो के बीच अब एक इंच का भी फासला नही था। और अमायरा की ...Read Moreजैसे सारी इंद्रियां जाग गई थी। वोह कबीर की नज़दीकी से सचेत हो गई थी। *यह नॉर्मल नही है। और यह सब दो दोस्तों के बीच तोह बिलकुल नही होता। मैं वोह सब चीज़े इमैजिन नही कर रही थी। पर यह ऐसा कर क्यों रहें है?*अमायरा ने कबीर की आंखों में देखा, जिस तरह से कबीर की आंखे अमायरा को
**किसी पर्सनल इमरजेंसी की वजह से लिख नही पाई, इसलिए पार्ट अपलोड नही कर पाई। अधूरा था अभी पूरा किया है और अपलोड कर रही हूं।**"प्लीज़ कह दीजिए की आप मज़ाक कर रहे हैं।" अमायरा ने कुछ देर बाद ...Read Moreहुए कहा। वोह बहुत शॉक में थी कबीर के इज़हार से। "नही अमायरा। मैं बिल्कुल सच बोल रहा हूं। कोई मज़ाक नहीं है। मुझे पता है तुम्हे सदमा लगा होगा लेकिन मैं क्या करूं। मैं अब ज्यादा दिन तक यह बात तुमसे छुपा भी तोह नही सकता था। यही बात की मैं तुमसे प्यार करता हूं। आई लव यू वैरी
कबीर ने उसे जाते हुए देखा और जल्दी से आ कर उसका हाथ पकड़, उसे अपनी करीब खींच लिया, अपनी बाहों में। "क्या? क्या कर रहें हैं आप?" अमायरा घबरा गई थी। "यह किसी तरह का ड्रामा नही है ...Read Moreमैं तुमसे प्यार करता हूं। मैं तुम्हे पूरे दिल से चाहता हूं। तुम चूस कर सकती हो लव मी और नॉट, पर तुम यह नहीं कह सकती की मैं एक्टिंग कर रहा हूं। अगर तुम्हे अभी यकीन नही है तोह, कोई बात नही। मैं तुम्हे यकीन दिला दूंगा अपने प्यार पर, पर यह मत कहो की मैं किसी बोझ के
*"सो डियर वाइफ लगता है कल रात तुम ठीक से सोई नहीं। और जल्दी भी उठ गई।"**"ग्रेट। कम से कम तुम्हे फर्क तोह पड़ रहा है।"*इसी ख्याल से कबीर मुस्कुरा पड़ा और फिर उठ कर जल्दी से नहाने चला ...Read Moreवोह जल्दी से तैयार हो कर ब्रेकफास्ट के लिए डाइनिंग टेबल पर जाना चाहता था, इसी उम्मीद से की वोह अपनी वाइफ को देख सके। उससे इंतजार नही हो रहा था आज अमायरा का शर्माता हुआ चेहरा देखने के लिए। ****जब वोह तैयार हो कर डाइनिंग एरिया में पहुंचा, तोह उसने देखा उसकी पूरी फैमिली वहां बैठी कल रात हुई
रात का डिनर करने के बाद जब वोह अपने कमरे में गई तोह देखा कोई नही था। उसने सोचा की कबीर के आने से पहले वोह जल्दी से चेंज करके वोह सोफे पर सो जायेगी ताकि उसे कबीर का ...Read Moreनहीं करना पड़ेगा। वोह वाशरूम गई और अपना पुराना पिंक नाइट सूट पहन के बाहर आई। उसने देखा कबीर कमरे में आ चुका था और पहले से ही बैड पर लेटा हुआ था। उसे अपना प्लान फेल होता नज़र आने लगा। उसने देखा कबीर अपने फोन में कुछ देख रहा था। अमायरा ने जल्दी से अपनी नाइट क्रीम लगाई और
अगले कुछ दिन अमायरा के लिए बहुत ही मुश्किल भरे थे। वोह चाहती थी की जितना दूर हो सके उतना कबीर से दूर रहेगी। लेकिन उसकी हर कोशिश नाकामयाब हो रही थी। कबीर अपने विश्वास पर अटल था। वोह ...Read Moreयह ध्यान रखता था की अमायरा सब के साथ ही नाश्ता करे। और उसे इस बात से कोई फर्क नही पड़ता था की उसकी फैमिली उसके बदले स्वरूप को देख कर उसे चिढ़ाने लगी है। रोज़ अमायरा को कबीर फूल देता था जो की सभी फैमिली मेंबर्स नोटिस करते थे जिसकी वजह से अमायरा को गुस्सा आता था। लेकिन खेरियत
अगली सुबह जब अमायरा उठी तोह वोह कबीर की बाहों में लिपटी हुई थी। रोज़ की तरह कबीर ने नही उसे जकड़ रखा था। बल्कि अमायरा खुद कबीर की बाहों में समाई हुई थी, एकदम करीब। जब उसे रियलाइज ...Read Moreतोह वोह शॉक रह गई। वोह बहुत धीरे से उससे दूर हुई की कहीं कबीर की नींद न खुल जाए, और फिर उसके सामने अमायरा को शर्मिंदा होना पड़े। उसने बहुत ही धीरे से अपने आप को कबीर से अलग किया और सीधे उठ कर वाशरूम में घुस गाई। उसकी सांसे अटकी हुई थी वोह वहीं जाकर ज़ोर ज़ोर से
"मुझे अभी भी यह लगता है की यह कोई अच्छा आइडिया नहीं है। आप अपना वक्त बर्बाद कर रहें हैं।" उसी रात अमायरा शीशे के सामने बैठी कबीर के अक्स को शीशे में देखते हुए कह रही थी। "मैं ...Read Moreमें बहुत ही इंपोर्टेंट पोजीशन हैंडल करता हूं स्वीटहार्ट। मुझे पता है की क्या करने से वक्त बर्बाद होगा और करने से नही। यू डोंट वरी।" कबीर पाने लैपटॉप में देखते हुए बोला। वोह लैपटॉप में जरूरी काम कर रहा था और शायद ही अमायरा की तरफ देख रहा था। "आप एक बिज़ी इंसान हैं। आपके पास पहले ही बहुत
"आप यह नहीं कर सकते।" किसी तरह अमायरा ने बात संभाली। वोह कबीर को नही बताना चाह रही थी कबीर की बातों से वोह शर्माने लगी है। "क्या? तुम्हे किडनैप करना? ओह मैं कर सकता हूं माय डियर वाइफी। ...Read Moreजानकारी के लिए बता दूं, की मैं तुम्हे आधी रात को ही अपनी गोद में उठा लूंगा और जब तुम सुबह उठोगी तो अपने आप को फॉरेन में पाओगी।" कबीर ने आंख मारी और अपने हाथ उसकी कमर पर और कस दिए। अमायरा ने थोड़ा पीछे अपना सिर कर लिया। "हां, और मैं बहुत ज़िद्दी भी हो सकता हूं।" कबीर
"आपने सबके सामने ऐसा क्यों कहा?" अमायरा ने पूछा जैसे ही वोह कमरे के अंदर आई। "क्या? क्या तुम नहीं चाहती कि तुम्हारी मॉम यहां पर रहे?" कबीर ने बेगुनाही का बहाना बनाते हुए पूछा। "आप अच्छी तरह से ...Read Moreहैं कि मैं इस बारे में बात नहीं कर रही हूं?" "तो फिर तुम किस बारे में बात कर रही हो?" "मैं..... मैं उस बार में बोल रहीं हूं जो आपने कहा मेरा पति होने के नाते।" "तो? क्या मैंने कुछ गलत कहा? क्या तुम मेरी वाइफ नहीं हो?" कबीर ने भी पलट वार किया। "छोड़िए। आपको कुछ चाहिए? आपने
देखो। जितना देर करोगी उतना ज्यादा बाद में सब तुम्हे चिढ़ाएंगे क्योंकि फिर बाहर भी देर से ही निकलोगी। तुम्हारे लिए यही अच्छा होगा की मुझे मेरा थैंक यू जल्दी देदो और मैं यहां से जाऊं।" कबीर ने शरारत ...Read Moreकहा और अमायरा उसपर गुस्सा होने लगी। "कम ऑन अमायरा। नाम में क्या रखा है? यह बहुत ही आसान है। बस कह दो कबीर। या फिर तुम मेरा कोई पर्सनल नाम रखना चाहती हो तोह भी कह सकती हो, मुझे कोई दिक्कत नही।" कबीर फुसफुसाते हुए उस पर झुकने लगा था और एस यूजुअल अमायरा पीछे हटने लगी थी, जो
अपनी बढ़ती हुई धड़कनों के साथ अमायरा ने दो और कदम बढ़ाए और कबीर को हल्का सा हग कर पीछे हटने लगी की कबीर ने अपनी बाहें उसकी कमर पर रख दी। बहुत ही सहजता से कबीर ने उसे ...Read Moreबाहों में भर लिया था। "छोड़िए मुझे," अमायरा ने कहा। "अभी नही। तुम भूल गई थी मैने तुम्हे मुझे गले लगाने को कहा था। बस छू कर भागने को नही।" कबीर ने कहते हुए अपना मुंह अमायरा की गर्दन में छुपा लिया था। और अमायरा उसकी नज़दीकी से थरथरा उठी। पहल जब भी उसने कबीर को गले लगाया था, उसमे
अगली सुबह जब अमायरा सो के उठी तोह उसे किसी की नज़रे अपने ऊपर महसूस हुई। और उन नज़रों में बहुत सारा प्यार, शिद्दत और जुनून नज़र आ रहा था। और एक बार को वोह उन पर यकीन करना ...Read Moreथी। अपने आप पर यकीन करना चाहती थी। यकीन करना चाहती थी की वोह भी खुश रह सकती है जिंदगी भर, की उसे भी प्यार मिल सकता है, किसी का साथ मिल सकता है, जिसकी कभी उसे चाहत थी लेकिन वक्त के साथ उसने गिव अप कर दिया था। की अगर वोह उनका प्यार चुनती है तोह क्या उनकी दोस्ती
एक घंटे बाद वोह दोनो एक साउथ इंडियन रेस्टोरेंट के बाहर खड़े थे। कबीर जिस तरह के रेस्टोरेंट्स में अक्सर जाना पसंद करता था उसके मुकाबले यह रेस्टोरेंट थोड़ा फैंसी लग रहा था। इस वजह से अमायरा थोड़ा कंफ्यूज ...Read Moreगई। क्या उन्होंने मुझसे यह नहीं कहा था कि वह मुझसे प्यार करते हैं? और साबित भी करना चाहते हैं? क्या इसी तरीके से वह आज का दिन शुरू करेंगे?"खाना कैसा है?" अमायरा का ध्यान भटका कबीर की आवाज़ पर। "हम्मम!.....अच्छा है। बल्कि बहुत टेस्टी है।" हालांकि वोह थोड़ा कन्फ्यूज्ड थी कबीर के रेस्टोरेंट की चॉइस से। पर वैसे उसे
कबीर उसको लेकर उसके बाद मल्टीप्लेक्स थिएटर गया जहां पर वह एक एक्शन कॉमेडी मूवी देखने वाले थे। यह मूवी उसके फेवरेट एक्टर की थी और वोह खूब हसी थी। उसने रियलाइज किया की उसने काफी समय से ऐसा ...Read Moreकिया था। शादी के बाद तोह बिलकुल नही। ऐसा नहीं था की वोह कबीर एस खाई नही थी, या इस शादी से, पर वोह अल्हड़पन के दिन गुज़र चुके थे। उसे तोह यह भी याद नहीं था की आखरी बार उसने कब मूवी देखी थी। शायद शादी से पहले अपने दोस्तों के साथ। वोह दोस्त जो आज बस सिर्फ जान
अमायरा नींद में थी। वोह हल्का सा हिली तो उसने पाया की उसकी बगल में खाली जगह है। यानी की कबीर उसके पास बैड पर नही सो रहा था। उसने किसी तरह अपनी एक आंख खोल कर अपने फोन ...Read Moreटाइम देखने की कोशिश की। अभी तो सुबह के साढ़े चार बजे थे। उसने हाथ लगा का कर चैक किया तोह पाया कबीर की साइड वाली जगह काफी ठंडी थी इसका मतलब वोह अभी अभी उठ कर नही गया है बल्कि काफी देर से बैड पर आया ही नहीं था। अमायरा और कबीर के कमरे के अंदर से ही एक
कबीर और अमायरा गाड़ी में बैठे थे। और गाड़ी रफ्तार से चल रही थी। कबीर उसे मुंबई से बाहर लेकर जा रहा था। हाईवे पर रुक कर उन्होंने अपने फेवरेट रिजॉर्ट में ब्रेकफास्ट किया, जहां अमेजिंग बफेट ब्रेकफास्ट सर्वड ...Read Moreगया था। जिसमे कॉन्टिनेंटल, नॉर्थ इंडियन और साउथ इंडियन तीनो ही तरह का ब्रेकफास्ट सर्वड किया गया था। खाना अमायरा की कमज़ोरी है, यह बात कुछ महीनों पहले ही कबीर को पता चली थी। वोह बस इस जानकारी को इस्तेमाल कर रहा था ताकी सुबह की शुरुआत अच्छी हो सके। कबीर यह सोच कर अपने आप में ही मुस्कुराने लगा,
कबीर अपने बैड की तरफ बढ़ा ही था की अमायरा की आवाज़ ने उसे रोक दिया। "मिस्टर मैहरा।""येस मिसिस मैहरा।" कबीर थोड़ा मुस्कुराया और इंतजार करने लगा की अमायरा क्या कहने वाली है। "उह्ह्हह...... हैप्पी वैलेंटाइन्स डे।" अमायरा ने ...Read Moreकी आंखों में देख कर कहा और कबीर मुस्कुराने लगा। अमायरा ने फूलों के गुलदस्ते से एक फूल निकाल कर कबीर को दिया। "आपके लिए," अमायरा ने कहा और कबीर ने एक्सेप्ट कर लिया। "थैंक यू," कबीर की मुस्कुराहट बड़ी हो गई थी। "आई एम सॉरी। मैं आपके लिए कुछ नही ला पाई।" अमायरा एक्सक्यूज़ देने की कोशिश कर रही
अमायरा इंतजार कर रही थी कबीर का डिनर पर लेकिन उसके आने की बजाय उसका मैसेज आ गया की वोह आज लेट आएगा और उसका इंतजार ना करे बल्कि खाना खा कर सो जाए। कबीर के लिए और अमायरा ...Read Moreलिए यह नॉर्मल था की वोह काम की वजह से अक्सर लेट होता था। अमायरा ने डिनर किया और अपने कमरे में चली गई और लाइट्स ऑफ करदी। जबकि वोह जानती थी की उसे उसके बिना नींद नही आती थी। पर फिर भी वोह थोड़ा आराम करना चाहती थी और वोह तब तक करवट बदलती रही जब तक कबीर नही
अमायरा और कबीर दोनो समुंदर किनारे एक बेंच पर बैठ गए। अमायरा थोड़ा नज़दीक ही बैठ गई कबीर से। उसने कबीर का हाथ अपने हाथ में लिया और उसके कंधे पर अपना सिर रख दिया। कबीर ने भी उसका ...Read Moreकस कर पकड़ लिए जैसे वोह उसे उससे दूर कभी जाने ही नही देना चाहता हो। दोनो ही सामने समुंदर की तरफ देख रहे थे। "आपको मुझे कल रात ही बता देना चाहिए था।" अमायरा ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा। "मैं तुम्हे परेशान नहीं करना चाहता था।""आपका दर्द मुझे कभी परेशान नहीं करता। पर आपकी उदासी जरूर परेशान करती है।""मैं
अमायरा धीरे से कबीर की गोद में बैठ गई और कबीर तोह बस हैरान रह गया। उसने उसका चेहरा अपने हाथों में भरा और धीरे धीरे अपनी उंगलियों से उसके गाल सहलाने लगी। ऐसा कुछ जो कबीर ने कभी ...Read Moreनही किया था, इतनी जल्दी तोह बिलकुल नही। "काम इंतज़ार कर सकता है। आप यह सब काम कल भी खतम कर सकते हैं।" अमायरा ने फुसफुसाते हुए प्यार भरी आवाज़ में कहा। "क.....कल तोह फ्राइडे है। मैं तुम्हारे साथ दिया हुआ टाइम वेस्ट नही कर सकता।" कबीर ने ईमानदारी से कहा और अमायरा भावविह्वल हो गई। कबीर आज पूरा दिन
अमायरा पूरा दिन चिड़चिड़ी रही। उसने कह तोह दिया था की वोह चलेगी महिमा के पेरेंट्स के घर डिनर के लिए लेकिन उसे समझ नही आ रहा था की वोह कैसे बिहेव करेगी और उन लोगों ने उसे क्यों ...Read Moreकिया। आखिर उसने उनकी बेटी की जगह ले ली थी, जो की सच नहीं था, पर उनके लिए तो था, इसी वजह से उसे डर लग रहा था उन लोगों से मिलने में। उसे नही पता था की डिनर के वक्त अगर किसी वजह से वोह अकेली हुई तोह वोह लोग उसके साथ कैसा बरताव करेंगे। कल तोह वोह लोग
"मैने इतने साल उसकी आंखों की वोह चमक बहुत मिस की। मैं नही जानती की तुम दोनो के बीच यह रिश्ता कहां तक पहुंचा है, लेकिन मैने देखा है की तुम उसकी खुशी के लिए कुछ भी कर जाति ...Read Moreअब मुझे वोह बेबस आदमी नही दिखता जो पहले मेरे पास आया करता था। मैं अब उस आदमी को देख रहीं हूं जो एक बार अपनी जिंदगी पूरी तरह से खो चुका था वोह अब फिर से उठने लगा है, जिंदगी जीना फिर से सीखने लगा है। मेरी तुमसे यही इल्तिजा है की हमेशा उसके साथ रहना। उसे तुम्हारी जरूरत
"हम बस पूछ ही तोह रहे थे की यह दोनो कहां जा रहें हैं। आपको हमें बताने में प्रॉब्लम क्या है, अगर यह आपका हनीमून नही है तोह, और अगर है भी तोह बहुत छोटा है, क्योंकि आप तोह ...Read Moreही वापिस आ रहें हैं।" साहिल एक बार फिर कूद पड़ा था। वोह अभी भी बाज़ नही आ रहा था। "तोह, क्या प्रॉब्लम है अगर यह उसका हनीमून है भी तोह? क्या तुम दोनो जल्द से जल्द चाचा नही बनना चाहते?" सुमित्रा जी ने साहिल की तरफ घूरते हुए कहा और अमायरा एंबारस फील करने लगी। वोह और ज्यादा एंबारस
"तबियत ठीक नहीं लग रही? क्या हुआ है?" कबीर ने पूछा। वोह परेशान हो गया था उसकी खराब तबीयत सुन कर। "मुझे लग रहा है शायद फीवर है।" अमायरा ने झूठ बोला और कबीर अपना हाथ लगा कर उसका ...Read Moreचेक करने लगा। "मुझे नही लगता। यह तोह नॉर्मल है।" कबीर ने चेक करने के बाद कहा। "ओह.....शायद नही। मुझे कुछ अजीब लग रहा है। उल्टी जैसी आ रही है। ऐसा अक्सर मेरे साथ होता है जब मैं पैसेंजर सीट पर बैठती हूं।" "क्या? यह कब शुरू हुआ? हम तोह कितनी सारी जगह पर गाएं हैं , तुमने आज तक
शायद अपलोडिन करते वक्त कुछ मिस्टेक हो गई थी इसलिए Part 53 अधूरा रह गया। और इस app में आप एडिट भी नही कर सकते। इसलिए Part 53, 54, 55, 56 एकसाथ अपलोड कर रही हूं। अब कुछ नही ...Read MoreSorry for inconvenience."मैने इतने साल उसकी आंखों की वोह चमक बहुत मिस की। मैं नही जानती की तुम दोनो के बीच यह रिश्ता कहां तक पहुंचा है, लेकिन मैने देखा है की तुम उसकी खुशी के लिए कुछ भी कर जाति हो। अब मुझे वोह बेबस आदमी नही दिखता जो पहले मेरे पास आया करता था। मैं अब उस आदमी
जो भी आज सुबह हुआ था उससे अमायरा सिहर जरूर उठी थी लेकिन स्ट्रेंजली ना ही वोह एंबारसे हुई थी और ना ही उसे बुरा लगा था। इसके विपरित उसके चेहरे पर आज दिन भर एक प्यारी सी मुस्कुराहट ...Read Moreवोह आज दिन भर सुबह की घटना याद कर कर के मुस्कुराती और शर्मा जाति। और इस वक्त वोह अपनी अलमिराह खोले खड़ी थी और डिसाइड करने की कोशिश कर रही थी की आज क्या पहने। अचानक ही अब चूज करने के लिए उसके पास काफी सारे कपड़े थे और अब उसे समझ नही आ रहा था की किसे चुने।
"आई एम सॉरी अमायरा।""मुझे आपका सॉरी नही चाहिए। मुझे जवाब चाहिए। आपने मुझे ऐसे क्यों बड़ा किया जैसे मैं ही आपकी गोद ली हुई औलाद हूं?""मैं...... अमायरा.... मैं..!""बोलिए मॉम। मैं इंतजार कर रही हूं। मैने दस साल इंतजार किया ...Read Moreइस जवाब के लिए। मेरी तरफ से दी के लिए कोई बुरी फीलिंग्स नही है, क्योंकि वोह खुद भी यह सब नही जानती, पर आपके पास तोह वजह थी यह सब करने की जो भी आपने किया। आज मुझे सब जानना है।"जब नमिता जी ने थोड़ी देर कुछ नही कहा तोह अमायरा फिर बोली"आई एम वेटिंग मॉम।""मनमीत चाहते थे इशिता
"अमायरा, आई एम सॉरी। मैं गलत थी। मैने गलती की थी पर अब......""आप जानती है मॉम, आपने सिर्फ एक गलती की थी। मेरी और कबीर की शादी करवा कर। क्योंकि जब तक मैं उनसे नही मिली थी, मुझे नही ...Read Moreथा की मेरी जिंदगी में से कुछ मिसिंग है। उनसे शादी करने से पहले, मैं खुश थी, अपनी जिंदगी के साथ समझौता कर लिया था मैने। मैं संतुष्ट थी हर बार बली का बकरा बन कर। हमेशा वोही करती जो मुझे लगता था की आप चाहती हैं, हमेशा वोही करती जिस से दी की लाइफ आसान हो जाए, क्योंकि बेचारी...उसके
कुछ दिन और बीत गए पर अमायरा के लिए मुश्किल भरे थे। वोह अभी भी उस बात को हज़म नहीं कर पा रही थी जो उसे उसकी मॉम से सुनने को मिला था। वोह यह बात एक्सेप्ट नही कर ...Read Moreरही थी की उसकी मॉम ने कितनी आसानी से उसका हक किसी और को दे दिया था, ताकि इशिता को कभी बुरा ना लगे। वैसे आज से पहले उसे इशिता के लिए अपने मन में कोई खटास महसूस नही हुई थी लेकिन आज उसे देख कर उसे गुस्सा आने लगा था। इशिता तो थी ही अमायरा की नजर में गुनहगार,
कबीर लंबे शावर लेने के बाद बाथरूम से बाहर निकला। और अपने सामने का नज़ारा देख कर एकदम से चौंक गया। अमायरा उसके सामने प्लेन काली साड़ी में खड़ी थी जिसे कंधे पर अच्छे से प्लीट बना कर पहनी ...Read Moreथी। कोई ज्वैलरी नही बस ईयरिंग जो कुछ महीनों पहले कबीर ने उसे दिए थे। और उसका मंगलसूत्र जो उसने शादी की रात के बाद से कभी नहीं पहना था। कबीर ने अपनी एक भौंह को उच्च का कर अमायरा को देखा जैसे उसके लुक्स को पढ़ने की कोशिश कर रहा हो। क्या ये मुझसे माफ़ी मांगने की कोशिश कर
अमायरा अपनी सास सुमित्रा जी के साथ कमरे से बाहर चली गई और छोड़ गई कमरे में अकेले शरारत से मुस्कुराते हुए कबीर को। जब कबीर नाश्ते के लिए नीचे आया तोह उसके चेहरे पर एहंकारी मुस्कुराहट थी। और ...Read Moreउसके पीछे वजह अच्छी तरह से जानती थी। आज पूरा दिन अमायरा सुमित्रा जी के साथ बिज़ी रही, उसे कबीर के साथ अकेले बहुत कम वक्त मिला था वरना सब घर वाले आज इर्द गिर्द ही घूम रहें थे जो की अमायरा के लिए थोड़ा सहूलियत की बात थी। लेकिन कबीर की नज़रे कभी भी अमायरा का पीछा नहीं छोड़ती
"देखिए। मुझे इस तरह के लुक मत दीजिए। मैं सब समझती हूं। आप मुझे इस तरह से ब्लैकमेल नही कर सकते। आपने मुझे खरीदा नही है जो आप मुझे इस तरह से ऑर्डर देते रहते हैं।" अमायरा बड़बड़ाए जा ...Read Moreथी और कबीर ने अचानक उसे सीने से लगा लिया। अमायरा तोह स्तब्ध रह गई। "आई एम सॉरी अमायरा। सुबह से तुम्हे इस तरह ब्लैकमेल करने के लिए और फोर्स करने के लिए।" कबीर ने सीधे होते हुए कहा। "और हां मैने तुम्हे खरीदा नही है। मैं तुमसे प्यार करता हूं, इसलिए थोड़ा लालची हो जाता हूं।""मैं जानता हूं की
"जाओ फिर। किसका इंतजार कर रही हो?" कबीर ने उसे अभी भी अपने बाहों के घेरे से आज़ाद नहीं किया था। "उह्ह्.....आपके बर्थडे का।""मेरे बर्थडे का क्या? इट्स ऑलरेडी ओवर। पौने बारह बज गए हैं।""सो इट्स नॉट ओवर येट।""तोह ...Read Moreमैं क्या कर सकता हूं?" कबीर ने उसके गर्दन के धुंधले से निशान से खेलते हुए कहा। "मैने आपको कोई गिफ्ट नही दिया है।" अमायरा ने जवाब दिया। "कोई बात नही अमायरा। तुम ही मेरा गिफ्ट हो। तुम मेरे साथ हो, यही मेरे लिए सबसे बड़ा गिफ्ट है जिंदगी भर का। इसके अलावा मुझे कुछ भी नही चाहिए।" कबीर ने
"इशिता ने फोन किया था तुम्हारे फोन पर, पूछ रही थी की तुम कितनी देर में वापिस आ रही हो। मैने उसे बता दिया है की अब तुम शायद वापिस नही जाना चाहती हो।" कबीर ने उसे इनफॉर्म किया ...Read Moreअमायरा की सांसे ही अटक गई। "आपने उस से ऐसा क्यों कहा?" "वैल, मुझे लगा अब तुम भी मुझे अकेले छोड़ कर नही जाना चाहती होगी, जैसे मैं नही चाहता की तुम मुझे छोड़ कर जाओ।" कबीर ने कहा और फिर से उसे खींच कर बाहों में भर लिया। "नो वे। जो कुछ भी हुआ वोह इसलिए हुआ क्योंकि आज
"सचमुच में, इश्क में जलती बड़ा जुर्माना। कौन कहता है की मैं जल्दबाजी कर रहा हूं? क्या मैं नही हूं वोह जो सबसे ज्यादा धैर्य बनाए हुए हूं?" कबीर ने खुद से कहा। उसका दिल कह रहा था की ...Read Moreजो भी कर रहा है उस से कुछ तोह फर्क पड़ रहा है। शायद अमायरा हां करने में कुछ और समय ले लेकिन वोह ना नही करेगी, ऐसा यकीन होने लगा था कबीर को। यह सोच कर ही कबीर मुस्कुरा पड़ा। और अचानक ही कबीर बेसब्र होने लगा, उसे बाहों में समेटने के लिए, उसे किस करने के लिए, उसे
"यह बात मुझे पहले से क्यों नही पता थी?" कबीर ने पूछा। "क्या? डांस के बारे में?" अमायरा ने जवाब दिया। "हां। मुझे लगा था की तुम बस बच्चों को सिखाती हो।""मैं तब से डांस कर रही हूं जब ...Read Moreमैं खुद बच्ची थी।""मैने तुम्हे कभी डांस करते हुए क्यों नही देखा, सिवाय फैमिली गेटोगेदर में कैजुअल डांस के?""वोह इसलिए क्योंकि आपने पहले कभी मुझ पर इतना ध्यान ही नही दिया था। आप तो शादी से पहले यह भी नही जानते थे की मैं एक्जिस्ट भी करती हूं।" अमायरा ने जवाब दिया और तुरंत ही अफसोस करने लगी अपनी बात
"मुझे नही पता की मुझे खुश होना चाहिए या गुस्सा होना चाहिए, तुम्हारे जैसा सेम मेंटल लेवल होने के लिए।" कबीर ने जवाब दिया। "आपका कहने का क्या मतलब है? क्या मैं बेवकूफ हूं? माइंड यू मैं बहुत जल्द ...Read Moreकी होने वाली हूं।""हां। मुझे याद है और तुम्हारा बर्थडे भी आने वाला है। अपने बर्थडे पर तुम क्या करना चाहती हो?""मैने अभी तक कुछ सोचा नही है। और वैसे भी अभी तोह शादी की ही बहुत सी तैयारियां बाकी हैं, किसके पास टाइम होगा बर्थडे के बारे में सोचने के लिए। पर आप टॉपिक चेंज मत कीजिए। मैं कुछ
"तुम सच में इस बात पर यकीन करती हो?""हां बिलकुल। मैं नही मानती की रिश्ते सिर्फ फिजिकल नीड्स से ही जुड़े रहते हैं या फिर उसके बिना। मेरा मानना है की रिश्ता अटूट बनाने के लिए सब कुछ जरूरी ...Read Moreमैं कभी भी आपके खिलाफ नही जाती अगर उस रात आप उसके साथ सोए होते।""मैं डर गया था, मैं डर गया था जब मैने आज उसे अचानक देखा। यह सोच कर की कहीं वोह तुम्हे यह बात ना बता दे और तुम मुझे फ्रॉड समझने लगो। की मैं तुमसे प्यार करने का दावा करता हूं, महिमा से भी प्यार का
जितनी जल्दी हो सके वोह बचने के लिए उठ खड़ी हुई क्योंकि वोह कबीर का सामना नहीं कर सकती थी। लेकिन उतनी ही जल्दी से कबीर उठा और उसे पीछे से बाहों में भर लिए। "मैं डर गई थी। ...Read Moreज्यादा डर गई थी। मुझे खुद पर ही कंट्रोल नही रहा यह देख कर की आप मुझसे नफरत करेंगे, मुझे जाने के लिए कह देंगे।" अमायरा कबीर की बाहों में रो पड़ी थी और कबीर ने उसे रोने दिया। "मत डरो। मैं रहूंगा यहां। हम रहेंगे यहां हमेशा साथ।""आप मुझसे नफरत नही करेंगे अगर आपको मेरी वजह से उन्हे अपनी
"लाइक इट," कबीर ने अमायरा को पीछे से उसकी कमर पर हाथ रख बाहों में भर लिया, जबकि इस लक्जिरियस कॉटेज की बालकनी से अमायरा यहां की खूबसूरती में ही खोई हुई थी। दुपहर हो गई थी दोनो को ...Read Moreआए हुए, अपनी डेस्टिनेशन पर। और यहां आते ही अमायरा यहां कॉटेज की बनावट देख कर ही दंग रह गई थी, जो की कॉटेज कम कोई लक्जिरियस सुइट ज्यादा लग रहा था। वैसे भी कबीर से वोह कम की उम्मीद कैसे कर सकती थी। आज वोह पहली बार सही मायने में किसी ट्रिप पर थी उसके कबीर के साथ, वोह
अगली सुबह एक प्यार भरे आवाज़ के साथ और एक प्यार भरे एहसास के साथ अमायरा की नींद खुली। अमायरा ने आंखें खोली तो पाया की कबीर उसके ऊपर ही छाया हुआ था। "गुड मॉर्निंग बर्थडे गर्ल," कबीर ने ...Read Moreप्यार से उसका माथा चूम लिया। अमायरा अपनी आंखे मलते हुए उठ कर बैठ गई। "गुड मॉर्निंग। टाइम क्या हुआ है?" खिड़की पर पर्दों से कोई रोशनी नही आ रही थी जिस वजह से अमायरा को यह एहसास हुआ की अभी बहुत जल्दी ही है। "पाँच बजने वाले हैं।""तोह हम इतनी जल्दी क्यूं उठे हैं?" अमायरा ने उबासी लेते हुए
"क्यूं नही? मैं क्यूं भूल जाऊं?" अमायरा ने पूछा और कबीर ने गहरी सांस छोड़ी। "क्योंकि तुम तैयार नहीं हो अमायरा। शायद तुम्हे लगता है की, यहां के मौसम की वजह से, इस जगह की वजह से, हम यहां ...Read Moreहैं इस वजह से, पर तुम सच में रेडी नही हो। मुझे अच्छा लगा की तुमने यह स्टेप लिया, पर मैने पहले भी यह कहा है, मैं तुम्हारे लिए इंतजार करने को तैयार हूं। जब तक की तुम सच में तैयार नहीं हो जाती। उससे पहले बिलकुल नही।" "किस बात से आपको ऐसा लगता है की मैं तैयार नहीं हूं?
अमायरा अब जानती थी की वोह कबीर से प्यार करती है। उसे पहले कुछ डाउट्स थे, कुछ असंकाए थी, उसकी गंभीरता पर उसे हिचकिचाहट होती थी, अपनी ही फीलिंग्स को पहले समझ नही पा रही थी। पर अब उसे ...Read Moreऐसी कन्फ्यूजन नही थी। वोह श्योर थी उसके लिए कबीर की फीलिंग्स पर, वोह फीलिंग्स जो अब बहुत गहरी हो गई थी, की वोह उसे कभी भी अकेला नहीं छोड़ेगा, और रास्ते में आई हर मुश्किल का सामना करेगा। और अमायरा की अपनी फीलिंग्स, वोह उसकी हर एक सांस के लिए जरूरी बन गया है। और वोह अब उससे कैसे
"तोह क्या हुआ? हम कभी भी जब तुम चाहो वापिस आ सकते हैं। बल्कि यह ट्रिप इसलिए इतनी छोटी थी क्योंकि हमारे पास टाइम नही था। अगली बार जब भी हम आयेंगे ज्यादा दिन तक रुकेंगे। यहां पर और ...Read Moreकई सारे आइलैंड हैं जिन्हे हम तब एक्सप्लोर करेंगे। अब ठीक है?" कबीर ने जवाब दिया अमायरा खुश हो गई। "ओके। थैंक यू मुझे यहां लाने के लिए। मुझे यहां बहुत बहुत बहुत अच्छा लगा। थैंक्स अ लॉट।"अमायरा ने कबीर का गाल चूम लिया। "मुझे बहुत खुशी है की तुम्हे यहां अच्छा लगा। कम से कम मैने कोई ऐसा काम
कॉकटेल पार्टी शाम में रखी गई थी इसलिए दिन के समय में सब फ्री थे तोह मैहरास औरतों ने सोचा की बाहर जा कर कुछ शॉपिंग की जाए। वोह सभी सबसे पहले गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब जी गए वहां ...Read Moreटेक कर वोह शहर के बाज़ार में गए जहां उन्होंने कई तरह की खूबसूरत मोजड़ी खरीदी, रंग बिरंगे फुलकारी वाले सूट्स और दुपट्टे खरीदे और कई सारी और शॉपिंग करने के बाद चारों दुपहर तक वापिस मैंशन में आ गए। वहीं घर के जेंट्स खेतों में घूमते रहे, वहां के बारे में जाना, उन खेतों में कौन कौन सी फसल
"तुम खुश लग रही हो," कबीर ने शीशे में देख कर अमायरा को कॉमेंट किया, जब वोह सुबह तैयार हो रही थी। अमायरा ग्रीन कलर के पंजाबी सूट में थी, जिसमे की हर इंच से अमायर पक्की पंजाबन लग ...Read Moreथी और कबीर की उससे नज़र नही हट रही थी, वोह बस उसे निहारे जा रहा था। "वोह हूं।" अमायरा ने खिली खिली मुस्कुराहट से कहा। "मैं सच में उम्मीद कर रहा हूं की तुम्हारी मुस्कुराहट की वजह मैं हूं।""वैसे, आप भी हैं।""वैसे घुमा फिरा के बोलने को बजाय क्या तुम मुझे यह बताने का कष्ट करोगी की वजह क्या
"तुम यहां क्या कर रही हो बेटा? क्या तुम्हे कुछ चाहिए?" सुहाना की मासी ने पूछा, वोह दोनो की सिचुएशन भांप नही पाई थी। "मैं....हम....वोह... मैं यहां अपनी मेहंदी पर नींबू चीनी का घोल लगाने आई थी।" अमायरा ने ...Read Moreबात पलटी और कबीर अमायरा की बताई हुई चीज़ को ढूंढने का दिखावा करने लगा। "पर नींबू चीनी का घोल तोह पहले से ही आंगन में रखा हुआ है। चलो, मैं लगा देती हूं तुम्हारे हाथों पर।" सुहाना की बुआ ने कहा और अमायरा के पास दूसरा कोई चारा नहीं था सिवाय उनके साथ जाने के। जाने से पहले अमायरा
अमायरा तैयार हो कर बाहर आ गई, आंगन में, जो की इस वक्त बहुत ही खूबसूरत तरह से सजाया गया था संगीत की फंक्शन के लिए। फूलों से सजा हर एक कौना बहुत गजब का खूबसूरत लग रहा था। ...Read Moreकी खुशबू चारों ओर फैली हुई थी। एक कॉर्नर पर डीजे का सेट अप किया गया था, जिस पर पहले से ही पैपी सॉन्ग्स बज रहे थे मतलब आवाज़ कान में पड़ते ही पैर थिरकने लगे। छोटे छोटे बच्चे तोह पहले से ही डांस फ्लोर पर थे और उस कलर फुल स्टेज पर जिस में बीच में लाइट फ्लैश हो
"ओके। मैं साफ साफ बता ता हूं। मुझे तुम यह बताओ कि शादी से पहले इतने सालों तक तुम मुझे क्यों इग्नोर करती रही? तुम मेरे घर बहुत आया जाया करती थी, मेरी फैमिली से अच्छी तरह से घुली ...Read Moreहुई थी। मेरे भाइयों के साथ मज़ाक करती थी, मेरे पेरेंट्स के साथ हँसती थी। तुम वोह सब करती थी जो तुम अपने दोस्तों के साथ और अपनी फैमिली के साथ करती, और तब भी, तुमने मुझे पूरी तरह से इग्नोर किया था। कभी मेरे बारे में नही सोचा, कभी मुझसे बात करने का ख्याल नही आया। कभी मुझसे हाय
अब जब अमायरा को अपने कमरे में वापिस आना था, तोह वोह खुद से यह उम्मीद कर रही थी की वोह कुछ और देर तक अपने गुस्से और नाराज़गी को बरकरार रखे। अभी के लिए उसने सोचा की वोह ...Read Moreज्वैलरी तब तक उतार ले जब तक की कबीर बाथरूम से बाहर नही आ जाता। वोह शीशे के सामने खड़ी धीरे धीरे अपनी चूड़ियां उतरना लगी और उसे संभाल कर ड्रेसिंग टेबल पर रखने लगी। अचानक बाथरूम का दरवाज़ा खुला और अमायरा को कमरे में गरमाहट महसूस होने लगी जिससे उसे यह पता चल गया की कबीर बाथरूम में से
अपने बदन के सारे कपड़े उतारने के बाद अमायरा आगे बढ़ी और टब के नजदीक पहुंची और टब के किनारे पर बैठ गई। धीरे से उसने अपनी हील्स निकाली और उसे एक साइड रख दिया। अमायरा के धीरे धीरे ...Read Moreसे कबीर और बेसब्र हुआ जा रहा था। फिर अमायरा पानी के अंदर आई और कबीर ने उसे अपना हाथ दिया ताकि अमायरा उसकी गोद में ठीक से बैठ जाए। इस पूरी क्रिया के दौरान दोनो की नज़रे एक दूसरे पर टिकी हुई थी, किसी ने भी एक पल के लिए भी अपनी नज़रे एक दूसरे की नजरों से हटा
अमायरा तोह कबीर के मुंह से इतना सब सुन कर दंग ही रह गई थी। वोह अपने आप को कबीर से दूर ही रखती थी क्योंकि उसे लगता था कबीर उसे अपने आस पास कभी नही देखना चाहता होगा। ...Read Moreआज, उसके साथ इस तरह से बैठने के बाद, वोह बस यही सोच रही थी की जिंदगी कितनी अलग होती उसके लिए अगर दोनो ने ही अपने मन में एक दूसरे के लिए पूर्व अनुमान न लगा लिया होता। आज की यह बात से अमायरा दुबारा यह सोचने पर मजबूर हो गई थी जो की उसकी मॉम ने जो सुबह
अगर यह कहें को उस सुबह अमायरा ग्लो कर रही थी तोह यह बात गलत नही होगी। उसके प्यार की चमक, संतुष्टि, आज सभी निशानियां उसके चेहरे पर झलक रही थी। आज उसकी रंगत कुछ बदली हुई थी। वोह ...Read Moreचेहरे पर छाई हया को बिलकुल भी छुपा नही पा रही थी। उसके चेहरे की लाली, उसकी बीती रात की सब घटना को बयान कर रही थी। उसका अकड़ा हुआ और थका हुआ बदन, उसका हर अंग दर्द करता शरीर, उसका भावविभोर हुआ दिल, उसे एक पल के लिए भी कुछ घंटो पहले अपने पति के साथ बिताए वोह लम्हें
"आप किसी भी लड़की से शादी करने को तैयार थे जो भी आप में इंटरेस्टेड हो, यह जानते हुए भी की आप उसे अपनी पत्नी का दर्ज़ा कभी नही देंगे। की वोह बस फैमिली और सोसाइटी के लिए ही ...Read Moreऔर कुछ नही। क्या उस वक्त आप ऐसा नही सोचते की आप अपने अच्छे दोस्त के साथ ऐसी नाइंसाफी नहीं कर सकते? आपको मेरे लिए भी बुरा लगा था, लेकिन अपने भाई को वोह देने के बाद जो वोह चाहता था। आपने मुझसे पहले अहमियत अपने भाई को दी क्योंकि उस वक्त मैं आपके लिए इतनी इंपोर्टेंट नही थी। मैने