Vo kon thi-6 books and stories free download online pdf in Hindi

वो कौन थी-6

अमन गेलरी मे आ गया!
वो ईस वक्त दो मंजिला मकान के उपरी हिस्से मे था!
ठीक सामने वाले मकान मे एक खौफ़नाक नजारा उसने देखा!
एक औरत छत पर एक बच्चे को दोनो हाथो में जकडे हूये थी!
उस के हाथो के ठीक नीचे बिजली का खंभा उसी मकान से एक ईन्च की दूरी पर मौजुद था!
अमन की नजरे जैसे ही उस पर पडी, हवा में लहराते खुले बालो वाली उस औरत ने रहस्यमय मुस्कान के साथ अमन को देखा और उस बच्चे को खंभे के उपरी छौर पर बिठा दिया!
"बच्चे को वहां से उठा लो..! वो चिपक जायेगा..!"
अमन चीखा पर ये क्या? गले से आवाज़ ही नही निकली!
गला जैसे किसी ने झकड लिया था!
अमन गला पकडकर बैठ गया!
क्योंकि अब जो होने वाला था वो देखना उसके लिए कठिन था!
अचानक उसके दिमाग की बत्ती जली.. उस बच्चे का चेहरा तो बिलकुल...! "Oh my god..!"
वो फिर से अपनी जगह पर खडा हो गया! गौर से उसने उस रोते बिलखते बच्चे को देखा !
वो तो रेहान था! उसका अपना बच्चा..!
"Hay..! who Are you..? कौन हो तुम..? "
अमन के मुख से दबी हुई आवाज निकली..! पर जैसे उसने अमन की चीख सुनी ही नही! वो बच्चे को घूर रही थी!
तभी अचानक बडे विस्फोट के साथ वहां आग लग गई..!
उसका रेहान आग मे चिल्लाता हुवा झुलसने लगा!
आग की लपटे उपर तक उठने लगी..!
उस आग की ज्वालाओ में उस औरत का डरावना सुर्ख चहेरा नजर आया..!
उसकी बडी-बडी आंखे बिलकुल सफेद थी! उसकी आंखो मे खुन्नस उतर आया था! जैसे उस औरतने अमन के बच्चे की बली दी!
"अंकल जी..!
अमन के कंधे पर किसी ने हाथ रखा!
उसकी आंख खुल गई!
'रेहान..! '
वो तडपकर बोल उठा..!
"क्या हुआ अंकल जी.? "
अमन ने देखा की चाय लेकर वारिसखान की मासूम बच्ची सामने खडी है!
उसको सबकुछ याद आ गया!
वारिसखान अमन को अपने घर ले आया था!
वारिस खान की मासूम लड़की ने एक हैरतअंगेज बात उसे बताई थी, की वो लोग अमन का ही इंतजार कर रहे थे क्योंकि आज रवि पुख है!
और अमन की जान को खतरा है!
अमन वारिसखान के बारे में ही सोच रहा था! आखिर बारिस खान उसे घर पर छोड़ कर कहां चला गया?
लड़की ने अमन को उलझनमें देख कर कहा !
"आप सोफे पर आराम से बैठ जाइए!
मैं अम्मी को आपके बारे मे बताकर आपके लिये चाय लाती हूं!
अमन को लगा जैसे वह नजर कैद हो गया था! अपनी मर्जी के विरुद्ध वह इस घर में मौजूद था!
सोफे पर सिर रखा तब उसकी आंख लग गई! इसी चंद पलों में जो ख्वाब देखा उसने काफी हद तक अमन को डरा दिया था!
अमन का शरीर पसीने से तर था!
शरीर में अभी भी कंपन मौजूद था!
अमन का चेहरा देख कर उस मासूम बच्ची ने कहा!
"कोई बुरा सपना देखा आपने?"
"हां ..!अमन के मुंह से भारी भरकम सांस निकली!
हड़बड़ाए हुए अमन ने मोबाइल निकालकर घर पर कॉल जोड़ी!
अभी भी कॉल कनेक्ट नहीं हो रहा था!
उसने अपनी साली और दूसरे रिलेटिव को भी कॉल लगाया! किसी को कॉल नहीं लगा!
"आप परेशान न हो आपकी फेमिली को कुछ भी नही होगा..! बडी हैरानी से अमन ने उस बच्ची को देखा!
सोरी अंकल जी आपको इस तरह घर लाने का हमारा कोई बद ईरादा न था!
हम तो पापा की आज्ञा का पालन कर रहे हैं!
"बच्ची..! मैं कुछ समझा नहीं आप क्या कहना चाहती हो ? क्या आपकी अम्मीजान हमसे बात कर सकती है?'
"जरूर करेगी..! फिलहाल वह पर्दे में है! आप अंदर आइए मेरे साथ!"
वह लड़की बेखौफ होकर अमन को भीतर ले गई!
अमन ने देखा कि दीवार से सटी बेड के आसपास बारिक पर्दा लगा हुआ था! पर्दे में सिर्फ एक दुबली पतली परछाई नजर आ रही थी!
'अस्सलाम वालेकुम अापाजान..!'
'वालेकुम अस्सलाम!'
एक धीमी मगर मधुर आवाज कमरे में गूंज उठी!
"Aman ji sorry for inconvenience पर मुझे लगता है आप जिस हालात से गुजर रहे हैं उसके बारे में जानना आपके लिए उचित होगा!"
"हां मैं जानना चाहता हूं ! क्या हो रहा है मेरे साथ?
फर्नांडीस मेरे साथ था, प्रेत बनकर! मुझे पता ही नहीं था !
वो ढाबे वाला लड़का प्रेत था जहां मैं खाना खा कर आया.. मेरे साथ ही ऐसा क्यों हुआ?
"क्योंकि इसके जिम्मेदार तुम खुद हो?"
वारिस खान की बीवी ने चौंकाने वाली बात कही जो अमन को हजम नहीं हो रही थी!
मैं ? How can i responsible for this
मैं बताती हूं! सब्र से काम लो.! पहली बात तो अपने मन से ये डर निकाल दो कि 'वो' तुम्हारी फैमिली का बाल भी बांका करेगी..!
"वो..? वो कौन है.?"
"फिलहाल तो मैं भी नहीं जानती..! वह बदला ले रही है उसके लिए तुम्हें मैं कुछ दिन पीछे ले जाना चाहूंगी!"
"मगर वो वो तो एक छोटा सा बच्चा है!"
"अब जो मैं बताने जा रही हूं वह सुनोगे तो तुम्हारे पैरों तले से जमीन खिसक जाएगी!"
अच्छा ऐसी क्या बात है ?आप बताओ मुझे ! क्या बात है जो मेरी परेशानी का सबब बनी हुई है?"
तो सुनो अपना दिल थाम के सुनो..!
उस दिन एक गुनाह को अंजाम देकर भागता हुआ फर्नांडिज ढाबे वाले लड़के के साथ वापस लौटा था!
ढाबे वाला लड़का तेजी से गहने चुरा कर अपने ठिकाने पर पहुंच गया था!
फर्नांडिज हादसे के बारे में सब कुछ जानता था!
जैसे ही वह गाडी पर पहुंचा तो तुम वैसे ही स्टेरिंग पर लुढके पडे थे जैसा वो तुम्हें छोड़ कर गया था!
उसके ख्याल से तुम बेहोश थे मगर बात कुछ और ही थी!
उसने तुम्हें कंधा पकडकर होश मे लाने की कोशिश की पानी की बोतल पूरी तुम्हारे चेहरे पर लुढका दी..!
तुम्हारा नाम लेकर वह चिल्लाने लगा! क्योंकि अब वह डर गया था!
हवाओं ने रुख बदला था!
धीमे-धीमे पेड़ों पर सरसराहट बढ़ रही थी!
तभी उसको क्या सूझा की उसने अपना कनपटी तुम्हारे सीने पर सटा दी दिया!
तुम्हारी धड़कनों में सन्नाटा था! फर्नांडिज के छक्के छूट गए! वह परेशान होकर इधर-उधर देखने लगा! "क्या किया जाए..!"
बार बार तुम्हारे सीने पर हाथ रख कर धड़कन महसूस करने के प्रयास कर रहा था!
जब उसे तसल्ली हो गई की तूम्हारा ह्रदय बंद हो गया है तो उसके दिमाग में एक विचार कौधा !
उसने तूम्हे लंबी सीट पर खीच लिया!
और वह तुम्हारी छाती पर बैठ गया..!
तूम्हारे ह्रदय पर वो ईस तरहा पुश कर रहा था जैसे ह्रदय बंद होने पर तुरंत डॉक्टर लोग ट्रीटमेन्ट देते है!
कबसे तूम्हारा ह्रदय बंद पडा होगा एक्जेट टाईम का उसे अंदाजा नही था!
फिरभी उसका तुक्का काम कर गया!
एक जोरो की सांस लेकर तूम भूत की तरह गए! तूम जोर जोर से सांस ले रहे थे तुम्हारी हार्टबीट मेहसूस करके उसकी जान में जान आई!
"अमन तुम ठीक हो..?"
"ह.. हा..! मै ठीक हुं..!"
लडखडाती तुम्हारी आवाज काफी कमजोर लगी.! लेकिन तुम्हें सही सलामत देखकर फर्नांडिज को राहत हुई!
"क्या हुआ था..?"
अमन ने अंजान बनकर पूछा!
"यार तुम नही जानते..? हम जैसे ही ईस कच्ची सडक पर उतरे की हमारे साथ एक हादसा हुवा!
तूमने अपने मस्तिष्क पर झोर डाला मगर कुछ याद नही आया..!
फर्नांडिज बता रहा था!
कच्ची सडक के फस्ट मोड पर सामने से तेज रफ्तार से आ रही कारने बेलेन्स गुमाया.. अपनी गाडी को भारी टक्कर देकर वो सडक की ढलान उतर कर पेड से टकराकर पलट गई..!
अपना ट्रक भी ब्लास्ट के साथ एक बडे पेड से भीड गया!
तुम्हें सिर के पिछले हिस्से मे लगा था! तो मुझे लगा तुम बेहोश हो गये हो..!
मै फटाफट नीचे कूदकर उस कार में मौजुद लोगो को देखने चला गया..!"
फर्नांडिज ने अपना कुकर्म छुपाकर
तुम्हे बताया की "जब मै वापस लौटा तो तुम्हे बेसुध पाया..!
तुम्हारी धडकने देखी!
जब मैंने देखा की तुम्हारी सांसे रुक गई है तो मैं काफी परेशान हो गया!
कुछ भी सूझ नहीं रहा था!
मुझे ऐसा फील हो रहा था जैसे एक तरफ मेरे पीछे मौत लगी हुई थी!
दूसरी तरफ तुम मुझे छोड़ कर एक अनजानी दुनिया में चले गए थे!
तभी एक घातकी सोच मेरे दिमाग में आई!
ड्राइविंग सीट पर से तुम्हें खींचा तो मुजे लगा कोई रुहानी ताकात तूम्हारे सीने पर कब्जा किए हुए हैं !
क्योंकि तुम्हारी बॉडी को खींचना मेरे लिए बहुत मुश्किल साबित हुआ था!
अपनी पूरी ताकत लगा कर तुम्हारी डेड बॉडी को मैंने बगल वाली सीट पर खींच लिया !
एक पल का भी वक्त गवाएं बगैर मैं तुम्हारे सीने पर चढ़ गया!
अपना पूरा जोर लगा कर तुम्हारे ह्रदय पर उछला !
बार-बार पुश किया!
देखो नतीजा सामने हैं!
तुम दोबारा जिंदा हो गए हो!
मेरे दोस्त तुम फिर से जिंदा हो गए!
अब गाड़ी स्टार्ट करो! भागो यहां से एक पल भी यहां रुकना ठीक नहीं है!

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वारिस खान की बीवी पर्दे में रहकर अमन को जो बातें बता रही थी वो बाते अमन के होश उड़ाने के लिए काफी थी! आज उसने जैसे अमन के दिमाग के परखच्चे उड़ाने की ठान ली थी!
"तुम समझ रहे हो ना अमन जी मैं क्या कहना चाहती हूं?"
हां मैं समझने की कोशिश कर रहा हूं मैं मर गया था! फर्नांडीज के प्रयासों की बदौलत मैं फिर से जिंदा हूं!"
हा.. तुम मर कर वापस जिंदा हो गए हो! फर्नांडीज की बात सुनकर तुम्हारा सर चकराने लगा था!
तुमने दिमाग पर काफी जोर दिया मगर कुछ याद नहीं आया!
"भागो यहां से अगर हमें किसी ने देख लिया तो हम बुरी तरह फंस सकते हैं!
कार हादसे में मियां बीवी बेहोश हुए हैं तब तक हम दूर निकल जाते हैं!"
"तब तुम नहीं जानते थे की फर्नांडिस को किस बात की जल्दी थी और वह इतना क्यों घबराया हुआ है?"
तुमने गाड़ी स्टार्ट कर के भगाई!
"उसके बाद सब कुछ मुझे याद है! अमन की आंखों में साफ साफ खौफ नजर आ रहा था!
हम लोग ज्यादा दूर नहीं गए थे! अभी तो कच्ची सड़क पर ही थे कि हमें रास्ते में अचानक रुक जाना पड़ा!
बीच सड़क पर घुंघट ओढ़ के कोई औरत खड़ी थी! हेड लाइट के घने उजाले में भी घुंघट में से उसकी सूर्ख आंखें नजर आ रही थी!
" प्लीज अमन भागो यहां से! रुको मत मुझे बहुत डर लग रहा है! ये औरत ईन्सान नही है! कोई प्रेतात्मा है!" फर्नांडिज घबराहट के मारे चीख रहा था!
फर्नांडिस की बात सुनकर तुम्हें उस पर हंसी आई थी ! क्योंकि तुम्हारे साथ ऐसा कुछ होने वाला है उस बात की तो तुम्हें कल्पना भी नहीं थी! ना तुम यह बात जानते थे की फर्नांडीज किसी के साथ कुकर्म करके बड़ी क्रूरता और बेरहमी से मौतके घाट उतारके आया है! फर्नांडीज की बात मानकर तुमने गाड़ी स्टार्ट की पर मजाल थी कि गाड़ी पहिए सरसराहट घूमने के बावजूद अपनी जगह से एक भी इंच आगे बढ़े हो!
फर्नांडिस तुम्हारा हाथ पकड़ कर झिंझोड़ने लगा!
वह चीख रहा था "अमन गाड़ी भगाओ..! अब तुम्हारे चेहरे पर कुटिल मुस्कान थी!
( क्रमशः)