Ab Nhi Sahugi - 14 books and stories free download online pdf in Hindi

अब नहीं साहूगि...भाग 14

मेरी इस कहानी से किसी को कोई ठेस पहुंची हो तो माफी चाहती हूं लेकिन मेरी ये कहानी सिर्फ ओर सिर्फ गलत के खिलाफ आवाज उठाने की है क्यू की ऐसे ऑफिस में काम कर रही लड़कियां ही जानती है उनको किस किस मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है और वो किसी को कुछ बोल भी नहीं सकती सब ऐसे नहीं होते लेकिन कुछ लोग हैे जो सिर्फ लड़की को अपनी हवस मिटाने का जरिया समझते है...!

फहाद ने नूर से कहा कि तुम रूम से निकलो और ऑफिस जा कर अनुज को कॉल करना रूमे से निकलो पहले नहीं तो वो हेवां आ गया तो तुम्हे नहीं छोडेगा बाकी में देख लेता हूं...! अब आगे।


भाग 14

नूर जल्दी से होटल से बाहर आईl
अनुज कहीं नहीं दिखाई दिया l
नूर अॉटो रिक्शा कर के ऑफिस पहूंची l
फिर उसने कॉल किया l
अनुज सर में ऑफिस आ गई हूं शर्मा जी जल्दी में निकल गए थे l
अनुज ने कहाl
" ऐसा क्या हुआ ?
नूर ने कहाl
" मुझे नहीं पता अनुज ने शर्मा को कॉल किया l
और कहाl
" शर्मा जी क्या हुआ बड़ी जल्दी में निकल गए ?
शर्मा जी ने कहा l
"वो मेरे घर से अर्जेंट कॉल आ गया था तो में निकल गया।
फिर कभी देखते है बाय..!
बोलते हुए कॉल काट किया!
अनुज ऑफिस आया l
नूर से बोलाl
तुम ऑफिस क्यू आई ? मुझे तभी कॉल क्यू नहीं किया?
नूर ने बोला l
"सर कॉल नहीं लग रहा था आपकाl मेने ट्राय कियाl आपका कॉल लग नहीं रहा था में क्या करती इसलिए ऑफिस आ गई l
अनुज ने कहाl" ठीक है l"
अब फहाद ने सबूत हासिल कर लियाl और होटल से निकल कर शैली को कॉल कियाl पूछा l
नूर ऑफिस आ गई है या नहीं ?
शैली कहाl
" हा वो ऑफिस आ गई है तुम दोनों ऑफिस से निकल कर मुझे बस स्टॉप पर मिलोl
शैली ने कहा l
"ठीक है ,ऑफिस के बाद हम वहीं मिलते हैl
फहाद शैली और नूर का इंतज़ार कर रहा थाl
कुछ टाइम बाद वो दोनों ऑफिस के बाद फहाद से मिली l
कहा l
फहाद सब ठीक रहा ना सबूत मिले अनुज के खिलाफ l
फहाद ने कहाl
" हा मिल गए अब हमे जल्दी ही पुलिस स्टेशन जाना होगाl
नूर ने कहाl
इतना काफी नहीं है हमें उसके पास शैली के सिवा और लड़कियों की वीडियो है उनका पता लगाना है l
जिससे वो हर लड़की को डराता है lऔर उनको मजबुर करता है फहाद ने कहा हा l
शैली बोलीl
इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं lउसने मुझे मोबाइल में क्लिप दिखाई थीl हो सकता है उसके फोन में ही हो l
"फहाद हा ,लेकिन उसने फोन का डाटा ज़रूर पेन ड्राइव में लिया होगा l
नूर ने कहाl
" ठीक है हम कल कोशिश करते है l
अनुज के केबिन में शायद कुछ मिल जाए l ओके और में ?
शैली सेहमी सी बोली l
नूर हम ये सब तो कर लेंगे लेकिन सोच पुलिस तक ये बात गई तो क्या तेरी फैमिली और मेरी फैमिली कहीं मुंह दिखा ने काबिल नहीं रहेगी!
सोचना एक बारl
नूर ने कहाl
दुनिया कि इतनी फिकर है तुझे। खुद की कोई चींता नहींl तू ऐसे ही रोज़ मर मर के जीती रहेगी l तू सोच दो दिन की बदनामी ठीक है या ज़िंदगी भर उस अनुज के इशारे पे हवस का शिकार होना शिकार बनाना? तू थोड़ी हिम्मत करके आज सुधरेगी तो कल तेरा अच्छा ही होगाl लेकिन दुनिया के डर से तूने हिम्मत करके नहीं बोला कि अब नहीं सहुगि तो हम सबकी इतनी मेहनत बेकार है l
फहाद ने कहाl
शैली अपने दिल से डर निकाल के सोचोl इतना बड़ा रीस्क नूर ने सिर्फ तुम्हारे लिए लिया , तो उसके बारे में सोचो l
हमे पुलिस कंप्लेन करनी होगी! तभी सब ठीक होगा ! क्या हमारी फैमिली को ये सब पता चलने के बाद वो हमरा साथ नहीं देंगे बोल l आज में अब्बू और भाई को सब कुछ सच बताने वाली हूं l अगर उन्होंने मेरा साथ नही दिया तो ओके l सब कुछ यही बंद कर दुगी l बोल शैली अब ठीक है ?
शैली सोच में पड़ी हुई थीl वो कुछ ना बोलते हुए चुप रह गई l
अब ये लोग घर गए l
नूर बहुत साहसी लड़की थी!
दुनिया से सामना करने की उसमे हिम्मत थी l उसने शैली को बचाने के लिए खुद को इस मुसीबत में डाला था l
नूर ने फैसला किया l आज वो अब्बू को भाई को सब सच बता देगीl बस अब नूर को इंतजार थाl अब्बू और भाई का घर आकर उसने जल्दी घर का काम खत्म कियाl
वहा शैली अभी सोच में है कि ऐसा करना सही होगाl क्या नूर ने शैली को कॉल कियाl
और कहा l मां को लेकर मेरे घर आजा l इधर फहाद को भी बुलाया l नूर के घर सब लोग आ गए थे l और नूर के अब्बू भाई भी नूर के अब्बू ने कहा l
नूर क्या हुआ है? ऐसे आज सब यहां क्यू सब ठीक तो हैl नूर ने कहा lअब्बू भाई मां शैली को और मुझे आप लोगो से कुछ बात करनी हैl हेदर साहब बोले l
हा बेटा बोलो l क्या बोलना है ?आप दोनो को नूर ने कहाl पहले आप सब ये बताएं कि हम दोनों किसी मुश्किल में हो और आपकी हमे मदद और साथ चाहिए तो आप लोग साथ दोगे ना हमारा? सभी ने एक ही बात बोली बेटा !
हमारे बच्चे किसी मुसीबत में है !और हमारी ज़रूरत है तो हम उनके साथ हमेशा है! तुम दोनों बोलना क्या चाहती हो ? साफ साफ बोलो !नूर ने कहा! अब्बू इस तरह की बाते आप लोगो के सामने करना सही नहीं है! में जानती हूं लेकिन हम आज चुप रहे तो ना जाने और कितनी बेटियां बर्बाद हो जाएगी! इसलिए हमे माफ कीजिएगा ! हमे अपनी आज शर्म छोड़ना पड़ रही हैl भाई बोलाl
नूर हम समझ सकते है अपनी घर की बेटियों कि इज्जत अब साफ साफ बोलो l
नूर ने तब अनुज के बारे में बताया l और कहाl
वो शैली को भी इस सब में फसा रहा है l
नूर बहुत समझदार थी lउसने किसी को ये नहीं बोला की नूर के साथ उसने क्या क्या किया? लेकिन सामने बात रखना जरूरी था तो उसने शैली को फसाने वाली बात बोलीl
हो सकता है आगे जा कर वो मेरे साथ भी ऐसा कुछ करेगा तो इस लिए मेने और शैली ने ये फैसला किया है कि हमे पुलिस में उसकी कंम्पलेन डालनी चाहिए और हमारे पास ऐसे सबूत भी है जिसे अनुज को सजा मिलेगी l
हमे बस आप लोगो का साथ चाहिए जिससे हम उसे रोक सकते है वो किसी और कि बेटी के साथ ये सब ना करे!
मेने ऑफिस सिर्फ इसलिए ज्वाइन किया था कि में शैली को इस सब से बाहर निकल सकु ! इसमें फहाद ने भी हमारा साथ दिया वो भी अनुज की असलियत जानता था l शैली की मां ने कहा लेकिन ये सब दुनिया के सामने आएगा, तब लोगो को क्या मुंह दिखाएंगे l
हैदर साहब ने कहा l बहन हमारे बच्चो से बढके लोग नहीं है l क्या लोगो के डर से हम अपनी बच्चियों को उस नमाकुल के हाथो सोप देंगे? हम ऐसा नहीं होने दे सकते l नूर ने भी शैली की मां को समझाया की आज हम इनका साथ नहीं देंगे तो कल और बुरा हो सकता है l
शैली कि मां आखिर मां है वो भी बहुत कुछ सोच रही थी ये सब बदनामी के बाद को शैली से शादी कौन करेगा l नूर ने कहाl
मां इस सबके बाद लोगो के दिल में शैली के लिए और प्यार और इज्जत होगी कि उसने गलत के खिलाफ आवाज उठाई और उस हेवान को सजा दिलाई ,जिसने ना जाने कितनी लड़कियों को बर्बाद किया है l
शैली कि मां के आंखो से आंसू नहीं रुक रहे थे l और बार बार वो शैली को देख रही थी l शैली को गले लगा के कहा l
तू इतना सब अकेले सेह गई l अपनी मां को कुछ नहीं बोलाl
उसने नूर का हाथ पकड़ा और कहा l
नूर भगवान तेरे जैसा दोस्त हर लड़की को दे l
में मां हो कर कभी बेटी की तकलीफ़ नहीं समझ सकी और तूने इतना सब मेरी बच्ची को बचाने के लिए खुद को भी मुश्किलें में डाल दियाl
नूर ने कहा l
मां शैली मेरी जान है ओर में उसे कभी अकेला नहीं छोड़ सकती चाहे कुछ भी हो जाएं l
शैली नूर के गले लिपट कर ज़ार ज़ार रोती रही lऔर कहा l

नूर तू साथ है तो में अब नहीं सहुगी ओर अनुज की कम्पलेन करुंगी पुलिस स्टेशन जाकर मेरी फैमिली मेरे साथ है l मुझे अब कोई डर नहीं फहाद का शुक्रिया अदा करते हुए नूर के भाईने कहा तुम इनका साथ नहीं देते तो मेरी बहनों के साथ क्या हुआ होता l लेकिन अभी इनकी मुश्किलें खत्म नहीं हुई थी...!!!