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एक अधुरी प्रेम कहानी

आओ सुनाओ प्रेम की एक कहानी जहां एक लड़का और एक लड़की थी दीवानी यह बात है बहुत समय पुरानी पर बदल गई इससे दोनों की जिंदगानी चलो जाने क्या थी बातें उनकी जो अलग हुए एक वक्त पर थे मोहब्बत उनकी यह कहानी है एक अधूरे प्रेम की जिसमें शहजादा था श्रवण और स्नेहा थी रानी कॉलेज के दिनों में हुई उनकी मोहब्बत मोहब्बत हो गई सबसे खास अनजान थे पर बन गए अब अपने साथ बैठते बैठ बातें करते और बना लिए जिंदगी के कुछ हसीन सपने उनकी बातें दिल को भाती और उनकी यादें हर रोज तड़पाती सब कुछ ठीक चल रहा था बड़ा सुकून था उनके साथ बस दुख तब हुआ जब पता चला कोई और भी था उनके साथ हमारी मोहब्बत के बीच ना जाने कैसे आ गया मेरी हस्ती हुई जिंदगी को वह तबहा कर गया जिसे दुनिया और जिंदगी समझा आखिर क्यों मुझे धोखा दे गया हजारों प्रश्न थे और जवाब सारे लापता थे क्या कमी रह गई हमारी मोहब्बत में जो उन्हें जरूरत पड़ी किसी और के पास जाने की क्या खता हुई हमसे बेवफाई कर गए हमने जिन सपनों को देखा था उनके साथ जीने को वह सारे एक पल में ही चूर हो गए जिंदगी को वह मेरे तबाह कर गए हमें छोड़कर वह किसी और की हो गए फिर क्या हमने भी उनकी खुशी के लिए उन्हें आजाद कर दिया जहर का घूंट अपने प्यार के लिए पी लिया दिन बीते महीने बीते उनकी यादें रोज आती एक दिन अचानक वह खुद आ गई जिंदगी में जिसे सुकून आ गया उन्हे देखकर मुस्कुराहट लौट आई हम खुशी से पागल हो गए जो खोया था वह वापस पाकर हम खुश थे जिंदगी में सब कुछ मिल गया और वह ख्वाब हकीकत बन गया फिर से वही बात हुई जिसका डर था फिर चली गई उनकी मोहब्बत कोई और था फिर से वह हमें अकेला कर गई हमारे चेहरे की मुस्कान लूट गई हम फिर से बेबस और तनहा हो गए जिंदगी के सारे लम्हे जैसे हमसे खफा हो गए चाहे चाह कर भी भुला ना पाए और वह आसानी से किसी और के हो गए छोड़ दी फिर हमने मोहब्बत की बातें और अब तन्हा ही गुजर रही थी हमारी रातें तनहा ही गुजर रही थी जिंदगी और कुछ थी तो उनकी यादें टूट गए हम और बिखर गए सपने उन्होने ही धोखा दिया जिन्हें समझा था आपने जिंदा थे पर हम जान नहीं लाश थे पर मरे नहीं मुस्कुराहट थी पर खुशी नहीं गम थे पर आंसू नहीं जिंदगी तो चल रही थी पर मंजिल का पता नहीं गुमनाम हो गई सारी खुशियां और गमोने बना लिया रिश्ता सोचते हैं तो बड़ा अजीब लगता है तो इंसान ना कोई फरिश्ता फिर यह दिल क्यों याद करता है क्यों हर पल मिलने की फरियाद करता है क्यों उन्हें देखने को यह तरसता है जो सब कुछ तबाह कर गए आज भी वह याद आते हैं उनकी यादें आज भी तब आती है जब रहना ही ना था हमारे साथ तो आई ही क्यों जिंदगी में जब मोहब्बत थी किसी और से तो हमारे साथ वक्त गुजारा ही क्यों अक्सर यह सवाल आते हैं मन में हम बेचैन हो जाते हैं अक्सर उन्हें याद करके हम दुखी हो जाते हैं बस रब से दुआ है कि अगर खुश है वह कि जिसके साथ भी वहां खुश रहे हमारे ना हुए तो कोई बात नहीं बस अब उन्हें तनहा ना करें इस तरह हमारी मोहब्बत अधूरी रह गई किसी तीसरे की वजह से जिंदगी की सारी खुशियां लुट गई दिल के वह पास थी हम उनके राजा और वो हमारी रानी थी पता ना था कि इस तरह हमारी भी लिखी जाएगी कहानी सोचा था अपनी मोहब्बत की बनाएंगे जिंदगानी जिंदगी की कहानी पर आज हमारी जिंदगी ही महेझ बन गई है कहानी और सुनाई जा रही है किसी और की जुबानी पहले हमारी जिंदगी का हिस्सा थी वह बदला कुछ भी नहीं आज वो हमारी अधूरी मोहब्बत का किस्सा है वह। तुम्हारी मोहब्बत अधूरी रह गई उसका हमें गम नहीं पर किसी और के लिए वह हमें छोड़ गई यह बात गम से कम नही अक्सर कहते हैं लोग कि के तीसरे की वजह से रिश्ते टूट जाते हैं पर सच तो यह है कि रिश्ते इसलिए टूटते हैं क्योंकि हमारे अपने ही बदल जाते हैं समजा था जिसे गुलाब वो तो मामुली फ़ुल भी ना निकली ,ब्स चाहा हमने ही इतना था की उनकी कोई भूल ही ना निकली। हमारी मोहब्बत ना जाने कैसे कम पड़ गई और वह किसी और की हो गई नाराजगी उनसे नहीं खुद से है क्यों हमने उन्हें इतना खास बनाया इतनी मोहब्बत की क्यों ने खुद पर ही गुमान आया खुशियां हैं हम कि मोहब्बत अधूरी ही सही पर बेवफाई तो ना कि दूर तो हुए हम उनसे पर रुसवाई तो ना कि मोहब्बत अधूरी रहे तो फिक्र ना करें जनाब क्योंकि अक्सर सच्ची मोहब्बतें अधूरी पाई जाती है इसीलिए शायद मोहब्बत के सारे शब्द अधूरे हैं क्योंकि मोहब्बत किसी की पूरी नहीं होती।

वह हमसे दूर होकर खुश है तो दुख की बात कैसी और अब हम उन्हें खुश भी ना देखे तो हमारी मोहब्बत कैसी.


Kuchh sachhi bate kuchh kalpnik bate.
Story of S.R. Bhalke