The Accidental Marriage - 7 books and stories free download online pdf in Hindi

The Accidental Marriage - Part 7

पाखी जो जल्दबाजी में दो तीन बर्तन तोड़ चुकी थीं ।
काव्या उसे घुर कर देखते हुए कहती है, अभी बस तीन ही बर्तन टूटे है, अगर ऐसे ही तुम करती रही तो एक भी बर्तन नही बचेगा। मानते है, आज तुम्हारे जॉब का पहला दिन है थोड़ी घबराहट हो रही होगी तुम्हें समझ सकते है, लेकीन तुम्हें देखकर तो ऐसा लग रहा है, जैसे तुम ऑफिस नही जंग पर जा रही हो।।
पाखी - हम पहले से ही नर्वस है तुम और हमे नर्वस मत फिल कराओ।
काव्या - जस्ट रिलैक्स सब ठीक होगा। तुम पहले ब्रेकफास्ट करो ।
पाखी जैसे तैसे ब्रेकफास्ट करके ऑफिस के लिए चली जाती है। ,,, खुराना इंडस्ट्री :
पाखी ऑफिस में जैसे ही एंटर होती है, मयंक का एसिस्टेंट रिसेप्शन पर ही उसका इंतजार कर रहा होता है, जेसे ही उसकी नजर पाखी पर जाती है उसे वो अपने साथ लेकर मयंक के कैबीन की तरफ चला जाता है,,,कैबिन के अंदर मयंक उन दोनों का इंतजार कर रहा होता है। जैसे ही दोनो कैबिन में एंटर होते है मयंक के चेहरे पर पाखी को देखते ही स्माईल आ जाती हैं। कुछ देर तक तो मयंक भी अपनी पलके झपकाए बीना उसे देखता ही रह जाता है,,,,,, पाखी के गुड मॉर्निंग कहते ही मयंक अपने होश में आता है, पाखी को बैठने के लिए कहकर उसे सब समझा देता है।। पाखी को अलर्ट करते हुए मयंक उससे कहता है,
तुम्हारे पास अभी 30 मिनट और है, ये जो फाईल तुम्हारे सामने उसमे सब है एक बार अच्छे से सब समझलो।।।
पाखी हां में अपना सर हिलाते हुए ओके केहती है ।
अरूण ऑफिस में आता है और अपने कैबिन में चला जाता है, अरूण के कैबिन में जाते ही उसे डोर नॉक होने की आवाज आती है,,, अरूण कम इन कह कर अपने सामने रखी फाईल को देखने लगता है फाईल देखते हुए अरुण का चेहरा थोड़ा निचे की तरफ झुका होता है,,,, गुड मॉर्निंग सर की आवाज सुनकर अरूण अपना चेहरा ऊपर करते हुए सामने की तरफ देखता है,,, अरूण जैसे ही अपने सामने पाखी को खड़े देखता है चोकते हुए कहता है-तुम । अरूण की आवाज जो उस समय लाउड साउंड हो रही थीं तो वहीं पाखी अरूण को अपने सामने देख कर घबराते हुए कहती है - अ आ आप । थोड़ी देर पहले जहा उस कैबिन का माहोल शांत था अब वही उन दोनों की प्रेजेंस से गर्म हो गया था।
कुछ देर तक दोनों ही एक दुसरे को ऐसे ही देख रहे थे तभी अरूण अपनी खामोशी तोड़ते हुए पाखी से कहता है ।अरूण - तुम यहां कैसे ? ☹️
पाखी - धीरे से कहती है, हम यहां जॉब करते है, हमारा मतलब है आज हमारे जॉब का पहला दिन है । कहते हुए पाखी खामोश हो जाती है और खुद में ही बड़बड़ाती है ये लंगूर हमारा बॉस है कर लिया अब हमने यहां काम।😐
अरूण - तुम्हें यहां जॉब किस गधे ने दी ?🤕 पाखी - आप कहना क्या चाहते है, हमे ये जॉब ऐसे ही नही मिली है, हमारा सलेक्शन इंटरव्यू के बेस पर हुआ है।☹️
अरूण - अपना एक हाथ गाल पर रख कर सोचते हुए कहता है, पर मुझे ऐसा क्यों लग रहा है, तुम मुझे ढूंढते हुए यहां आई हो। ये सुनते ही पाखी जो थोड़ी देर पहले नर्वस फील कर रही थीं गुस्से से अरूण के ऊपर किसी बम की तरह फट पड़ती है,,,,"😂 आप अपने आपको समझते क्या हो",,,हम आपको ढूंढते हुए यहां आए है ऐसा आप सोच भी कैसे सकते है। 😏
अरूण - इसमें सोचने वाली क्या बात है, तुम यहां मेरे सामने खड़ी हो । ये प्रूफ करने के लिए काफी है ।
पाखी - आ आ आप न।
अरूण - हा मैं । दोनों लड़ते हुए एक दुसरे के सामने आ गए थे, पाखी अरूण की बातो का जवाब देने ही वाली थी तभी मयंक वहा आ जाता है, वो दोनो को ऐसे खड़े देख कर अरूण से कहता है- सर ये पाखी दास है,,, जब तक कनिका नही आ जाती तब तक ये कनिका की जगह काम करेंगी।
अरूण - नो वे, मैं इसके साथ काम नही कर सकता। अरूण की बाते सुनते ही पाखी कहती है-हमे भी कोई शोक नही है आपके साथ काम करने का हम यहां काम नहीं करेंगे ।।। दोनों लड़ते हुए एक दुसरे के सामने आ गए थे, पाखी अरूण की बातो का जवाब देने ही वाली थी तभी मयंक वहा आ जाता है, वो दोनो को ऐसे खड़े देख कर अरूण से कहता है- सर ये पाखी दास है,,, जब तक कनिका नही आ जाती तब तक ये कनिका की जगह काम करेंगी।
अरूण - नो वे, मैं इसके साथ काम नही कर सकता। अरूण की बाते सुनते ही पाखी कहती है-हमे भी कोई शोक नही है आपके साथ काम करने का हम यहां काम नहीं करेंगे ।।। मयंक - क्या ये दोनों एक दूसरे को जानते है, ये दोनों जिस तरह बाते कर रहे है उससे तो यही लगता है । मयंक खुद से ही कहता है।🤔
अरूण पाखी की बातो का जवाब देते हुए कहता है- हां जाओ जाओ कोनसा तुम्हारे यहां काम न करने से कंपनी बंद हो जाएगी। 😂 मयंक जल्दी से अरूण के पास आकर उसे थोडा दूर ले जाकर धीमी आवाज़ में कहता है,,, "सर अभी हमे इनकी बहुत जरूरत है, मेने इनकी क्वालिफिकेशन खुद चेक की है ये एक अच्छी एम्प्लॉय है और इनके पास काम करने का एक्सपीरियंस भी है हमे इनकी जरूरत है तब तक - जब तक कनिका नही आ जाती हमारा काफी सारा काम पेंडिंग है पहले से ही इन्हें रोक लीजिए सर ईतनी जल्दी हमे इनके जैसी एक्सपीरियंसड एम्प्लॉय नहीं मिलेगी"। अरूण जो चुप चाप मयंक की बाते सुन रहा था ,,,,,"उसकी तरफ़ देखते हुए गुस्से से कहता है - "फाईन"।
पाखी जो दोनों को बाते करते हुए देख रही थी, मयंक से कहती है - सर हम रिजाइन कर रहे है हम यहां काम नही कर सकते। मयंक - मिस पाखी आप ऐसा नही कर सकती है!
पाखी मयंक को घुरते हुए पुछती है- क्यों नहीं कर सकते हम रिजाइन?
मयंक - अभी आप न्यू एम्प्लॉय है इसलिए आपको कंपनी के रूल्स के बारे में नहीं पता ? आपको रिजाइन करने से एक महीने पहले नोटिस देना होगा। पाखी - क्या ?
मयंक - जी अब आपको एक महीने तक इसी कंपनी में काम करना होगा।
पाखी खामोशी से दोनो को देखते हुए कहती है कहा फंस गए हम।
अरूण - मयंक को बहार जाने का इशारा करते हुए अपने कदम पाखी की तरफ़ बढ़ाता है, उसके पास जाकर दोनों हाथो को अपने पेंट की जेबों में रखते हुए पाखी से कहता है - "कंपनी के रूल्स के अकॉर्डिंग बिना नोटिस दिए न मैं तुम्हें निकाल सकता हु और न ही तुम ऐसे जा सकती हो। हम दोनों के लिए बेहतर होगा । इस एक महीने तक हम दोनो अपने काम से काम रखे बॉस और एम्प्लॉय की तरह रहे इसके अलावा हमारे बीच कोई और रिश्ता नहीं होगा"। पाखी अरूण को घुरते हुए कहती है-"रिश्ता रखना भी कोन चाहता है हम तो ये बॉस एम्प्लॉय का रिश्ता भी न रखे"।
अरूण पाखी की बाते सुनकर उसे एक सर्कास्टिक स्माइल देते हुए कहता है - इसलिए 2 साल पहले तुमने मुझसे रिश्ता बनाया था।
पाखी अरूण की बाते सुनकर गुस्से में अपनी मुट्ठी बंद कर लेती है, वो कुछ कहती, उससे पहले अरूण कहता है, जाओ और मेरे लिए एक ब्लैक कॉफी लेकर आओ। पाखी अरूण को घूरते हुए वहा से चली जाती है। अरूण अपनी जगह पर बैठते हुए कहता है तुम 2 साल बाद मेरे सामने कैसे आ गई मिस राजधानी एक्सप्रेस तुम्हें नहीं आना चाहिए था अब जब तुम आ ही गई हो तो अब बारी मेरी है, तैयार हो जाओ मिस पाखी मेरा टॉरचर झेलने के लिए ये कहते हुए अरुण के चेहरे पर एक स्माइल आ जाती है। ************
दोस्तों आप comment क्यों नहीं करते मुझे पता कैसे चलेगा आप लोगो को मेरी स्टोरी पसंद आ रही है या नहीं ।
Thank you so much, freinds मेरी स्टोरी को रेटिंग देने के लिए । 😇