The Haunted Palace of Rajkot books and stories free download online pdf in Hindi

The Haunted Palace of Rajkot

गुजरात, राजकोट

राजकोट (Rajkot) जो जूनागढ़ से 102 किमी दूर है। यह भारत के गुजरात राज्य का एक प्रमुख नगर है। यह सौराष्ट्र क्षेत्र के बीच में है। आजी नदी राजकोट के बीच से बहती है और इसे दो भागों में विभाजित करती है।

राजकोट गुजरात राज्य का चौथा नंबर का बड़ा शहर माना जाता है।

प्राचीन सभ्यता और आज़ादी की लड़ाई से राजकोट का बहुत नजदीकी संबंध रहा है। राजकोट से भारत के राजनीतिक और सांस्कृतिक इतिहास की बहुत सी यादें जुड़ी हुईं है। राजकोट शहर की स्थापना जाडेजा वंश के ठाकुर साहब विभाजी जाडेजा ने की है।

इस शहर में धुमने के लिए बहोत सारी जगह है। जैसे की खंभालिदा गुफाएं, काबा गांधी नो डेलो, प्रद्युम्न जूलॉजिकल पार्क, रंजीत विलास पैलेस, ईश्वरीय पार्क, लालपारी झील, वाटसन संग्रहालय (सबसे पुराने संग्रहालयों में से एक), न्यारी डेम, फनवर्ल्ड, अनलगढ़ हिल, इसके अलावा भी बहोत सारी जगह है। जहाँ टूरिस्ट अक्सर जाते है।

पर आज हम बात करने वाले है। राजकोट की उस जगह के बारे में जहा रात को जाने से रोंगटे खड़े हो जाते है। राजकोट में ऐसी दो जगह है। जिसमे से एक है "अवध महल"

ऐसे बहुत से हादसे और घटनाएं हैं। जो पुरानी किताब के पन्नों पर कैद है। और जब भी कोई उन पन्नों को ध्यान से देखता है तो उन्हें अतीत कुछ अच्छी तो कुछ डरावनी घटनाएं देखने और सुनने को मिलती हैं।

तो आहिये जानते है, राजकोट शहर की वो डरावनी जगह
अवध महल के बारे में .......

राजकोट शहर का एक प्राचीन महल। यानी "अवध महल"

अवध महल राजकोट का गौरव हुआ करता था। जो राजकोट से 9 किमी दूर कालावड रोड पर है। इस महल के आसपास की जगह बहोत शांत है। यह महल एक प्राचीन और बड़ा महल है। इस महल में सब चीज अनोखी और प्राचीन संस्कृति की याद दिलाती है।

यह महक एक विशाल महल है। जो राजकोट में स्थित है और माना जाता है कि यह एक एनआरआई ने बनाया था। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है ये कोई नहीं जानता है।

ये महल कितने दिनों तक चला था। ये तो नहीं पता पर वहा के स्थानीय लोगों का कहना है। बहोत पहले इस महल मे एक लड़की का सामूहिक बलात्कार किया गया था। और उसकी हत्त्या करके, इसी महल मे जला दीया था।

इस घटना के बाद ऐसा कहा जाता है। की उस लड़की की आत्मा महल मे धुमती है। शाम होते ही महल से चीखने की आवाजें आती है। सूर्यास्त के बाद कोई भी इस जगह पर नहीं जाता है। चाहे वह अकेला हो या किसी के साथ।

आज भी इस अवध महल में उस लड़की की चीखे सुनाई देती हैं। रात के वक्त लोग इस महल के आसपास आने से भी घबराते हैं।

हाली में यह महल एक पुराने खंडहर की तरह है। महल के कुछ हिस्सों को पेड़ों की डालियो ने ढक दिया है। और महल की दीवारे लोगों ने नाम लिखकर बिगाड़ दी है। कुछ चीजे टूटी हुई तो कुछ वैसे की वैसे आज भी उस महल मे है।

महल के अंदर सब देखकर ये मालूम होता है की ये पहले कितना खूबसूरत रहा होगा।

इस महल को गुजरात के प्रेतवाधित (भूतो से भरा हुआ) स्थानों में से एक माना जाता है।

आज भी कही लोग दिन मे इस महल को देखने जाते है। खंडहर होने के बाद भी लोग इस महल को देखने की चाह रखते है।

अगर कभी राजकोट आना हो तो इस अवध महल को देखियेगा जरूर.........

मेने ये कहानी राजकोट शहर विकिपिडिया की मदद से लिखी है। जिसमे मैने अपने कुछ लफ्जों को जोड़ा है। मेरी ये कहानी कैसी लगी बताएगा जरूर, और कुछ सुझाव है तो मुझे कॉमेंट बॉक्स मे बता सकते हो। स्टोरी को रेटिंग जरूर दीजियेगा।।

आपसे फिर मिलुगी एक नई कहानी के साथ, तब तक खुश रहिये और पढ़ते रहिये।

_Miss Chhotti