Love by ️️Duty Singham - Series 3 - Part 14 books and stories free download online pdf in Hindi

Love by ️️Duty Singham - Series 3 - Part 14

नर्मदा नील को हिचकिचाते हुए उसके फोन का म्यूट बटन को अन म्यूट करते हुए और फिर स्पीकर का बटन ऑन करते हुए देख रही थी।

“हाय राज,” नर्मदा ने अपने आप को शांत करते हुए कहा।

“नर्मदा, मुझे तुम्हारी आवाज़ सुन कर बहुत खुशी हुई। मैने पहले इसलिए फोन रख दिया था क्योंकि मैं नही चाहता था की तुम मेरी वजह से गुस्सा हो जाओ। अब तुम थोड़ा शांत लग रही हो,” राज ने कहा और उसकी बात सुन कर नर्मदा अपनी पलकों को बार बार झपकाने लगी।

“मैं अब ठीक हूं, राज, पर मैं अभी भी गुस्सा हूं।”

“ओह माय पूअर बेबी, तुम दुखी क्यूं हो?“

नर्मदा ने घृणा से अपने जबड़े भींच लिए। “क्योंकि तुम्हारे आदमी ने मुझे बंधी बना कर रखा हुआ है।”

“यह तुम्हारी सुरक्षा के लिए है, और हंटर अपने काम में माहिर है,” राज ने उत्साह से जवाब दिया।

“ओह यिआह, वैसे मैं सोच रही थी जो तुमने अभी थोड़ी देर पहले मुझसे कहा था, और तुमने मुझे वहाँ से छुड़ा कर शायद सही किया है।” नर्मदा नील के करीब आई और उसका हाथ पकड़ कर अपने और करीब किया जिसमे नील ने फोन पकड़ा हुआ था।

“ओह.....नर्मदा......मुझे बहुत खुशी हुई यह सुन कर।” राज एक्साइटेड हो गया था।

“हाँ, पर राज, तुम्हे समझना होगा कि मुझे थोड़ा और वक्त चाहिए ताकि मैं तुम्हे अलग नज़रिए से देख सकूं।”

“जितना समय चाहिए ले लो। हंटर तुम्हे तब ही लायेगा जब तुम तैयार होगी।”

“गुड और राज....मुझे मेरा वक्त चाहिए। मैं आज़ाद से घूमना चाहती हूं और नॉर्मल रहना चाहती हूं। मैं वादा करती हूं की भागूंगी नही, अपने आदमी को कहो ना की मुझे बाहर ले कर जाए।” नर्मदा नील के थोड़ा और करीब हुई और उसकी कलाई को पकड़ लिया।

नील ऐसे ही सख्ती से खड़ा रहा जैसे मानो की नर्मदा की नज़दीकी से उसे कोई फर्क नही पड़ रहा था, पर जिस तरह से उसका सीना जोरों से ऊपर नीचे हो रहा था, नर्मदा समझ गई थी की नील पर भी वैसा ही असर होता है जैसा की उस पर होता है नील की नज़दीकी से।

“मैं हंटर से इस बारे में बात करूंगा.....तुम करना क्या चाहती हूं?“

नर्मदा थोड़ा अपने पंजों के बल ऊंची हुई और नील के जबड़े के पास हल्का सा प्यार से स्मेल लिया और कहा, “मुझे शॉपिंग पर जाना है, और उसके बाद मुझे डांसिंग के लिए जाना है। मुझे घर में बंद रहना बिलकुल भी पसंद नही, तुम्हे पता है ना, राज। मैने तुम्हे बताया था जब हम दोनो पहली बार मिले थे, क्या तुम्हे याद नही?“ नर्मदा ने हल्का सा नील के चिन पर दांत काट लिया और फिर उसके चेहरे पर शैतानी हँसी खिल उठी।

“ओह..... हाँ, हाँ, मुझे याद है। मैं कभी वोह कोई बात नही भूलता जो तुमने मुझे बताई थी।”

“थैंक यू राज। यू आर सो स्वीट। तुमको अपने आदमी से बात करनी है?“ नर्मदा ने घुरघुर करते हुए कहा।

“येस, माय प्योर फ्लावर। मुझे खुशी है की तुम अब मुझसे गुस्सा नही हो।”

“तो लो फिर।” नर्मदा ने प्यार से नील के गाल पर किस किया और फिर उस से पीछे हट गई, पर उसकी नज़रे उस पर से नही हटी थी।

“राज,” नील ने लगभग फोन पर भौंकते हुए कहा।

“हंटर, प्लीज़ तुमसे जो बल पड़े वोह करो उसे खुश रखने के लिए। मैं बस इसी में खुश हूं की वोह मुझे चिल्ला और चीख नही रही,” राज ने स्वीकारते हुए कहा पर वोह भूल गया की वोह अभी भी स्पीकर पर ही है।

नर्मदा ने अपनी हँसी रोकने के लिए अपना निचला होंठ चबा लिया और नील की नज़रे उस पर आ टिकी।

उस पर नज़रे टिकाए हुए ही नील ने राज से बात करना जारी रखा। “यह बात हमारे बीच में नही हुई थी, राज।”

“मैं जानता हूं, हंटर, की तुम कितने तड़प रहे हो वोह जानकारी के लिए जो मेरे पास है, तो प्लीज, जैसा वोह कहे, बस वैसा करो, प्लीज़।” राज ने गिड़गिड़ाते हुए कहा।

“ठीक है!“ नील की आवाज़ बहुत ही रफ थी। उसने कॉल कट की और बहुत देर तक नर्मदा को घूरता रहा।

“तो.....हम शॉपिंग पर कब जा रहें हैं?“

“यह मत करो,” नील ने उसे चेतावनी देते हुए कहा।

“क्या नही करो, नील? तुमने तो सारी बात सुनी थी ना। राज ने ही तुमसे कहा है की तुम मुझे शॉपिंग पर और उसके बाद डांसिंग के लिए ले जाओगे,” नर्मदा ने उसे चिढ़ाने के लहज़े से जवाब दिया।

“यह कोई मज़ाक नहीं है,” नील फिर गुर्राया।

“क्या मैं तुम्हे हँसती हुई नज़र आ रही हूं? किस बात से तुम्हे यह सब मज़ाक लग रहा है?“

बहुत देर तक नील उसे अपनी जलती निगाहों से घूरता रहा और फिर उस से नज़रे फेर कर जाने लगा।

“नील, हम शॉपिंग पर कब जा रहें हैं?“

नील थोड़ी दूरी पर ही रुक गया। उसने बिना पलटे ही जवाब दिया। “कुछ खाने के लिए लेने जा रहा हूं, और उसके बाद मैं तुम्हे बाहर ले कर जाऊंगा।”

“सच में? मैं दस मिनट में जाने के लिए तैयार हो जाऊंगी,” नर्मदा ने खुशी जताते हुए कहा और नील तुरंत एक बेडरूम में गायब हो गई।

नर्मदा भी उसी बेडरूम में चली गई जिसमे वो सोई थी और फिर उसी के बाथरूम में चली गई। उसने अपने सामने शीशे में एक औरत देखी। आज तक उसके बाल इस तरह बिगड़े हुए नही रहे थे, उसकी आँखें ज्यादा सोने की वजह से सूजी हुई थी, और उसके होंठ उस किस की वजह से अभी भी सूजे हुए थे।

इस वक्त इस तस्वीर से उसे कोई फर्क नही पड़ रहा था, पर अगर कोई और दिन होता तो वो अब तक पागल हो गई होती अपनी ऐसी हालत देख कर। वोह शीशे के सामने ऐसे ही खड़े हुए अपनी उंगलियों की टिप से अपने होंठों को छूने लगी।

वोह हल्के गरम से थे और उसे छूने से उसके होंठ कंपकंपाने लगे थे। वोह नही जानती थी की उस मोमेंट को क्या कहे जो उसने अभी थोड़ी देर पहले नील के साथ बिताया था, और सबसे ज्यादा हैरत की बात तो यह थी की नील ने उसकी नजदीकी से रिएक्ट भी किया था।

छह साल पहले की यादें उसके ज़हन में ताज़ा हो गई जब उसने पहली बार नील को किस किया था।









***
कहानी अभी जारी है...
❣️❣️❣️