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मी टू

आज ऑफिस में कैंटीन में यही बातें चल रही थी ये जो इतने दिनों न्यूज़, इन्टरनेट और अखबार में आए दिन मी टू से सम्बन्धित लगातार खबरें आ रही हैं। रमेश ने कहा, “यार ये सब ऐसे ही हैं नाना पाटेकर, संस्कारी आलोक नाथएम. जे. अकबर साजिद खान जाने कितने लोग कोई साफ़ सुथरा नहीं है।” मीना ने कहा, तुम्हें क्या मालूम कैसे-कैसे साँप और भेडियों से हम लड़कियाँ घिरी रहती हैं।

विरेन चुपचाप बैठा हुआ सिर्फ प्रियंका को देख रहा था और उसके चेहरे के भाव पढ़ने का प्रयास कर रहा था। बहुत प्यार करता है उससे, पर कभी कह नहीं सका था, पर अब उसकी अगले महीने शादी है। और शादी भी किसी राजकुमार से हो रही हैं। एक नयी दवाई कंपनी का प्रोविजनल डायरेक्टर समीर खन्ना।

अरे! तू भी तो कुछ बोल प्रियंका? यह क्या बोलेगी यह बस कुछ दिन की मेहमान है। इससे तो मिल गया एक अच्छा खासा पैसा वाला बकरा। सीमा के इतने कहने पर ही सब खिलखिलाकर हँसने लगे।

विरेन बुझे मन से चला गया उसे भी पता हैं उसकी इतनी औकात नहीं कि प्रियंका के ख्वाब पूरे कर सके। ऑफिस से निकलते ही मनोज मिल गया था उसका बचपन का दोस्त। आज मिल ही गया तुझे टाइम ? बता सब बढ़िया ? विरेन ने उसे गले लगाते हुए पूछा। “हां यार! चल सामने वाले पब में बैठते हैं। कुछ उदास लग रहा हैं मनोज ने पूछा।“ कुछ नहीं यार जिस लड़की से प्यार करता हू उसकी अगले महीने शादी हैं बस इसलिए कहीं मन नहीं लग रहा।

उसे कभी बताया कि तू उससे पसंद करता है। मनोज ने पूछा।

जब तक बताता तब तक देर हो चुकी थी और उसके मंगेतर के बारे में सुनकर हिम्मत नहीं हो रही हैं।

“कौन हैं वो?” मनोज ने पूछा

सिप्रा जो नई दवाई कंपनी आई हैं उसका मालिक ही समझ समीर खन्ना। प्रियंका को एक शादीमें देखा था। तभी रिश्ता भेज दिया था कबाब में हड्डी कही का। विरेन ने गुस्से में कहा।

नाम सुनकर मनोज के हाथ पैर कापने लगे पसीना आ गया उसके चेहरे पर। क्या हुआ तुझे ए.सी. में कैसे पसीना आ रहा हैं। काउन्सलिंग करवा रहा था बंद कर दी क्या। विरेन के चेहरे पर चिंता साफ़ झलक रही थी।

मनोज को काटो तो खून नहीं वह कुछ बोल नहीं पाया उसने बस यही कहा कि  बाहर चलते है। बाहर चलकर मनोज ने राहत की सास ली। “यार! विरेन तुझे पता हैं मैं क्यों काउंसलिंग ले रहा था ?”

“नहीं यार, मैंने जानबूझकर नहीं पूछा मैंने सोचा, जब ठीक हो जायेंगा, तो अपने आप बतायेंगा। अब बताना चाहता है, तो बता?”

यार! आज से ठीक पाच साल पहले जब मैंने नया-नया ऑफिस ज्वाइन किया था तो उसके मेनेजर ने एक दिन ओवरटाइम के बहाने मेरा यौन शोषण किया था और मैं इतना डर गया था कि पुलिस क्या किसी को न बता सका और कुछ उसने भी मुझे धमकी दी थी कि अगर मैंने बताया तो मुझे पागल साबित कर मेरा करियर ख़राब कर देगा। बस तब से बस यह काउन्सलिंग करवा रहा था ।

“कौन था वो कमीना? साले की जान ले लेता हू होमोसेक्सुअल हैं क्या?”

नहीं बस, एक विकृत सोच का जीवंत उदहारण हैं। कई लड़के-लडकियों का भी फायदा उठाया हैं। नाम हैं समीर खन्ना।

क्याआआआआ विरेन को कांटो तो खून नहीं मासूम सी प्रियंका का चेहरा उसकी  आँखों के सामने आ गया। उसने हमेशा प्रियंका को ऑफिस की हर बुरी नज़र से बचाया हैं और आज वो किस हैवान के पल्ले बंधने जा रही है। “चल, पुलिस के पास चलते है मनोज।“ विरेन ने कहा।

नहीं यार! मैं कहीं नही जा रहा मेरे में हिम्मत नहीं है। हां तेरे लिए इतना कर सकता हू कि प्रियंका को यह बताकर उसे सबूत दिखा सकता हू। आगे फिर उसकी ज़िन्दगी जो चाहे वो करे।

विरेन ने मनोज को बहुत समझाया, पर वो नहीं माना। हारकर उसने प्रियंका को मनोज के घर बुलाया ।

क्या बात हैं? विरेन मैं बड़ी मुश्किल से रात के आठ बजे यहाँ आ पायी हू। तुम्हे  तो पता ही हैं कि शादी पास आने वाली हैं। एक हफ्ते मे ऑफिस से रिजाइन दे दूंगी। पहले यह देख लो, फिर बात करना मनोज ने सारी बात और सी.डी. प्रियंका को दिखा दी। प्रियंका बेहोश होते-होते बची। “नहीं यह सच हैं क्या? अगर यह सच हैं तो तुम यह सबूत पुलिस को भी दे सकते थे। मुझे क्यों दिखा रहे हो?” प्रियंका ने कहा।

“दिखा सकता था, पर नहीं दिखा पाया लड़कियों की ही सिर्फ इज्ज़त नहीं होती लडको की भी इज्ज़त होती है। हमे भी खौफ हैं और यह समीर खन्ना कोई मामूली व्यक्ति नहीं हैं बड़े-बड़े लोगो से इसकी जान पहचान है, तभी तो मेनेजर से मालिक बना फिरता है। और मुझे यह सी.डी. पिछले साल ही मिली है। उसे लगा था कि कैमरे बंद हैं पर कैमरा चल रहा था और सब कुछ रिकॉर्ड हो गया उसने यह सी.डी. खुद रख ली। मगर पिछले साल उसके ही ड्राईवर ने नौकरी छोड़ने से पहले मेरे द्वारा की एक आर्थिक मदद का एहसान इस सी.डी. को चुराकर और मुझे देकर उतार दिया।“ मनोज ने कहा।

“देखो मनोज तुम देर न करो अभी पुलिस के पास चलते हैं न जाने कितने मासूम  इसका शिकार बन चुके होंगे और अब सौ चूहे खाकर मुझसे शादी करकर यह बिल्ली हज को जा रही हैं। तुम्हे पहल करनी होगी,” प्रियंका ने कहा।

“देखो प्रियंका, सच तो यह हैं कि मेरा दोस्त विरेन तुमसे बहुत प्यार करता हैं और मैंने उसी दोस्त के प्यार का मान बचाने के लिए यह सब बताया हैं बाकि मेरा करियर, मेरा प्यार, परिवार बहुत महत्व रखता है। मेरा काम था बताना, आगे तुम्हारी मर्ज़ी जो करना हैं वो करो।“ मनोज यह कहकर कमरे से चला गया।

प्रियंका भी जा चुकी थी और विरेन भी इस तस्सली के साथ घर पंहुचा कि वो फिर से प्रियंका को बचा पाया।

अगले दिन हर न्यूज़ चैनल सबमें तहलका मचा हुआ था मी टू के तहत इतना बड़ा खुलासा ‘सिप्रा कंपनी के सह मालिक समीर खन्ना को हुई जेल आज से ठीक पाच साल पहले अपने ही जूनियर का यौन उत्पीड़न किया’ और भी चार-पाच लड़के, लडकियों के इसी मी टू हैशटैग ने समीर के कुकर्म का भांडा फोड़ दिया। उसे जेल हो गयी। कंपनी के शेयर एक दिन में गिर गए। विरेन और प्रियंका खुश थे कि मनोज ने हिम्मत दिखाई। और उसकी हिम्मत को देखते हुए और भी लोग आगे आए। सभी प्रियंका को इस शादी से बचने पर बधाई दे रहे थे।

“यह सब तुम्हारे कारण हुआ हैं विरेन, अगर तुम न होते तो पता नहीं मेरी  ज़िन्दगी क्या होती थैंक यू।“ प्रियंका ने भावुक होकर कहा।

“कैसी बातें कर रही हो तुम। तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो और यू नो डट

आई लाइक यू” विरेन एक मुस्कान के साथ बोला।

“मी टू” कहकर प्रियंका हँसने लगी और विरेन ने उसे गले लगा लिया। सच तो यह हैं कि इस देश को सिर्फ इसी मी टू की ज़रूरत हैं। काश! यह बात इस समाज के लोग भी समझ पाते।।।।।।