Adhuri Kahani - 3 books and stories free download online pdf in Hindi

अधूरी कहानी - 3

जय घर पहुँचते ही अपने रूम की ओर जा रहा होता हैं तभी मैड उसे खाना खाने के लिए पूछ्ती हैं जिससे जय और ज्यादा गुस्सा हो जाता है जय मैड पर भडकने ही वाला होता है की विशाल आ जाता है और बात को सँभाल लेता है जय अपने कमरे की ओर जा रहा होता हैं और विशाल भी उसके पीछे जाता है जिससे जय उससे कहता है

जय: अबे यार तुम क्यों मेरा पीछा कर रहे हो
विशाल: मैं कहा पीछा कर रहा हूँ
जय: विशु मैं अभी मज़ाक के मूड मे बिल्कुल भी नहीं हूँ
(अपने रूम का दरवाजा खोलते हुये)
विशाल: हाँ तो मैं कोन-सा मज़ाक कर रहा हूँ
(जय के रूम में जाते हुये)
जय: विशु प्लीज यार अभी मैं सच मे बहोत ही बुरे मूड मे हूँ
मन तो करता है मै उस लड़के को जान से मार दू
(सोफ़े पर बैठते हुये)
विशाल: अबे मेरे शेर तु घायल कब से हो गया और ये मरने मारने वाली बात कहाँ से आ गयी
(जय के पास बैठते हुये)
जय: तुम नहीं समझोगे यार ये सारी बाते तुम्हारे लिए कहना आसान है पर मेरे लिए जिंदगी और मौत के बराबर हैं
विशाल: बस कर यार मेरे लिए साँस लेना मुश्किल हो गया है इतनी सीरीयस बात और वो भी तुम कर रहे हो
जय: मैने पहले ही कहां था की तुम नहीं समझोगे तुम्हें तो बस सारी बाते मज़ाक ही लगती है और यहां लाईफ़ की बैन्ड बजी हुयी हैं
विशाल: ओके फ़ाईन सोरी यार पर पहले तुम प्रोब्लेम तो कहो फ़िर देखो तुम्हारा ये दोस्त कैसे दूर करता है उसे कब से बाते ही कहे जा रहे हो
जय: (मुस्कराते हुये) तुम कभी नहीं सुधरोगे हाँ!
विशाल: कभी भी नहीं अब तो बताओ यार
जय: कुछ नहीं यार वो सना....
विशाल: (जय को चिठाते हुये)अब उस मासुम लडकी ने क्या कर दिया बिचारी को पहले ही रुला चुके हो तुम
जय: (गुस्से मे)ohh please stop this f***ing nonsense before I smashed your head....
विशाल: OK fine chill man I'm just joking and tell me what happened
जय: nothing yaar I wanted to apologize her so I went to find her and guess what she is f***ing laughing with some random guy like there's no tomorrow
विशाल: so there's nothing wrong with that I mean she is free person you know
जय: wowww why are you with me just go and chill with her I mean I'm doubting now you're my friend or her haan
विशाल: अबे मेरे बब्बन शेर दोस्त तो तेरा ही पर बात समझ देख ना तो तुम दोनो रीलेशनसीप मे हो और ना ही कीसीके साथ हंसना मतलब ये तो नही की वह उसे पसंद करती हो
जय: ओह रीयली फ़िर वो मेरे साथ तो एसे कभी नहीं हंसी इन्फ़ेक्ट हमेशा मेरा मज़ाक उडाती रहती है
विशाल: तुने देखा है कभी खुद को
जय: क्या मतलब?
विशाल: मतलब की उसकी हर बात पर तो तु भडकता रहता है वह तेरे साथ चाहकर भी फ़्रीली बात करे तो कैसे करे
जय: हाँ तो मैं कोनसा उसे खा जाउगा हाँ जो मुझसे फ़्रीली बात नहीं कर पाती
विशाल: देख सिम्पल सी बात है तु उसको लेकर कुछ ज्यादा ही पोसेसीव है जिस वजह से तु उसे खुद से दुर कर रहा हैं
जय: पोसेसीव और मैं क्या बकवास है ये
विशाल: खुद ही देख ले तु अभी कितना गुस्से मे है सिर्फ़ एक लडके से बात करने की वजह से
जय: (जय को विशाल की बात समझ आती है) हाँ बात तो सही है पर मै क्या करु जब भी उसे किसी और के साथ देखता हूँ तो मेरे दिमाग काम ही नहीं करता
विशाल: तो ठीक है फ़िर अब से जैसा मैं कहुँ वैसे तु फ़ोलो करता जा फ़िर देख वो तेरे प्यार मे पढ ही जायेगी
जय: (यह सुनकर वह मुस्कुरा रहा होता है ) थेक्स भाई
विशाल: अबे चल बडा आया थेक्स कहने वाला अभी थोडी देर पहले मुझे पीटने वाला था हाँ
जय: सोरी यार वो मैं गुस्से मैं था तो कुछ भी बोल गया
विशाल: ठीक है चलो माफ़ किया पर आज शाम का बील तेरे खाते मे
जय: मुस्कुराते हुये ठीक है फ़िर
विशाल: ओके धेन मैं भी रेडी हो के आता हूँ तब तक तुम भी रेडी हो के होल मे आ जाओ फ़िर साथ मैं ही चलते हैं
जय: ओके बट मै तुम्हें बताना ही भुल गया की पी.ए. के इन्टरव्यु के लिए एक लडकी आयी थी तो मैने उसे सीलेक्ट कीया है अगर तुम्हें कोई ऑब्जेक्टशन हो तो मिल लेना उससे
विशाल: ओके वैसे भी ज्यादा दिन तो टीकेगी नहीं पर तुमने उसे सीलेक्ट कीया है तो काबिल ही होगी तो फ़ाईनल ही कर लो उसे
जय: ओके धेन मन डे से जोईन करेगी
विशाल: ओके तो मैं रेडी हो के आता हूँ
जय: या 20 मीनीट मे मिलते हैं फ़िर
विशाल: हम्म्म ओके

यह कहकर विशाल जय के कमरे से निकल जाता है और जय भी फ़्रेश होने के लिए चला जाता है दोनो बीस मीनीट बाद होल मे मिलते हैं तभी जय विशाल से कहता है कहा पे जाना है तो विशाल कहता है नया रेस्टोरेन्ट बना है वही चलते हैं और फ़िर पब चलेगे और दोनो कार मे बैठकर चले जाते हैं