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दानव द रिस्की लव - 23

….Now on ………




आदित्य : आखिर बात क्या है ….(अदिति की तरफ देखता है)

अदिति : मुझे नहीं पता …….?

विवेक : आप तक्ष को बुलाओ……!

आदित्य : बबिता .…

बबिता : जी .….साहब (तभी तक्ष नीचे आता है...)

आदित्य : लो आ गया तक्ष ……

तक्ष : क्या बात है मैं आपकी आवाज सुनकर आ गया.… (मन में) अब ये पता नहीं क्या करेगा …

विवेक गुस्से में तक्ष को उसके कार्लर से पकड़ लेता है ……

विवेक : तुझे छोडूंगा नहीं

अदिति : विवेक ...छोड़ो इसे (तभी विवेक का phone ring होता हैं) …विवेक फोन

विवेक फोन पर बात करके shocked हो जाता है …

अदिति : विवेक क्या हुआ है ……विवेक बोलो

आदित्य : क्या हुआ विवेक ….?

विवेक : भैय्या ….मां अचानक सिढ़ी पर से गिर गई ……मुझे जाना पड़ेगा ……(चला जाता हैं)

आदित्य : रूको …मैं भी चलता हूं तुम्हारे साथ ……अदि तू यही रुक…तक्ष ध्यान रखना इसका ….

तक्ष : हां ….(मन में) बड़ा आया मेरी सच्चाई बताने वाला ….तुझे मार नही सकता पर तुझे मजबूर तो कर ही सकता हू ….ये तो छोटी सी छलक है …

……flash back …

तक्ष : उबांक ये उस लड़के की ही आवाज है.. कही जब अदिति से मेरा वशीकरण टूटा था तब अदिति ने इसे सच्चाई न बता दी होगी ……तू ये दवा ले जा कर इसकी मां को खिला दे...

उबांक : इससे क्या होगा ……?

तक्ष : ज्यादा कुछ नहीं होगा वो पागल हो जाएगी ….(शैतानी मुस्कान उसके चेहरे पर आ जाती है.) …अब तू अपनी मां को सभांल ….अदिति से दूर ……जा उबांक …

उबांक : जी दानव राज ……

……back present ……

तक्ष : अदिति आप आराम कर लो ……

अदिति : मुझे विवेक के साथ रहना चाहिए था ……उसे मेरी जरुरत है

बबिता : अदिति दी ….आप परेशान मत हो साहब गये तो है उनके साथ. …!

अदिति : हां भाई है उसके साथ ……पर मैं भी चली जाती हूं.

बबिता : नही दी ……आपको नही जाना चाहिए ……

अदिति : नही ताई वो मुझे अपनी बेटी जैसी मानती है अगर मैं नहीं जाऊंगी तो उन्हें कितना बुरा लगेगा ….

बबिता : अदिति दी

अदिति : ताई please .…

बबिता : ठीक है ……

तक्ष : आप अकेले जाएंगी.. …

अदिति : हां …. मैं चली जाती हूं. …ठीक ताई door lock कर लेना …

बबिता : ठीक है. …

अदिति चली जाती हैं ….पर अदिति choudhary mansion पहुंचती उससे पहले ही उसका रास्ता रोक लिया गया ……

अदिति : कौन हो तुम हटो सामने से ……?

" उठा ले इसे "

अदिति : मरना है क्या ……जानते नही हो मैं कौन हूँ.

" अच्छे से जानते हैं aditiya sinha की बहन…… aditi vivek roy choudhary …तुम्हे ही उठाने का हुकुम मिला है. "

अदिति : तुम मुझे कैसे जानते हो ……?

" जल्द पता चल जाएगा "

अदिति : छोड़ो मुझे. …!(aditi kidnapped)

*******in choudhary mansion***********

विवेक : मां ……भाई ..…कहां है मां ……?

इशान : relax विवू ….dr treatment कर रहे है …… कुछ नहीं होगा चाची को ……!

सुविता : हां विवू ….माला ठीक हो जाएगी ….

विवेक : बड़ी मां…(embraces) ……मां कैसे गिर गई ……?

सुविता : पता नही सब ठीक था. ….पानी पीकर ऊपर जा रही थी अचानक कैसे गिर गई ……?

आदित्य : अचानक कैसे गिर गई. ……शायद चक्कर तो नही आ गया aunty को ……?

इशान : हो सकता है आदित्य ……पर तू क्यूं आया हम थे तो सही …तुझे कैसे पता चला …

आदित्य : विवेक घर पर ही था जब तेरी call आई थी ….!

इशान : अच्छा. …तो अदिति अकेली है घर पर ..

आदित्य : नही बबिता है और मेरे पापा के दोस्त का बेटा है …वो हमारे घर ही रह रहा हैं ….

डाक्टर बाहर आते है ……

विवेक : dr मां कैसी है ……?

Dr : आपकी मां अब ठीक है ……choudhary ji ……अपनी wife से कह देना दोबारा नींद की दवाई लेकर घुमे फिरे न .…इसके कारण ये गिर गई ….

अमरनाथ : ए डाक्टर ….पीकर आया है क्या ….मालती नींद की दवाई नही लेती ….

विवेक : हां मां कोई medicine नही लेती ……?

Dr : imposible. ….उनकी आंखों से साफ पता चल रहा हैं वो harvey dose ले चुकी है ……!

विवेक : ऐसा कैसे हो सकता है.. जब मां कोई medicine लेती ही नही है तो ….

अमरनाथ : मैं मालती से पुछूंगा .….

Dr : वो कल सुबह तक ही उठेंगी ……आप उन्हें सिर्फ ये medicine दे देना……मैं चलता हूं ……

अमरनाथ : thank you dr ……

इशान : आइऐ मैं आपको बाहर तक छोड़ देता हूँ ……

विवेक : मां ……

अमरनाथ : विवेक अपनी मां को आराम करने दे चल बाहर ….

विवेक : नही आप जाओ मैं यही रहूंगा मां के पास ……

कामनाथ : अमर रहने दे उसे ……

अमरनाथ : हां ….(दोनों चले जाते हैं)

विवेक : आखिर ये सब क्या हो रहा हैं …. मां को नींद की दवाई किसने दी ….तक्ष ने ……नही वो तो मेरे सामने ही था …पर उसका भरोसा कैसे करे ……मैं मां को कुछ नहीं होने दूंगा... ये सब मेरी वजह से हो रहा हैं ….

……in dinning hall ……

आदित्य : क्या हुआ इशान. …?

इशान : ये तो पापा बताऐंगे. ……

सुविता : क्या बताया dr ने …माला ठीक तो है न ……?

अमरनाथ : भाभी ….dr कह रहे थे मालती ने नींद की heavy dose ली है , जिसके कारण उसे चक्कर आ गया और वो सीढ़ी से फिसल गई ……

सुविता : मेरे सामने तो माला ने कोई दवाई नही ली थी …ये dr कुछ भी बता के चले गये ….

कामनाथ : कल मालती से पूछ लेना क्यूं परेशान हो रही हो ….!

सुविता : ठीक कहा आपने …. .

कामनाथ : जाओ सो जाओ सब ….

आदित्य : मैं भी चलता हूं....

कामनाथ : कहां चलता हूं....time देखा है दस बज रहे है यही पर सो जाओ कल चले जाना ….

सुविता : हां आदित्य ….

इशान : आदित्य मेरे room मे चलो

आदित्य : thanks ….

इशान : मां आप भी जाओ ….

सुविता : हां.....




......……to be continued ……