Ziddi Ishq - 28 books and stories free download online pdf in Hindi

ज़िद्दी इश्क़ - 28

माज़ ज़रूरी काम से बाहर गया था और माहेरा रोज़ी के साथ लॉन में बैठी हुई थी। बहोत देर से बैठने की वजह से अब माहेरा को भूख लगने लगी थी।

"रोज़ी मुझे भूख लगी है मेरे लिए पास्ता बना कर लाओ।"

माहेरा ने अपने पास बैठी रोजी से कहा।

"मैम सर ने कहा है आपको अकेला नही छोड़ना है। आप मेरे साथ अंदर चले मैं पास्ता बना लेती हूं फिर हम बाहर आ जायेंगे।"

रोज़ी ने कहा।

"रोज़ी मेरा यहाँ से हिलने का बिल्कुल भी मूड नही है और तुम फिक्र मत करो यहां इतनी सिक्योरिटी है मुझे कुछ नही होगा। अब तुम जाओ मैं कोई शरारत नही करूँगी।"

माहेरा ने आस पास सिक्युरिटी की तरफ इशारा करते हुए कहा।

"मैम.....मगर....सर गुस्सा करेंग....अगर मैं ने आपको अकेला छोड़ा तो।"

रोज़ी ने हिचकिचाते हुए कहा।

"मैं ने कहा ना रोज़ी मैं यहां ठीक हु। अब जाओ मेरे लिए पास्ता बना कर लाओ।"

उसके मुंह से बार बार माज़ का नाम सुनके माहेरा चिढ़ते हुए बोली।

माहेरा को चिढ़ते देख रोज़ी हिचकिचाते हुए वहां से चली गयी।

माहेरा थोड़ी देर कुर्सी पर बैठी रही और फिर उठ कर लॉन में वाक करने लगी।

वोह एक जगह पहोंची तो उसे ज़मीन पर कुछ गिरा हुआ नजर आया। माहेरा ने झुक कर उस चीज़ को उठाया तो वोह रिंग थी। येह जगह थोड़ी सुनसान थी। यहां गार्ड तीन चार मिनट बाद ही चक्कर लगाने आते थे।

माहेरा उस रिंग को गौर से देख रही थी कि तभी किसी ने उसके मुंह पर रुमाल रख दिया। माहेरा ने जल्दी से अपनी सांसे रोक ली लेकिन सांसे रोकने के बाद भी वोह बेहोश होने लगी थी क्योंकि रूमाल पर लगी दवाई की महक वोह पहले ही सूंघ चुकी थी।

जैसे ही माहेरा बेहोश हुई उस आदमी ने उसे उठा कर एक पेड के पीछे छुपा दिया।

वोह आदमी उन्ही गार्ड का हिस्सा था इसीलिए किसी को उस पर शक नही हुआ। उसके साथ और भी गार्ड मील हुए थे। उन में से कुछ ने दूसरे गार्ड का ध्यान भटकाया और वोह गार्ड माहेरा को पिछले गेट के पास खड़ी अपनी गाड़ी में बिठा कर मेंशन से निकल गया।

रोज़ी माहेरा के लिए पास्ता बना कर आई तो उसे लॉन में ना पा कर घबरा कर अपने आस पास देखने लगी।

उसने सारे गार्ड को अलर्ट कर दिया। सब जगह ढूंढने के बाद भी जब उसे माहेरा नही मिली तो उसने माज़ को फोन करने के बारे में सोचा।

माज़ और रामिश एक ज़रूरी शिपमेंट के बारे में बात कर रहे थे। वोह दोनो सुबह से ही बिजी थे। माज़ माहेरा को अकेले छोड़ कर आने के लिए बिल्कुल भी तैयार नही था लेकिन वोह रोज़ी के साथ है येह सोच कर उसे थोड़ा सुकून था।

वोह दोनो खड़े बात कर रहे थे जब जैक्सन उनके पास आ कर बोला।

"सर अभी कोई बच्चा येह गार्ड को पकड़ा कर गया है। इस पर आप का नाम लिखा है।"

माज़ ने वोह लिफाफा खोला तो उसमें माहेरा का ब्रिसलेट था। उसका ट्रैकर भी किसी ने बंद कर दिया था। येह देख कर माज़ का दिल ज़ोरो से धड़कने लगा।

"इसका मतलब किसी ने मेंशन के अंदर से ब्रिसलेट माहेरा के हाथों से उतारा है।"

माज़ ने मन ही मन सोचा और घर कॉल करने वाला ही था कि तभी रोज़ी की कॉल आ गयी।

"रोज़ी फौरन मेरी बात माहेरा से करवाओ।"

माज़ ने फोन उठाते ही कहा।

"सर मैम कहि नही मिल रही है... हम ने पूरा मेंशन चेक कर लिया है। वोह कहि भी नही है।"

रोज़ी ने डरते हुए कहा।

"क्या मतलब वोह कहि नही मिल रही है! तुम उसके साथ थी ना तो फिर वोह कहा चली गयी।"

माज़ ने गुस्से से चिल्लाते हुए कहा।

"स....सर वो हम लॉन में गए थे फिर मैम ने मुझे ज़बरदस्ती पास्ता बनाने के लिए भेज दिया और जब मैं वापस आयी तो मैम वहां पर नही थी।"

रोज़ी ने डरते हुए कहा।

"तुम मेरी सिक्योरिटी हेड से बात करवाओ......मैं वापस आ कर इस बारे में तुमसे बात करता हु।"

उसकी बात सुनकर रोज़ी जल्दी से फोन सिक्योरिटी हेड के पास ले कर गयी।

"सारे कैमरे चेक करो और देखो वोह कहा है? जॉन अगर इसे कुछ हुआ तो तुम ज़िंदा नही रहोगे येह बात याद रखना।"

माज़ गुस्से से बोला।

"सर हमने पहले ही सारे कैमरे चेक कर लिए है वोह लॉन के जिस हिस्से में गयी थी वहां का कैमरा खराब है इसीलिए हमें पता नही चल सका कि वोह वहां से कहा गयी है।"

उसकी बात सुनकर जॉन ने डरते हुए जवाब दिया।

"दो मिनट के अंदर कैमरों के सिस्टम मेरे फोन से कनेक्ट करो और याद रखना अब तुम लोगो को मुझसे कोई नही बचा सकता।"

वोह गुर्राते हुए बोला।

जॉन ने जल्दी से सारा सिस्टम माज़ के फ़ोन से कनेक्ट कर दिया।

रामिश माज़ को रिलैक्स करने की पूरी कोशिश कर रहा था।

"तुम फिक्र मत करो हम माहेरा को जल्दी ढूंढ लेंगे।"

रामिश उसे शांत करने की नाकाम कोशिश करते हुए बोला।

"कैसे फिक्र नही करु जो उसे इतनी टाइट सिक्योरिटी के बाद भी मेंशन से ले जा सकते है वोह उसके साथ कुछ भी कर सकते है।"

माज़ गुस्से बोला और मोबाइल में कैमरे की वीडियो चेक करने लगा।

वोह ध्यान से वीडियो देखने लगा जब उसे बैकडोर पर दो गार्ड एक साथ चलते हुए नज़र आये फिर उन लोगो ने कार का दरवाजा खोल कर कुछ रखा, माज़ ने ध्यान से देखा तो उसमें सिर्फ माहेरा का हाथ नज़र आ रहा था अगर वोह ध्यान से ना देखता तो उसे कभी पता ही नही चलता।

उसने गाड़ी का नंबर नोट किया और रामिश को सर्विलेंस कैमरा हैक करने के लिए कहा क्योंकि की रामिश एक हैकर था इसलिए उसके लिए येह कोई बड़ी बात नही थी।

.................

माहेरा अब धीरे धीरे होश में आ रही थी क्योंकि उसने अपनी सास रोक ली थी इसीलिए उस दवाई का ज़्यादा असर नही हुआ था। उसकी आंखें बंद थी जब उसे कुछ आवाज़ सुनाई दी।

"यार येह बताओ कि हमने इस लड़की को किडनैप क्यों किया है?"

उस आदमी ने ड्राइव करते हुए अपने साथ बैठे आदमी से पूछा।

"येह दी ब्लैक क्रूस गैंग के लीडर की बीवी है। पहले माज़ और इस लड़की की तस्वीर जैक ने सभी गैंग के पास भेज दी इसीलिए माज़ ने इससे शादी करली और सबसे येह बात सबको बता दी ताकि कोई उसको नुकसान ना पहोंचा कर सब इस लड़की को अपना टारगेट बनाये।"

माहेरा जो अपनी थोड़ी सी अंख खोल कर उन्हें देख रही थी उनकी बात सुनकर उसे अपनो कानो पर यकीन नही आया। अब उसे समझ आ गया था की येह सब उसके साथ माज़ कि वजह से हो रहा है और वोह यह भी समझ रही थी की माज़ ने उससे शादी भी अपने मतलब के लिए की थी।

उस ने उन दोनों को देखा और दरवाज़े की तरफ अपना हाथ बढ़ाने लगी ताकि उसे खोल सके।
तभी वोह आदमी उसे देखने के लिए मुड़ा तो वोह फिर से बेहोशी का नाटक करने लगी।

जब वोह दोनो दोबारा बाते करने लगे तो माहेरा ने दरवाज़े का लॉक खोल दिया लेकिन लॉक की आवाज़ सुनकर वोह दोनो आदमी पीछे मुड़ कर देखने लगे। इससे पहेले की वोह माहेरा को पकड़ते वोह गाड़ी से बाहर कूद गई।

गाड़ी स्पीड में होने की वजह से उसके हाथ और पैर में बहोत छोड़ लग गयी थी और अब उनसे खूब रसने लगा था।

जब उसने गाड़ी के रुकने की आवाज़ सुनी तो अपने दर्द को नज़र अंदाज़ करते हुए अपने आस पास देखने लगी। उसके आस पास सिर्फ जंगल था। माहेरा ने उन आदमीयो को गाड़ी से निकलते देखा तो जंगल के अंदर भाग गई।

वोह दोनो आदमी माहेरा को जंगल मे जते देख धीरे धीरे जंगल मे गए और इधर उधर देखने लगे।

माहेरा अपने मुंह पर हाथ रखे एक पेड़ के पीछे छुपी हुई थी।

वोह आदमी धीरे धीरे आगे बढ़ रहे थे और जैसे जैसे वोह आगे बढ़ रहे थे माहेरा के दिल की धड़कने भी तेज होती जा रही थी।

...........

कैमरा हैक करने के बाद रामिश को पता चला कि वोह गाड़ी शहर से बाहर जाने वाले जाती हुई नजर आयी थी।

माज़ ने पहले ही अपने आदमियो को उनके पीछे भेज दिया और खुद भी रामिश के साथ निकल गया था और कार फुल स्पीड में ड्राइव कर रहा था।

वोह शॉर्टकट लेते हुए उस तरफ बढ़ रहे थे। माहेरा के बारे में सोचते हुए उसका दिल बुरी तरह घबरा रहा था। इस वक़्त उसकी आँखों के सामने अपनी माँ का खून से लथपथ वजूद नज़र आ रहा था।

............

माहेरा मुंह पर हाथ रखे हुए धीरे धीरे पेड़ के दूसरी तरफ जा रही थी।

एक आदमी लगातार उसके करीब आ रहा था जभी माहेरा को अपने पीछे कुछ रेंगते हुआ महसूस हो रहा था। माहेरा ने पीछे मुड़ कर देखा तो अपने कंधे पर सांप को देख कर उसके हलक़ से ज़ोरदार चीख निकली।

वोह आदमी जो दूसरी तरफ जा रहा था उसकी चीख सुनकर उस तरफ आया। माहेरा ने डरते हुए उस सांप को पकड़ा उस आदमी के ऊपर फेंक दिया। वोह सांप सीधा जा कर उसकी गर्दन पर गिरा। वोह आदमी खुद को सांप से बजाने की कोशिश करने लगा।

येह देख कर माहेरा जल्दी से जंगल के बाहर के रास्ते की तरफ जाने लगी क्योंकि वोह भूखे जानवरो का खाना नही बनना चाहती थी।

वोह भाग ही रही थी कि तभी एक आदमी ने पीछे से उसके बालो को पकड़ लिया।

माहेरा ने उस आदमी का हाथ पकड़ा और अपने पैरों से उस आदमी के पैरों को लॉक करके उसे नीचे गिरा दिया। उसने उस आदमी के पेट में लात मारी और वापस भगने लगी जबकि उसके सिर पर लगे हुए टाके जो अभी तक ठीक नही हुए थे फिर से खुल गए और उनसे खून बहने लगा और उसके सिर में तेज दर्द होने लगा।

वह जंगल से निकल कर रोड पर आई और उन आदमियो की गाड़ी तरफ भागने लगी। माहेरा ने जल्दी से दरवाज़ा खोल कर देखा तो गाड़ी में चाभी लगी हुई थी।

उस ने गड़ी स्टार्ट की और फुल स्पीड में चलाने लगी उसके दिमाग मे इस वक़्त सिर्फ वहां से दूर जाने की बाते चल रही थी।

अब उसकी आंखें बंद होने लगी थी लेकिन माहेरा अपना सिर झटकते हुए गाड़ी चला रही थी तभी उसे अपने पीछे से दो और गाड़ी आते हुए नज़र आई माहेरा ने स्पीड और तेज़ करदी और अब खून ज़्यादा बहने की वजह से वोह बेहोश होने लगी थी। माहेरा ने ज़बरदस्ती अपनी आंखें खोलने की कोशिश की और अपने सामने आती तीन गडियो को देख उसने जल्दी से बरेअक लगाया ताकि एक्सीडेंट ना हो जाए।

माहेरा गाड़ी का दरवाजा खोल कर नीचे उतरी और इससे पहले की वह अपने सामने गड़ी से निकलते इंसान को देखती उसकी आंखें धुंधलाने लगी थी और वोह बेहोश हो कर गिरने लगी।