Hold Me Close - 7 in Hindi Love Stories by Harshu books and stories PDF | Hold Me Close - 7 - रेवा को छुआ तो जान ले लूंगा

The Author
Featured Books
Categories
Share

Hold Me Close - 7 - रेवा को छुआ तो जान ले लूंगा

तैयार होकर दोनो भी दर्शन के लिए निकल गए । कार अपनी रफ्तार से भाग रही थी । इस सबके बीच अर्जुन और रेवा दोनो भी एकदम चुप थे। अर्जुन की नजर बार बार रेवा पर आकर रुक जाती ! इस सबसे बेखबर रेवा खिड़की के बाहर देखने में बिजी थी । और इसी चक्कर में अर्जुन ने गाड़ी सामने वाली स्कूटी को ठोक दी ।

"ओह नो ", अर्जुन ने अपने सिर पर हाथ मरते हुए कहा ।

"तुम्हे दिखाई नही देता क्या अंधे हो क्या ? ", सामने से लड़की ने कहा ।

"आप ठीक से ड्राइव नही कर सकते क्या ! , ध्यान कहा होता है आपका ", रेवा ने डांटते हुए कहा ।

"ये कोई वक्त है मुझे ताने मारने का !! ", अर्जुन ने चिड़ते हुए कहा और कार से नीचे उतर गया । अर्जुन के पीछे पीछे रेवा भी उतर गई।

"वो मेरा ध्यान नही था इसलिए ! R u ok? ", अर्जुन ने उस लड़की से पूछा जिसके स्कूटी को उसने ठोकर मारी थी ।

जैसे ही उस लड़की ने अर्जुन को देखा उसकी आंखे खुली की खुली रहे गई ।

"तुम्हे ज्यादा चोट तो नही आई ! As a compansation में तुम्हे डॉक्टर के पास.....", अर्जुन इसके आगे कुछ बोलता तभी उस लड़की ने कहा –"as a compansation तुम मेरे साथ डिनर डेट पर चलोगे ? "

"How cheap !! ये ऐसे कौन बात करता है किसी unknown आदमी से ! टाइम वेस्ट हो रहा है पहले ही मुझे ये ट्रैवलिंग बहुत इरिटेटिंग लगती है ", रेवा बड़बड़ाई ।

"मुझे लगता है तुम्हे डॉक्टर की जरूरत नही है ! और कितना नुकसान हुआ है तुम्हारा ? में पैसे दे दूंगा तुम्हे ", अर्जुन ने सख्त आवाज मैं कहा ।

"पैसे नही चाहिए मुझे ! मुझे सिर्फ तुम....इतना बोलकर वो लड़की अर्जुन के करीब आ ही रही थी तभी बीच में रेवा ने कहा– "stay away from him ! कुछ भी बोलोगी क्या ! कपड़े तो फैशनेबल पहने है और हरकते इतनी चीप ? अब एक और शब्द भी कहा ना एक थप्पड़ पड़ेगा तुम्हे ! हटो हमारे रास्ते से! और आप क्या खड़े खड़े मुंह देख रहे है चलिए जल्दी ", रेवा ने गुस्से से कहा और कार मैं जाकर बैठ गई।

अर्जुन को समझ नही आ रहा था की अभी अभी हुआ क्या ! उसने सपने मैं भी ऐसा नही सोचा था की रेवा ऐसी रिएक्ट करेगी । अर्जुन ने गाड़ी स्टार्ट की ।

"तुम्हे इतना गुस्सा करने की क्या जरूरत थी? तुम जेलस हुई क्या?", अर्जुन ने पूछा ।

"में क्यों जेलस होऊंगी भला ? वो लड़की हमारा टाइम बर्बाद कर रही थी इसलिए मैंने ये सब किया ! और वैसे भी मुझे traveling पसंद नही है ज्यादा ! सिर दर्द होता है मेरा !! ",रेवा ने जवाब दिया और अपनी आंखे बंद कर ली।

"मैंने ऐसे क्यों रिएक्ट किया !! क्या मैं जेलस ?? नही नही रेवा पागल हैं क्या तू !! कुछ भी सोचती रहती है ! तू इन जैसे आदमी के लिए थोड़ी जेलस होगी !! शायद मुझे आराम करना चाहिए थोड़ी देर ", रेवा ने मन मैं ही कहा ।

करीबन ५–६ घंटे के सफर के बाद दोनो भी वहा पहुंच गए । शाम हो चुकी थी । ठंडी ठंडी हवा दोनो को भी छूकर गुजर रही थी । अर्जुन ने गाड़ी एक होटल के बाहर खड़ी कर दी ।

"चलो फाइनली!! आ गए हम ! ", अर्जुन ने गाड़ी से नीचे उतरते हुए कहा ।

"सुनिए तो...",रेवा ने पीछे से अर्जुन को आवाज देते हुए कहा ।

"अब हुआ हुआ ? ताने मारने बाकी है अभी भी??", अर्जुन ने कहा।

"मुझे क्या दूसरे काम नही होते क्या ? में क्या बस आपको ताने मारती रहती हूं ? वो में ये बोल रही थी की आप हमारे लिए २ रूम बुक करना ! घर में तो एक ही रूम मैं एडजस्ट करना पड़ता है लेकिन यहां हम अलग अलग रूम मैं रहेंगे ", रेवा की इस बात पर अर्जुन ने कहा –" R U sure ?"

रेवा ने अपना सिर हा मैं हिला दिया।

अर्जुन ने दोनो के लिए सेपरेट रूम बुक किया ।

"चलो अच्छा है ! अटलिस्ट एक दिन तो मुझे सुकून मिलेगा ", अर्जुन ने रेवा को ताना मारते हुए कहा ।

"Same 2 you ", रेवा ने भी मुंह बनाते हुए कहा और दोनो भी अपने अपने रूम मैं चले गए ।

कुछ देर बाद:

रेवा अपने रूम मैं बैठकर फोन यूज कर रही थी। तभी उसके कमरे की लाइट्स आचनक चली गई । उसने फोन की फ्लैश लाइट ऑन की ।

"ये लाइट को क्या हुआ ! पहले ही अंधेरे से डर लगता है मुझे ! मुझे अर्जुन के साथ ही रहना चाहिए था ! उनका नंबर भी नही है मेरे पास ! बाहर जाने की हिम्मत भी नही हो रही "

रेवा ये सब कुछ सोच ही रही थी तभी उसके रूम का दरवाजा कोई जोरों से नॉक करने लगा।

"कौन...कौन है बाहर ", रेवा ने डरते हुए पूछा । लेकिन अचानक से किसीने नॉक करना बंद कर दिया । रेवा ने राहत की सांस ली । लेकिन कुछ पलों बाद उसे खिड़की पर एक आदमी की परछाई दिखी । रेवा इतनी ज्यादा डर गई थी की इसके मुंह से एक शब्द भी नही निकल रहा था ।

तो दूसरी तरफ अर्जुन अपने रूम मैं आराम से सो रहा था । फोन रिंग होने की आवाज से उसकी नींद खुल गई ।

"Hello ", अर्जुन ने नींद में ही कहा ।

"ये हेलो वैगेरा छोड़ो! तुम और तुम्हारी वाइफ के बीच कोई झगड़ा हुआ है क्या ? तुम दोनो ने अलग अलग रूम बुक किया है !! अपनी बीवी से इतना भी नाराज नही होते अर्जुन ! नई नई शादी हुई है ना ? और तुम्हे इतनी ब्यूटीफुल वाइफ मिली है तो तुम्हे उसकी कदर ही नही है , खैर तुम्हारी बीवी को में मना लूंगा ", सामने से आवाज आती है ।

वो आवाज सुनकर अर्जुन का खून खौल जाता है ।

"how dare you ! अगर रेवा को छुआ तो मैं ....", अर्जुन इसके आगे कुछ बोल पाता उसके पहले ही वो आदमी कॉल कर चुका था ।

अर्जुन भागते हुए अपने कमरे से बाहर आया । और रेवा के रूम के दरवाजे पर नॉक करने लगा ।

"रेवा दरवाजा खोलो ! Are you ok? ", अर्जुन ने दरवाजे पर नॉक करते हुए पूछा ।